पंजाब में चुनाव संपन्न होने के तुरंत बाद जालंधर से आजाद उम्मीदवार नीटू शटरांवाले ने कांग्रेस के प्रत्याशी चरणजीत सिंह चन्नी को अपना समर्थन देने का ऐलान किया है। देर रात कांग्रेस के प्रत्याशी चन्नी को समर्थन देने के लिए नीटू उनके घर पहुंच गया और कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान किया। नीटू ने कहा- देश में अन्य पार्टियां भी हैं और कांग्रेस ने भी काम किया। मगर मैं कांग्रेस के कामों से ज्यादा प्रभावित हूं, इसलिए मैंने ऐसा करने का ऐलान किया है। अपनी अजीब हरकतों की वजह से चर्चा में रहता है नीटू बता दें कि जालंधर 2023 उपचुनाव में मतगणना के दौरान आजाद उम्मीदवार नीटू शटरांवाला हर चुनावों में अपनी अजीब हरकतों की वजह से चर्चा में रहता है। नीटू ने शक्तिमान की ड्रेस पहन जालंधर में प्रचार किया था। अपने पुराने मोटरसाइकिल की टंकी पर एम्पलीफायर और माइक लगाया, आगे बड़ा सा पुराना स्पीकर लगाकर खुद ही अपना प्रचार किया। इस बार नीटू को चुनाव चिन्ह पेट्रोल पंप मिला था। अपनी कॉमेडी लेकर चर्चा में रहने वाला नीटू शटरांवाला हर बार चुनाव में खड़ा होता है और हर बार जमानत गंवाकर बुरी तरह हारता है। लेकिन फिर भी चाहे नगर निगम का चुनाव हो या फिर विधानसभा या लोकसभा का चुनाव, सभी में अपनी नॉमिनेशन फाइल करता है। कौन है नीटू शटरांवाला नीटू शटरांवाला असल में जालंधर का लोहे का एक कारीगर है। लगभग पांच साल पहले वह गणतंत्र दिवस पर बमनुमा एक संदिग्ध चीज हाथ लगने के बाद चर्चा में आया था। अब शहर का शायद ही कोई कोना-कोई दीवार होगी, जहां कहीं नीटू शटरां वाला लिखा न मिल जाए। नीटू शटरांवाला मई 2019 में लोकसभा चुनाव में जालंधर सीट से आजाद उम्मीदवार था। 23 मई 2019 को काउंटिंग हो रही थी तो ठीक शाम 4 बजे नीटू सरेआम फूट-फूटकर रो पड़ा। दरअसल, 3 बजकर 45 मिनट तक नीटू के खाते में सिर्फ 840 वोट ही आए थे। नीटू ने कहा था, ‘उसके मोहल्ले के लोगों ने माता चिंतपूर्णी की कसम खाकर इन्हें वोट करने की बात कही थी। इसके अलावा इसके खुद के परिवार के 9 वोट हैं। नीटू के होश तो उस वक्त उड़ गए, जब परिवार के वोट भी पूरे नहीं मिले। चेकिंग कराने पर नीटू को पता चला कि उसके परिवार के कुल 9 में से उसे 5 वोट ही आए हैं, बाकी 4 वोट कहां किसके खाते में गए, कुछ पता नहीं। पंजाब में चुनाव संपन्न होने के तुरंत बाद जालंधर से आजाद उम्मीदवार नीटू शटरांवाले ने कांग्रेस के प्रत्याशी चरणजीत सिंह चन्नी को अपना समर्थन देने का ऐलान किया है। देर रात कांग्रेस के प्रत्याशी चन्नी को समर्थन देने के लिए नीटू उनके घर पहुंच गया और कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान किया। नीटू ने कहा- देश में अन्य पार्टियां भी हैं और कांग्रेस ने भी काम किया। मगर मैं कांग्रेस के कामों से ज्यादा प्रभावित हूं, इसलिए मैंने ऐसा करने का ऐलान किया है। अपनी अजीब हरकतों की वजह से चर्चा में रहता है नीटू बता दें कि जालंधर 2023 उपचुनाव में मतगणना के दौरान आजाद उम्मीदवार नीटू शटरांवाला हर चुनावों में अपनी अजीब हरकतों की वजह से चर्चा में रहता है। नीटू ने शक्तिमान की ड्रेस पहन जालंधर में प्रचार किया था। अपने पुराने मोटरसाइकिल की टंकी पर एम्पलीफायर और माइक लगाया, आगे बड़ा सा पुराना स्पीकर लगाकर खुद ही अपना प्रचार किया। इस बार नीटू को चुनाव चिन्ह पेट्रोल पंप मिला था। अपनी कॉमेडी लेकर चर्चा में रहने वाला नीटू शटरांवाला हर बार चुनाव में खड़ा होता है और हर बार जमानत गंवाकर बुरी तरह हारता है। लेकिन फिर भी चाहे नगर निगम का चुनाव हो या फिर विधानसभा या लोकसभा का चुनाव, सभी में अपनी नॉमिनेशन फाइल करता है। कौन है नीटू शटरांवाला नीटू शटरांवाला असल में जालंधर का लोहे का एक कारीगर है। लगभग पांच साल पहले वह गणतंत्र दिवस पर बमनुमा एक संदिग्ध चीज हाथ लगने के बाद चर्चा में आया था। अब शहर का शायद ही कोई कोना-कोई दीवार होगी, जहां कहीं नीटू शटरां वाला लिखा न मिल जाए। नीटू शटरांवाला मई 2019 में लोकसभा चुनाव में जालंधर सीट से आजाद उम्मीदवार था। 