पंजाब में अगर आप भी चाइना डोर (प्लास्टिक डोर) से पतंग उड़ाने की शौकीन हैं, तो अब सावधान हो जाएं। पुलिस मामला दर्ज कर आपको भी गिरफ्तार कर सकती है। क्योंकि जालंधर में पुलिस ने ऐसा ही किया है। एक युवक की चाइना डोर से अपने घर की छत पर पतंग उड़ा रहा है। पुलिस ने सूचना के आधार पर मौके पर पहुंच उक्त युवक को गिरफ्तार करने की कोशिश की। मगर वह मौके से फरार हो गया। जिसके चलते पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बता दें कि बीते कुछ दिनों में पंजाब में कई मौतें सिर्फ चाइना डोर की वजह से हो चुकी हैं। ऐसे में पंजाब पुलिस की टीम चाइना डोर की बिक्री और उसके उपयोग को लेकर सख्त है। गुप्त सूचना पर पुलिस ने की रेड जानकारी अनुसार जालंधर देहात पुलिस के थाना भोगपुर में ये मामला दर्ज किया गया है। थाना भोगपुर में तैनात एएसआई राम किशन को सूचना मिली थी कि भोगपुर के भुलत्थ मोड़ पर स्थित गांव में घर पर चाइना डोर से पतंग उड़ाई जा रही है। सूचना के आधार पर पुलिस ने भोगपुर के रहने वाले चेतन सिंह घर पर रेड की। आरोपी अपना चाइना डोर का गट्टू मौके पर छोड़कर फरार हो गया। चाइना डोर पर पंजाब सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाय गया है। जिसके चलते ये सरकार के आदेशों का उल्लंघन था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। जल्द उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पंजाब में अगर आप भी चाइना डोर (प्लास्टिक डोर) से पतंग उड़ाने की शौकीन हैं, तो अब सावधान हो जाएं। पुलिस मामला दर्ज कर आपको भी गिरफ्तार कर सकती है। क्योंकि जालंधर में पुलिस ने ऐसा ही किया है। एक युवक की चाइना डोर से अपने घर की छत पर पतंग उड़ा रहा है। पुलिस ने सूचना के आधार पर मौके पर पहुंच उक्त युवक को गिरफ्तार करने की कोशिश की। मगर वह मौके से फरार हो गया। जिसके चलते पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बता दें कि बीते कुछ दिनों में पंजाब में कई मौतें सिर्फ चाइना डोर की वजह से हो चुकी हैं। ऐसे में पंजाब पुलिस की टीम चाइना डोर की बिक्री और उसके उपयोग को लेकर सख्त है। गुप्त सूचना पर पुलिस ने की रेड जानकारी अनुसार जालंधर देहात पुलिस के थाना भोगपुर में ये मामला दर्ज किया गया है। थाना भोगपुर में तैनात एएसआई राम किशन को सूचना मिली थी कि भोगपुर के भुलत्थ मोड़ पर स्थित गांव में घर पर चाइना डोर से पतंग उड़ाई जा रही है। सूचना के आधार पर पुलिस ने भोगपुर के रहने वाले चेतन सिंह घर पर रेड की। आरोपी अपना चाइना डोर का गट्टू मौके पर छोड़कर फरार हो गया। चाइना डोर पर पंजाब सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाय गया है। जिसके चलते ये सरकार के आदेशों का उल्लंघन था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। जल्द उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
लुधियाना में पूर्व SP की वोट कटने भड़के बिट्टू:मंत्री रवनीत बोले-भाजपा नेताओं की वोट काट कर आप ने किया लोकतंत्र का चीरहरण
