लुधियाना के जगराओं में अपने दोस्त के साथ घर से निकले युवक का शाहजहांपुर गांव में खेतों से संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिला है। मृतक की पहचान 22 वर्षीय मनप्रीत सिंह उर्फ रवि के रूप में हुई है। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची रायकोट पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल में रखवा दिया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच मे जुट गई है। परिजनों ने दोस्त पर लगाए आरोप मृतक के पिता ने बेटे के दोस्त पर जहरीला पदार्थ देने के आरोप लगाए है। जिसके बाद पुलिस ने मृतक के पिता के बयानों पर आरोपी दोस्त के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। आरोपी की पहचान झोरड़ा गांव निवासी नवजोत सिंह के रूप में हुई है। फिलहाल आरोपी अपने घर से फरार चल रहा है। जिसे पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। पुलिस ने दी जानकारी इस मामले मामले में जानकारी देते हुए थाना सदर रायकोट के एएसआई कुलदीप सिंह ने बताया कि पीड़ित शाहजहानपुर गांव निवासी गुरविंदर सिंह ने पुलिस को दर्ज काराई शिकायत में बताया कि उसका बेटा टाला पर ड्राइवर का काम करता है। दो दिन पहले उसका दोस्त नवजोत सिंह उसके बेटे को बहाने से अपनी गाड़ी में बैठा कर अपने साथ ले गया था। जो रात के समय वापस घर आ गया। लेकिन अगले दिन सुबह फिर आरोपी दोस्त गाड़ी लेकर उनके घर आया और उसके बेटे को फिर साथ ले गया। खेत में बने कमरे में मिला शव उन्होंने बताया कि उसका भतीजा सतनाम सिंह अपने खेतों में रोजाना की तरह फसल देखने के लिए खेत में चक्कर लगाने गया था। वहां उसने देखा कि आरोपी बड़ी से तेजी से डॉक्टर केवल सिंह के खेतों में मोटर वाले कमरे से भाग कर निकला और गाड़ी लेकर बड़ी से तेजी से फरार हो गया। उसके भतीजे को कुछ शक होने पर जब उसने मोटर पर जाकर देखा। तो मोटर वाले कमरे में मृतक मनप्रीत दीवार के साथ लगा खड़ा था। जब उसने हिला कर देखा तो वह कुछ नही बोल रहा था। जिसके बाद उसने मुझे फोन कर उसके बेटे को अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। जांच में जुटी पुलिस पीड़ित ने बताया कि उसे पूरा शक है कि उसके बेटे को आरोपी ने जहरीला पदार्थ खिलाया है। जिससे उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल में रखवा दिया। पुलिस ने इस मामले में मृतक के पिता के बयानों पर आरोपी दोस्त नवजोत के खिलाफ धारा 304 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। लुधियाना के जगराओं में अपने दोस्त के साथ घर से निकले युवक का शाहजहांपुर गांव में खेतों से संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिला है। मृतक की पहचान 22 वर्षीय मनप्रीत सिंह उर्फ रवि के रूप में हुई है। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची रायकोट पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल में रखवा दिया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच मे जुट गई है। परिजनों ने दोस्त पर लगाए आरोप मृतक के पिता ने बेटे के दोस्त पर जहरीला पदार्थ देने के आरोप लगाए है। जिसके बाद पुलिस ने मृतक के पिता के बयानों पर आरोपी दोस्त के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। आरोपी की पहचान झोरड़ा गांव निवासी नवजोत सिंह के रूप में हुई