लुधियाना के स्कूल ऑफ एमिनेंस पहुंची जांच टीम:अध्यापकों और छात्रों के स्टेटमेंट लिए, उप-प्रिंसिपल को मिला चार्ज, स्टूडेंट से मजदूरी कराने का मामला

लुधियाना के स्कूल ऑफ एमिनेंस पहुंची जांच टीम:अध्यापकों और छात्रों के स्टेटमेंट लिए, उप-प्रिंसिपल को मिला चार्ज, स्टूडेंट से मजदूरी कराने का मामला

लुधियाना में जवाहर नगर स्थित स्कूल ऑफ एमिनेंस में छात्रों से मजदूरी करवाए जाने का वीडियो सामने आया। जिसके बाद शिक्षा मंत्री ने प्रिंसिपल कुलदीप को निलंबित किया और मैनेजर को बर्खास्त कर दिया। पूरे मामले की जांच करने के लिए आज सुबह जिला शिक्षा विभाग टीम स्कूल में पहुंची। टीम ने घटना स्थल का मुआयना किया और निलंबित प्रिंसिपल से बातचीत भी की। इस केस में अभी कई अन्य अध्यापक भी शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों की रडार पर हैं। वहीं, शिक्षा विभाग के अधिकारियों की टीम ने कुछ अध्यापकों और छात्रों से पूछताछ की। टीम में लुधियाना के दो सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल शामिल थे। सूत्रों से पता चला है कि एक शिक्षक ने लिख कर दिया है कि वह सभी प्रिंसिपल के आदेशों की पालना कर रहे थे। प्रिंसिपल ने प्रार्थना सभा में यह ऑर्डर किए थे कि देर से स्कूल आने वाले छात्रों को इस तरह की सजा दी जाए। टीम ने सीसीटीवी कैमरे भी किए चेक सूत्रों के मुताबिक, टीम ने स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरे भी टीम ने चेक किए। वहीं कुछ अध्यापकों के बयान भी अधिकारियों ने दर्ज किए है जिनकी रिर्पोट बना उच्चाधिकारियों को सौंपी जाएगी। फिलहाल स्कूल को अब उप-प्रिंसिपल प्रीतपाल कौर संभालेगी। क्या था पूरा मामला दरअसल, 3 दिन पहले स्कूल में सुबह जो छात्र देरी से आए उन्हें क्लास में बैठाने की जगह उनसे रेत की बोरियां उठवाई गई। जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुई। स्कूल में 6 से 7 शौचालयों का निर्माण करवाया जा रहा है। बच्चों से बाल मजदूरी का वीडियो इंटरनेट पर भी खूब शेयर हुआ। वीडियो शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस के संज्ञान में आया तो बिना देरी उन्होंने स्कूल के प्रिंसिपल और मैनेजर पर एक्शन लिया। बैंस ने यह जानकारी अपने एक्स अकाउंट पर शेयर की थी। उन्होंने कहा था कि इस तरह की घटनाएं सहनीय नहीं है। सभी स्कूलों के अध्यापकों को चेतावनी दी है कि इस तरह की घटनाओं से उन्हें बचना चाहिए। लुधियाना में जवाहर नगर स्थित स्कूल ऑफ एमिनेंस में छात्रों से मजदूरी करवाए जाने का वीडियो सामने आया। जिसके बाद शिक्षा मंत्री ने प्रिंसिपल कुलदीप को निलंबित किया और मैनेजर को बर्खास्त कर दिया। पूरे मामले की जांच करने के लिए आज सुबह जिला शिक्षा विभाग टीम स्कूल में पहुंची। टीम ने घटना स्थल का मुआयना किया और निलंबित प्रिंसिपल से बातचीत भी की। इस केस में अभी कई अन्य अध्यापक भी शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों की रडार पर हैं। वहीं, शिक्षा विभाग के अधिकारियों की टीम ने कुछ अध्यापकों और छात्रों से पूछताछ की। टीम में लुधियाना के दो सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल शामिल थे। सूत्रों से पता चला है कि एक शिक्षक ने लिख कर दिया है कि वह सभी प्रिंसिपल के आदेशों की पालना कर रहे थे। प्रिंसिपल ने प्रार्थना सभा में यह ऑर्डर किए थे कि देर से स्कूल आने वाले छात्रों को इस तरह की सजा दी जाए। टीम ने सीसीटीवी कैमरे भी किए चेक सूत्रों के मुताबिक, टीम ने स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरे भी टीम ने चेक किए। वहीं कुछ अध्यापकों के बयान भी अधिकारियों ने दर्ज किए है जिनकी रिर्पोट बना उच्चाधिकारियों को सौंपी जाएगी। फिलहाल स्कूल को अब उप-प्रिंसिपल प्रीतपाल कौर संभालेगी। क्या था पूरा मामला दरअसल, 3 दिन पहले स्कूल में सुबह जो छात्र देरी से आए उन्हें क्लास में बैठाने की जगह उनसे रेत की बोरियां उठवाई गई। जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुई। स्कूल में 6 से 7 शौचालयों का निर्माण करवाया जा रहा है। बच्चों से बाल मजदूरी का वीडियो इंटरनेट पर भी खूब शेयर हुआ। वीडियो शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस के संज्ञान में आया तो बिना देरी उन्होंने स्कूल के प्रिंसिपल और मैनेजर पर एक्शन लिया। बैंस ने यह जानकारी अपने एक्स अकाउंट पर शेयर की थी। उन्होंने कहा था कि इस तरह की घटनाएं सहनीय नहीं है। सभी स्कूलों के अध्यापकों को चेतावनी दी है कि इस तरह की घटनाओं से उन्हें बचना चाहिए।   पंजाब | दैनिक भास्कर