अमृतसर | सीआईए अमृतसर-1 की टीम ने तुर्की में बैठकर तस्करी का नेटवर्क चला रहे नवप्रीत सिंह उर्फ नव भुल्लर के 3 गुर्गों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से 1.10 किलोग्राम हेरोइन, 1.06 करोड़ रुपए की हवाला राशि बरामद की है। इसमें से 22 लाख की हवाला राशि को बैंक खातों में ही फ्रीज किया है। इसके साथ ही पुलिस न इनके कब्जे से एक नोट गिनने वाली मशीन और एक बिना नंबरी कार बरामद की है। अमृतसर | सीआईए अमृतसर-1 की टीम ने तुर्की में बैठकर तस्करी का नेटवर्क चला रहे नवप्रीत सिंह उर्फ नव भुल्लर के 3 गुर्गों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से 1.10 किलोग्राम हेरोइन, 1.06 करोड़ रुपए की हवाला राशि बरामद की है। इसमें से 22 लाख की हवाला राशि को बैंक खातों में ही फ्रीज किया है। इसके साथ ही पुलिस न इनके कब्जे से एक नोट गिनने वाली मशीन और एक बिना नंबरी कार बरामद की है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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शिक्षा मंत्री बैंस का विपक्ष पर तीखा हमला:बोले- 75 साल में स्कूलों में टॉयलेट नहीं बने, अब नेमप्लेट से जलन हो रही
शिक्षा मंत्री बैंस का विपक्ष पर तीखा हमला:बोले- 75 साल में स्कूलों में टॉयलेट नहीं बने, अब नेमप्लेट से जलन हो रही पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने विपक्षी पार्टियों कांग्रेस, अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी नेताओं को टॉयलेट निर्माण के बाद शिलान्यास पर हो रही राजनीति का जवाब दिया है। रूपनगर में स्कूल में पहुंचे मंत्री बैंस ने कहा कि आजादी के 75 साल बाद भी ये पार्टियां राज्य के स्कूलों में शौचालय जैसी बुनियादी सुविधा तक नहीं दे सकीं। उन्होंने कहा कि जब आम आदमी पार्टी की सरकार पंजाब में बनी, उस वक्त राज्य के 3000 से ज़्यादा स्कूलों में बच्चों के लिए बाथरूम नहीं थे। हरजोत बैंस ने कहा कि आज विपक्ष स्कूलों में टॉयलेट की दीवारों पर लगी नेमप्लेट पर सवाल उठा रहा है, लेकिन उन्हें शर्म तब नहीं आई जब बेटियां खुले में शौच जाने को मजबूर थीं, और शौचालय की कमी के चलते स्कूल छोड़ रही थीं। उन्होंने कहा, “कांग्रेस और बीजेपी नेताओं के बच्चे जिन स्कूलों में पढ़ते हैं, वहां के टॉयलेट में भी एसी लगे होते हैं, लेकिन जब बात गरीब के बच्चों की होती है, तो इन्हें बाथरूम तक बनवाने की फुर्सत नहीं थी। इन पार्टियों ने सालों पंजाब के गरीबों का हक मारा और आज जब हमने उन्हें हक दिया, तो इन्हें जलन हो रही है।” शिक्षा मंत्री ने कहा कि जो काम कांग्रेस, अकाली दल और बीजेपी मिलकर 75 साल में नहीं कर पाए, वह काम आम आदमी पार्टी की सरकार ने कुछ ही वर्षों में कर दिखाया है। उन्होंने कहा, “ये नेमप्लेट नहीं, बल्कि पंजाब की सियासी विफलता की यादगार हैं। इन्हें देखकर लोगों को पता चलेगा कि किसने काम किया और किसने सिर्फ वादे किए।” आप नेता नील गर्ग का बयान: “यह नेमप्लेट विपक्ष के मुंह पर चपेट है” आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता नील गर्ग ने भी विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह बेहद शर्मनाक बात है कि जो पार्टियां सात दशकों तक सत्ता में रहीं, वो स्कूलों में शौचालय जैसी मूलभूत सुविधा तक नहीं दे सकीं। उन्होंने कहा, “जब आपके बच्चे उन स्कूलों में पढ़े जहां टॉयलेट में भी एसी लगे थे, तब हमारे बच्चों को टॉयलेट भी नसीब नहीं था।” नील गर्ग ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार में अब हर बच्चे को शिक्षा के साथ-साथ सम्मान और स्वच्छता का अधिकार मिलेगा। उन्होंने कहा कि ये नेमप्लेट विरोधियों के मुंह पर तमाचा है, जो दर्शाता है कि असली काम किसने किया और सिर्फ खोखले वादे कौन करता रहा। उन्होंने दोहराया कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला रही है और अब कोई बच्चा सिर्फ टॉयलेट की कमी की वजह से स्कूल छोड़ने को मजबूर नहीं होगा।