है। फिलहाल आरोपी अपने घर से फरार चल रहा है। जिसे पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। पुलिस ने दी जानकारी इस मामले मामले में जानकारी देते हुए थाना सदर रायकोट के एएसआई कुलदीप सिंह ने बताया कि पीड़ित शाहजहानपुर गांव निवासी गुरविंदर सिंह ने पुलिस को दर्ज काराई शिकायत में बताया कि उसका बेटा टाला पर ड्राइवर का काम करता है। दो दिन पहले उसका दोस्त नवजोत सिंह उसके बेटे को बहाने से अपनी गाड़ी में बैठा कर अपने साथ ले गया था। जो रात के समय वापस घर आ गया। लेकिन अगले दिन सुबह फिर आरोपी दोस्त गाड़ी लेकर उनके घर आया और उसके बेटे को फिर साथ ले गया। खेत में बने कमरे में मिला शव उन्होंने बताया कि उसका भतीजा सतनाम सिंह अपने खेतों में रोजाना की तरह फसल देखने के लिए खेत में चक्कर लगाने गया था। वहां उसने देखा कि आरोपी बड़ी से तेजी से डॉक्टर केवल सिंह के खेतों में मोटर वाले कमरे से भाग कर निकला और गाड़ी लेकर बड़ी से तेजी से फरार हो गया। उसके भतीजे को कुछ शक होने पर जब उसने मोटर पर जाकर देखा। तो मोटर वाले कमरे में मृतक मनप्रीत दीवार के साथ लगा खड़ा था। जब उसने हिला कर देखा तो वह कुछ नही बोल रहा था। जिसके बाद उसने मुझे फोन कर उसके बेटे को अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। जांच में जुटी पुलिस पीड़ित ने बताया कि उसे पूरा शक है कि उसके बेटे को आरोपी ने जहरीला पदार्थ खिलाया है। जिससे उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल में रखवा दिया। पुलिस ने इस मामले में मृतक के पिता के बयानों पर आरोपी दोस्त नवजोत के खिलाफ धारा 304 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
मोदी सरकार में हरियाणा का कद बढ़ा:खट्टर समेत 3 मंत्री; पंजाब से चुनाव हारे बिट्टू राज्यमंत्री; हिमाचल से अनुराग की जगह नड्डा
मोदी सरकार में हरियाणा का कद बढ़ा:खट्टर समेत 3 मंत्री; पंजाब से चुनाव हारे बिट्टू राज्यमंत्री; हिमाचल से अनुराग की जगह नड्डा केंद्र की मोदी कैबिनेट में हरियाणा से 3 मंत्री बनाए गए हैं। इनमें पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। वह करनाल सीट से सांसद बने हैं। वे साढ़े 9 साल हरियाणा के CM रहे। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा ने उनसे इस्तीफा दिलाकर चुनाव लड़वाया। गुरुग्राम से सांसद राव इंद्रजीत को राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है। राव लगातार छठी बार सांसद बने हैं। वह मोदी सरकार की पिछली टर्म में भी मंत्री थे। उनके जरिए भाजपा ने दक्षिण हरियाणा और खासकर अहीरवाल बेल्ट को साधने की कोशिश की है। फरीदाबाद से कृष्णपाल गुर्जर को तीसरी बार मंत्री बनाया गया है। उन्हें राज्य मंत्री की शपथ दिलाई गई। कृष्णपाल गुर्जर फरीदाबाद से सांसद हैं। फरीदाबाद और उससे सटे यूपी व राजस्थान के गुर्जर बाहुल्य इलाकों को देखते हुए उनकी कैबिनेट में एंट्री हुई है। पंजाब से सबको चौंकाते हुए मोदी कैबिनेट में रवनीत बिट्टू को शामिल किया गया है। बिट्टू लुधियाना से कांग्रेस के सांसद थे। लोकसभा चुनाव से पहले वे भाजपा में शामिल हो गए। इसके बाद लुधियाना से फिर चुनाव लड़े लेकिन हार गए। पंजाब से भाजपा 13 में से कोई सीट नहीं जीती, इसलिए पूर्व CM बेअंत सिंह के पोते बिट्टू को राज्यमंत्री का पद मिल गया। इसके अलावा सिख चेहरे