23 मई 2019 को काउंटिंग हो रही थी तो ठीक शाम 4 बजे नीटू सरेआम फूट-फूटकर रो पड़ा। दरअसल, 3 बजकर 45 मिनट तक नीटू के खाते में सिर्फ 840 वोट ही आए थे। नीटू ने कहा था, ‘उसके मोहल्ले के लोगों ने माता चिंतपूर्णी की कसम खाकर इन्हें वोट करने की बात कही थी। इसके अलावा इसके खुद के परिवार के 9 वोट हैं। नीटू के होश तो उस वक्त उड़ गए, जब परिवार के वोट भी पूरे नहीं मिले। चेकिंग कराने पर नीटू को पता चला कि उसके परिवार के कुल 9 में से उसे 5 वोट ही आए हैं, बाकी 4 वोट कहां किसके खाते में गए, कुछ पता नहीं। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
SAD कोर कमेटी की मीटिंग आज:चार विधानसभा उपचुनावों और SGPC इलेक्शन के लिए बनेगी स्ट्रेटजी, भूंदड़ करेंगे अगुवाई
SAD कोर कमेटी की मीटिंग आज:चार विधानसभा उपचुनावों और SGPC इलेक्शन के लिए बनेगी स्ट्रेटजी, भूंदड़ करेंगे अगुवाई शिरोमणि अकाली दल (SAD) की आज कोर कमेटी की मीटिंग होने जा रही है। बैठक पंजाब में 4 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को होने वाले उप चुनाव और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के प्रधान पद चुनाव को लेकर स्ट्रैटजी बनेगी। बैठक चंडीगढ़ स्थित मुख्यालय में होगी। जबकि बैठक का नेतृत्व कार्यवाहक अध्यक्ष बलविंदर सिंह भूंदड़ करेंगे। बैठक में राजनीतिक मुद्दों के अलावा मंडियों में धान की खरीद को लेकर किसानों को आ रही समस्याओं पर भी चर्चा होगी। अकाली दल के लिए भी यह चुनाव काफी अहम चार विधानसभा सीटों होने वाले उप चुनाव SAD के लिए भी अहम हैं। क्योंकि इन चार सीटों में ही गिद्दड़बाहा सीट शामिल है, जो कि पार्टी का गढ़ रहा है। इस सीट के बनने के बाद से अधिकतर समय पर यहां पार्टी ने चुनाव जीता है। प्रकाश सिंह बादल इस सीट सीट से कई बार जीते हैं। वहीं, डिंपी ढिल्लों के आम आदमी पार्टी में शामिल होने के बाद से सुखबीर सिंह बादल भी लगातार इस सीट पर एक्टिव है। हरसिमरत कौर बादल खुद हलका संभाल रही है। वहीं, हीरा सिंह गाबड़िया को बरनाला शहरी और इकबाल सिंह झूंदा बरनाला ग्रामीण के प्रचार प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है। SAD के संसदीय बोर्ड ने लिया है फीडबैक गिदड़बाहा सीट बादलों की पुरानी सीट है। इसमें केवल कांग्रेस 5 बार जीती है। इसके अलावा यहां से अकाली दल जीता है। वहीं, इस हलके की कमान अब खुद बादल परिवार संभाल रहा है। इससे पहले SAD के संसदीय बोर्ड ने गिद्दड़बाहा सीट को छोड़कर सभी सीटों का दौरा किया है। साथ ही सारे हलकों की स्थिति को लेकर फीडबैक लिया है। वहीं, जहां तक अकाली दल के संभावित उम्मीदवारों की बात की जाए तो डेरा बाबा नानक से सुच्चा सिंह लंगाह पर दांव खेल सकती है। क्योंकि उनकी अकाली दल में वापसी हो गई है। गिद्दड़बाहा को लेकर सुखबीर बादल का नाम भी चल रहा है। बरनाला में कुलवंत सिंह कांता उम्मीदवार बनाए जा सकते हैं। वह गत 2022 में 25 हजार वोट हासिल करने में कामयाब रहे थे। हालांकि होशियारपुर में भी कई लोग दौड़ में है। इन चारों विधानसभा हलकों में चुनाव इसलिए हो रहे हैं, क्योंकि यहां के विधायक सांसद बन गए हैं। साथ ही उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद से ये सीटें खाली हैं।
