जालंधर में निवेश के नाम पर बुजुर्ग से 22 लाख रुपए की ठगी कर ली। आरोपियों ने कॉल करके उसे मोटा मुनाफा कमाने का लालच दिया और बातों में फंसा कर अकांउट खाली कर दिया। पुलिस ने केरल और के मध्य प्रदेश के बदमाशों पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार शहर के पॉश एरिया डिफेंस कॉलोनी के रहने वाले बुजुर्ग महिंदर सिंह द्वारा ये शिकायत कमिश्नरेट पुलिस के अधिकारियों को दी गई। जिसकी जांच एंटी फ्रॉर्ड विंग को मार्क हुई थी। उन्होंने जांच के बाद ये मामला बारादरी थाने में दर्ज करवाया। मोटा मुनाफे का दिया था लालच बुजुर्ग ने महिंदर सिंह ने कहा- बीते साल सितंबर माह में उनके साथ ये ठगी हुई थी। उन्हें 26 सितंबर को एक फोन आया था। जिसमें उसने अपने आप को बड़ा अधिकारी बताया। पीड़ित को बातों में लेकर आरोपी ने कहा- इन्वेस्टमेंट करने पर उन्हें मोटा मुनाफा भी होगा। अपनी बातों में लेकर आरोपियों ने पीड़ित से ठगी कर दी और खातों में पैसे ट्रांसफर करवा लिए। जब ठगी का पता चला तो मामले की शिकायत पुलिस को दी गई। जांच में आरोपियों का नाम केरल के रहने वाले विवेक और मध्य प्रदेश के रहने वाले अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जालंधर में निवेश के नाम पर बुजुर्ग से 22 लाख रुपए की ठगी कर ली। आरोपियों ने कॉल करके उसे मोटा मुनाफा कमाने का लालच दिया और बातों में फंसा कर अकांउट खाली कर दिया। पुलिस ने केरल और के मध्य प्रदेश के बदमाशों पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार शहर के पॉश एरिया डिफेंस कॉलोनी के रहने वाले बुजुर्ग महिंदर सिंह द्वारा ये शिकायत कमिश्नरेट पुलिस के अधिकारियों को दी गई। जिसकी जांच एंटी फ्रॉर्ड विंग को मार्क हुई थी। उन्होंने जांच के बाद ये मामला बारादरी थाने में दर्ज करवाया। मोटा मुनाफे का दिया था लालच बुजुर्ग ने महिंदर सिंह ने कहा- बीते साल सितंबर माह में उनके साथ ये ठगी हुई थी। उन्हें 26 सितंबर को एक फोन आया था। जिसमें उसने अपने आप को बड़ा अधिकारी बताया। पीड़ित को बातों में लेकर आरोपी ने कहा- इन्वेस्टमेंट करने पर उन्हें मोटा मुनाफा भी होगा। अपनी बातों में लेकर आरोपियों ने पीड़ित से ठगी कर दी और खातों में पैसे ट्रांसफर करवा लिए। जब ठगी का पता चला तो मामले की शिकायत पुलिस को दी गई। जांच में आरोपियों का नाम केरल के रहने वाले विवेक और मध्य प्रदेश के रहने वाले अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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सीबीएसई 12वीं की प्रेक्टिकल, जेईई मेन की परीक्षा अगले माह
सीबीएसई 12वीं की प्रेक्टिकल, जेईई मेन की परीक्षा अगले माह नीट पीजी – 52000 मेडिकल की पोस्ट ग्रेजुएट सीटों को भरा जाएगा नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी), नई दिल्ली ने पोस्ट-ग्रेजुएट मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-पीजी-2025 की संभावित तिथियां घोषित कर दी है। पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन बोर्ड (पीजीएमईबी) और नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंस (एनबीईएमएस) से विचार-विमर्श के बाद 15 जून 2025 को परीक्षा करवाना तय किया गया है। एनएमसी-नई दिल्ली के नोटिफिकेशन के अनुसार इंटर्नशिप पूर्ण किए जाने की तारीख को 31 जुलाई को ध्यान में रखते हुए नीट-पीजी-2025 का आयोजन 15 जून को आयोजन किया जाएगा। इसके जरिए देश की करीब 52000 पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल की सीटों को भरा जाएगा। वहीं हर साल करीब 2 लाख से अधिक उम्मीदवार इस परीक्षा में हिस्सा लेते है। एग्जाम के तहत एमडी, एमएस, पीजी डिप्लोमा, पोस्ट एमबीबीएस डीएनबी और एमएस डिप्लोमा जैसे मेडिकल पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों में उम्मीदवारों का दाखिला होता है। नीट पीजी परीक्षा के लिए उम्मीदवारों का मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान से एमबीबीएस की डिग्री या प्रोविजनल एमबीबीएस पास सर्टिफिकेट होना चाहिए। परीक्षा के लिए अटेंप्ट की कोई भी लिमिट नहीं होती। उम्मीदवार अपनी मर्जी के हिसाब से परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। हालांकि उम्मीदवारों के लिए एक वर्ष की इंटर्नशिप जरूरी होनी चाहिए। भास्कर न्यूज | जालंधर/रोपड़ नए साल में जनवरी से मई तक पांच महीनों में आठ परीक्षाएं होंगी। सेंटर्स पर लाखों अभ्यर्थी परीक्षा देने पहुंचेंगे। शुरुआत जनवरी-फरवरी में 12वीं बोर्ड सीबीएसई की प्रायोगिक परीक्षाओं से होगी। इसी महीने में जेईई मेन की परीक्षा होनी है। फरवरी व मार्च में सीबीएसई 12वीं बोर्ड की सैद्धांतिक परीक्षाएं होगी। अप्रैल में जेईई मेन अप्रैल सेशन और एनडीए-एनए-1 परीक्षा होगी। मई में मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी 2025 संभावित है। मई में ही जेईई एडवांस्ड 2025 प्रवेश परीक्षा और सीयूईटी यूजी एग्जाम संभावित है। मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी 2025 और कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट सीयूईटी-यूजी की तारीखों का ऐलान अभी नहीं हुआ है। सामान्यतय नीट यूजी प्रवेश परीक्षा मई के पहले रविवार को होती है। अगले साल जेईई मेन में लगभग 15 लाख परीक्षार्थी, नीट यूजी में करीब 24 लाख, सीयूईटी यूजी में करीब 14 लाख और जेईई एडवांस्ड में लगभग 1.50 लाख परीक्षार्थियों के शामिल होने की उम्मीद है। नए साल में बोर्ड तथा प्रतियोगी-परीक्षाओं के इस दौर में अलग-अलग शहरों में परीक्षा केंद्र होने के कारण विद्यार्थियों को एक शहर से दूसरे शहर भी जाना होगा। नीट-यूजी मई में संभावित, अप्रैल में एनडीए-एनए 1 जनवरी से 14 फरवरी 25 तक 12वीं बोर्ड सीबीएसई की प्रायोगिक परीक्षाएं, 22 जनवरी से 31 जनवरी तक जेईई-मेन जनवरी-सेशन की परीक्षा, 15 फरवरी से 15 मार्च तक सीबीएसई 12वीं बोर्ड के सैद्धांतिक की परीक्षाएं, 1 अप्रैल से 8 अप्रैल तक जेईई-मेन अप्रैल-सेशन की परीक्षाएं, 13 अप्रैल को एनडीए-एनए-1 परीक्षा, मई के पहले रविवार को मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी,2025 (संभावित), 18 मई को जेईई-एडवांस्ड प्रवेश परीक्षा, मई के अंतिम सप्ताह में कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट-सीयूईटी-यूजी का संभावित आयोजन संभावित है।
जालंधर में आशु की गिरफ्तारी पर कांग्रेस की चुप्पी:लुधियाना से सांसद पद के दावेदार थे भारत भूषण, 9 घंटे चली ED की पूछताछ
