चरखी दादरी में स्कूल मर्ज करने का विरोध:ग्रामीणों ने गेट पर धरना दिया; बोले- बच्चों के नाम काटकर स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट जारी किए

चरखी दादरी में स्कूल मर्ज करने का विरोध:ग्रामीणों ने गेट पर धरना दिया; बोले- बच्चों के नाम काटकर स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट जारी किए

हरियाणा के चरखी दादरी में आर्यनगर गांव में हाई स्कूल को मर्ज किए जाने पर ग्रामीणों में रोष बना हुआ है। ग्रामीणों ने सोमवार को स्कूल गेट के समक्ष बच्चों सहित धरना दिया और स्कूल बहाली की मांग करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। धरने को समर्थन देने पहुंचे अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय संयोजक राजू मान ने कहा कि भाजपा सरकार का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा खोखला है। आर्यनगर के हाई स्कूल को पोर्टल से हटाने से सरकार का चेहरा बेनकाब हो गया है। प्रशासन से मिलने के बाद भी ग्रामीणों को सिवाए आश्वासन के कुछ नहीं मिला है। ग्रामीणों ने दो दिन का अल्टीमेटम देते हुए बच्चों के साथ भूख हड़ताल शुरू करने की चेतावनी दी है। रिकॉर्ड में 2022 में स्कूल बंद किया राजू मान ने कहा कि इस मसले पर सरकार की बड़ी लापरवाही सामने आई है। सरकार ने रिकॉर्ड में 13 अगस्त 2022 को हाई स्कूल बंद कर दिया, उसके बावजूद 1 सितंबर 2022 को नया स्टाफ बदली करके भेजा गया और 2023 में कौशल रोजगार निगम के तहत 2 गेस्ट टीचर भेजे गए जो अभी भी वेतन ले रहे हैं। इस दौरान जुलाई 2023 में पोर्टल से हाई स्कूल का नाम हटा दिया गया जिसकी जानकारी मिलने पर 4 बार स्कूल की तरफ से डायरेक्टर को अनुरोध पत्र लिखा गया जिसका कोई समाधान नहीं हुआ। विडंबना की बात है कि 11 जुलाई 2024 से 18 जुलाई के बीच नौवीं और दसवीं के सभी बच्चों के नाम काटकर स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट जारी कर उन्हें रोड़ पर ला छोड़ा, जिससे ग्रामीणों में भारी रोष है। हैरानी की बात है कि आर्य नगर स्कूल का नाम 2023 में शहीद हरिसिंह के नाम से नामकरण हुआ था, लेकिन सरकार ने शहीद का भी आदर नहीं रखा। सरपंच बोले- बंद होने के बावजूद परीक्षा ली सरपंच संदीप कुमार ने कहा कि पोर्टल पर स्कूल बंद होने के बावजूद पिछले 2 साल से नौवीं और दसवीं के बच्चों की परीक्षा ली गई और अच्छे परिणाम आने पर स्टाफ को प्रमाण पत्र भी दिया गया। इस धोखे से ग्रामीणों में बड़ा आक्रोश है। अगर सरकार ने हमारा स्कूल बहाल नहीं किया तो धरना देने को मजबूर होंगे। हरियाणा के चरखी दादरी में आर्यनगर गांव में हाई स्कूल को मर्ज किए जाने पर ग्रामीणों में रोष बना हुआ है। ग्रामीणों ने सोमवार को स्कूल गेट के समक्ष बच्चों सहित धरना दिया और स्कूल बहाली की मांग करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। धरने को समर्थन देने पहुंचे अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय संयोजक राजू मान ने कहा कि भाजपा सरकार का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा खोखला है। आर्यनगर के हाई स्कूल को पोर्टल से हटाने से सरकार का चेहरा बेनकाब हो गया है। प्रशासन से मिलने के बाद भी ग्रामीणों को सिवाए आश्वासन के कुछ नहीं मिला है। ग्रामीणों ने दो दिन का अल्टीमेटम देते हुए बच्चों के साथ भूख हड़ताल शुरू करने की चेतावनी दी है। रिकॉर्ड में 2022 में स्कूल बंद किया राजू मान ने कहा कि इस मसले पर सरकार की बड़ी लापरवाही सामने आई है। सरकार ने रिकॉर्ड में 13 अगस्त 2022 को हाई स्कूल बंद कर दिया, उसके बावजूद 1 सितंबर 2022 को नया स्टाफ बदली करके भेजा गया और 2023 में कौशल रोजगार निगम के तहत 2 गेस्ट टीचर भेजे गए जो अभी भी वेतन ले रहे हैं। इस दौरान जुलाई 2023 में पोर्टल से हाई स्कूल का नाम हटा दिया गया जिसकी जानकारी मिलने पर 4 बार स्कूल की तरफ से डायरेक्टर को अनुरोध पत्र लिखा गया जिसका कोई समाधान नहीं हुआ। विडंबना की बात है कि 11 जुलाई 2024 से 18 जुलाई के बीच नौवीं और दसवीं के सभी बच्चों के नाम काटकर स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट जारी कर उन्हें रोड़ पर ला छोड़ा, जिससे ग्रामीणों में भारी रोष है। हैरानी की बात है कि आर्य नगर स्कूल का नाम 2023 में शहीद हरिसिंह के नाम से नामकरण हुआ था, लेकिन सरकार ने शहीद का भी आदर नहीं रखा। सरपंच बोले- बंद होने के बावजूद परीक्षा ली सरपंच संदीप कुमार ने कहा कि पोर्टल पर स्कूल बंद होने के बावजूद पिछले 2 साल से नौवीं और दसवीं के बच्चों की परीक्षा ली गई और अच्छे परिणाम आने पर स्टाफ को प्रमाण पत्र भी दिया गया। इस धोखे से ग्रामीणों में बड़ा आक्रोश है। अगर सरकार ने हमारा स्कूल बहाल नहीं किया तो धरना देने को मजबूर होंगे।   हरियाणा | दैनिक भास्कर