छत्तीसगढ़: धमतरी में खून की कमी से जूझ रहा था मरीज, अस्पताल पहुंचा तो लटके मिले ताले, मंत्री ने मांगी जानकारी

छत्तीसगढ़: धमतरी में खून की कमी से जूझ रहा था मरीज, अस्पताल पहुंचा तो लटके मिले ताले, मंत्री ने मांगी जानकारी

<p style=”text-align: justify;”><strong>Chhattisgarh News:</strong> छत्तीसगढ़ के धमतरी में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर सरकार तमाम बड़े बड़े दावे करती रही है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. धमतरी से लगभग 50 किमी दूर वनांचल इलाके में रहने वाले लोगों के लिए स्वास्थ्य सुविधा एक मजाक बनकर रह गई. यहां खून की कमी से जूझ रहे मरीज जब भरी गर्मी के वक्त दोपहर में सरकारी अस्पताल पहुंचे तो वहां ताले लटके मिले. अस्पताल में न डॉक्टर थे और न ही कोई स्टाफ. ऐसे में मरीज के परिजन काफी देर तक परेशान होते रहे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>गांव में सरकारी स्वास्थ्य सुविधा खोल तो दी गई है मगर उस पर कंट्रोल स्वास्थ्य महकमे का नहीं है. धमतरी के बेलर गांव के सरकारी अस्पताल का हाल बेहाल दिखा. जहां बोकरा बेड़ा के रहने वाले मरीज खून की कमी से जूझ रहे थे. उसे परिजनों ने सरकारी अस्पताल बेलर गांव ले जाया गया. भरी गर्मी में दोपहर के समय जब परिजन मरीज को लेकर पहुंचे तो अस्पताल में ताला बंद था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>धमतरी जिला अस्पताल में कराया गया मरीज को भर्ती</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>आसपास पता करने पर न डॉक्टर मिले और न ही कोई स्टाफ, जिसके बाद परिजन मरीज को अपने घर ले गए. वहां उसकी तबीयत और ज्यादा खराब हो गई. जिसके बाद परिजन मरीज पहर सिंह को नगरी के सरकारी अस्पताल ले आये. वहां डॉक्टरों ने मरीज को चेक करने के बाद रेफर &nbsp;करने का फैसला लिया और मरीज को धमतरी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां पर उनका इलाज किया जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मरीज के परिजनों में आक्रोश</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मरीज के शरीर में मात्र 3 ग्राम खून था. जिसके बाद अस्पताल में उन्हें खून चढ़ाया जा रहा है. वहीं इस मामले में मरीज के परिजन और सामाजिक सेवा करने वाले लोगों में आक्रोश देखने को मिला. लोगों का सवाल है कि 24 घंटे सेवा देने वाले सरकारी अस्पताल में ताला क्यों लटका हुआ मिला? अब स्थानीय लोग ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मंत्री टंकराम वर्मा ने अस्पताल की ली जानकारी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं, धमतरी जिला अस्पताल में निरीक्षण करने पहुंचे राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा को सरकारी हॉस्पिटल में ताला लटके होने की जानकारी मिली तो उन्होंने अधिकारियों से जानकारी मांगी. मंत्री ने कहा कि इस मामले की पूरी जानकारी मंगवाई जा रही है, जिसके बाद लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा. उधर मंत्री के बयान के बाद स्वास्थ्य महकमा हरकत में आ गया और आनन फानन में बीएमओ को ताला खुलवाने के निर्देश दिए गए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>&nbsp;</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Chhattisgarh News:</strong> छत्तीसगढ़ के धमतरी में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर सरकार तमाम बड़े बड़े दावे करती रही है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. धमतरी से लगभग 50 किमी दूर वनांचल इलाके में रहने वाले लोगों के लिए स्वास्थ्य सुविधा एक मजाक बनकर रह गई. यहां खून की कमी से जूझ रहे मरीज जब भरी गर्मी के वक्त दोपहर में सरकारी अस्पताल पहुंचे तो वहां ताले लटके मिले. अस्पताल में न डॉक्टर थे और न ही कोई स्टाफ. ऐसे में मरीज के परिजन काफी देर तक परेशान होते रहे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>गांव में सरकारी स्वास्थ्य सुविधा खोल तो दी गई है मगर उस पर कंट्रोल स्वास्थ्य महकमे का नहीं है. धमतरी के बेलर गांव के सरकारी अस्पताल का हाल बेहाल दिखा. जहां बोकरा बेड़ा के रहने वाले मरीज खून की कमी से जूझ रहे थे. उसे परिजनों ने सरकारी अस्पताल बेलर गांव ले जाया गया. भरी गर्मी में दोपहर के समय जब परिजन मरीज को लेकर पहुंचे तो अस्पताल में ताला बंद था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>धमतरी जिला अस्पताल में कराया गया मरीज को भर्ती</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>आसपास पता करने पर न डॉक्टर मिले और न ही कोई स्टाफ, जिसके बाद परिजन मरीज को अपने घर ले गए. वहां उसकी तबीयत और ज्यादा खराब हो गई. जिसके बाद परिजन मरीज पहर सिंह को नगरी के सरकारी अस्पताल ले आये. वहां डॉक्टरों ने मरीज को चेक करने के बाद रेफर &nbsp;करने का फैसला लिया और मरीज को धमतरी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां पर उनका इलाज किया जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मरीज के परिजनों में आक्रोश</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मरीज के शरीर में मात्र 3 ग्राम खून था. जिसके बाद अस्पताल में उन्हें खून चढ़ाया जा रहा है. वहीं इस मामले में मरीज के परिजन और सामाजिक सेवा करने वाले लोगों में आक्रोश देखने को मिला. लोगों का सवाल है कि 24 घंटे सेवा देने वाले सरकारी अस्पताल में ताला क्यों लटका हुआ मिला? अब स्थानीय लोग ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मंत्री टंकराम वर्मा ने अस्पताल की ली जानकारी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं, धमतरी जिला अस्पताल में निरीक्षण करने पहुंचे राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा को सरकारी हॉस्पिटल में ताला लटके होने की जानकारी मिली तो उन्होंने अधिकारियों से जानकारी मांगी. मंत्री ने कहा कि इस मामले की पूरी जानकारी मंगवाई जा रही है, जिसके बाद लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा. उधर मंत्री के बयान के बाद स्वास्थ्य महकमा हरकत में आ गया और आनन फानन में बीएमओ को ताला खुलवाने के निर्देश दिए गए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>&nbsp;</p>  छत्तीसगढ़ Bihar News: पीएम नरेंद्र मोदी और RSS पर बोल बुरे फंसे कन्हैया कुमार, पटना में BJP नेता ने दर्ज कराई शिकायत