जालंधर में आशु की गिरफ्तारी पर कांग्रेस की चुप्पी:लुधियाना से सांसद पद के दावेदार थे भारत भूषण, 9 घंटे चली ED की पूछताछ लुधियाना से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु को ईडी ने गुरुवार को जालंधर में गिरफ्तार कर लिया है। करीब 9 घंटे की पूछताछ के बाद आशु को ईडी ने गिरफ्तार किया है। इन 9 घंटों में पंजाब कांग्रेस के किसी भी वरिष्ठ नेता या लुधियाना से किसी पूर्व विधायक या जिला प्रधान ने आशु की गिरफ्तारी का विरोध नहीं किया। विधायक परगट सिंह, विधायक सुखविंदर कोटली और पूर्व विधायक राजेंद्र बेरी रात को पहुंचे लेकिन उन्हें आशु से मिलने का मौका नहीं मिला। आशु 16 महीने पहले भी जेल जा चुके हैं। आशु 7 महीने जेल में रहे। वह 7 मई 2023 को जमानत पर बाहर आए हैं। जालंधर शहर कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का लोकसभा क्षेत्र है। पंजाब के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी तक सभी ने आशु की गिरफ्तारी पर चुप्पी साध रखी है। इससे साफ है कि कहीं न कहीं अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने आशु से दूरी बनानी शुरू कर दी है। वड़िंग ने 2022 में बनाया था स्थायी मोर्चा यहां आपको बता दें कि 22 अगस्त 2022 को ट्रांसपोर्टेशन टेंडर घोटाले के आरोप में भारत भूषण आशु को एक सैलून में बाल कटवाते समय विजिलेंस ने गिरफ्तार किया था। उस समय आशु की गिरफ्तारी के चंद घंटों बाद ही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग खुद गिद्दड़बाहा से आए और आशु के समर्थन में विजिलेंस दफ्तर के बाहर बैठ गए थे। लेकिन इस बार वड़िंग आशु की गिरफ्तारी पर पूरी तरह खामोश हैं। वड़िंग की जीत के बाद आशु ने सोशल मीडिया पर जाहिर किया था दर्द
पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु ने राजा वड़िंग की जीत के बाद एक पोस्ट डालकर अपने दिल के दर्द को जाहिर किया था। जिसमें उन्होंने लिखा था कि-रास्ते भी जिद्दी है, मंजिलें भी जिद्दी है, देखते है कल क्या होता है,हौंसले भी जिद्दी है। आशु थे लुधियाना लोकसभा टिकट के प्रबल दावेदार
बता दें लोकसभा चुनाव में रवनीत सिंह बिट्टू के भाजपा में शामिल होने के बाद भारत भूषण आशु एक मात्र बड़ा चेहरा लुधियाना से थे लेकिन शहर के कुछ पूर्व विधायकों के बगावती सुरों के कारण हाईकमान ने प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग को लुधियाना से उम्मीदवार घोषित कर दिया। शहर में चर्चा यह भी रही है कि वड़िंग का आशु ग्रुप ने खुलकर समर्थन नहीं किया। वड़िंग की जीत के जश्न और दफ्तर के उद्घाटन पर आशु रहे नदारद वड़िंग को जिला लुधियाना से कम वोट मिले जबकि ग्रामीण इलाकों से वड़िंग को बंपर वोट मिले जिस कारण वह जीते। वड़िंग की जीत के बाद जो शहर में जश्न मनाया गया उसमें भी आशु गैरहाजिर रहे। वड़िंग से ने जब अपने सांसदीय दफ्तर का बचत भवन में उद्घाटन किया उस समय भी भारत भूषण आशु नदारद रहे। यह भी एक बड़ा कारण है कि वड़िंग और आशु में दूरियां बढ़ी है। पत्रकारों के द्वारा कई बार वड़िंग से यह सवाल भी किया जा चुका है कि क्या आशु उनसे नाराज है तो वड़िंग का जवाब हमेश यही रहा है कि वह किसी से नाराज नहीं है। वह सभी को मनाने की कोशिश में रहते है लेकिन अब कोई न माने तो वह क्या करें। वह कांग्रेस को पंजाब में एकजुट रखेंगे। पंजाब विजिलेंस भी कर चुकी जांच ये मामला पहले पंजाब विजिलेंस ब्यूरो की तरफ से उठाया गया था। इस मामले में विजिलेंस कोर्ट में चालान भी पेश कर चुकी है। इसके बाद इस मामले से जुड़े दस्तावेज ईडी ने मांगे थे और मामले की जांच अपने स्तर पर शुरू की थी। सूचना के अनुसार ईडी ने भारत भूषण आशु को आज पेश होने के लिए कहा था। जाने क्या है टेंडर घोटाला : स्कूटर, बाइक पर माल की ढुलाई दिखाई लेबर ट्रांसपोर्टेशन टेंडर घोटाला में अनाज मंडियों में आरोपी वाहनों पर नकली नंबर प्लेट लगाकर माल की