देश की सबसे बड़ी क्षेत्रीय पार्टी शिरोमणि अकाली दल के बागी गुट द्वारा एसजीपीसी चुनाव और बीते दिन हुए श्री अकाल तख्त साहिब में फेरबदल की चर्चा को लेकर अहम मीटिंग की। बागी गुट ने आज एसजीपीसी चुनाव को लेकर अपना उम्मीदवार का ऐलान कर दिया। बागी गुट ने बीबी जागीर कौर को अपनी उम्मीदवार घोषित किया है। सभी नेताओं ने मिलकर बीबी जागीर कौर का धन्यवाद किया। मीटिंग में बीबी जागीर कौर, प्रेम सिंह चंदूमाजरा, गुरप्रताप सिंह वडाला सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। वडाला बोले- ज्ञानी हरप्रीत सिंह के इस्तीफे को लेकर हुई चर्चा पूर्व विधायक गुरप्रताप सिंह वडाला ने कहा कि आज अकाली दल सुधार लहर की अहम मीटिंग थी। जिसमें कई अहम फैसले लिए गए। मीटिंग का मुख्य मकसद श्री अकाल तख्त साहिब में हुए विवाद पर चर्चा थी। कई गलत इल्जाम लगाने की कोशिश की गई। इतनी मजदूरी आ गई कि ज्ञानी हरप्रीत सिंह को इस्तीफा देना पड़ गया। मगर संस्थाएं जब साथ खड़ी हुई तो इस्तीफा मंजूर नहीं होने दिया गया। वडाला ने कहा कि विरसा सिंह वल्टोहा द्वारा बीते दिनों कई बातें की गई। कुछ दिनों में उक्त बातों के पीछे कौन था, ये बातें भी सामने आ जाएंगी। श्री अकाल तख्त साहिब का क्षति पहुंचाने का हक किसी को नहीं और परम्परा के आधार पर ही सभी फैसले लिए जाएंगे। वल्टोहा के कहने पर परम्परा बदली नहीं जा सकती। वडाला ने कहा कि एसजीपीसी इलेक्शन को लेकर भी मीटिंग में अहम चर्चा की गई। बागी गुट ने एसजीपीसी प्रधान की घोषणा की है। बीबी जागीर कौर को उन्होंने अपना उम्मीदवार ऐलान किया है। पूर्व मंत्री प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने कहा- श्री अकाल तख्त साहिब में डर का माहौल बनाने की कोशिश की गई। मगर पंथ ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह का साथ दिया। चंदूमाजरा ने बीबी जागीर कौर को उम्मीदवार चुने जाने पर बधाई दी। पूर्व SGPC प्रधान बीबी जागीर कौर होगीं बागी गुट की उम्मीदवार जानकारी के अनुसार आने वाले एसजीपीसी चुनाव के लिए शिरोमणि अकाली दल बागी गुट की उम्मीदवार बीबी जागीर कौर होंगी। आज हुई मीटिंग के दौरान ये फैसला लिया गया है। बीबी जागीर कौर ने इस फैसला पर कहा कि मैं धन्यवाद करती हूं कि मुझपर नेताओं ने यकीन जताया है। मुझे मुख्य सेवादार के उम्मीदवार के तौर पर ऐलाने जान पर मैं मान महसूस करती हूं। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी हमारी कौम की संस्था है। कमेटी में सियासी तौर पर बीते दिनों कई बार दखलअंदाजी की गई। मगर मैं विश्वास दिलाती हूं कि मेरे प्रधान बनने पर ऐसा नहीं होगा। कमेटी सिर्फ सिख की ही बात करेगी। देश की सबसे बड़ी क्षेत्रीय पार्टी शिरोमणि अकाली दल के बागी गुट द्वारा एसजीपीसी चुनाव और बीते दिन हुए श्री अकाल तख्त साहिब में फेरबदल की चर्चा को लेकर अहम मीटिंग की। बागी गुट ने आज एसजीपीसी चुनाव को लेकर अपना उम्मीदवार का ऐलान कर दिया। बागी गुट ने बीबी जागीर कौर को अपनी उम्मीदवार घोषित किया है। सभी नेताओं ने मिलकर