पंजाब के जालंधर में फर्जी डिग्री गिरोह को पकड़ने वाले थाना इंचार्ज और चौकी इंचार्ज को पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा ने लाइन हाजिर कर दिया है। केस में कोताही बरतने और आरोपियों के खिलाफ सख्त रवैया न दिखाने पर ये कार्रवाई की गई है। थाना सदर और चौकी जालंधर हाइट्स के इंचार्ज को लाइन हाजिर किया गया है। बता दें कि कुछ दिन पहले जालंधर हाइट्स चौकी इंचार्ज द्वारा बड़ा फर्जी डिग्री गिरोह पकड़ा गया था। जालंधर हाइट्स चौकी थाना सदर की अधीन आती है। जब सीपी शर्मा को पता चला कि उक्त केस में कोहाती बरती गई है, तो उन्होंने तुरंत प्रभाव से दोनों अधिकारियों को लाइन हाजिर कर दिया। विभिन्न तरह की फर्जी डिग्री बरामद की गई थी मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कुछ दिन पहले बस स्टैंड के पास स्थित एक शेड से अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ कर फर्जी डिग्री और विभिन्न फर्जी दस्तावेज बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया था। इस मामले में सदर थाना प्रभारी और जालंधर हाई चौकी प्रभारी ने आरोपियों पर मेहरबानी दिखाने के आरोप हैं। दोनों को पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा ने लाइन हाजिर करने के आदेश दिए हैं। हालांकि पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उक्त बदली सिर्फ आम तौर पर की गई है, ना कि कार्रवाई के तौर पर। बस स्टैंड ग्रीन पार्क के पास छापेमारी की थी जानकारी के मुताबिक पुलिस ने जालंधर बस स्टैंड के पास ग्रीन पार्क में एक घर पर छापा मारकर कनाडा भेजने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाले गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया था। यहां कनाडा समेत कई देशों का वीजा दिलाने और फर्जी मैरिज सर्टिफिकेट बनाने का काम किया जा रहा था। पुलिस ने छापेमारी कर कई लोगों को हिरासत में लिया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, ग्रीन पार्क के इस मकान में विदेश भेजने के लिए पासपोर्ट और वीजा समेत कई फर्जी दस्तावेज बनाए जा रहे थे। पंजाब के जालंधर में फर्जी डिग्री गिरोह को पकड़ने वाले थाना इंचार्ज और चौकी इंचार्ज को पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा ने लाइन हाजिर कर दिया है। केस में कोताही बरतने और आरोपियों के खिलाफ सख्त रवैया न दिखाने पर ये कार्रवाई की गई है। थाना सदर और चौकी जालंधर हाइट्स के इंचार्ज को लाइन हाजिर किया गया है। बता दें कि कुछ दिन पहले जालंधर हाइट्स चौकी इंचार्ज द्वारा बड़ा फर्जी डिग्री गिरोह पकड़ा गया था। जालंधर हाइट्स चौकी थाना सदर की अधीन आती है। जब सीपी शर्मा को पता चला कि उक्त केस में कोहाती बरती गई है, तो उन्होंने तुरंत प्रभाव से दोनों अधिकारियों को लाइन हाजिर कर दिया। विभिन्न तरह की फर्जी डिग्री बरामद की गई थी मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कुछ दिन पहले बस स्टैंड के पास स्थित एक शेड से अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ कर फर्जी डिग्री और विभिन्न फर्जी दस्तावेज बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया था। इस मामले में सदर थाना प्रभारी और जालंधर हाई चौकी प्रभारी ने आरोपियों पर मेहरबानी दिखाने के आरोप हैं। दोनों को पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा ने लाइन हाजिर करने के आदेश दिए हैं। हालांकि पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उक्त बदली सिर्फ आम तौर पर की गई है, ना कि कार्रवाई के तौर पर। बस स्टैंड ग्रीन पार्क के पास छापेमारी की थी जानकारी के मुताबिक पुलिस ने जालंधर बस स्टैंड के पास ग्रीन पार्क में एक घर पर छापा मारकर कनाडा भेजने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाले गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया था। यहां कनाडा समेत कई देशों का वीजा दिलाने और फर्जी मैरिज सर्टिफिकेट बनाने का काम किया जा रहा था। पुलिस ने छापेमारी कर कई लोगों को हिरासत में लिया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, ग्रीन पार्क के इस मकान में विदेश भेजने के लिए पासपोर्ट और वीजा समेत कई फर्जी दस्तावेज बनाए जा रहे थे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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बेदअबी केस में प्रदीप कलेर बनेगा सरकारी गवाह:चंडीगढ़ कोर्ट में एसआईटी ने अपील की, नौ जनवरी को होगी सुनवाई पंजाब में 2015 में हुई बेअदबी मामले की आज (19 दिसंबर को) चंडीगढ़ जिला कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान मामले की जांच कर रही एसआईटी ने आरोपी प्रदीप कलेर को सरकारी गवाह बनाने की अपील कोर्ट से की है। एसआईटी ने इस मामले में एप्लीकेशन मूव की है। प्रदीप कलेर भी कोर्ट में पेश हुआ था। प्रदीप कलेर को फरवरी 2024 में गुरुग्राम से काबू किया गया था। वह उस समय दर्ज तीनों मामलों में भगोड़ा चल रहा था। नौ जनवरी को मामले की अगली सुनवाई होगी। 2015 का है यह है मामला SIT के आवेदन पर फरीदकोट से यह मामला चंडीगढ़ जिला अदालत में ट्रांसफर कर दिया गया था। वर्ष 2015 में गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी के तीन अलग-अलग मामलों में SIT को प्रदीप कलेर की मुख्य साजिशकर्ता के रूप में तलाश कर रही थी। इसे अदालत ने 2020 में भगोड़ा घोषित कर दिया था। SIT की तरफ से उसको गिरफ्तार करने के लिए चार अलग-अलग टीमों का गठन किया था। इन चारों टीमों ने अलग-अलग राज्यों में छापेमारी के दौरान उसे गिरफ्तार किया था। अदालत में दिए थे बयान आरोपी प्रदीप कलेर, बेअदबी कांड का मुख्य साजिशकर्ता है। इसने चंडीगढ़ जिला कोर्ट में अपने बयान दिए थे। उसने इस मामले में डेरा प्रमुख राम रहीम और हनी प्रीत सिंह का इस मामले में नाम लिया था। अब आरोपी के वकील की तरफ से अदालत में दलील दी गई है कि SIT की तरफ से उससे जो पूछताछ करनी थी। वह पूछताछ पूरी हो चुकी है। उससे अभी कुछ भी बरामद भी नहीं किया जाना है। ऐसे में उसे सलाखों के पीछे रखना कानून के खिलाफ है। वहीं पंजाब पुलिस की तरफ से दलील दी गई कि आरोपी को जमानत मिलने पर कानून व्यवस्था खराब हो सकती है।
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