ढुलाई करते थे। वहीं, आरोपियों ने टेंडर लेने से पहले विभाग में गलत वाहनों के नंबर लिखवा दिए। जांच के दौरान पता चला कि जो नंबर लिखवाए थे वह स्कूटर, बाइक आदि टू-व्हीलर के थे। जिन वाहनों के यह नंबर हैं, वह माल ढोने के लिए मान्य ही नहीं हैं। इस मामले में करीब 2 महीने पहले कुछ ट्रांसपोर्ट मालिकों व ठेकेदारों की ओर से उस समय के कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु पर कुछ कॉन्ट्रेक्टर और ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने और करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप लगे थे। अब इस मामले में जांच के बाद विजिलेंस की ओर से FIR दर्ज करके गिरफ्तारी करनी शुरू कर दी गई है। आशु पर टेंडरिंग के 2 हजार करोड़ के घोटाले का भी आरोप है।
जालंधर वेस्ट उपचुनाव में प्रचार करने पहुंचे वड़िंग:समस्याओं का जल्द समाधान का दिया आश्वासन, बाजवा और पूर्व CM चन्नी भी रहे मौजूद
जालंधर वेस्ट उपचुनाव में प्रचार करने पहुंचे वड़िंग:समस्याओं का जल्द समाधान का दिया आश्वासन, बाजवा और पूर्व CM चन्नी भी रहे मौजूद पंजाब के जालंधर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए मतदान में अब कुछ ही दिन बचे हैं। हर पार्टी ने चुनाव प्रचार तेज कर दिया है। एक तरफ आम आदमी पार्टी की ओर से जालंधर में केंद्र सरकार और सीबीआई के खिलाफ राज्य स्तरीय विरोध प्रदर्शन किया गया, वहीं दूसरी तरफ आज कांग्रेस के बड़े नेतृत्व की ओर से अपनी उम्मीदवार सुरिंदर कौर के लिए प्रचार और बैठक की गई। बैठक में पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष और लुधियाना से सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा, पूर्व सीएम और जालंधर से सांसद चरणजीत सिंह चन्नी समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। बैठक में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भी जुटे थे। राजा वड़िंग ने जमकर आप और बीजेपी पर निशाना साधा। यह बैठक शहर के एक स्थानीय होटल में हुई। राजा वड़िंग ने कार्यकर्ताओं को कांग्रेस पार्टी की उम्मीदवार बीबी सुरिंदर कौर के पक्ष में प्रचार करने के लिए प्रेरित किया। वहीं जालंधर से सांसद चरणजीत सिंह चन्नी और कांग्रेस पार्टी के नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने भी कार्यकर्ताओं और नेताओं से इस उपचुनाव के लिए अपने वार्ड में प्रचार करने का आग्रह किया और लोगों को कांग्रेस की नीतियों से अवगत कराया और लोगों की समस्याओं को जल्द से जल्द हल करने का आश्वासन दिया। शीतल अंगुराल के इस्तीफे के बाद हो रहा है उपचुनाव लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 27 मार्च को शीतल अंगुराल भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। लेकिन 29 मई को अंगुराल ने अपना इस्तीफा वापस लेने का फैसला किया। 30 मई को अंगुराल ने इस्तीफा वापस लेने के लिए स्पीकर को पत्र लिखा। 3 जून को स्पीकर ने अंगुराल को इस्तीफे पर बातचीत के लिए बुलाया था। लेकिन 30 मई को अंगुराल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया। इस पर अंगुराल ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की बात कही थी। मजे की बात यह है कि भगत और अंगुराल 2022 के विधानसभा चुनाव में भी मैदान में थे। तब मोहिंदर भगत भाजपा के उम्मीदवार थे और अंगुराल आप के उम्मीदवार थे। इस बार उलटा हुआ है। भगत आप के हैं और अंगुराल भाजपा के उम्मीदवार हैं।