<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi News:</strong> अगरबत्ती की खुशबू के पीछे छुपा था एक ऐसा साजिशकर्ता, जिसने सोशल मीडिया के जरिये पूरे देश में छोटे उद्यमियों को जाल में फंसा लिया. दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट ने दो साल की बारीक तफ्तीश के बाद आखिरकार उस मास्टरमाइंड को धर दबोचा, जिसने सैकड़ों अगरबत्ती निर्माताओं को कच्चा माल देने के नाम पर लाखों रुपये का चूना लगाया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मामला एक छोटे कारोबारी, सुजीत कुमार झा की शिकायत से शुरू हुआ, जिन्हें फेसबुक पर हर्ष सिंह वेदी.नामक एक व्यक्ति ने सस्ते रेट में बांस की लकड़ी देने का वादा किया. 21,060 की ऑनलाइन पेमेंट के बाद न माल मिला, न सप्लायर का पता. जालसाजी के दस्तावेज और बंद हुए नंबरों ने इस धोखाधड़ी की परतें खोलें.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>फेसबुक पर जाल, फर्जी दस्तावेजों से बवाल</strong><br />जांच में सामने आया कि आरोपी अभिषेक ओबेरॉय निवासी बुद्ध विहार, ने सोशल मीडिया पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर भरोसा जीता. उसने देशभर के अगरबत्ती व्यवसायियों को नामी सप्लायर्स का हवाला देकर फंसाया और अग्रिम भुगतान लेकर गायब हो गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>साइबर टीम की स्मार्ट सर्जरी</strong><br />इंस्पेक्टर गोविंद सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम ने तकनीकी सर्विलांस और बैंक ट्रांजेक्शन की मदद से आरोपी तक पहुंच बनाई. 12 मई की सुबह बुद्ध विहार में की गई छापेमारी में आरोपी को रंगे हाथ पकड़ा गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ठगी की फैक्ट्री, फर्जी दस्तावेजों की मशीनरी</strong><br />पुलिस को आरोपी के पास से तीन मोबाइल फोन, 35 बैंक कार्ड, 33 चेक बुक्स, 17 पासबुक, फर्जी दस्तावेज़ छापने वाला मोबाइल प्रिंटर और नकली मुहरें बरामद हुईं. साफ था कि यह कोई सामान्य ठग नहीं, बल्कि पूरी एक फर्जीवाड़ा फैक्ट्री चला रहा था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एक आदमी, 24 केस, देशभर में जाल</strong><br />अब तक की जांच में इस आरोपी से जुड़े 24 मामलों का पता चला है, जिनकी शिकायत राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर दर्ज हैं. दिल्ली पुलिस अब पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की साइबर यूनिट्स के संपर्क में है, ताकि पीड़ितों को न्याय दिलाया जा सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>संकट में ईमानदार कारोबारी</strong><br />इस तरह की ठगी ने देशभर में छोटे और मझोले उद्यमियों को आर्थिक संकट में डाल दिया है. अगरबत्ती उद्योग, जो लाखों लोगों की रोज़ी-रोटी का जरिया है, अब ऐसे डिजिटल अपराधियों के निशाने पर है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”दिल्ली में लूट मामले का हुआ खुलासा, 23 महीने से फरार चल रहे कुख्यात अपराधी को पुलिस ने दबोचा” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/robbery-case-solved-delhi-police-arrested-notorious-criminal-absconding-for-23-months-ann-2943084″ target=”_self”>दिल्ली में लूट मामले का हुआ खुलासा, 23 महीने से फरार चल रहे कुख्यात अपराधी को पुलिस ने दबोचा</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi News:</strong> अगरबत्ती की खुशबू के पीछे छुपा था एक ऐसा साजिशकर्ता, जिसने सोशल मीडिया के जरिये पूरे देश में छोटे उद्यमियों को जाल में फंसा लिया. दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट ने दो साल की बारीक तफ्तीश के बाद आखिरकार उस मास्टरमाइंड को धर दबोचा, जिसने सैकड़ों अगरबत्ती निर्माताओं को कच्चा माल देने के नाम पर लाखों रुपये का चूना लगाया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मामला एक छोटे कारोबारी, सुजीत कुमार झा की शिकायत से शुरू हुआ, जिन्हें फेसबुक पर हर्ष सिंह वेदी.नामक एक व्यक्ति ने सस्ते रेट में बांस की लकड़ी देने का वादा किया. 21,060 की ऑनलाइन पेमेंट के बाद न माल मिला, न सप्लायर का पता. जालसाजी के दस्तावेज और बंद हुए नंबरों ने इस धोखाधड़ी की परतें खोलें.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>फेसबुक पर जाल, फर्जी दस्तावेजों से बवाल</strong><br />जांच में सामने आया कि आरोपी अभिषेक ओबेरॉय निवासी बुद्ध विहार, ने सोशल मीडिया पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर भरोसा जीता. उसने देशभर के अगरबत्ती व्यवसायियों को नामी सप्लायर्स का हवाला देकर फंसाया और अग्रिम भुगतान लेकर गायब हो गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>साइबर टीम की स्मार्ट सर्जरी</strong><br />इंस्पेक्टर गोविंद सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम ने तकनीकी सर्विलांस और बैंक ट्रांजेक्शन की मदद से आरोपी तक पहुंच बनाई. 12 मई की सुबह बुद्ध विहार में की गई छापेमारी में आरोपी को रंगे हाथ पकड़ा गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ठगी की फैक्ट्री, फर्जी दस्तावेजों की मशीनरी</strong><br />पुलिस को आरोपी के पास से तीन मोबाइल फोन, 35 बैंक कार्ड, 33 चेक बुक्स, 17 पासबुक, फर्जी दस्तावेज़ छापने वाला मोबाइल प्रिंटर और नकली मुहरें बरामद हुईं. साफ था कि यह कोई सामान्य ठग नहीं, बल्कि पूरी एक फर्जीवाड़ा फैक्ट्री चला रहा था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एक आदमी, 24 केस, देशभर में जाल</strong><br />अब तक की जांच में इस आरोपी से जुड़े 24 मामलों का पता चला है, जिनकी शिकायत राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर दर्ज हैं. दिल्ली पुलिस अब पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की साइबर यूनिट्स के संपर्क में है, ताकि पीड़ितों को न्याय दिलाया जा सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>संकट में ईमानदार कारोबारी</strong><br />इस तरह की ठगी ने देशभर में छोटे और मझोले उद्यमियों को आर्थिक संकट में डाल दिया है. अगरबत्ती उद्योग, जो लाखों लोगों की रोज़ी-रोटी का जरिया है, अब ऐसे डिजिटल अपराधियों के निशाने पर है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”दिल्ली में लूट मामले का हुआ खुलासा, 23 महीने से फरार चल रहे कुख्यात अपराधी को पुलिस ने दबोचा” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/robbery-case-solved-delhi-police-arrested-notorious-criminal-absconding-for-23-months-ann-2943084″ target=”_self”>दिल्ली में लूट मामले का हुआ खुलासा, 23 महीने से फरार चल रहे कुख्यात अपराधी को पुलिस ने दबोचा</a></strong></p> दिल्ली NCR योगी सरकार का बागवानी पर बड़ा फोकस, सब्जी-फलों की खेती से दूर होगी बेरोजगारी, बढ़ेगा निर्यात
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