लुधियाना में पूर्व SP की वोट कटने भड़के बिट्टू:मंत्री रवनीत बोले-भाजपा नेताओं की वोट काट कर आप ने किया लोकतंत्र का चीरहरण पंजाब के लुधियाना में निकाय चुनाव 21 दिसंबर को है। शाम को ही चुनाव के नतीजे भी आ जाएंगे। अपने उम्मीदवारों का समर्थन करने केन्द्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू लुधियाना पहुंचे। बिट्टू ने जमकर आम आदमी पार्टी की सरकार पर निशाना साधा। निकाय चुनाव करवाने से सरकार थी डरती बिट्टू ने कहा कि आप सरकार पहले तो निकाय चुनाव करवाने से डरती थी क्योंकि सरकार को पता था कि उनका जीतना संभव नहीं है। लेकिन अब जब अदालत ने चुनाव करवाने का आदेश दिया है तो मजबूरन सरकार को चुनाव करवाने पड़ रहे है। बिट्टू ने कहा कि आप सरकार ने कई भाजपा नेताओं की वोट ही उनके वार्डों से काट दी है। बिट्टू बोले-आप सरकार ने किया लोकतंत्र का चीर हरण सरेआम आप सरकार लोकतंत्र का चीर हरण कर रही है। बिट्टू ने कहा कि वार्ड नंबर 83 से भाजपा उम्मीदवार नमिता मल्होत्रा के ससुर व पूर्व एसपी सतीश मल्होत्रा का वोट काटा गया है। जिला प्रशासन की तरफ से जारी की गई फाइनल सूची में पूर्व एसपी मल्होत्रा का नाम नहीं है। वोट कटने के बाद मल्होत्रा ने भाजपा की लीडरशिप को सूचित किया। बिट्टू ने कहा कि इस संबंधी डी.सी को भी मिलकर शिकायत दी है। पूर्व एसपी सतीश मल्होत्रा बोले… उधर, सतीश मल्होत्रा ने कहा कि डी.सी जितेन्द्र जोरवाल ने वोट बनवाने में असमर्थता जाहिर की है। उनका कहना था कि 12 दिसंबर को वोट बनना संभव था लेकिन अब नहीं। मल्होत्रा ने कहा कि उनका वोट जानबूझ कर काटा गया है। मल्होत्रा ने कहा कि इस संबंधी वह पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में जाएंगे। मल्होत्रा ने कहा के विधान सभा और लोकसभा की सूची में नाम था।वेबसाइट में भी उनका नाम है लेकिन नई वोटर सूची में नाम नहीं है। यह जिला प्रशासन और बीएलओ की बड़ी लापरवाही है।
गैंगस्टर गोल्डी बराड़ का ऑडियो वायरल:बोला- भिंडरावाला की बरसी पर मूसेवाला शो कर रहा था, कांग्रेस का हाथ थामा, इसलिए मार दिया
गैंगस्टर गोल्डी बराड़ का ऑडियो वायरल:बोला- भिंडरावाला की बरसी पर मूसेवाला शो कर रहा था, कांग्रेस का हाथ थामा, इसलिए मार दिया पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में वांडेट गैंगस्टर गोल्डी बराड़ का एक कथित ऑडियो वायरल हुआ है। दावा किया जा रहा है कि उक्त ऑडियो में बोल रहा शख्स गोल्डी बराड़ है, जिसमें उसने कई खुलासे किए हैं। हालांकि, भास्कर इस ऑडियो के दावों और आवाज की पुष्टि नहीं करता। ऑडियो में खुद को गोल्डी बताने वाला शख्स कहता है कि मूसेवाला 5 जून को दिल्ली में शो करने वाला था। सिख कौम के लिए 5 जून भारी दिन होता है, क्योंकि उस दिन खालिस्तानी समर्थक जरनैल सिंह भिंडरावाले की हत्या की गई थी। उसके साथ कई सिख नौजवान मारे गए थे। गोल्डी ने कहा कि जिस कांग्रेस का हाथ मूसेवाला के परिवार ने थामा है, उसने ही सिखों का कत्लेआम किया है। 5 जून को शो करने के बाद मूसेवाला वर्ल्ड टूर पर जाने वाला था। गोल्डी ने कहा- मैंने भी मेहनत की, 40-40 घंटे ट्रक चलाया
