अमृतसर | सीआईए अमृतसर-1 की टीम ने तुर्की में बैठकर तस्करी का नेटवर्क चला रहे नवप्रीत सिंह उर्फ नव भुल्लर के 3 गुर्गों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से 1.10 किलोग्राम हेरोइन, 1.06 करोड़ रुपए की हवाला राशि बरामद की है। इसमें से 22 लाख की हवाला राशि को बैंक खातों में ही फ्रीज किया है। इसके साथ ही पुलिस न इनके कब्जे से एक नोट गिनने वाली मशीन और एक बिना नंबरी कार बरामद की है। अमृतसर | सीआईए अमृतसर-1 की टीम ने तुर्की में बैठकर तस्करी का नेटवर्क चला रहे नवप्रीत सिंह उर्फ नव भुल्लर के 3 गुर्गों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से 1.10 किलोग्राम हेरोइन, 1.06 करोड़ रुपए की हवाला राशि बरामद की है। इसमें से 22 लाख की हवाला राशि को बैंक खातों में ही फ्रीज किया है। इसके साथ ही पुलिस न इनके कब्जे से एक नोट गिनने वाली मशीन और एक बिना नंबरी कार बरामद की है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब में मंत्री गगन मान की शादी कल:मेहंदी की रस्म की गई अदा, घर पर आज जागो का कार्यक्रम
पंजाब में मंत्री गगन मान की शादी कल:मेहंदी की रस्म की गई अदा, घर पर आज जागो का कार्यक्रम पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री अनमोल गगन मान की शादी कल मोहाली के जीरकपुर कस्बे में स्थित एक मैरिज पैलेस में होने जा रही है। इससे पहले उनके घर पर मेहंदी की रस्म अदा की गई। मेहंदी की रस्म के बाद आज शाम जागो कार्यक्रम होगा। ये सारी रस्में चंडीगढ़ के सेक्टर 39 स्थित उनके आवास पर निभाई जा रही हैं। इस शादी समारोह में उनके परिवार और रिश्तेदार शामिल हैं। कैबिनेट मंत्री अनमोल गगन मान की शादी शाहबाज से होगी। शाहबाज पेशे से वकील हैं। उनका परिवार जीरकपुर में रहता है। सिंगर से बनी राजनेता अनमोल गगन मान एक पंजाबी गायक थी। उन्होंने अपना यह पेशा छोड़कर आम आदमी पार्टी से राजनीति की शुरुआत की थी। 2022 में उन्हें मोहाली जिले के खरड़ विधानसभा हलके से टिकट मिला था। उन्होंने अकाली दल के उम्मीदवार रणजीत सिंह गिल को चुनाव में हराया था। अनमोल गगन मान को 78273 वोट मिले थे। इसके बाद उन्हें पंजाब सरकार में मंत्री बना दिया गया। वह पंजाब सरकार में टूरिज्म विभाग संभाल रही है। उन्होंने पहली बार पंजाब में टूरिस्ट समिट कराई थी। जिसमें कई निवेशकों ने पंजाब में निवेश करने की दिलचस्पी दिखाई। पंजाब सरकार के मुख्यमंत्री सहित कई मंत्रियों ने की शादी इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री भगवत मान ने 7 जुलाई 2022 को डॉक्टर गुरप्रीत कौर के साथ शादी की थी। उनके अलावा पंजाब सरकार के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने 25 मार्च 2023 को आईपीएस अधिकारी ज्योति यादव से शादी की थी। कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने भी 7 नवंबर 2023 को उत्तर प्रदेश की रहने वाली डॉक्टर गुरवीन कौर के साथ शादी की थी। वह गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में बतौर रेडियोलॉजिस्ट काम कर रही है।

पंजाब में गलत कदम से 4 सीटें गंवाई कांग्रेस:कहीं चयन में गलती तो कहीं दलबदल से नुकसान; फरीदकोट में जमानत जब्त
पंजाब में गलत कदम से 4 सीटें गंवाई कांग्रेस:कहीं चयन में गलती तो कहीं दलबदल से नुकसान; फरीदकोट में जमानत जब्त पंजाब में कांग्रेस सबसे मजबूत पार्टी होकर उभरी है। सीटों की गिनती से लेकर वोट शेयर तक कांग्रेस नंबर वन रही है। 7 सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार जीते, तो वोट शेयर 26.30% रहा। लेकिन चयन कमेटी की गलतियों के कारण पंजाब में कांग्रेस को चार सीटों पर नुकसान झेलना पड़ा। इतना ही नहीं, 7 सीटें जीतने वाली कांग्रेस के उम्मीदवार की फरीदकोट से जमानत भी जब्त हो गई। गलत चयन या कई दलबदल के बाद उपयुक्त उम्मीदवारों की कमी चार सीटों आनंदपुर साहिब, होशियारपुर, संगरूर और फरीदकोट पर कांग्रेस की हार का मुख्य कारण बना। फरीदकोट सीट पर पार्टी उम्मीदवार अमरजीत कौर साहोके की जमानत जब्त हो गई। एक नेशनल पार्टी की उम्मीदवार केवल 15.8 प्रतिशत वोट शेयर हासिल कर सकी और तीसरे स्थान पर रही। यह सीट इंदिरा गांधी के हत्यारे के बेटे सरबजीत सिंह खालसा ने जीती है। उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी AAP के करमजीत अनमोल थे, जिन्हें 25 प्रतिशत वोट शेयर मिला और वे दूसरे स्थान पर रहे। गलत चयन से हुआ नुकसान कांग्रेस के सीनियर लीडर्स ने ऑफ रिकॉड जानकारी देते हुए कहा कि स्वतंत्र उम्मीदवार सरबजीत खालसा और अभिनेता अनमोल के खिलाफ पार्टी जंडियाला के पूर्व विधायक सुखविंदर सिंह डैनी जैसे अनुभवी नेता को मैदान में उतार सकती थी। लेकिन इसके बावजूद पार्टी ने उनका नाम नजर अंदाज करते हुए अमरजीत कौर साहोके को टिकट दी। संगरूर में लोकल लीडरशिप को नहीं दी प्राथमिकता इसी तरह, संगरूर में, सुखपाल खैरा 19 प्रतिशत वोट शेयर के साथ दूसरे स्थान पर थे। खैहरा और अकाली दल (अमृतसर) के उम्मीदवार सिमरनजीत सिंह मान के बीच पंथिक वोटों के विभाजन का परिणाम था। खैहरा 18.5 प्रतिशत वोट शेयर हासिल करके तीसरे स्थान पर रहे। इससे AAP उम्मीदवार मीत हेयर को और फायदा हुआ। अगर यहां लोकल लीडरशिप को प्राथमिकता दी जाती तो अधिक फायदा होता। हिंदू वोटरों के बीच टक्कर का फायदा AAP को हुआ आनंदपुर साहिब के मामले में कांग्रेस उम्मीदवार विजय इंदर सिंगला और भाजपा उम्मीदवार डॉ. सुभाष शर्मा के बीच हिंदू वोटों के विभाजन से AAP उम्मीदवार मालविंदर सिंह कंग को फायदा हुआ। जिन्होंने 29 प्रतिशत वोट हासिल करके जीत हासिल की। सिंगला को 28.1 फीसदी वोट शेयर मिले। अगर यहां किसी जट चेहरे को खड़ा करते तो फायदा मिलता। दलबदल प्रत्याशी के सामने कमजोर उम्मीदवार उतारा होशियारपुर के मामले में कारणों का विश्लेषण करते हुए PPCC के एक वरिष्ठ सदस्य ने कहा कि डॉ. राज कुमार चब्बेवाल के दलबदल करने के बाद, पार्टी के पास यामिनी गोमर को मैदान में उतारने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। पार्टी वरिष्ठ नेता मोहिंदर सिंह कापी को मैदान में उतार सकती थी। नाराज मोहिंदर सिंह केपी बाद में AAP में शामिल हो गए और पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ जालंधर सीट हार गए।

