जालंधर शहर के सबसे पॉश एरिया में से एक जालंधर हाइट्स में 18 साल की युवती ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक का की पहचान किरणदीप कौर पुत्री देशवीर सिंह के रूप में हुई है। जो मूल रूप से फिरोजपुर के गंगा मंदिर एरिया की रहने वाली थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल जालंधर भिजवा दिया। जांच के दौरान पुलिस को फिलहाल कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। थाना सदर की चौकी जालंधर हाइट्स की पुलिस मामले की जांच कर रही है। इंचार्ज बोले- फिरोजपुर से परिवार के आने पर होगी कार्रवाई ये घटना जालंधर के थाना सदर के अधीन आती चौकी जालंधर हाइट्स के एरिया में हुई है। चौकी के इंचार्ज गुरविंदर सिंह विर्क ने बताया कि किरणदीप कौर जालंधर में सीटी इंस्टीट्यूट में पढ़ाई करती थी। कुछ समय पहले किरणदीप के पिता की मौत हो गई थी और उसकी मां भी नहीं रही थी। जिसके चलते वह फिरोजपुर से जालंधर अपने बुआ के पास रहने के लिए आ गई थी। बीते मंगलवार को उसने फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। चौकी इंचार्ज गुरविंदर सिंह विर्क ने कहा कि घटना के बारे में फिरोजपुर में रह रहे परिवार को जानकारी दे दी गई है। आज उनके बयान दर्ज होने के बाद पुलिस द्वारा अगली कार्रवाई की जाएगी। आज लड़की के शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। जालंधर शहर के सबसे पॉश एरिया में से एक जालंधर हाइट्स में 18 साल की युवती ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक का की पहचान किरणदीप कौर पुत्री देशवीर सिंह के रूप में हुई है। जो मूल रूप से फिरोजपुर के गंगा मंदिर एरिया की रहने वाली थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल जालंधर भिजवा दिया। जांच के दौरान पुलिस को फिलहाल कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। थाना सदर की चौकी जालंधर हाइट्स की पुलिस मामले की जांच कर रही है। इंचार्ज बोले- फिरोजपुर से परिवार के आने पर होगी कार्रवाई ये घटना जालंधर के थाना सदर के अधीन आती चौकी जालंधर हाइट्स के एरिया में हुई है। चौकी के इंचार्ज गुरविंदर सिंह विर्क ने बताया कि किरणदीप कौर जालंधर में सीटी इंस्टीट्यूट में पढ़ाई करती थी। कुछ समय पहले किरणदीप के पिता की मौत हो गई थी और उसकी मां भी नहीं रही थी। जिसके चलते वह फिरोजपुर से जालंधर अपने बुआ के पास रहने के लिए आ गई थी। बीते मंगलवार को उसने फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। चौकी इंचार्ज गुरविंदर सिंह विर्क ने कहा कि घटना के बारे में फिरोजपुर में रह रहे परिवार को जानकारी दे दी गई है। आज उनके बयान दर्ज होने के बाद पुलिस द्वारा अगली कार्रवाई की जाएगी। आज लड़की के शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
अमृतसर में SGPC अंतरिम कमेटी की बैठक:पाकिस्तान सरकार द्वारा वीजा न दिए जाने पर रोष, नागरिक उड्डयन मंत्री से करेंगे मुलाकात
अमृतसर में SGPC अंतरिम कमेटी की बैठक:पाकिस्तान सरकार द्वारा वीजा न दिए जाने पर रोष, नागरिक उड्डयन मंत्री से करेंगे मुलाकात शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के नए पदाधिकारियों की ओर से पहली अंतरिम कमेटी की बैठक की गई। जिसमें खास तौर पर पाकिस्तान जाने वाले तीर्थयात्रियों के रिजेक्ट किए गए वीजा पर रोष जताया गया। इस दौरान प्रस्ताव पास किया गया कि एयरपोर्ट पर कृपाण के साथ ड्यूटी निभाने से रोकने के मसले पर एक डेप्य़ूटेशन नागरिक उड्डयन विभाग से मुलाकात करेगा और इस मसले को 10-15 दिनों में सुलझाएगा। अंतरिम कमेटी की बैठक के बाद जानकारी देते हुए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने बताया कि बैठक में रुटीन के मसलों के अलावा कुछ मुद्दे ऐसे भी डिसकस किए गए जो कि सिखों की भावनाओं से जुड़े थे। जिसमें सबसे पहले सिखों को भारत में एयरपोर्ट पर कृपाण के साथ ड्यूटी करने से रोकना शामिल है। उन्होंने कहा कि विदेशों में इसके लिए लड़ाई लड़ी गई और जीत भी हासिल हुई, लेकिन अपने ही देश में ऐसा बर्ताव बेहद निंदनीय है। इसीलिए इसके लिए एक डेप्यूटेशन तैयार किया गया है जो कि जल्द ही उड्डयन विभाग से मुलाकात करेगा और इस मसले को सुलझाएगा। पाकिस्तान सरकार से अपील उसके बाद उन्होंने बताया कि इस बार श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर पाकिस्तान जाने वाले जत्थे में से सिर्फ 763 वीजा दिए गए, जबकि 1800 पासपोर्ट वीजा के लिए भेजे गए थे। इसीलिए पाकिस्तान सरकार से अपील की जाती है कि जितने भी पासपोर्ट भेजे जाएं सबको वीजा दिया जाए ताकि दोनों देशों के बीच सौहार्द बना रहे। इस दौरान कनाडा में मंदिर पर हुए हमले के बारे में भी चर्चा की गई। हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि शिरोमणि कमेटी के लिए देश विदेश में बसते हर सिख की जान कीमती है और ऐसे कारनामें सिर्फ नफरतें पैदा करने के लिए होते हैं। रोजाना कई मीटिंग करता हूं : एसजीपीसी प्रधान अंत में एसजीपीसी प्रधान ने उस बात पर भी ऐतराज जताया जिसमें उन पर श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार के साथ गुप्त मीटिंग करने के आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा कि वह रोजाना कई बैठकें करते हैं और यह आरोप बेबुनियाद हैं। उन्होंने कहा कि कल सुधार लहर के सदस्य श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार साहिब से मिले और 2.30 घंटे तक बातचीत की। उन्होंने दबे शब्दों में कहा कि वे फैसलों के लिए उन पर दबाव बनाने गए थे।
फगवाड़ा में कस्टम विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर की मौत:रेलवे ट्रैक क्रॉस करते मालगाड़ी की चपेट में आए, जालंधर में थे तैनात
फगवाड़ा में कस्टम विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर की मौत:रेलवे ट्रैक क्रॉस करते मालगाड़ी की चपेट में आए, जालंधर में थे तैनात पंजाब के फगवाड़ा में एक कस्टम विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर रैंक के अधिकारी की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। मृतक की पहचान श्री गुरु रविदास नगर (जालंधर) के रहने वाले सेवा राम पुत्र पूरन राम के रूप में हुई है। ये हादसा रविवार को फगवाड़ा-जालंधर नंगल रेलवे फाटक के पास हुआ था। शव को कब्जे में लेकर फगवाड़ा जीआरपी की पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के लिए फगवाड़ा सिविल अस्पताल में भेज दिया है। फोन पर बात करते कर रहे थे ट्रैक क्रॉस रेलवे पुलिस के थाना प्रभारी जोध सिंह ने कहा- मृतक की पहचान सेवा राम (59) के रूप में हुई है। मृतक जालंधर में कस्टम विभाग में असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर तैनात था। नंगल रेलवे फाटक की जमीन नापने के लिए टेप लेकर आया था। गेट बंद होने के कारण उसने अपनी कार पहले ही साइड में खड़ी कर दी थी। जब सेवा राम रेलवे फाटक क्रॉस करने लगा तो वह फोन पर बात कर रहे थे। कुछ दिनों बाद होना था रिटायर्ड इस दौरान फगवाड़ा से जालंधर की ओर जा रही एक पैसेंजर ट्रेन आती दिखाई दी। जब तुरंत उक्त ट्रैक पार कर किसी तरह दूसरी रेल लाइन पर पहुंचे तो इतने में जालंधर से लुधियाना की ओर जा रही मालगाड़ी उन्हें नहीं दिखी। जिसके बाद वह उसकी चपेट में आगा था। जिससे उनकी मौके पर मौत हो गई थी। जानकारी के अनुसार रेलवे के ड्राइवर द्वारा मामले की सूचना स्टेशन पर दी गई थी। जिसके बाद जांच के लिए पुलिस पहुंच गई थी। जेब से मिली पहचान पत्र के आधार पर उनकी पहचान हुई। पारिवारिक सदस्यों के बयानों पर पुलिस ने मामले में कार्रवाई कर दी है। मृतक कुछ ही दिनों में अपनी सेवा से रिटायर्ड होने वाले थे।
लुधियाना रेप पीड़िता को 24 घंटे बाद मिला ब्लड:कोर्ट के थे आदेश-करवाया जाए गर्भपात; SMO दफ्तर के बाहर भटकती रही मां
लुधियाना रेप पीड़िता को 24 घंटे बाद मिला ब्लड:कोर्ट के थे आदेश-करवाया जाए गर्भपात; SMO दफ्तर के बाहर भटकती रही मां पंजाब के लुधियाना का सिविल अस्पताल लापरवाही के कारण आए दिन सुर्खियों में रहता है। अब अस्पताल से 13 साल की रेप पीड़िता का मामला सामने आया है। पुलिस कोर्ट के आदेश पर गर्भपात के लिए बुधवार दोपहर लड़की को सिविल अस्पताल लेकर आई थी। लड़की में खून की कमी थी। उसे बी पॉजिटिव खून चढ़ाया जाना था। अस्पताल में 124 यूनिट खून स्टॉक में होने के बावजूद उन्हें खून नहीं दिया गया और डोनर लाने को कहा गया। जब डॉक्टर और अन्य स्टाफ ने उनकी बात नहीं सुनी तो वे गुरुवार सुबह 9 बजे से एसएमओ के दफ्तर के बाहर गुहार लगाने के लिए खड़े रहे, लेकिन दोपहर तक उन्हें एसएमओ से मिलने नहीं दिया गया। जब मामला तूल पकड़ने लगा और मीडिया तक पहुंचा तो देर शाम लड़की के लिए खून मुहैया कराया गया। पेट में उभार देखकर मां को हुआ शक 31 जुलाई को थाना मेहरबान की पुलिस ने 5वीं कक्षा में पढ़ने वाली बच्ची से दुष्कर्म की एफआईआर दर्ज की थी। इसके अनुसार बगल के कमरे में रहने वाले युवक ने बच्ची से रेप किया। बच्ची के पेट में उभार देखकर मां को शक हुआ और जांच करवाने पर बेटी गर्भवती पाई गई। इसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। लुधियाना कोर्ट ने बच्ची का गर्भपात कराने का आदेश दिया था, जिसके बाद पुलिस उसे बुधवार दोपहर सिविल अस्पताल लेकर आई। बच्ची की मां के अनुसार बच्ची का ब्लड काउंट कम था। उसे बी पॉजिटिव ब्लड ग्रुप चढ़ाना था। बच्ची की मां बोली-सुबह से खड़ी हुई दफ्तर के बाहर,नहीं मिलने देते कर्मचारी पीड़ित बच्ची की मां ने कहा कि अस्पताल के स्टॉक में 124 यूनिट ब्लड होने के बावजूद उन्हें ब्लड नहीं दिया गया, और उन्हें डोनर लाने के लिए कहा जाता रहा। वह एसएमओ से गुहार लगाने के लिए दफ्तर के बाहर सुबह से खड़ी है। दोपहर तक एसएमओ से मिलने नहीं दिया गया। उसने कहा कि अपनी बच्ची से रेप की वजह से वह पहले ही परेशान हैं। वह बच्ची को संभाले या उसके लिए ब्लड डोनर ढूंढे। ASI ने लगाए एसएमओ व डॉक्टरों पर बदतमीजी के आरोप
थाना मेहरबान में उक्त मामले के जांच अधिकारी ASI राधेश्याम ने सिविल अस्पताल की दो एसएमओ व दो डॉक्टरों पर बदतमीजी का आरोप लगाया है। उसने पूरी घटना रोजनामचे में दर्ज कर दी है। राधेश्याम के मुताबिक कोर्ट के आदेशों पर वह बच्ची को गर्भपात के लिए बुधवार दोपहर को सिविल अस्पताल एडमिट करवा गए थे। बाद में डॉक्टरों ने टैस्ट में बच्ची में खून महज 6 ग्राम पाए जाने पर परिजनों से बी पॉजीटिव ब्लड मांगा और कहा कि वह डोनर लेकर आएं, तभी ब्लड मिलेगा। गुरुवार सुबह बच्ची की बहन ने फोन कर अपनी परेशानी बताई, तो मैंने ब्लड बैंक से स्टॉक पता किया और फोन पर डॉक्टर से बात करवाने को कहा लेकिन डॉक्टर ने बात करने से इंकार कर दिया। राधेश्याम के मुताबिक इसके बाद वह सिविल अस्पताल में पहुंचे, तो वहां एक डॉक्टर आते ही उस पर भड़क गई और कहा कि वह उनके काम में दखलअंदाजी करने वाला कौन होता है। राधे श्याम मुताबिक उसने उन्हें कोर्ट के आदेश दिखाए तो वह मुझे बुरा-भला बोलते हुए ऑर्डर भी साथ ले गई। इसके बाद वह एसएमओ से बात करने गया। वहां पर एक और एसएमओ भी मौजूद थी। उन्होंने एक लेडी डॉक्टर को बुलाया तो वह आते ही मुझ पर भड़क गईं, और उलटा मुझ पर जूनियर डॉक्टर को धक्के मारने का आरोप लगाने लगी। राधे श्याम के मुताबिक उन्होंने पूरी घटना को डीडीआर(रोजनामचे) में लिखकर अधिकारियों को सूचना दे दी है। पीड़ित को दिया गया ब्लड-SMO डॉ.मनदीप कौर सिद्धू
पीड़ित को ब्लड दे दिया गया है। जहां तक र्दुव्यवहार के आरोपों की बात है, एएसआई या बच्ची के परिजनों से किसी ने गलत व्यवहार नहीं किया बल्कि उल्टा एएसआई ने हमारे स्टाफ से र्दुव्यवहार किया था।