वायरल ऑडियो में गोल्डी कह रहा है कि सिद्धू की हत्या के बाद पंजाब के लोग सिद्धू के परिवार का खूब साथ दे रहे हैं। सिद्धू को शहीद कहकर सिख शहीदों के बेइज्जती न करें। हम भी आम लोग थे, आम लोगों की तरह जिंदगी जी रहे थे। ‘मैं आम लोगों की तरह आम लोगों के बीच एक साधारण युवक होता था। मैंने भी कड़ी मेहनत से 40-40 घंटे तक ट्रक चलाया। कभी किसी का हक नहीं मारा। मेरे भाई की मौत 12 अक्टूबर 2020 को हो गई। उसकी मौत में सिद्धू का हाथ था। इसके बाद हमने गुनाह का रास्ता चुना।’ गोल्डी ने आगे कहा कि उनका ऑडियो बनाने का मकसद यह है कि इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी वायरल है कि सिद्धू मूसेवाला पंथक मानसिकता का मालिक है। सिख समुदाय को अच्छे पक्ष में रख रहा है, लेकिन उनके पिता लोगों को गुमराह कर रहे हैं और युवाओं का ध्यान भटका रहे हैं। सिखों का खून पीने वाली पार्टी कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं। कई लोग कह रहे हैं कि वह अपने बेटे की सोच के खिलाफ जा रहे हैं।’ सिद्धू का परिवार 1984 से कांग्रेस के समर्थन में
गोल्डी ने कहा कि सिद्धू के पिता कई बार कह चुके हैं कि शुरू से हमने कांग्रेस को वोट डाले हैं। मतलब 1984 में भी इसका परिवार कांग्रेस का समर्थन कर रहा था। गोल्डी ने कहा, ‘सिद्धू मूसेवाला आने वाले समय में पंजाब के पूर्व CM बेअंत सिंह की तरह होने वाला था, जिन्होंने सिखों के साथ गलत किया था। रवनीत बिट्टू को बुलाकर मानसा में ऑफिस का उद्घाटन करवाया था।’ गोल्डी ने कहा कि आप इसे शहीद कैसे कह सकते हैं। इसकी मौत 29 मई 2022 को हुई थी, जबकि 5 जून को दिल्ली में इसका शो था। 5 जून को ऑपरेशन ब्लू स्टार की सालगिरह है, जिसमें संत भिंडरावाले सहित 6 से 7 हजार निहत्थे लड़के-लड़कियां मारे गए। इन दिनों यदि किसी बच्चे का जन्मदिन होता है तो परिवार उसे अगले सप्ताह मनाता है। हमने मूसेवाला को इसलिए मारा क्योंकि हम उसे वह शो नहीं करने देना चाहते थे। फिर वह विश्व भ्रमण पर निकल जाता और कब आता, नहीं पता। हम किसी अच्छे व्यक्ति को नहीं मारते
ऑडियो में गोल्डी कह रहा है कि हम पंजाब में रहे हैं तो पंजाब के विरुद्ध हम कभी नहीं जा सकते। जिंदगी में कभी किसी अच्छे व्यक्ति को हमने नहीं मारा और न ही कभी ऐसा करेंगे। अगर हमारे खिलाफ कोई भी व्यक्ति कोई गतिविधि करता है तो हम उसे छोड़ेंगे। गोल्डी ने कहा, ‘हम खालिस्तान के खिलाफ नहीं हैं। पंजाब के साथ हैं हम और हमेशा रहेंगे।’ 29 मई 2022 को हुई थी सिद्धू मूसेवाला की हत्या
सिद्धू मूसेवाला के नाम से मशहूर शुभदीप सिंह सिद्धू की 29 मई 2022 को पंजाब के मानसा जिले के गांव जवाहरके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पंजाब सरकार के मुताबिक, इस मामले में अब तक 29 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, 2 आरोपी मुठभेड़ में मारे गए और 5 को देश के बाहर से लाया जाना है। इसके लिए राज्य सरकार केंद्र और अन्य एजेंसियों के संपर्क में हैं। सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी लॉरेंस गैंग का गोल्डी बराड़ है।