खन्ना में युवक ने फांसी लगाकर किया सुसाइड:पत्नी और उसके प्रेमी से था परेशान, 3 महीने पहले हुई थी शादी
खन्ना में युवक ने फांसी लगाकर किया सुसाइड:पत्नी और उसके प्रेमी से था परेशान, 3 महीने पहले हुई थी शादी खन्ना के थाना समराला क्षेत्र बगली कलां गांव में एक युवक ने अपनी पत्नी और उसके प्रेमी से तंग आकर सुसाइड कर लिया। हुसनप्रीत सिंह (21) ने अपने घर में फंदा लगाया। सुसाइड के पीछे ससुराल वालों की परेशानी भी वजह रही। सुसाइड नोट में ससुराल वालों के साथ साथ पत्नी और उसके प्रेमी को जिम्मेदार ठहराया गया। जिसके चलते समराला थाना में पुलिस ने 5 लोगों खिलाफ केस दर्ज किया। आरोपियों की पहचान करौदियां निवासी रवनीत कौर (मृतक की पत्नी), सुखदेव सिंह (ससुर), सुखजीवन कौर (सास), जसप्रीत सिंह (साला) और दाऊमाजरा निवासी सनम (पत्नी का प्रेमी) के तौर पर हुई। तीन महीने पहले हुई थी शादी मृतक के पित बलविंदर सिंह ने बताया कि उसके बेटे हुसनप्रीत सिंह की शादी करीब तीन महीने पहले करौदियां की रहने वाली रवनीत कौर से हुई थी। रवनीत कौर ने कनाडा जाना था। शादी के बाद ससुराल वाले उसके बेटे को परेशान करने लगे। रवनीत कौर गर्भवती हो गई तो उसे मायके ले जाकर गर्भ गिरा दिया गया। जब उसके बेटे ने ससुराल वालों से पूछा तो जवाब मिला कि अभी रवनीत ने कनाडा जाना है। बलविंदर के अनुसार बहू रवनीत ने उसके बेटे को तंग परेशान करती रहती थी। सुसाइ़ड नोट में खोले राज हुसनप्रीत ने अपने मोबाइल में ही सुसाइड नोट लिखा और साथ ही अपनी शादी समय की फोटो के पीछे मोबाइल का पासवर्ड लिख दिया। फोन के नोटस में लिखे सुसाइड नोट में राज लिखे गए। हुसनप्रीत ने लिखा कि उसकी पत्नी रवनीत कौर के दाऊमाजरा के सनम के साथ संबंध हैं। जिसके चलते वह परेशान रहता था। उसके ससुराल वाले भी उसे परेशान करते थे। इन सभी से दुखी होकर उसने सुसाइड कर लिया। पुलिस ने दर्ज किया केस समराला थाना के एसएचओ राव वरिंदर सिंह ने बताया कि पुलिस ने मृतक के पिता बलविंदर सिंह के बयान दर्ज करके सुसाइड के लिए मजबूर करने के आरोप में 5 लोगों खिलाफ केस दर्ज किया। मृतक की पत्नी, सास-ससुर, साले के साथ उसकी पत्नी का प्रेमी बताए जाने वाले सनम को भी नामजद किया गया है। फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। वहीं सिविल अस्पताल समराला में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया गया है।
स्नेचिंग के आरोपी को पांच साल कैद की सुनाई सजा
स्नेचिंग के आरोपी को पांच साल कैद की सुनाई सजा स्नेचिंग के मामले में एडिशनल सेशन कोर्ट के जज शिव मोहन गर्ग की तरफ से आरोपी कुलविंदर सिंह उर्फ किंदा को पांच साल के कारावास की सजा सुनाई है। मामला साल 2016 में थाना साहनेवाल में दर्ज किया गया था। जिसमें शिकायतकर्ता सर्वोत्तम सिंह ने कहा कि वह थाने के सामने ही होटल चलाता है। घटना वाले दिन वो रामगढ़ एक रैली के सम्बन्ध में गया था। तभी सनराइज पैलेस के बाहर खड़े होकर उसने अपने पर्स में से पैसे निकाल अपने भाई को देने लगा तो दो लड़के मोटरसाइकिल पर आए। जो उससे पर्स छीन कर भाग गए। उस समय पर्स में 17 हज़ार रुपये और पैन कार्ड था। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच के दौरान दो लड़कों सोबित कुमार और कुलविंदर सिंह किन्दा को गिरफ्तार कर उनसे 17 हज़ार रिकवर किए। फिर अदालत में चालान पेश करने पर सोबित को अक्टूबर 2017 मे पांच साल की सजा हुई, जबकि किन्दा कोर्ट से गैर हाजिर होने पर भगोड़ा करार कर दिया गया। बाद में पुलिस ने उसे पकड़ दोबारा से चालान पेश किया। फिर उसे सजा सुनाई गई।