पंजाब के जगराओं शहर के गांव चौकी मान के नजदीक सिटी यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली एक छात्रा ने यूनिवर्सिटी की छत से छलांग लगा दी, जिससे उसकी मौत हो गई। मृतक छात्रा की पहचान किरनदीप कौर पुत्री सुरजीत सिंह निवासी चक्क कनिया कलां के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, सिटी यूनिवर्सिटी में बीए की पढ़ाई कर रही छात्रा किरनदीप कौर आज अचानक से यूनिवर्सिटी की छत पर पहुंच गई और छत से छलांग लगा दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। छात्रा के छत से छलांग लगा दिए जाने से यूनिवर्सिटी में अफरा तफरी मच गई। आनन फानन में छात्रों को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने ने दम तोड़ दिया। घटना का पता चलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी। अस्पताल में मौजूद लोगों ने बताया कि मृतक काफी समय से डिप्रेशन में रहती थी, जिसके चलते उसका डीएमसी लुधियाना में इलाज चल रहा था। पंजाब के जगराओं शहर के गांव चौकी मान के नजदीक सिटी यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली एक छात्रा ने यूनिवर्सिटी की छत से छलांग लगा दी, जिससे उसकी मौत हो गई। मृतक छात्रा की पहचान किरनदीप कौर पुत्री सुरजीत सिंह निवासी चक्क कनिया कलां के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, सिटी यूनिवर्सिटी में बीए की पढ़ाई कर रही छात्रा किरनदीप कौर आज अचानक से यूनिवर्सिटी की छत पर पहुंच गई और छत से छलांग लगा दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। छात्रा के छत से छलांग लगा दिए जाने से यूनिवर्सिटी में अफरा तफरी मच गई। आनन फानन में छात्रों को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने ने दम तोड़ दिया। घटना का पता चलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी। अस्पताल में मौजूद लोगों ने बताया कि मृतक काफी समय से डिप्रेशन में रहती थी, जिसके चलते उसका डीएमसी लुधियाना में इलाज चल रहा था। पंजाब | दैनिक भास्कर
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कपूरथला से 11वीं कक्षा की छात्रा लापता:घर से स्कूल जाने के लिए निकली, शादी का झांसा देकर भगा ले जाने का आरोप पंजाब के कपूरथला के ढिलवां क्षेत्र में एक 11वीं कक्षा की नाबालिग छात्रा को एक युवक द्वारा शादी का झांसा देकर भगा ले गया। वहीं नाबालिग छात्रा की मां की शिकायत पर थाना ढिलवां में आरोपी युवक के खिलाफ BNS की धाराओं के तहत FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। इसकी पुष्टि जांच अधिकारी ASI मूरता सिंह ने करते हुए बताया कि लड़की तथा आरोपी की तलाश के लिए टीमें छापेमारी कर रही है। मिली जानकारी अनुसार, थाना ढिलवां क्षेत्र में मियानी बाकरपुर निवासी एक महिला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी 14 वर्षीय बेटी ज्योति (काल्पनिक नाम) सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में 11वीं कक्षा की छात्रा है। 31 जुलाई को लगभग सुबह 7:15 बजे उसकी बेटी ज्योति पढ़ने के लिए स्कूल गई थी। लेकिन घर वापस नहीं लौटी। जिसकी तलाश के लिए उन्होंने सभी रिश्तेदारों तथा अन्य परिचितों के पास भी पूछताछ की, लेकिन वह नहीं मिली। वहीं नाबालिग छात्रा की मां ने यह भी बताया कि उनको मालूम हुआ है कि उनकी बेटी ज्योति को होशियारपुर के गढ़शंकर क्षेत्र वासी युवक गगनदीप सिंह पुत्र अशोक कुमार शादी का झांसा देकर भगा ले गया है और उसने उनकी लड़की को कहीं छुपाया हुआ है। थाना ढिलवां पुलिस ने पीड़ित छात्रा की मां की शिकायत पर BNS की धारा 137(2), 87 के तहत आरोपी गगनदीप सिंह के खिलाफ FIR दर्ज का मामले की जांच शुरू कर दी है।
नीट पीजी में चॉइस फिलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन 8 से
नीट पीजी में चॉइस फिलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन 8 से भास्कर न्यूज | जालंधर/रोपड़ मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (एमसीसी) ने नीट पीजी काउंसलिंग 2024 शेड्यूल जारी कर दिया है। अभ्यर्थी वेबसाइट mcc.nic.in के माध्यम से नीट पीजी काउंसलिंग शेड्यूल डाउनलोड कर सकते हैं। शेड्यूल के अनुसार नीट पीजी राउंड 1 काउंसलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन विंडो 17 नवंबर, 2024 को बंद हो जाएगी। एमसीसी नीट पीजी काउंसलिंग चार राउंड में होगी- राउंड 1, राउंड 2, राउंड 3 और स्ट्रे वैकेंसी राउंड। राउंड-1 काउंसलिंग आवंटन परिणाम 20 नवंबर को घोषित किया जाएगा। इस साल