भास्कर न्यूज | बठिंडा पानी सीवरेज के अवैध कनेक्शनों को रेगुलर करवाने के लिए वन टाइम सेटलमेंट स्कीम (ओटीएस) के प्रति इलाका निवासी विशेष उत्साह दिखा रहे हैं। सीवर हो या पानी का कनेक्शन को रेगुलर करवाने में हजारों रुपए का खर्च आने की वजह से ज्यादातर लोग हिम्मत नहीं जुटा पाते जबकि अब स्थानीय निकाय विभाग की ओर से लाई गई ओटीएस स्कूल के तहत महज 400 रुपए में सीवर और पानी दोनों कनेक्शन रेगुलर होने की सुविधा से लोगों को भरपूर फायदा हो रहा है। इस स्कीम के तहत 125 गज से 500 गज से अधिक की यूनिट्स (प्रॉपर्टी) बेहद कम रेट पर अपने कनेक्शन रेगुलर करवा रही हैं। इसके साथ ही लोगों को लंबे समय से बकाया पानी व सीवर के बिल भी बिना ब्याज व पैनल्टी के 5 जून 2024 तक जमा करवाए जा सकेंगे। ये पालिसी डिफाल्टर्स व लंबे समय से पेंडिंग चले आ रहे बिल धारकों को बड़ी राहत साबित हो रही है। स्थानीय निकाय विभाग की ओर से वन टाइम सेटलमेंट स्कीम 5 मार्च को निकाली गई, शुरुआत में भले ही जानकारी के अभाव में लोगों ने ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई जबकि मई महीने में सीवर-पानी कनेक्शन को रेगुलर करवाने के लिए अपने डॉक्यूमेंट मुकम्मल करके लोग पहुंच रहे हैं। निगम के पास अब 43 हजार कनेक्शन हो गए हैं। लोगों में ओटीएस 31 मई तक के भ्रम में इस महीने के आखिरी सप्ताह में नगर निगम की पानी-सीवर ब्रांच में लोगों की भीड़ लगी है हालांकि आखिरी तारीख 5 जून तक कनेक्शन रेगुलर करवाए जा सकते हैं। हालांकि नगर निगम में 29 मई तक लगभग 2 हजार लोगों ने सीवर-पानी को रेगुलर करवाने के लिए फार्म भरे हैं। कनेक्शन रेगुलर करवाने वालों में ज्यादातर लाइनपार इलाके के निवासी हैं, वहीं कुछेक हिस्सा किला मुबारक के बैकसाइड, पूजावाला मोहल्ला और बस स्टैंड के बैकसाइड वाले इलाके से हैं। कनेक्शन रेगुलर करवाने में फायदेमंद है ओटीएस : राहुल शहर के नए बसे इलाकों के अलावा पुराने शहर में भी चल रहे अवैध कनेक्शन को रेगुलर करने के लिए वन टाइम सेटलमेंट पॉलिसी बेहद उपयोगी साबित हो रही है, लोग कनेक्शन रेगुलर करवाने में रुचि दिखा रहे हैं। हरेक इलाका निवासी को इसका फायदा लेना चाहिए। – राहुल, कमिश्नर नगर निगम बठिंडा इस तरह फिक्स किए गए हैं चार्जेस : 125 गज रिहायशी मकान – 400 रुपए , 125 से 250 गज रिहायशी मकान – 1000 रुपए, 250 गज से ऊपर रिहायशी मकान – 2000 रुपए, 250 गज तक के कमर्शियल व इंस्टीट्यूट – 2000 रुपए, 250 गज से ऊपर के कॉमर्शियल व इंस्टीट्यूट – 4000 रुपए भास्कर न्यूज | बठिंडा पानी सीवरेज के अवैध कनेक्शनों को रेगुलर करवाने के लिए वन टाइम सेटलमेंट स्कीम (ओटीएस) के प्रति इलाका निवासी विशेष उत्साह दिखा रहे हैं। सीवर हो या पानी का कनेक्शन को रेगुलर करवाने में हजारों रुपए का खर्च आने की वजह से ज्यादातर लोग हिम्मत नहीं जुटा पाते जबकि अब स्थानीय निकाय विभाग की ओर से लाई गई ओटीएस स्कूल के तहत महज 400 रुपए में सीवर और पानी दोनों कनेक्शन रेगुलर होने की सुविधा से लोगों को भरपूर फायदा हो रहा है। इस स्कीम के तहत 125 गज से 500 गज से अधिक की यूनिट्स (प्रॉपर्टी) बेहद कम रेट पर अपने कनेक्शन रेगुलर करवा रही हैं। इसके साथ ही लोगों को लंबे समय से बकाया पानी व सीवर के बिल भी बिना ब्याज व पैनल्टी के 5 जून 2024 तक जमा करवाए जा सकेंगे। ये पालिसी डिफाल्टर्स व लंबे समय से पेंडिंग चले आ रहे बिल धारकों को बड़ी राहत साबित हो रही है। स्थानीय निकाय विभाग की ओर से वन टाइम सेटलमेंट स्कीम 5 मार्च को निकाली गई, शुरुआत में भले ही जानकारी के अभाव में लोगों ने ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई जबकि मई महीने में सीवर-पानी कनेक्शन को रेगुलर करवाने के लिए अपने डॉक्यूमेंट मुकम्मल करके लोग पहुंच रहे हैं। निगम के पास अब 43 हजार कनेक्शन हो गए हैं। लोगों में ओटीएस 31 मई तक के भ्रम में इस महीने के आखिरी सप्ताह में नगर निगम की पानी-सीवर ब्रांच में लोगों की भीड़ लगी है हालांकि आखिरी तारीख 5 जून तक कनेक्शन रेगुलर करवाए जा सकते हैं। हालांकि नगर निगम में 29 मई तक लगभग 2 हजार लोगों ने सीवर-पानी को रेगुलर करवाने के लिए फार्म भरे हैं। कनेक्शन रेगुलर करवाने वालों में ज्यादातर लाइनपार इलाके के निवासी हैं, वहीं कुछेक हिस्सा किला मुबारक के बैकसाइड, पूजावाला मोहल्ला और बस स्टैंड के बैकसाइड वाले इलाके से हैं। कनेक्शन रेगुलर करवाने में फायदेमंद है ओटीएस : राहुल शहर के नए बसे इलाकों के अलावा पुराने शहर में भी चल रहे अवैध कनेक्शन को रेगुलर करने के लिए वन टाइम सेटलमेंट पॉलिसी बेहद उपयोगी साबित हो रही है, लोग कनेक्शन रेगुलर करवाने में रुचि दिखा रहे हैं। हरेक इलाका निवासी को इसका फायदा लेना चाहिए। – राहुल, कमिश्नर नगर निगम बठिंडा इस तरह फिक्स किए गए हैं चार्जेस : 125 गज रिहायशी मकान – 400 रुपए , 125 से 250 गज रिहायशी मकान – 1000 रुपए, 250 गज से ऊपर रिहायशी मकान – 2000 रुपए, 250 गज तक के कमर्शियल व इंस्टीट्यूट – 2000 रुपए, 250 गज से ऊपर के कॉमर्शियल व इंस्टीट्यूट – 4000 रुपए पंजाब | दैनिक भास्कर
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