पाकिस्तान में बैठा KZF चीफ नीटा, जिसके गुर्गों का एनकाउंटर:16 साल गायब रहा, मौत की अफवाह उड़ी; टॉप 20 मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल
पाकिस्तान में बैठा KZF चीफ नीटा, जिसके गुर्गों का एनकाउंटर:16 साल गायब रहा, मौत की अफवाह उड़ी; टॉप 20 मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में 2 दिन पहले जिन 3 खालिस्तानी आतंकियों का एनकाउंटर हुआ, उनका चीफ पाकिस्तान में बैठा रणजीत नीटा है। नीटा खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (KZF) के नाम से आतंकी संगठन चला रहा है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के इशारे पर काम करने वाला नीटा जम्मू का रहने वाला है। वह आतंकी संगठन लश्कर-ए-तोएबा के साथ मिलकर धमाके भी करा चुका है। वह भारत की टॉप-20 मोस्ट वांटेड टेररिस्ट की लिस्ट में है। उसकी उम्र अब 85 साल की हो चुकी है। उसने पंजाब में पहले शिवसेना नेताओं पर पेट्रोल बम फिंकवाए और अब पुलिस थानों-चौकियों पर हमले करवाने लगा। कोरोना काल में उसकी मौत की अफवाह भी उड़ी, लेकिन अब वह फिर पंजाब में आतंकी हमले करवाने लगा है। कौन है आतंकी रणजीत नीटा, पूरी कहानी पढ़ें… छोटे क्राइम कर ISI तक पहुंचा
रणजीत नीटा मूल रूप से जम्मू का रहने वाला है। नीटा सांबा और आरएस पुरा में छोटे-छोटे अपराध करता था। इसी दौरान उसका संपर्क पाकिस्तान के तस्करों के साथ हुआ। पाकिस्तानी तस्करों ने ही नीटा की ISI के साथ मेलजोल करवाने में भूमिका निभाई। पाकिस्तान जाकर बम ब्लास्ट, हैंड ग्रेनेड की ट्रेनिंग ली
ISI से मिलने के बाद नीटा जम्मू-कश्मीर की सीमा से कई बार पाकिस्तान गया। पाकिस्तान में ISI ने नीटा को बम ब्लास्ट करने और भीड़ वाले इलाकों में हैंड ग्रेनेड फेंकने की ट्रेनिंग दी। जम्मू-कश्मीर घाटी में एक्टिव रहे आतंकी संगठन लश्कर-ए-तोएबा के साथ नीटा ने जम्मू में कई ब्लास्ट करवाए। ऑपरेशन ब्लैक थंडर के बाद ISI के हत्थे चढ़ा
1986 में गोल्डन टेंपल में हुए ऑपरेशन ब्लैक थंडर के बाद नीटा पूरी तरह से ISI के इशारे पर काम करने लगा। उसने पंजाब में गुर्गों के जरिए कत्ल कराने शुरू कर दिए। ड्रोन के जरिए पंजाब में हथियार और एक्सप्लोसिव भिजवाने लगा। यहां तक कि वह खुलकर पाक खुफिया एजेंसी ISI के अलावा पाकिस्तान के कट्टरपंथी संगठनों और खालिस्तानियों के संबंधों को बढ़ावा देने लगा। यूरोपियन यूनियन ने बैन लगाया तो पाकिस्तान चला गया
2005 में यूरोपियन यूनियन ने खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स को आतंकी संगठन घोषित कर दिया। इससे रणजीत नीटा बौखला गया। वह दूसरे देशों से अपनी आपराधिक वारदातों को अंजाम नहीं दे सकता था। इसलिए, उसने ISI की मदद से पाकिस्तान में शरण ले ली। तब से वह पाकिस्तान में ही छिपा बैठा है। भारत की पाकिस्तान को सौंपी मोस्ट वांटेड लिस्ट में था शामिल
