जर्मनी प्रतिनिधिमंडल पहुंचा हरियाणा पुलिस मुख्यालय:पुलिस के कार्यों की प्रशंसा की; भविष्य में अपराध की चुनौतियों से निपटने के बारे में जाना

जर्मनी प्रतिनिधिमंडल पहुंचा हरियाणा पुलिस मुख्यालय:पुलिस के कार्यों की प्रशंसा की; भविष्य में अपराध की चुनौतियों से निपटने के बारे में जाना

जर्मनी का प्रतिनिधिमंडल ने वहां के सांसद राहुल कुमार के साथ पुलिस मुख्यालय का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने डीजीपी शत्रुजीत कपूर से डिजीटल तकनीकों की अपराध नियंत्रण में भूमिका, इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर, पारंपरिक तथा आधुनिक अपराध के स्वरूपों व साइबर अपराध रोकने के लिए भविष्य में आने वाली चुनौतियों से निपटने के बारे में जानकारी ली। जर्मनी के प्रतिनिधिमंडल ने इस मौके पर हरियाणा पुलिस द्वारा अपराध नियंत्रण को लेकर किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने जर्मनी के प्रतिनिधिमंडल के अधिकारियों का पुलिस मुख्यालय में पहुंचने पर भव्य स्वागत किया। प्रतिनिधिमंडल को प्रशिक्षण के बारे में कराया अवगत सबसे पहले पुलिस महानिदेशक ने हरियाणा पुलिस की संरचना, अन्वेषण, भर्ती प्रक्रिया, कार्यक्षमता निर्माण के लिए पुलिसकर्मियों को दिए जाने वाले प्रशिक्षण के बारे में उनको अवगत करवाया। जर्मनी के प्रतिनिधिमंडल ने हरियाणा में अपराध नियंत्रण को लेकर किए जा रहे कार्यों में विशेष रुचि दिखाई। डीजीपी ने अपराध नियंत्रण को लेकर हरियाणा पुलिस की कार्ययोजना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हरियाणा पुलिस द्वारा अपराध को उसकी प्रवृत्ति के अनुसार विभिन्न श्रेणियों में विभाजित किया गया है। अपराध को दो श्रेणियों में बांटा उन्होंने बताया कि अपराध दो प्रकार के होते हैं, ट्रैडीशनल अपराध तथा मॉडर्न अपराध। ट्रैडीशनल अपराध जैसे- व्यक्ति के विरूद्ध अपराध तथा प्रॉपर्टी विरूद्ध अपराध, जबकि मॉडर्न अपराध जैसे- साइबर अपराध अथवा बदलते समय के अनुसार होने वाले अन्य अपराध। इन अपराधों को आगे अलग-2 प्रकार की उप-श्रेणियों में बांटा जाता है और इन अपराधों से उनकी प्रवृत्ति के अनुरूप निपटने के लिए पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित किया जाता है। पुलिस-टू-पुलिस कोऑर्डिनेट की संभावनाओं पर किया विचार उन्होंने बताया कि हरियाणा पुलिस द्वारा अपराधियों को पकड़ने के लिए मॉडर्न तकनीक का भरपूर इस्तेमाल किया जा रहा है। जिससे ओवरऑल क्राइम को कम करने में मदद मिली है।हरियाणा पुलिस तथा जर्मनी के प्रतिनिधिमंडल ने ग्लोबल तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हो रहे अपराधों से निपटने के लिए पुलिस-टू-पुलिस कोऑर्डिनेट की संभावनाओं पर विचार विमर्श किया। अपराधी का दूसरे देश में छिपना सबसे बड़ा खतरा- डीजीपी डीजीपी ने बताया कि कई बार अपराधी एक देश में अपराध करके दूसरे देश में जाकर छिप जाते है। ऐसे अपराधी सभी देशों के लिए बड़ा खतरा है। ऐसे अपराधियों को पकड़ने के लिए अलग-2 देशों की पुलिस को आपसी तालमेल के साथ काम करना अति आवश्यक है। जर्मनी का प्रतिनिधिमंडल ने वहां के सांसद राहुल कुमार के साथ पुलिस मुख्यालय का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने डीजीपी शत्रुजीत कपूर से डिजीटल तकनीकों की अपराध नियंत्रण में भूमिका, इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर, पारंपरिक तथा आधुनिक अपराध के स्वरूपों व साइबर अपराध रोकने के लिए भविष्य में आने वाली चुनौतियों से निपटने के बारे में जानकारी ली। जर्मनी के प्रतिनिधिमंडल ने इस मौके पर हरियाणा पुलिस द्वारा अपराध नियंत्रण को लेकर किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने जर्मनी के प्रतिनिधिमंडल के अधिकारियों का पुलिस मुख्यालय में पहुंचने पर भव्य स्वागत किया। प्रतिनिधिमंडल को प्रशिक्षण के बारे में कराया अवगत सबसे पहले पुलिस महानिदेशक ने हरियाणा पुलिस की संरचना, अन्वेषण, भर्ती प्रक्रिया, कार्यक्षमता निर्माण के लिए पुलिसकर्मियों को दिए जाने वाले प्रशिक्षण के बारे में उनको अवगत करवाया। जर्मनी के प्रतिनिधिमंडल ने हरियाणा में अपराध नियंत्रण को लेकर किए जा रहे कार्यों में विशेष रुचि दिखाई। डीजीपी ने अपराध नियंत्रण को लेकर हरियाणा पुलिस की कार्ययोजना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हरियाणा पुलिस द्वारा अपराध को उसकी प्रवृत्ति के अनुसार विभिन्न श्रेणियों में विभाजित किया गया है। अपराध को दो श्रेणियों में बांटा उन्होंने बताया कि अपराध दो प्रकार के होते हैं, ट्रैडीशनल अपराध तथा मॉडर्न अपराध। ट्रैडीशनल अपराध जैसे- व्यक्ति के विरूद्ध अपराध तथा प्रॉपर्टी विरूद्ध अपराध, जबकि मॉडर्न अपराध जैसे- साइबर अपराध अथवा बदलते समय के अनुसार होने वाले अन्य अपराध। इन अपराधों को आगे अलग-2 प्रकार की उप-श्रेणियों में बांटा जाता है और इन अपराधों से उनकी प्रवृत्ति के अनुरूप निपटने के लिए पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित किया जाता है। पुलिस-टू-पुलिस कोऑर्डिनेट की संभावनाओं पर किया विचार उन्होंने बताया कि हरियाणा पुलिस द्वारा अपराधियों को पकड़ने के लिए मॉडर्न तकनीक का भरपूर इस्तेमाल किया जा रहा है। जिससे ओवरऑल क्राइम को कम करने में मदद मिली है।हरियाणा पुलिस तथा जर्मनी के प्रतिनिधिमंडल ने ग्लोबल तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हो रहे अपराधों से निपटने के लिए पुलिस-टू-पुलिस कोऑर्डिनेट की संभावनाओं पर विचार विमर्श किया। अपराधी का दूसरे देश में छिपना सबसे बड़ा खतरा- डीजीपी डीजीपी ने बताया कि कई बार अपराधी एक देश में अपराध करके दूसरे देश में जाकर छिप जाते है। ऐसे अपराधी सभी देशों के लिए बड़ा खतरा है। ऐसे अपराधियों को पकड़ने के लिए अलग-2 देशों की पुलिस को आपसी तालमेल के साथ काम करना अति आवश्यक है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर