पंजाब के जालंधर के रहने वाले सूफी गायक बंटी कव्वाल के बेटे की गुरुवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। बस्ती पीर दाद निवासी 15 वर्षीय इवान का बुधवार को एक्सीडेंट हो गया था। जिसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इवान 10वीं कक्षा का छात्र था। कुत्ता आने से अनियंत्रित हुआ इवान की स्कूटी जानकारी के अनुसार इवान 10वीं कक्षा में पढ़ता था। बुधवार को वह कुछ सामान लेने के लिए एक्टिवा पर सवार हो कर बाजार गया था। जहां पर रास्ते में एक दम से कुत्ता आ गया और उसकी एक्टिवा अनियंत्रित हो गई। उसकी टक्कर पास से गुजर रहे ई-रिक्शा से हो गई। हादसे में युवक को काफी गंभीर चोटें आई थी। पारिवारिक सदस्यों ने युवक को इलाज के लिए निजी अस्पताल में दाखिल करवा दिया था। जहां उसकी मौत हो गई। हादसे की सूचना थाना बस्ती बावा खेल की पुलिस को दी गई थी। तो पुलिस ने पारिवारिक सदस्यों के बयान दर्ज कर लिए थे। गुरुवार को इवान की मौत के बाद उसके शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पंजाब के जालंधर के रहने वाले सूफी गायक बंटी कव्वाल के बेटे की गुरुवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। बस्ती पीर दाद निवासी 15 वर्षीय इवान का बुधवार को एक्सीडेंट हो गया था। जिसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इवान 10वीं कक्षा का छात्र था। कुत्ता आने से अनियंत्रित हुआ इवान की स्कूटी जानकारी के अनुसार इवान 10वीं कक्षा में पढ़ता था। बुधवार को वह कुछ सामान लेने के लिए एक्टिवा पर सवार हो कर बाजार गया था। जहां पर रास्ते में एक दम से कुत्ता आ गया और उसकी एक्टिवा अनियंत्रित हो गई। उसकी टक्कर पास से गुजर रहे ई-रिक्शा से हो गई। हादसे में युवक को काफी गंभीर चोटें आई थी। पारिवारिक सदस्यों ने युवक को इलाज के लिए निजी अस्पताल में दाखिल करवा दिया था। जहां उसकी मौत हो गई। हादसे की सूचना थाना बस्ती बावा खेल की पुलिस को दी गई थी। तो पुलिस ने पारिवारिक सदस्यों के बयान दर्ज कर लिए थे। गुरुवार को इवान की मौत के बाद उसके शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
लॉरेंस इंटरव्यू मामले में जिम्मेदार अधिकारियों पर होगी कार्रवाई:HC में पंजाब सरकार ने दिया जवाब, दूसरे इंटरव्यू मामले की जांच राजस्थान करेगा
लॉरेंस इंटरव्यू मामले में जिम्मेदार अधिकारियों पर होगी कार्रवाई:HC में पंजाब सरकार ने दिया जवाब, दूसरे इंटरव्यू मामले की जांच राजस्थान करेगा जेल से गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के इंटरव्यू मामले की आज (वीरवार को ) पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान अदालत का पंजाब के अधिकारियों से सीधा सवाल था कि इंटरव्यू के लिए जिम्मेदार लोगों पर क्या कार्रवाई की गई। इस पर सरकार की तरफ से कहा गया कि हमारे पास तो इस मामले की रिपोर्ट ही नहीं थी। इस पर अदालत ने कहा पिछले ऑर्डर में बता दिया गया था कि पहला इंटरव्यू सीआईए खरड़ में हुआ है। ऐसे यह चीज तो साफ है। ऐसे आपने जिम्मेदार लोगों पर क्या कार्रवाई की। इस पर सरकार की तरफ से बताया गया कि हम इस चीज की पड़ताल कर रहे है। जल्दी ही जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई कर दी जाएगी। अगली सुनवाई 23 सितंबर तय की गई। इस दौरान सरकार की तरफ से अदालत को अपनी रिपोर्ट दी जाएगी। जैमर लगाने केंद्र कर रहा है मदद इसके बाद जेलों की सुरक्षा से जुड़े जैमरों के मुद्दे पर अदालत ने पंजाब से सवाल किया। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेश हुए गृह सचिव से पूछा कि आप यह बताओ कि फंड जारी करने देरी क्यों हो रही है। इस पर उनका जवाब था कि अब इस काम में देरी नहीं होगी। केंद्र सरकार ने जैमरों में जो भी मदद चाहिए। वह उनकी तरफ से की जाएगी। जल्दी ही यह काम पूरा कर लिया जाएगा। राजस्थान खुद करे दूसरे इंटरव्यू की जांच राजस्थान की जेल में हुए इंटरव्यू मामले में राजस्थान सरकार की तरफ से ऐजी पेश हुए। अदालत का कहना है कि इस मामले की जांच राजस्थान को खद करनी चाहिए। इस पर राजस्थान की तरफ से कहा गया है जैसे ही उन्हें रिपोर्ट मिल जाएगी, तो हम जांच शुरू कर देंगे। जेलों की सुरक्षा पर करोड़ों का है खर्च हालांकि गत सुनवाई के दौरान अदालत में सरकार की तरफ से बताया गया था जेलों में जैमर व अन्य सुरक्षा इंतजामों के लिए 600 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। फंड की व्यवस्था करने में समय लग रहा है। ऐसे में सरकार को थोड़ी मोहलत दी जाए। फिलहाल 15 जेलों में लो पावर्ड जैमर लगाए गए है। बठिंडा जेल में कवच जैमर लगाया गया है। पहले इंटरव्यू में मूसेवाला के कत्ल की जिम्मेदारी ली लॉरेंस का पहला इंटरव्यू 14 मार्च को ब्रॉडकास्ट हुआ था। जिसमें लॉरेंस ने सिद्धू मूसेवाला का कत्ल करवाने की बात कबूली थी। लॉरेंस का कहना था कि मूसेवाला सिंगिंग के बजाय गैंगवार में घुस रहा था। उसके कॉलेज फ्रेंड अकाली नेता विक्की मिड्डूखेड़ा के कत्ल में भी मूसेवाला का हाथ था। इसलिए उसे मरवाया। एसआईटी रिपोर्ट के मुताबिक ये वही इंटरव्यू है, जो उसने सीआईए की कस्टडी से दिया। दूसरे इंटरव्यू में बैरक से कॉल करने का दिया सबूत लॉरेंस ने अपने दूसरे इंटरव्यू में जेल के अंदर से इंटरव्यू करने का सबूत भी दिया था। उसने अपनी बैरक भी दिखाई और बताया कि उसे बाहर नहीं जाने दिया जाता, लेकिन मोबाइल भी उसके पास आ जाता है और सिग्नल भी। लॉरेंस ने अपने इंटरव्यू में कहा कि रात के समय जेल के गार्ड बहुत कम आते-जाते हैं, इसीलिए वह रात को कॉल कर रहा है। लॉरेंस ने मोबाइल के अंदर आने के बारे में भी जानकारी दी थी। लॉरेंस के अनुसार मोबाइल बाहर से जेल के अंदर फेंके जाते हैं। कई बार जेल स्टाफ उन्हें पकड़ भी लेता है, लेकिन अधिकतर बार मोबाइल उस तक पहुंच जाता है। वकील बोले- पंजाब पुलिस में काली भेड़ें इंटरव्यू के खिलाफ पिटीशन दायर करने वाले वकील गौरव ने कहा कि सुनवाई में साफ हो गया गया कि पंजाब पुलिस में काली भेड़े हैं। जिन्होंने यह इंटरव्यू करवाया था। यह किसी आम आदमी का यह काम नहीं है। हालांकि इसे शुरू से ही दबाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने बताया कि अदालत ने तय किया है कि जो भी इस मामले शामिल होंगे, उन पर सीधे कार्रवाई होगी। वहीं, इस मामले में जो भी सुपरवाइजर होंगे, उन पर भी कार्रवाई होगी। अब गुजरात जेल में बंद है लॉरेंस गैंगस्टर लॉरेंस इस समय गुजरात की जेल में नशा तस्करी से जुडे़ केस में बंद है। उसे अहमदाबाद के साबरमती में हाई सिक्योरिटी जेल में रखा गया है। हाल ही में उसके पाकिस्तानी डॉन से ईद की बधाई को लेकर वीडियो कॉल की रिकॉर्डिंग भी वायरल हुई थी।
फाजिल्का के किसानों ने की सीएम मान से मुलाकात:बार्डर के किसानों की समस्याओं को रखा, कच्ची जमीन को पक्का करने की मांग
फाजिल्का के किसानों ने की सीएम मान से मुलाकात:बार्डर के किसानों की समस्याओं को रखा, कच्ची जमीन को पक्का करने की मांग फाजिल्का से विधायक नरेंद्रपाल सवना ने पंजाब के मुख्यमंत्री सरदार भगवंत सिंह मान के साथ मुलाकात की है l सरहदी इलाके के सरपंच और किसानों संग पहुंचे विधायक ने सीएम से मुलाकात दौरान फाजिल्का के भारत-पाकिस्तान सरहदी इलाके के किसानों की कच्ची जमीनों को पक्का करने की मांग रखी है l सीएम को सरहदी इलाके की इस बड़ी समस्या से अवगत करवाया है l जानकारी देते हुए फाजिल्का से हलका विधायक नरेंद्रपाल सवना ने बताया कि फाजिल्का के सरहदी इलाके के दौरे दौरान अधिकतर लोगों ने कई समस्याएं उनके सामने रखी l जिसके बाद उन्होंने इलाके के लोगों से वायदा किया था कि वह किसानों की इस समस्या को सीएम के साथ मुलाकात कर उनके सामने रखेंगे l यही वजह है आज उन्होंने सरहदी इलाके के किसानों और सरपंचों के प्रतिनिधि मंडल के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री सरदार भगवंत सिंह मान के साथ मुलाकात कर उनके आगे बार्डर पट्टी इलाके की कच्ची जमीनों को पक्का करने की मांग रखी है l किया जाएगा उच्च स्तरीय कमेटी का गठन : मान उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने भरोसा दिया है कि इस मामले को लेकर जल्दी ही उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया जाएगा और किसानों की इस समस्या का समाधान किया जाएगा l इस मौके पर विधायक सवना के साथ गोसेवा कमीशन के सदस्य अरुण वाधवा, राय सिख समाज सुधार सभा पंजाब के प्रधान हंसा सिंह कामरेड, पूर्व सरपंच हरनेक सिंह ओझावाली, पूर्व सरपंच बलविंदर सिंह आलमशाह, पूर्व सरपंच सुखविंदर सिंह मौजूद रहे l
बंदी सिखों की रिहाई पर रवनीत बिट्टू का यू-टर्न:बोले- राजोआना या बाकी सिखों की रिहाई का नहीं करूंगा विरोध
बंदी सिखों की रिहाई पर रवनीत बिट्टू का यू-टर्न:बोले- राजोआना या बाकी सिखों की रिहाई का नहीं करूंगा विरोध पंजाब के लुधियाना से पूर्व सांसद और मौजूदा केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू आज तक जेल में बंद सिखों की रिहाई का विरोध करते रहे हैं। लेकिन अब बिट्टू ने जेल में बंद सिखों की रिहाई पर यू-टर्न ले लिया है। बिट्टू ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अब आगे बढ़ने का समय आ गया है। वह राजोआना समेत किसी भी जेल में बंद सिख की रिहाई का विरोध नहीं करेंगे। पंजाब में शांति बनाए रखने के लिए वह कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हैं। बिट्टू ने कहा कि अगर आने वाले समय में केंद्र सरकार जेल में बंद सिखों के हक में कोई फैसला लेती है तो वह इसका विरोध नहीं करेंगे। उनका परिवार भी जेल में बंद सिखों का किसी भी तरह से विरोध नहीं करेगा। बिट्टू ने कहा कि मैने इस बारे अपने परिवार से भी बातचीत की है। बता दें कांग्रेस में रहते हुए बिट्टू ने हमेशा बलवंत सिंह राजोआना व अन्य बंदी सिखों की रिहाई का कड़ा विरोध किया था। बिट्टू 1 बार श्री आनंदपुर साहिब से सांसद रहे जबकि दो बार लुधियाना से सांसद रह चुके है। इस बार लुधियाना की जनता ने उन्हें नकार दिया। वह कांग्रेस के प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग से करीब 21 हजार वोट से हारे है। बिट्टू क्यों करते रहे बंदी सिखों का विरोध 31 अगस्त 1995 को पंजाब के मुख्यमंत्री बेअंत सिंह (बिट्टू के दादा) की हत्या कर दी गई। मानव बम ने बेअंत सिंह की कार के पास खुद को उड़ा लिया था। बलवंत सिंह राजोआना के बयान के अनुसार, उसने और पंजाब पुलिस मुलाजिम दिलावर सिंह ने बेअंत सिंह को ह्यूमन बम से उड़ा दिया था। दिलावर सिंह ने ह्यूमन बम बनकर बेअंत सिंह पर हमला किया था। साजिश इस तरह रची गई थी कि अगर दिलावर फेल हो जाता तो राजोआना की तरफ से हमला किया जाना था। कोर्ट ने राजोआना को फांसी की सजा सुनाई थी।