के तौर पर हरदीप पुरी को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। बिट्टू के जरिए भाजपा ने पंजाब की सियासत को साधने की कोशिश की है। भाजपा को यहां एक प्रभावी सिख चेहरे की तलाश थी, जिसके लिए रवनीत बिट्टू पर दांव लगाया जा सकता है। हिमाचल प्रदेश से भाजपा ने पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल के बेटे अनुराग ठाकुर को कैबिनेट से ड्रॉप कर दिया। हिमाचल से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। नड्डा अभी गुजरात से राज्यसभा के सांसद हैं। मोदी कैबिनेट में हरियाणा,पंजाब और हिमाचल के मंत्रियों की शपथ से जुड़े अपडेट्स पढ़ें…
लेबनान में फंसा शख्स 24 साल बाद लुधियाना लौटा:खो गया था पासपोर्ट, बच्चों को छोड़कर गया विदेश, संत सीचेवाल का जताया आभार
लेबनान में फंसा शख्स 24 साल बाद लुधियाना लौटा:खो गया था पासपोर्ट, बच्चों को छोड़कर गया विदेश, संत सीचेवाल का जताया आभार लेबनान में 24 साल से फंसे व्यक्ति ने वतन वापसी के बाद सबसे पहले राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल से मुलाकात कर उनका आभार जताया और भावुक हो कर कहा कि उसने तो वापसी की उम्मीद ही छोड़ दी थी। लेकिन संत सीचेवाल के प्रयास से वह अपने परिवार से मिला है। यह उसका दूसरा जन्म है। लेबनान में 24 साल से फंसे गुरतेज सिंह ने कहा कि ट्रेवल एजेंट ने उसे लेबनान भेजने के लिए एक लाख रुपए लिए थे। उस ज़माने में उसने यह एक लाख कैसे इकट्ठा किया, यह वह या उसका भगवान ही जनता। लुधियाना जिले के मत्तेवाड़ा गांव के रहने वाले गुरतेज सिंह 33 साल के थे जब वह 2001 में अपने दो छोटे बच्चों को छोड़कर विदेश चले गए। लेबनान में रहने के दौरान 2006 में उनका पासपोर्ट खो गया, जिससे उनके लिए घर लौटना और भी मुश्किल हो गया। कई कोशिशों के बाद भी उनके लिए पासपोर्ट बनवाना मुश्किल हो रहा था क्योंकि पासपोर्ट बहुत पहले बना हुआ था। उन्होंने कहा कि जब इतनी कोशिशों के बाद भी उन्हें पासपोर्ट नहीं मिला तो उन्होंने वापसी की उम्मीद ही छोड़ दी थी। बेहतर भविष्य के लिए गया था लेबनान संत बलबीर सिंह सीचेवाल से परिवार के सदस्यों ने संपर्क किया। जिन्होंने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए विदेश मंत्रालय से संपर्क किया और गुरतेज़ सिंह की वापसी को संभव बनाया। विदेशी धरती पर आजीविका कमाने और अपने परिवार के लिए बेहतर भविष्य बनाने के लिए लेबनान गए गुरतेज़ सिंह ने कहा कि संत सीचेवाल के प्रयासों से वह 24 साल बाद अपने गांव की मिट्टी को चूमने में सक्षम हुए हैं। संत सीचेवाल का शुक्रिया अदा करने के लिए अपने परिवार सहित सुल्तानपुर लोधी आए गुरतेज सिंह ने आप बीती बताते हुए कहा कि विदेश जाने से पहले वह कोटियां-स्वेटर बनाने वाली फैक्ट्री में काम करते थे। जब घर में गुजारा करना मुश्किल हो गया तो उन्होंने विदेश जाने का मन बना लिया था। गुरतेज सिंह ने कहा कि लेबनान पहुंचना भी उनके लिए बड़ी चुनौती थी। सारा दिन करता था खेतों में काम एजेंट उसे पहले जॉर्डन ले गया और फिर पड़ोसी देश सीरिया में भर्ती दाखिल करवाया। वहां से डोंकी लगाकर लेबनान पहुंचे। उन्होंने कहा कि युद्ध जैसे माहौल में वहां रहकर काम करना उनके लिए बहुत मुश्किल था। सारा दिन खेतों में काम करना पड़ता था। छिपकर रहने के कारण हमेशा डर बना रहता था कि कहीं पकड़ा