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एडिश्नल कमिश्नर के 3 बार कहने के बावजूद अटेंडेंट रिपोर्ट उपलब्ध नहीं कर पाए अफसर शुभेंदु शुक्ला | अमृतसर सैलरी फर्जीवाड़े की आशंका पर निगम में सफाई-सीवरेज व दूसरे पदों पर काम कर रहे आउटसोर्स मुलाजिमों की फिजिकल वेरिफिकेशन करने के लिए 1 माह पहले बीते 23 अप्रैल तक डाक्यूमेंट्स लिए गए थे। मुलाजिमों से रिपोर्ट भी अंदरखाते ली जा चुकी है लेकिन हाजिरी रिपोर्ट उपलब्ध कराने में देरी के कारण करीब 647 मुलाजिमों का 2 माह वेतन अटका हुआ है। शहर में साफ-सफाई न होने की एक वजह यह भी सामने आ रही है। सफाई कर्मी अंदरखाते नाराज चल रहे कि एक तो महज 9,300 रुपए हर माह वेतन के तौर पर दिया जाता है वो भी 2 महीने से लटकाकर रखा गया है। पहले बताया जा रहा था कि एसएस प्रोवाइडर कंपनी काम छोड़कर जा चुकी है, जिस कारण मुलाजिमों के वेतन भुगतान में देरी हो रही है। जबकि फिजिकल वेरिफिकेशन के लिए पैन-आधार व दूसरे जरूरी डॉक्यूमेंट्स निगम के जनरल ब्रांच में जमा कराए जा चुके हैं। सुपरिंटेंडेंट की लापरवाही के कारण मुलाजिमों को सैलरी अब तक नहीं मिल पाई है। एडिश्नल कमिश्नर मुलाजिमों की सैलरी क्लियर कराने को लेकर हाजिरी रिपोर्ट पेश करने के लिए 3 बार आदेश जारी कर चुके है, मीटिंग भी बुलाई जा चुकी मगर वेतन कब तक सफाई सेवकों के खाते में पहुंच पाएगा, यह अब तक भगवान भरोसे ही नजर आ रहा है। अटेंडेंस लिस्ट सौंपने में देरी को लेकर वार्निंग लैटर भी जारी किए गए लेकिन विभागीय एक्शन जीरो रहा है। एडिश्नल कमिश्नर ने बीते 12 मई को आदेश जारी हुआ था कि 13 मई तक हर हाल में रिपोर्ट सौंपना सुनिश्चित करेंगे। इसके बाद दोबारा से आदेश जारी कर 16 मई के सायं 4 बजे तक रिपोर्ट मांगी गई। इसके बाद 19 मई को सुबह 10:30 बजे मीटिंग बुलाने का आदेश भी जारी हुआ। विभागों के एचओडी से लेकर जनरल ब्रांच के सुपरिंटेंडेंट की कार्यशैली का हाल यह आदेश बयां कर रहे कि कितने संजीदा हैं। निगम की पूर्व की कंपनी के दौरान आउटसोर्स पर 293 सफाई सेवक, 66 सीवरमैन, 47 स्प्रे-मैन, 50 क्लास-4 और अन्य कई छोटे-बड़े पदों पर कुल 647 से अधिक कर्मचारी थे।

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पुलिस ने उठाया कंप्यूटर अध्यापक जोनी:डीसी कार्यालय के बाहर 8 दिन से भूख हड़ताल पर थे; बिगढ़ रही थी हालत संगरूर में डीसी कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे कंप्यूटर अध्यापक जोनी सिंगला को पुलिस प्रशासन ने रात 11 बजे हिरासत में ले लिया। जोनी सिंगला अपनी मांगों के समर्थन में मरन व्रत पर बैठे थे। यह घटना उस समय हुई जब अध्यापक संघ के सदस्य अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने आम आदमी पार्टी सरकार चुनाव के दौरान किए वादे पूरा नहीं करने का आरोप लगाया। कंप्यूटर अध्यापकों ने बताया कि रात 11 बजे सभी टैंटों में सोए हुए थे। इसी दौरान 150 के करीब पुलिसकर्मी पहुंचे और मरण व्रत पर बैठे जोनी सिंगला को साथ ले गए। अध्यापकों ने जब पुलिस को रोकने का प्रयास किया तो सभी के साथ धक्का-मुक्की की गई। जिस किसी ने वीडियो बनाने की कोशिश की, उनके मोबाइल भी पुलिस साथ ले गई। अध्यापकों ने साफ किया है कि ये प्रदर्शन अभी भी जारी रहेगा। 120 दिन से हड़ताल पर बैठे अध्यापक कंप्यूटर टीचर अपनी मांगों को लेकर 120 दिनों से डीसी ऑफिस के बाहर बैठे हुए हैं। कंप्यूटर टीचर जॉनी सिंगला पिछले आठ दिनों से आमरण अनशन पर थी, उनकी हालत बिगड़ती जा रही थी। जोनी सिंगला और अन्य प्रदर्शनकारी अध्यापक पंजाब सरकार से कंप्यूटर अध्यापकों को शिक्षा विभाग में स्थानांतरित करने, छठे वेतन आयोग की सिफारिशें लागू करने और अन्य वित्तीय लाभ देने की मांग कर रहे थे। पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद प्रदर्शनकारियों में रोष है। उन्होंने इसे लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन करार दिया और विरोध को और तेज करने की चेतावनी दी है। सरकार पर बातचीत ना करने का आरोप लगा रहे अध्यापक कंप्यूटर अध्यापकों ने आरोप लगाया है कि पंजाब सरकार का कोई भी प्रतिनिधि उनकी सुध नहीं ले रहा है। लेकिन जब तक हमारी मांग पूरी नहीं हो जाती, ये हड़ताल ऐसे ही जारी रहेगी। प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों की मांग छठे वेतन आयोग के तहत पूर्ण लाभ के साथ उनकी सेवाओं को तत्काल नियमित करने और शिक्षा विभाग में उनका विलय करना है। सरकार पर विश्वासघात का आरोप प्रदर्शन कर रहे एक शिक्षक ने बताया कि पिछले 19 सालों से शिक्षक अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं। पंजाब चुनाव से पहले सभी नेताओं ने उन्हें छठे वेतन आयोग के लाभ समेत टीचर्स के सभी अधिकार बहाल करने का आदेश दिया था, लेकिन कोई भी वादे पूरे नहीं हुए। उन्होने सरकार पर विश्वासघात का आरोप लगाया और मांग नहीं मानने पर आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी।