पंजाब के जालंधर में उस समय सनसनी फैल गई जब शहर से होकर गुजरने वाली बस्ती बावा खेल नहर में देर रात एक व्यक्ति का शव मिला। देर रात शव को निकालने के लिए जब कोई गोताखोर नहीं मिला तो जालंधर कमिश्नरेट पुलिस के ट्रैफिक विंग के एएसआई ने खुद ही शव को बाहर निकाला। एएसआई ने अपने कपड़े उतारे और सीढ़ी लगाकर नहर में कूद गए। जिसके बाद शव को बाहर निकाला गया। हालांकि अभी तक मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। गोताखोर न मिलने पर एएसआई ने खुद नहर से निकाला शव प्राप्त जानकारी के अनुसार देर रात जालंधर सिटी पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि शहीद बाबू लाभ सिंह नगर नहर के पास एक शव तैर रहा है और बस्ती बावा खेल पुल की तरफ जा रहा है। सूचना मिलते ही बस्ती बावा खेल थाने के अंतर्गत पीसीआर की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। शव तैरता हुआ आ रहा था, लेकिन बस्ती बावा खेल के पुल के पास फंस गया। रात अधिक होने के कारण कोई गोताखोर नहीं मिला तो पीसीआई में तैनात एएसआई करनैल सिंह ने खुद ही अपने कपड़े उतारे और सीढ़ी लगाकर नहर में छलांग लगा दी। जिसके बाद वह शव को हाथों से पकड़कर नहर के किनारे ले गए और फिर आसपास के लोगों की मदद से किसी तरह शव को बाहर निकाला गया। देखिए पूरा घटनाक्रम सिलसिलेवार तरीके से… शव को 72 घंटे के लिए सिविल अस्पताल में रखा गया बता दें कि घटना की जांच के लिए थाना बस्ती बावा खेल की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल जालंधर भेज दिया। जहां उक्त व्यक्ति का शव 72 घंटे के लिए रखा जाएगा। अगर मृतक की पहचान नहीं हो पाती है तो पुलिस शव का पोस्टमॉर्टम करवाएगी और बाद में पुलिस ही उक्त व्यक्ति का अंतिम संस्कार भी करेगी। पंजाब के जालंधर में उस समय सनसनी फैल गई जब शहर से होकर गुजरने वाली बस्ती बावा खेल नहर में देर रात एक व्यक्ति का शव मिला। देर रात शव को निकालने के लिए जब कोई गोताखोर नहीं मिला तो जालंधर कमिश्नरेट पुलिस के ट्रैफिक विंग के एएसआई ने खुद ही शव को बाहर निकाला। एएसआई ने अपने कपड़े उतारे और सीढ़ी लगाकर नहर में कूद गए। जिसके बाद शव को बाहर निकाला गया। हालांकि अभी तक मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। गोताखोर न मिलने पर एएसआई ने खुद नहर से निकाला शव प्राप्त जानकारी के अनुसार देर रात जालंधर सिटी पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि शहीद बाबू लाभ सिंह नगर नहर के पास एक शव तैर रहा है और बस्ती बावा खेल पुल की तरफ जा रहा है। सूचना मिलते ही बस्ती बावा खेल थाने के अंतर्गत पीसीआर की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। शव तैरता हुआ आ रहा था, लेकिन बस्ती बावा खेल के पुल के पास फंस गया। रात अधिक होने के कारण कोई गोताखोर नहीं मिला तो पीसीआई में तैनात एएसआई करनैल सिंह ने खुद ही अपने कपड़े उतारे और सीढ़ी लगाकर नहर में छलांग लगा दी। जिसके बाद वह शव को हाथों से पकड़कर नहर के किनारे ले गए और फिर आसपास के लोगों की मदद से किसी तरह शव को बाहर निकाला गया। देखिए पूरा घटनाक्रम सिलसिलेवार तरीके से… शव को 72 घंटे के लिए सिविल अस्पताल में रखा गया बता दें कि घटना की जांच के लिए थाना बस्ती बावा खेल की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल जालंधर भेज दिया। जहां उक्त व्यक्ति का शव 72 घंटे के लिए रखा जाएगा। अगर मृतक की पहचान नहीं हो पाती है तो पुलिस शव का पोस्टमॉर्टम करवाएगी और बाद में पुलिस ही उक्त व्यक्ति का अंतिम संस्कार भी करेगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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गिद्दड़बाहा में फिर एक्टिव हुए राजा वड़िंग:पत्नी अमृता ने भी शुरू की बैठकें; अकाली दल से सुखबीर बादल नहीं होंगे उम्मीदवार जालंधर वेस्ट विधानसभा उप चुनाव के बाद अब पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने अपनी पूर्व सीट गिद्दड़बाहा का रुख कर लिया है। अनुमान है कि आने वाले 5 महीनों के भीतर पंजाब विधानसभा की 4 सीटों पर उप-चुनाव होंगे। लुधियाना से सांसद चुने जाने के बाद राजा वड़िंग की गृह सीट अब खाली हो चुकी है। जालंधर में कांग्रेस की हार के बाद अब राजा वड़िंग अपनी इस सीट पर रिस्क नहीं लेना चाहते हैं। सिर्फ अमरिंदर सिंह ही नहीं, उनकी पत्नी अमृता वड़िंग ने भी उनके साथ गिद्दड़बाहा विधानसभा सीट का रुख किया है। वे भी पूरी तरह से गिद्दड़बाहा में सक्रिय हो गई हैं। अभी तक अनुमान यही लगाया जा रहा है कि अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग हाईकमान से इस सीट के लिए अपनी पत्नी अमृता वड़िंग के लिए टिकट मांगेंगे। पिछले कुछ दिनों में इस विधानसभा क्षेत्र में अमृता वड़िंग को अपने पति के राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में देखी जा रहा है। अमृता ने दो बार यहां के कुछ गांवों का दौरा किया है। इसी तरह, राजा वड़िंग वर्करों के साथ बैठकें कर रहे हैं। अमृत वड़िंग जानती हैं गिद्दड़बाहा क्षेत्र को अमृता वड़िंग इस क्षेत्र में पहले भी सक्रिय रही हैं। पति के विधायक होते समय अमृता वड़िंग उनकी अनुपस्थिति में इस हलके के कामकाज देखती थी। इसके अलावा उनकी तरफ से चलाई जा रही संस्था आसरा फाउंडेशन के जरिए वे लोगों के बीच एक्टिव रही हैं। लुधियाना चुनाव जीतने के बाद कई इंटरव्यू में राजा वड़िंग स्पष्ट कर चुके हैं कि गिद्दरबाहा के लोगों ने उन्हें बहुत प्यार है और वे उन्हें छोड़ नहीं सकते। गिद्दड़बाहा का वे दौरा करते रहेंगे और लोगों से प्रतिक्रिया प्राप्त करते रहेंगे। गिद्दड़बाहा में कांग्रेस तीसरे नंबर पर पहुंची लोकसभा चुनावों की बात करें तो गिद्दड़बाहा विधानसभा फरीदकोट जिले में आती है। लोकसभा में पड़ी वोटों के अनुसार कांग्रेस गिद्दड़बाहा में तीसरे नंबर पर लुढ़क गई। चुनाव जीतकर सांसद बने सर्बजीत सिंह खालसा को गिद्दड़बाहा से 32,423 वोट, आप उम्मीदवार कर्मजीत अनमोल को 20,310 और कांग्रेस की अमरजीत कौर साहोके को 20,273 वोट ही मिले थे। गिद्दड़बाहा से सुखबीर बादल नहीं लड़ना चाहते चुनाव गिद्दड़बाहा हलके को राजा वड़िंग के साथ-साथ अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर बादल का गढ़ भी माना जाता है, लेकिन इस बार सुखबीर बादल यहां से चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं हैं। अकाली दल के गिद्दड़बाहा हलका प्रभारी हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों भी हलके का दौरा कर रहे हैं। एक इंटरव्यू में हरदीप डिंपी ने