एमडी, एमएस, पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए काउंसलिंग में देरी हुई। हालांकि, एमसीसी ने कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है। पीजी मेडिकल कोर्स के लिए कक्षाएं 20 दिसंबर से शुरू होंगी। नीट पीजी-योग्य उम्मीदवारों को वरीयता क्रम में पाठ्यक्रमों और कॉलेजों के विकल्प भरने के लिए रजिस्ट्रेशन करना होगा। नीट पीजी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 20 सितंबर से शुरू हुई थी। शेड्यूल के अनुसार एमसीसी 20 नवंबर, 2024 को नीट पीजी फर्स्ट राउंड सीट अलॉटमेंट का रिजल्ट जारी करेगा। पहले राउंड के लिए 17 नवंबर तक आवेदन किया जा सकता है। इसके लिए जारी किए गए डिटेल नोटिफिकेशन के अनुसार उम्मीदवारों के लिए चॉइस फिलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन विंडो 8 नंवबर से ओपन होगी और उम्मीदवारों को विकल्प लॉक करने के लिए 10 दिन का समय दिया जाएगा। एमसीसी नीट पीजी काउंसलिंग देश भर के सरकारी, निजी और डीम्ड मेडिकल कॉलेजों द्वारा पेश किए जाने वाले एमडी, एमएस, डीएनबी और पीजी डिप्लोमा कार्यक्रमों में अखिल भारतीय कोटा (एआइक्यू) सीटों पर प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है। सुप्रीम कोर्ट 19 नवंबर को नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंस (एनबीईएमएस) के खिलाफ नीट पीजी की सुनवाई फिर से शुरू कर सकता है। नीट पीजी अभ्यर्थियों की मांग है कि एनबीईएमएस नीट पीजी 2024 की आंसर- की और रॉ स्कोर जारी करें । राउंड II . 9 दिसंबर तक होगी उम्मीदवारों की काउंिसलिं वहीं राउंड 2 में हिस्सा लेने वाले उम्मीदवारों के लिए काउंिसलिंग प्रकिया 4 दिसंबर 2024 से 9 दिसंबर 2024 तक चलेगी। वहीं उम्मीदवारों को चॉइस फीलिंग करने और लॉक करने के लिए 5 दिसम्बर 2024 से 9 दिसम्बर 2024 तक का समय दिया जाएगा। सीट अलॉटमेंट प्रोसेसिंग 10 दिसंबर से 11 दिसंबर 2024 तक होगी और सीट अलॉटमेंट का रिजल्ट 12 दिसंबर को जारी होगा। उम्मीदवारों को 13 दिसंबर 2024 से 20 दिसंबर तक अलॉट किए गए संस्थानों में रिपोर्ट करना होगा। एमसीसी द्वारा उम्मीदवारों के डेटा का संस्थानों की ओर से वेरिफिकेशन की प्रकिया 21 दिसंबर से 22 दिसंबर 2024 तक चलेगी। तीसरे राउंड की काउंसलिंग 26 दिसंबर से लेकर 13 जनवरी 2025 तक चलेगी। इसके बाद स्ट्रे राउंड के लिए काउंसलिंग की प्रकिया शुरू होगी। इसके लिए उम्मीदवारों को 18 जनवरी से 21 जनवरी 2025 तक का समय दिया जाएगा।
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बहबल कलां कांड के पीड़ित ने उठाए सवाल:सुखराज सिंह बोले- सरकारी की पैरवी कमजोर, चंडीगढ़ कोर्ट में ट्रांसफर हुआ केस फरीदकोट के बहुचर्चित बरगाड़ी बेअदबी कांड से जुड़े बहबल कलां गोलीकांड के पीड़ित सुखराज सिंह ने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा सरकार कि प्रदेश सरकार की कमजोर पैरवी के कारण मुकदमा फरीदकोट की अदालत से चंडीगढ़ अदालत में ट्रांसफर हुआ है। उन्होंने कहा कि कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ प्रदेश सरकार को ऊपरी अदालत में चुनौती देनी चाहिए, परंतु प्रदेश सरकार ने ऐसा कुछ नहीं किया। जबकि कोर्ट का यह फैसला वोटिंग से एक दिन पहले ही आया था। ऐसे में सरकार उक्त फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर करें, ताकि उक्त मुकदमे की सुनवाई चंडीगढ़ में न होकर फरीदकोट में ही हो। सुखराज ने कहा कि मुकदमे में एक आरोपी की बात को सुनकर अदालत ने फरीदकोट से चंडीगढ़ अदालत में मुकदमा स्थानांतरित कर दिया, जबकि उक्त मुकदमे में 100 से ज्यादा लोग गवाह हैं, जो कि फरीदकोट जिले से संबंधित है। इतने गवाह फरीदकोट से चंडीगढ़ कैसे जाएंगे उन्हें भी तो परेशानी होगी। विधायक के समक्ष रखी थी समस्या सुखराज सिंह ने कहा कि उक्त मुकदमे में प्रदेश सरकार की कमजोर पैरवी को लेकर आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी करमजीत अनमोल और एक विधायक से भी इस मुद्दे में सहायता करने की मांग की थी, परंतु मौजूदा सरकार ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया, जिसके कारण ही ऐसा हुआ। बता दें कि, 14 अक्टूबर 2015 को बरगाडी बेअदवी कांड की घटना के विरोध में सिक्ख संगत द्वारा शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन बहिबल कलां में किया जा रहा था। इसी दौरान हुई पुलिस फायरिंग में दो सिक्ख नौजवानों की मौत हो गई थी, जबकि कई लोग घायल हो गए थे। मृत नौजवानों में एक भगवान कृष्ण सिंह थे जिनके भाई पीडित सुखराज सिंह हैं।