जहरीली शराब से 8 मौतों से मजीठा के 2 गांवों में मातम

जहरीली शराब से 8 मौतों से मजीठा के 2 गांवों में मातम

भास्कर न्यूज | अमृतसर हलका मजीठा के गांव थ्रीएवाल और मरडी कलां में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों के बाद दोनों गांव में मातम छा गया। मारे गए लोगों के परिवार बिलख बिलख कर रोते रहे और उन लोगों को कोसते रहे जिन्होंने इस जहरीली शराब को बेचा था। परिवारों की यही मांग थी कि जिन लोगों ने जहरीली शराबी उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। मृतक सर्बजीत सिंह की बेटी आंचलप्रीत कौर का रो-रो कर बुरा हाल था। पिता की छाती से लगकर यही कहती रही अब उनका कोई सहारा नहीं है। मृतक सरबजीत सिंह की 5 बेटियां हैं उनमें सबसे बड़ी आंचलप्रीत कौर है। 15 वर्षीय छोटी बेटी राजप्रीत कौर का कहना था जिन लोगों की वजह से उसके पिता की मौत हुई है उन्हें फांसी मिलनी चाहिए। उसका कहना था कि उसके पिता गांव थ्रीएवाल से शराब लेकर आते थे। सोमवार को भी उसके पिता वहीं से शराब लेकर आए थे और वही शराब पीने से तबीयत खराब हुई उनकी मौत हो गई। उन्हें अस्पताल ले जाने का भी समय नहीं मिल पाया। मृतक सरबजीत सिंह दिहाड़ी मजदूरी करता था। विलाप करते मृतकों के परिजन। मौके पर पहुंची पुलिस। भास्कर न्यूज | अमृतसर हलका मजीठा के गांव थ्रीएवाल और मरडी कलां में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों के बाद दोनों गांव में मातम छा गया। मारे गए लोगों के परिवार बिलख बिलख कर रोते रहे और उन लोगों को कोसते रहे जिन्होंने इस जहरीली शराब को बेचा था। परिवारों की यही मांग थी कि जिन लोगों ने जहरीली शराबी उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। मृतक सर्बजीत सिंह की बेटी आंचलप्रीत कौर का रो-रो कर बुरा हाल था। पिता की छाती से लगकर यही कहती रही अब उनका कोई सहारा नहीं है। मृतक सरबजीत सिंह की 5 बेटियां हैं उनमें सबसे बड़ी आंचलप्रीत कौर है। 15 वर्षीय छोटी बेटी राजप्रीत कौर का कहना था जिन लोगों की वजह से उसके पिता की मौत हुई है उन्हें फांसी मिलनी चाहिए। उसका कहना था कि उसके पिता गांव थ्रीएवाल से शराब लेकर आते थे। सोमवार को भी उसके पिता वहीं से शराब लेकर आए थे और वही शराब पीने से तबीयत खराब हुई उनकी मौत हो गई। उन्हें अस्पताल ले जाने का भी समय नहीं मिल पाया। मृतक सरबजीत सिंह दिहाड़ी मजदूरी करता था। विलाप करते मृतकों के परिजन। मौके पर पहुंची पुलिस।   पंजाब | दैनिक भास्कर