बीबी जागीर कौर का धन्यवाद किया। मीटिंग में बीबी जागीर कौर, प्रेम सिंह चंदूमाजरा, गुरप्रताप सिंह वडाला सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। वडाला बोले- ज्ञानी हरप्रीत सिंह के इस्तीफे को लेकर हुई चर्चा पूर्व विधायक गुरप्रताप सिंह वडाला ने कहा कि आज अकाली दल सुधार लहर की अहम मीटिंग थी। जिसमें कई अहम फैसले लिए गए। मीटिंग का मुख्य मकसद श्री अकाल तख्त साहिब में हुए विवाद पर चर्चा थी। कई गलत इल्जाम लगाने की कोशिश की गई। इतनी मजदूरी आ गई कि ज्ञानी हरप्रीत सिंह को इस्तीफा देना पड़ गया। मगर संस्थाएं जब साथ खड़ी हुई तो इस्तीफा मंजूर नहीं होने दिया गया। वडाला ने कहा कि विरसा सिंह वल्टोहा द्वारा बीते दिनों कई बातें की गई। कुछ दिनों में उक्त बातों के पीछे कौन था, ये बातें भी सामने आ जाएंगी। श्री अकाल तख्त साहिब का क्षति पहुंचाने का हक किसी को नहीं और परम्परा के आधार पर ही सभी फैसले लिए जाएंगे। वल्टोहा के कहने पर परम्परा बदली नहीं जा सकती। वडाला ने कहा कि एसजीपीसी इलेक्शन को लेकर भी मीटिंग में अहम चर्चा की गई। बागी गुट ने एसजीपीसी प्रधान की घोषणा की है। बीबी जागीर कौर को उन्होंने अपना उम्मीदवार ऐलान किया है। पूर्व मंत्री प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने कहा- श्री अकाल तख्त साहिब में डर का माहौल बनाने की कोशिश की गई। मगर पंथ ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह का साथ दिया। चंदूमाजरा ने बीबी जागीर कौर को उम्मीदवार चुने जाने पर बधाई दी। पूर्व SGPC प्रधान बीबी जागीर कौर होगीं बागी गुट की उम्मीदवार जानकारी के अनुसार आने वाले एसजीपीसी चुनाव के लिए शिरोमणि अकाली दल बागी गुट की उम्मीदवार बीबी जागीर कौर होंगी। आज हुई मीटिंग के दौरान ये फैसला लिया गया है। बीबी जागीर कौर ने इस फैसला पर कहा कि मैं धन्यवाद करती हूं कि मुझपर नेताओं ने यकीन जताया है। मुझे मुख्य सेवादार के उम्मीदवार के तौर पर ऐलाने जान पर मैं मान महसूस करती हूं। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी हमारी कौम की संस्था है। कमेटी में सियासी तौर पर बीते दिनों कई बार दखलअंदाजी की गई। मगर मैं विश्वास दिलाती हूं कि मेरे प्रधान बनने पर ऐसा नहीं होगा। कमेटी सिर्फ सिख की ही बात करेगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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बिट्टू एहसान फरामोश है, कुछ नहीं आता उसे:केंद्रीय मंत्री द्वारा राहुल गांधी को लेकर दिए बयान पर पंजाब कांग्रेस का पलटवार केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू द्वारा राहुल गांधी को लेकर दिए बयान पर पंजाब की राजनीति गर्माई गई है। कांग्रेस के सीनियर नेताओं ने इस पर पलटवार किया है। उन्होंने बिट्टू को एहसान फरामोश कहा है। साथ ही केंद्र सरकार को सलाह दी है कि उनके दिमाग का इलाज करवाया जाए । कांग्रेस नेताओं का कहना है कि यदि राहुल गांधी को आतंकी बोलकर बिट्टू का कद बढ़ता है तो उन्हें इस चीज से कोई ऐतराज नहीं