न जाए। किसी तरह जिंदगी अपने ढर्रे पर चलती रही और अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए उन्होंने खेतों में मेहनत-मजदूरी की। गुरतेज़ ने बताया कि उन्हें पता ही नहीं चला कि उनका बेटे, जिसे उन्होंने 24 साल पहले जवान छोड़े थे, वे कब जवान हो गया। उन्होंने यह भी बताया कि इस दौरान उसके जवान हुए लड़कों में एक लड़के की शादी हो गई थी और उनके घर एक बेटे का भी जन्म हुआ था। गुरतेज सिंह की आंखों में उस वक्त खुशी के आंसू आ गए जब उन्होंने बताया कि जब वह 24 साल बाद घर आए तो उनका पोता उनके पैरों से लिपट गया। मां और भाईयों को खो दिया गुरतेज़ ने कहा कि उनको सबसे बड़ा दुःख इस बात का है कि लेबनान में रहते हुए उसकी प्रतीक्षा में पहले उसने अपनी मां और फिर उसके भाई को खो दिया जिसको वो अंतिम बार देख भी नहीं पाया। उन्होंने कहा कि उनके परिवार के सदस्यों ने इसके पहले कई नेताओं और अधिकारियों से संपर्क किया था लेकिन उनकी कोई नहीं सुन रहा था। गुरतेज ने कहा कि यह संत सीचेवाल का ही प्रयास था कि वह 24 साल बाद अपने परिवार से मिल पाए। इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि यह पंजाबी युवक लंबे समय के बाद परिवार में लौटा है। उन्होंने कहा कि परिवार से दूर अजनबी देश में अजनबियों के साथ रहना एक बड़ी चुनौती थी। उन्होंने कहा कि पासपोर्ट काफी पुराना होने के कारण काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इसके लिए उन्होंने विदेश मंत्रालय और खासकर भारतीय दूतावास के अधिकारियों को धन्यवाद दिया।
कपूरथला में पत्नी और बच्चों से मारपीट:जेल से रिहा होते ही दी जान से मारने की धमकी, जमानत पर आया है बाहर
कपूरथला में पत्नी और बच्चों से मारपीट:जेल से रिहा होते ही दी जान से मारने की धमकी, जमानत पर आया है बाहर कपूरथला के फगवाड़ा में एक महिला से उसके पति द्वारा मारपीट करने तथा जान से मारने की धमकियां देने का मामला सामने आया है। पीड़ित महिला की शिकायत पर थाना सिटी फगवाड़ा में आरोपी पति के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस से मिली जानकारी अनुसार, अर्बन एस्टेट निवासी पीड़ित महिला अमृता देवी पत्नी चंदन कुमार मूल निवासी बिहार ने बताया कि उसकी शादी चंदन कुमार निवासी बलहीडा बाजार जिला सिवान बिहार के साथ वर्ष 2014 में लुधियाना की अदालत में हुई थी। इसके बाद वर्ष 2023 में अर्बन स्टेट फगवाड़ा स्थित कोठी में रहे थे। जमानत पर हुआ जेल से रिहा महिला ने यह भी बताया कि उसके पति चंदन कुमार के खिलाफ पहले ही 3 मामले अलग-अलग धाराओं के तहत दर्ज हैं। जिसके चलते वह पटियाला की नाभा जेल में बंद है। उसका पति जेल से मोबाइल कॉल कर उसको परेशान तथा बच्चों को मारने की धमकियां देता रहता है। जिसकी शिकायत उसने 30 मई को एसएसपी कपूरथला को भेजी थी। वहीं, एक जून को उसका पति जेल से जमानत पर बाहर आ गया और अर्बन एस्टेट की कोठी जहां वह रहती है, वहां पहुंचकर उसने उसके साथ मारपीट की तथा बच्चों को जान से मारने की धमकियां दी। पीड़ित महिला की शिकायत के बाद सिटी थाना फगवाड़ा पुलिस ने आरोपी पति चंदन कुमार पुत्र प्रभुराय के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत FIR दर्ज कर ली है। इसकी पुष्टि जांच अधिकारी एएसआई जसवंत सिंह ने करते हुए बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।