भारत सरकार ने साल 2008 में पाकिस्तान को टॉप-20 मोस्ट वांटेड आतंकियों की लिस्ट भेजी थी। इसमें भी रणजीत नीटा का नाम शामिल था। इसमें नीटा पर भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम दिलाने के केसों का हवाला दिया गया। 2019 में पंजाब पुलिस के स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल ने नीटा पर जेल में बैठे अपराधियों की मदद से पाकिस्तान से हथियार और नकली करेंसी मंगवाने का पर्चा दर्ज करवाया था। 16 साल बीमार रहा, शिवसेना नेताओं पर हमले करवा चर्चा में आया
पंजाब की खुफिया एजेंसियों के इनपुट के मुताबिक, रणजीत नीटा कुछ वर्षों में एकदम से गायब हो गया। जब इसकी खुफिया तौर पर पड़ताल की गई तो पता चला कि वह पाकिस्तान में बीमार पड़ा हुआ है। करीब 16 साल तक वह खामोश बैठा रहा। इसी दौरान कोरोना काल में साल 2020 के दौरान उसकी मौत की अफवाह उड़ी। हालांकि, 16 अक्टूबर 2024 को उसने लुधियाना में शिवसेना नेताओं पर हमले कराए तो उसके फिर से एक्टिव होने का पता चला। उम्र बढ़ी, बीमार हुआ तो विदेशी कनेक्शन बनाए
पंजाब पुलिस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, रणजीत नीटा की उम्र 85 साल हो चुकी है और वह बीमार भी रहता है। इस वजह से उसने दूसरे देशों में कनेक्शन बना लिए। अब यूके, यूएसए, ग्रीस और यूरोपीय देशों में बैठे कट्टरपंथी आतंकी गतिविधियां चलाने में उसका साथ दे रहे हैं। पंजाब के थाने पर हुए ग्रेनेड अटैक में भी ग्रीस में रहने वाले जसविंदर सिंह मन्नू और यूके आर्मी में काम कर रहे जगजीत सिंह उर्फ फतेह सिंह बागी की भूमिका रही थी। गुरदासपुर में पुलिस चौकी पर हमला कराया, गुर्गे मारे गए
23 दिसंबर को UP पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स और पंजाब पुलिस ने पीलीभीत में जॉइंट ऑपरेशन चलाए, जिसमें नीटा के 3 गुर्गे वीरेंद्र सिंह, गुरविंदर सिंह और जश्नप्रीत सिंह ढेर किए। इन तीनों ने 4 दिन पहले ही पाकिस्तान बॉर्डर से सटे इलाके में बख्शीवाल पुलिस चौकी पर ग्रेनेड अटैक किया था। जांच में पता चला कि ये तीनों खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के मेंबर थे। इन्होंने नीटा के कहने पर ही यह हमला किया था। पुलिस को उनसे AK-47, ग्लॉक पिस्टल जैसे आधुनिक हथियार मिले थे। ॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ यह खबर भी पढ़ें… UP में मारे गए पंजाब के खालिस्तानी आतंकियों की कहानी:ज्यादा पैसों के लालच में टेररिस्ट बने, एक की 3 महीने पहले हुई थी शादी पंजाब पुलिस और उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने आज पीलीभीत में 3 खालिस्तानी आतंकियों का एनकाउंटर किया। आतंकी वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि, गुरविंदर सिंह और जसनप्रीत सिंह गुरदासपुर जिले के रहने वाले थे। तीनों आतंकी खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (KZF) के एक्टिव मेंबर थे। इन्होंने पंजाब के गुरदासपुर में थानों पर अटैक किए। पूरी खबर पढ़ें…