जालंधर में खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए:दल खालसा का प्रोटेस्ट, बोले-हमें संविधान मंजूर नहीं, खालिस्तान बनाकर रहेंगे; पुलिस मूकदर्शक बनकर खड़ी रही

जालंधर में खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए:दल खालसा का प्रोटेस्ट, बोले-हमें संविधान मंजूर नहीं, खालिस्तान बनाकर रहेंगे; पुलिस मूकदर्शक बनकर खड़ी रही

पंजाब के जालंधर में आज दल खालसा द्वारा खालिस्तान की मांग को लेकर और 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) के विरोध में आज मार्च निकाला गया। इस दौरान खालिस्तान समर्थकों ने बाबा साहिब बीआर अंबेडकर चौक (नकोदर चौक) पहुंचकर मार्च खत्म किया। मार्च के दौरान पहुंचे खालिस्तान समर्थकों ने भारत के संविधान को मानने से इनकार किया और खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए। इस दौरान पुलिस सुरक्षा में तो तैनात रही, मगर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं। देश विरोधी नारे भी लगाए गए। लोगों ने पंजाब इज नॉट इंडिया (पंजाब भारत का हिस्सा नहीं) की टी-शर्ट पहने हुए थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि, खालिस्तान वह बनाकर रहेंगे। समर्थक बोले- सिखों के लिए सिर्फ गुरु ग्रंथ साहिब सर्वप्रिय खालिस्तान समर्थकों ने कहा कि, जिस संविधान की बात केंद्र सरकार कर रही है, उसने सिखों को कुछ नहीं दिया। सिखों के लिए सिर्फ गुरु ग्रंथ साहिब ही सबसे बड़ा ग्रंथ है। 70 सालों में 150 बार संविधान को बदला गया। बता दें कि खालिस्तान समर्थकों के हाथों में भारत पर क्रॉस लगे हुए पोस्टर थे। इस दौरान खालिस्तानियों ने कहा- इस संविधान के तहत ही सिखों अपमान किया गया। इस दौरान खालिस्तानियों ने खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए। पुलिस ने हमारे नेताओं को घरों तक नहीं निकलने दिया गया। खालिस्तानियों के हाथ में खालिस्तान के झंडे थे। इस दौरान पुलिस ने सिर्फ उन्हें सुरक्षा दे रही थी। पंजाब के जालंधर में आज दल खालसा द्वारा खालिस्तान की मांग को लेकर और 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) के विरोध में आज मार्च निकाला गया। इस दौरान खालिस्तान समर्थकों ने बाबा साहिब बीआर अंबेडकर चौक (नकोदर चौक) पहुंचकर मार्च खत्म किया। मार्च के दौरान पहुंचे खालिस्तान समर्थकों ने भारत के संविधान को मानने से इनकार किया और खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए। इस दौरान पुलिस सुरक्षा में तो तैनात रही, मगर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं। देश विरोधी नारे भी लगाए गए। लोगों ने पंजाब इज नॉट इंडिया (पंजाब भारत का हिस्सा नहीं) की टी-शर्ट पहने हुए थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि, खालिस्तान वह बनाकर रहेंगे। समर्थक बोले- सिखों के लिए सिर्फ गुरु ग्रंथ साहिब सर्वप्रिय खालिस्तान समर्थकों ने कहा कि, जिस संविधान की बात केंद्र सरकार कर रही है, उसने सिखों को कुछ नहीं दिया। सिखों के लिए सिर्फ गुरु ग्रंथ साहिब ही सबसे बड़ा ग्रंथ है। 70 सालों में 150 बार संविधान को बदला गया। बता दें कि खालिस्तान समर्थकों के हाथों में भारत पर क्रॉस लगे हुए पोस्टर थे। इस दौरान खालिस्तानियों ने कहा- इस संविधान के तहत ही सिखों अपमान किया गया। इस दौरान खालिस्तानियों ने खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए। पुलिस ने हमारे नेताओं को घरों तक नहीं निकलने दिया गया। खालिस्तानियों के हाथ में खालिस्तान के झंडे थे। इस दौरान पुलिस ने सिर्फ उन्हें सुरक्षा दे रही थी।   पंजाब | दैनिक भास्कर