चित्रा सरवारा ने अनिल विज को घेरा:बोलीं– अपनी सरकार को फेल का सर्टिफिकेट दिया, करोड़ों का बजट खाने वालों के खिलाफ अनशन करें

चित्रा सरवारा ने अनिल विज को घेरा:बोलीं– अपनी सरकार को फेल का सर्टिफिकेट दिया, करोड़ों का बजट खाने वालों के खिलाफ अनशन करें

हरियाणा के बिजली एवं परिवहन मंत्री अनिल विज के आदेश न माने जाने के बयान को लेकर विरोधियों ने उन्हें ही घेरना शुरू कर दिया है। अंबाला से विज के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने वाली पूर्व मंत्री निर्मल सिंह की बेटी चित्रा सरवारा ने विज पर सवाल खड़े किए हैं। चित्रा ने कहा है कि पहले तो विज कहते थे कि मेरा काम थ्री नॉट थ्री की तरह होता है। यह कैसी सरकार है, जहां एक मंत्री के काम नहीं हो रहे? वह अपनी सरकार को फेल का सर्टिफिकेट दे रहे हैं। विज को आमरण अनशन इस बात पर करना चाहिए कि अंबाला का करोड़ों का बजट किसने खाया। बता दें कि विज ने गुरुवार (30 जनवरी) को अंबाला में कहा था कि उनके आदेश नहीं माने जाते, इसलिए वह ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग में नहीं जाएंगे। 2024 के विधानसभा चुनाव में अनिल विज के बाद दूसरे नंबर पर चित्रा सरवारा ही रहीं थी। उन्हें 52581 वोट मिले थे। अनिल विज को लेकर चित्रा सरवारा की अहम बातें… 1. विज ने नाकामियों पर स्टैंप लगाया
चित्रा सरवारा ने कहा- अनिल विज ने अपनी एक स्टेटमेंट से एक तरफ अपनी नाकामियों पर स्टैंप लगाया है। वहीं, दूसरी तरफ अपनी सरकार को फेल का भी सर्टिफिकेट दे रहे हैं। 2. विज अकाउंटेबिलिटी की बात करें
मैं अनिल विज से यही कहूंगी कि आपको काम करने की ताकत देने के लिए अंबाला की जनता ने 7 बार विधायक की कुर्सी पर बैठाया। आपकी पार्टी ने मंत्री पद दिया। आज आप आमरण अनशन की धमकी देकर सड़क पर उतरने की बात न करें। आप अकाउंटेबिलिटी की बात करें। 3. कौन से काम की दुहाई दे रहे
अंबाला में जब करोड़ों के बजट आए तो तब आपने छाती ठोककर कहा कि थ्री नॉट थ्री की तरह मेरा काम होता है। हम भी आवाज उठाते रहे कि जो करोड़ों आए हैं, ये गए कहां हैं? ऐसा क्यों है कि अंबाला का हर प्रोजेक्ट 3 गुना समय सीमा और बजट को लांघकर आगे जा चुका है? आपने कभी उसकी तरफ ध्यान नहीं दिया। आज आप कौन से काम की दुहाई दे रहे हैं। 4. ग्रीवेंस कमेटी मीटिंग में अपमान करते हैं
जनता के अंदर आवाज ये है कि असली काम ये नहीं हुआ कि आपके कहने से अफसर सस्पेंड नहीं हुआ। जो सस्पेंशन आप जनता दरबार में करते थे, जो सस्पेंशन और अपमान आप ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग में करते थे, तो आप कौन से काम की बात करते हैं? किससे शिकायत कर रहे हैं, असली मुद्दा क्या है, आप उस पर ध्यान दें। अंबाला में करोड़ों का बजट आया। ये किसने खाया? एक आमरण अनशन आप इसके ऊपर करिए, तब तो कोई बात बनती है। जनता के दिए हुए अधिकार के ऊपर नया पैसा लाने और सस्पेंशन की लड़ाई मत लड़िए। अनिल विज अपनी ही सरकार से नाराज