SIT के सामने आज बिक्रम मजीठिया की पेशी:पहुंचेंगे या नहीं, संशय बरकरार; सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई को लेकर दो बार कर चुके इनकार
SIT के सामने आज बिक्रम मजीठिया की पेशी:पहुंचेंगे या नहीं, संशय बरकरार; सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई को लेकर दो बार कर चुके इनकार पटियाला में जांच कमेटी (एसआईटी) के समक्ष आज मंगलवार अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम मजीठिया के पेश होने पर संशय बना हुआ है। 20 जुलाई को भी मजीठिया को जांच के लिए बुलाया गया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई का हवाला देते हुए बिक्रम मजीठिया ने SIT के सामने पेश होने से इनकार कर दिया था। मजीठिया की ओर से पटियाला में एसआईटी को भेजे गए जवाब में कहा गया है कि 23 जुलाई को नियमित जमानत को लेकर उनकी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है। उन्हें सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष रखने की तैयारी करनी है और इसके लिए वह नई दिल्ली में हैं। जिसके चलते उनकी तारीख 23 जुलाई के बाद रखी जाए। जिसके बाद एसआईटी ने फिर 30 जुलाई के लिए दोबारा समन भेजा। एसआईटी पर भी सवाल उठा चुके बिक्रम मजीठिया वहीं, दो सप्ताह पहले मानहानी केस की सुनवाई के दौरान अमृतसर में कोर्ट में पहुंचने के बाद मजीठिया ने एसआईटी पर ही सवाल खड़े कर दिए थे। उन्होंने कहा था कि एसआईटी पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के हाथों की कठपुतली है। गृह मंत्रालय भगवंत मान के पास है और पुलिस अधिकारियों के तबादले की जिम्मेदारी भी भगवंत मान के पास है। उनकी जांच डीजीपी स्तर से शुरू हुई और अब जांच इंस्पेक्टर स्तर तक पहुंच गई है। समन को हाईकोर्ट में चुनौती दी गई थी पिछले महीने SIT ने बिक्रम सिंह मजीठिया को नोटिस जारी किया था, तब उन्होंने इस मामले को लेकर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। उन्होंने कोर्ट से कहा था कि उन्हें बार-बार समन भेजकर परेशान किया जा रहा है। हालांकि, हाईकोर्ट से उन्हें राहत मिल गई थी। कोर्ट ने 8 जुलाई तक एसआईटी को उनसे पूछताछ करने से रोक दिया था। लेकिन जब, 8 जुलाई को दोबारा सुनवाई हुई तो SIT ने जारी समन वापस ले लिया। इसके बाद उन्हें 18 जुलाई के लिए दोबारा सम्मन जारी किया गया, लेकिन उस दिन भी उन्होंने अमृतसर में कोर्ट की तारीख की बात कह कर जाने से इनकार कर दिया। कांग्रेस सरकार के दौरान दर्ज हुआ था मामला पुलिस ने मजीठिया के खिलाफ यह मामला 3 साल पहले कांग्रेस सरकार के दौरान 20 दिसंबर 2021 को दर्ज किया था। इसके बाद उन्हें जेल भी जाना पड़ा था। 5 महीने जेल में रहने के बाद मजीठिया को 10 अगस्त 2022 को जमानत मिल गई। मजीठिया ने आरोप लगाया है कि जिस मामले में वह जेल में रहे हैं, उसमें अभी तक कोई चार्जशीट दाखिल नहीं की गई है। वहीं, मामले में उनसे कोई रिकवरी भी नहीं हुई है।