है। वहीं, बिट्टू का कहना है कि वह अपने बयान पर कायम है। वह संसद के अंदर भी उनके सामने यह बात बोल सकते हैं। राहुल गांधी विदेशों में बैठे आतंकियों की भाषा राहुल गांधी बोल रहे हैं। गांधी ने तीन बार बनाया मेंबर पार्लियामेंट कांग्रेस प्रधान व लुधियाना के सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा कि बिट्टू ने राहुल गांधी को आतंकवादी कहा है, उसे शर्म आनी चाहिए। उसे राहुल गांधी ने ही तीन बार मेंबर पॉर्लियामेंट बनाया है। बिट्टू बच्चा था, इसे कुछ नहीं आता था। गुरकीरत काबिल था। बिट्टू के कहने से राहुल गांधी आतंकी नहीं बनेगा। बिट्टू के बयान से उनकी मानसिकता, बुद्धि का ज्ञान लोगों को हो गया है। यह कितना एहसान फरामोश आदमी है। अपने आकाओं को खुश करने के लिए बयान दिया है। राहुल गांधी के पिता ने देश के लिए शहादत दी है। और एक यह व्यक्ति है, जिसने अपने पिता के कातिलों को माफ कर दिया। राहुल गांधी को आतंकी बोलकर आपका बीजेपी में कद बढ़ रहा तो आप बोलिए। हमें इससे एतराज नहीं है। इससे बेबकूफी कहते है। वहीं, उन्होंने बीजेपी को कहा कि आपने हारे लड़के को मंत्री बनाया है। इस मदुबुद्वि को अकल दीजिए। बिट्टू ने मेंटल बैलेंस खोया कांग्रेस के दिग्गज नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि रवनीत बिट्टू के बयान से लगता है कि उन्होंने अपना मेंटल बैलेंस खो दिया है। मुझे बहुत अफसोस है । जिस आदमी का अस्तित्व जिस लीडर, परिवार व पार्टी के कारण हुआ है। उन्हें इसने आतंकवादी बताया है। जिस आदमी को लोगों ने रिजेक्ट कर दिया है। उसे केंद्र सरकार ने मंत्री बना दिया है। उसे अपने संवैधानिक पद का पता नहीं है। मैं भारत सरकार से आग्रह करता हूं कि इस कठिन समय में अपने मंत्री की सहायता करें, क्योंकि ऐसा लगता है कि उन्होंने अपने भाषण और तर्क के बीच आवश्यक संबंध खो दिया है। ऐसे शुरू हुआ था विवाद दरअसल राहुल गांधी कुछ दिन पहले विदेश दौरे पर गए थे। इस दौरान उन्होंने वहां एक प्रोग्राम को संबोधित किया था। दर्शकों में से एक सिख सदस्य से उनका नाम पूछते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि भारत में लड़ाई इस बात को लेकर है कि क्या एक सिख के रूप में उन्हें पगड़ी पहनने की अनुमति दी जाएगी या नहीं। भारत में कड़ा पहनने की अनुमति है या नहीं, एक सिख के रूप में उसे गुरुद्वारे में जाने की अनुमति है या नहीं। इसी को लेकर बवाल हुआ था। बीजेपी ने विरोध किया था। इसके बाद बयानबाजी चल रही थी। इसके बाद बिट्टू ने बयान दिया था कि राहुल गांधी हिंदुस्तानी नहीं हैं। उनको भारत से प्यार भी नहीं है। राहुल ने पहले मुसलमानों का इस्तेमाल करने की कोशिश की, लेकिन ऐसा नहीं हुआ तो वे अब सिखों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। राहुल गांधी देश के नंबर वन टेरेरिस्ट हैं। उनको पकड़ने वाले को इनाम दिया जाना चाहिए, क्योंकि वे देश के सबसे बड़े दुश्मन हैं। देश की एजेंसियों को उन पर नजर रखनी चाहिए।
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