बिजली एवं परिवहन मंत्री अनिल विज अपनी ही पार्टी की सरकार से नाराज हो गए हैं। विज ने कहा कि अब ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि इस मीटिंग में उनके दिए आदेश लागू नहीं किए जाते। विज ने यहां तक चेतावनी दी कि अगर जरूरत पड़ी तो वे किसान नेता जगजीत डल्लेवाल की तरह अनशन करने को भी तैयार हैं। विज को सिरसा और कैथल में ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग में शामिल होना था। उससे पहले उनका यह बयान आया । अंबाला SHO से जोड़ी जा रही नाराजगी
कुछ दिन पहले अनिल विज ने अंबाला कैंट सदर थाने के SHO को सस्पेंड करने के आदेश दिए थे। उन्होंने DGP शत्रुजीत कपूर को भी फोन कर कहा था कि मुझे सस्पेंशन ऑर्डर चाहिए। इसके बावजूद SHO अभी भी तैनात हैं। विज के करीबी सूत्रों के मुताबिक यह फाइल गृह मंत्रालय से रिजेक्ट हो गई। गृह मंत्रालय CM नायब सैनी के अधीन है। वहीं, विज के गृह जिले में ही उनके आदेश लागू न होने से वह आहत नजर आ रहे हैं। वहीं, राजनीतिक तौर पर भी उनकी किरकिरी हो रही है। मंत्री अनिल विज से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… अनिल विज के तेवर देख सरकार ने अंबाला DC हटाया, मंत्री बोले- CM बनने के बाद उड़न खटोले पर हैं सैनी, तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए थी हरियाणा के ऊर्जा एवं परिवहन मंत्री अनिल विज की नाराजगी के बाद अंबाला के DC का ट्रांसफर कर दिया गया है। पार्थ गुप्ता को हटाकर उनकी जगह अजय सिंह तोमर को जिम्मेदारी सौंपी है। पार्थ गुप्ता को यमुनानगर का DC लगाया गया है। (पढ़ें पूरी खबर) हरियाणा के बिजली एवं परिवहन मंत्री अनिल विज के आदेश न माने जाने के बयान को लेकर विरोधियों ने उन्हें ही घेरना शुरू कर दिया है। अंबाला से विज के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने वाली पूर्व मंत्री निर्मल सिंह की बेटी चित्रा सरवारा ने विज पर सवाल खड़े किए हैं। चित्रा ने कहा है कि पहले तो विज कहते थे कि मेरा काम थ्री नॉट थ्री की तरह होता है। यह कैसी सरकार है, जहां एक मंत्री के काम नहीं हो रहे? वह अपनी सरकार को फेल का सर्टिफिकेट दे रहे हैं। विज को आमरण अनशन इस बात पर करना चाहिए कि अंबाला का करोड़ों का बजट किसने खाया। बता दें कि विज ने गुरुवार (30 जनवरी) को अंबाला में कहा था कि उनके आदेश नहीं माने जाते, इसलिए वह ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग में नहीं जाएंगे। 2024 के विधानसभा चुनाव में अनिल विज के बाद दूसरे नंबर पर चित्रा सरवारा ही रहीं थी। उन्हें 52581 वोट मिले थे। अनिल विज को लेकर चित्रा सरवारा की अहम बातें… 1. विज ने नाकामियों पर स्टैंप लगाया
चित्रा सरवारा ने कहा- अनिल विज ने अपनी एक स्टेटमेंट से एक तरफ अपनी नाकामियों पर स्टैंप लगाया है। वहीं, दूसरी तरफ अपनी सरकार को फेल का भी सर्टिफिकेट दे रहे हैं। 2. विज अकाउंटेबिलिटी की बात करें
मैं अनिल विज से यही कहूंगी कि आपको काम करने की ताकत देने के लिए अंबाला की जनता ने 7 बार विधायक की कुर्सी पर बैठाया। आपकी पार्टी ने मंत्री पद दिया। आज आप आमरण अनशन की धमकी देकर सड़क पर उतरने की बात न करें। आप अकाउंटेबिलिटी की बात करें। 3. कौन से काम की दुहाई दे रहे
अंबाला में जब करोड़ों के बजट आए तो तब आपने छाती ठोककर कहा कि थ्री नॉट थ्री की तरह मेरा काम होता है। हम भी आवाज उठाते रहे कि जो करोड़ों आए हैं, ये गए कहां हैं? ऐसा क्यों है कि अंबाला का हर प्रोजेक्ट 3 गुना समय सीमा और बजट को लांघकर आगे जा चुका है? आपने कभी उसकी तरफ ध्यान नहीं दिया। आज आप कौन से काम की दुहाई दे रहे हैं। 4. ग्रीवेंस कमेटी मीटिंग में अपमान करते हैं
जनता के अंदर आवाज ये है कि असली काम ये नहीं हुआ कि आपके कहने से अफसर सस्पेंड नहीं हुआ। जो सस्पेंशन आप जनता दरबार में करते थे, जो सस्पेंशन और अपमान आप ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग में करते थे, तो आप कौन से काम की बात करते हैं? किससे शिकायत कर रहे हैं, असली मुद्दा क्या है, आप उस पर ध्यान दें। अंबाला में करोड़ों का बजट आया। ये किसने खाया? एक आमरण अनशन आप इसके ऊपर करिए, तब तो कोई बात बनती है। जनता के दिए हुए अधिकार के ऊपर नया पैसा लाने और सस्पेंशन की लड़ाई मत लड़िए। अनिल विज अपनी ही सरकार से नाराज
बिजली एवं परिवहन मंत्री अनिल विज अपनी ही पार्टी की सरकार से नाराज हो गए हैं। विज ने कहा कि अब ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि इस मीटिंग में उनके दिए आदेश लागू नहीं किए जाते। विज ने यहां तक चेतावनी दी कि अगर जरूरत पड़ी तो वे किसान नेता जगजीत डल्लेवाल की तरह अनशन करने को भी तैयार हैं। विज को सिरसा और कैथल में ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग में शामिल होना था। उससे पहले उनका यह बयान आया । अंबाला SHO से जोड़ी जा रही नाराजगी
कुछ दिन पहले अनिल विज ने अंबाला कैंट सदर थाने के SHO को सस्पेंड करने के आदेश दिए थे। उन्होंने DGP शत्रुजीत कपूर को भी फोन कर कहा था कि मुझे सस्पेंशन ऑर्डर चाहिए। इसके बावजूद SHO अभी भी तैनात हैं। विज के करीबी सूत्रों के मुताबिक यह फाइल गृह मंत्रालय से रिजेक्ट हो गई। गृह मंत्रालय CM नायब सैनी के अधीन है। वहीं, विज के गृह जिले में ही उनके आदेश लागू न होने से वह आहत नजर आ रहे हैं। वहीं, राजनीतिक तौर पर भी उनकी किरकिरी हो रही है। मंत्री अनिल विज से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… अनिल विज के तेवर देख सरकार ने अंबाला DC हटाया, मंत्री बोले- CM बनने के बाद उड़न खटोले पर हैं सैनी, तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए थी हरियाणा के ऊर्जा एवं परिवहन मंत्री अनिल विज की नाराजगी के बाद अंबाला के DC का ट्रांसफर कर दिया गया है। पार्थ गुप्ता को हटाकर उनकी जगह अजय सिंह तोमर को जिम्मेदारी सौंपी है। पार्थ गुप्ता को यमुनानगर का DC लगाया गया है। (पढ़ें पूरी खबर)   हरियाणा | दैनिक भास्कर