पहले ही साफ कर दिया था कि अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल यह उप चुनाव नहीं लड़ेंगे। प्रधानमंत्री बाजेके भी चुनाव लड़ने के इच्छुक लोकसभा चुनावों में सर्बजीत सिंह खालसा के जीतने के बाद खालिस्तान समर्थक भगवंत सिंह उर्फ प्रधानमंत्री बाजेके भी इस चुनाव को लड़ने के इच्छुक हैं। अमृतपाल की जेल में रहकर जीत के बाद भगवंत सिंह प्रधानमंत्री बाजेके भी डिब्रूगढ़ जेल से ये चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं।
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बरनाला में नहीं माने AAP जिला अध्यक्ष:मनाने के लिए पहुंचे थे मंत्री अमन अरोड़ा, बोले- अपने रुख पर कायम-पीछे नहीं हटूंगा
बरनाला में नहीं माने AAP जिला अध्यक्ष:मनाने के लिए पहुंचे थे मंत्री अमन अरोड़ा, बोले- अपने रुख पर कायम-पीछे नहीं हटूंगा बरनाला विधानसभा उप चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी में विवाद जारी हैं। सांसद मीत हेयर के दोस्त उम्मीदवार हरिंदर धालीवाल के खिलाफ आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष गुरदीप बाठ का झंडा उठाया हुआ है। गुरदीप सिंह बाठ को मनाने की पार्टी नेताओं द्वारा कोशिशें दिनभर जारी रहीं। मंत्री अमन अरोड़ा समेत कई वरिष्ठ नेता उनके घर आए, लेकिन देर शाम तक गुरदीप बाठ टिकट बदलने की मांग पर अड़े रहे। गुरदीप बाठ ने पार्टी को दो टूक जवाब दे दिया है। जिसमें उन्होंने टिकट न देने पर आजाद चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। इस मौके पर बातचीत करते हुए गुरदीप सिंह बाठ ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने बरनाला विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बदलने के लिए 24 घंटे का समय दिया था और यह समय पूरा हो चुका है। जिसके बाद मैंने अपना अभियान शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि आज उनके पास पार्टी के मंत्री और अन्य नेता आ रहे हैं, जिनसे मैंने मेरा टिकट काटने का कारण पूछा जा रहा है। लेकिन मैं अपने रुख पर कायम हूं और पीछे नहीं हटूंगा। आजाद चुनाव लड़ने का ऐलान उन्होंने कहा कि मैंने जिला योजना बोर्ड के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया है। लेकिन पार्टी से टिकट की समीक्षा की बात करने के कारण उन्होंने पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया। उन्होंने कहा कि अगर आम आदमी पार्टी ने मुझे टिकट नहीं दिया तो मैं चुनाव लड़ूंगा। इसलिए चाहे उन्हें स्वतंत्र रूप से खड़ा होना पड़े, वे पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि मैं अपने सहयोगियों और पार्टी कार्यकर्ताओं के सिर पर चुनाव लड़ूंगा। इन सभी ने पंजाब में आप कार्यकर्ताओं को बरनाला उप चुनाव में आने और पार्टी कार्यकर्ताओं के अस्तित्व के लिए लड़ने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाया गया तो वे भी पार्टी से इस्तीफा दे देंगे और चुनाव लड़ेंगे। गुरदीप बाठ ने बरनाला हलके के लोगों से अपील की कि वे ईमानदार लोगों के साथ खड़े हों और उनका समर्थन करें। उन्होंने मीत हेयर की बिगड़ी सेहत के लिए तंदरूस्ती की कामना करते हुए कहा कि, मैं कामना करता हूं कि मीत हेयर जल्द से जल्द ठीक होकर जनता के बीच जाएं।