जालंधर में आम आदमी पार्टी (AAP) नेताओं द्वारा NEET परीक्षा में धांधली को लेकर आज जोरदार प्रदर्शन किया गया। जहां राज्य के दो कैबिनेट मंत्रियों सही कई एमएलए पहुंचे और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। ये प्रदर्शन जालंधर के डीसी ऑफिस के बाहर धरना स्थल पर किया गया, सुबह से ही उक्त प्रदर्शन स्थल पर आप नेताओं का जमावड़ा लगना शुरू हो गया। प्रदर्शन के दौरान कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल, लोकल बॉडी मंत्री बलकार सिंह, कई जिलों के एमएलएस और कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। नेताओं केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पूरे प्रदर्शन के दौरान पुलिस की भारी सुरक्षा धरना स्थल पर तैनात रही। मंत्रियों ने केंद्र सरकार से नीट धांधली पर कार्रवाई की मांग की मंत्री बलकार सिंह ने कहा कि, एनईईटी देश का सबसे मुश्किल परीक्षा है, जब बच्चा पास हो जाए या रिजल्ट में किसी प्रकार की कोई कोताही बरती गई हो तो बच्चों के मन टूट जाते हैं। ऐसे में केंद्र सरकार को आरोपियों के खिलाफ जरुरी कार्रवाई करनी चाहिए। वहीं, मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने कहा कि, केंद्र सरकार ने करीब 25 लाख से ज्यादा बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। इस धांधली में कई नेता और अधिकारी शामिल हैं। केंद्र सरकार उक्त आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया जाए। 5 मई को हुई थी परीक्षा पूरे देश में 5 मई को NEET की परीक्षा हुई थी। जिसके परिणाम 4 जून को आए थे। लेकिन उनमें कई तरह की अनियमितता थी और इसमें घोटाले की आशंका थी। यह मामला देश की सर्वोच्च अदालत में भी पहुंचा। वहां पर अदालत ने भी माना की जो ग्रेस मार्क दिए गए हैं, वह गलत है। इस पर रिव्यू किया जाना चाहिए। वहीं, भारत सरकार भी कह चुकी है कि जो अदालत का फैसला होगा, वह उन्हें मंजूर होगा। अदालत के फैसले के अनुसार ही इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी। पूरे देश में इन नतीजे के बाद इस परीक्षा परिणाम का विरोध किया जा रहा है। इसलिए आज जालंधर और चंडीगढ़ आम आदमी पार्टी भी इसका किया गया। जालंधर में आम आदमी पार्टी (AAP) नेताओं द्वारा NEET परीक्षा में धांधली को लेकर आज जोरदार प्रदर्शन किया गया। जहां राज्य के दो कैबिनेट मंत्रियों सही कई एमएलए पहुंचे और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। ये प्रदर्शन जालंधर के डीसी ऑफिस के बाहर धरना स्थल पर किया गया, सुबह से ही उक्त प्रदर्शन स्थल पर आप नेताओं का जमावड़ा लगना शुरू हो गया। प्रदर्शन के दौरान कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल, लोकल बॉडी मंत्री बलकार सिंह, कई जिलों के एमएलएस और कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। नेताओं केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पूरे प्रदर्शन के दौरान पुलिस की भारी सुरक्षा धरना स्थल पर तैनात रही। मंत्रियों ने केंद्र सरकार से नीट धांधली पर कार्रवाई की मांग की मंत्री बलकार सिंह ने कहा कि, एनईईटी देश का सबसे मुश्किल परीक्षा है, जब बच्चा पास हो जाए या रिजल्ट में किसी प्रकार की कोई कोताही बरती गई हो तो बच्चों के मन टूट जाते हैं। ऐसे में केंद्र सरकार को आरोपियों के खिलाफ जरुरी कार्रवाई करनी चाहिए। वहीं, मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने कहा कि, केंद्र सरकार ने करीब 25 लाख से ज्यादा बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। इस धांधली में कई नेता और अधिकारी शामिल हैं। केंद्र सरकार उक्त आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया जाए। 5 मई को हुई थी परीक्षा पूरे देश में 5 मई को NEET की परीक्षा हुई थी। जिसके परिणाम 4 जून को आए थे। लेकिन उनमें कई तरह की अनियमितता थी और इसमें घोटाले की आशंका थी। यह मामला देश की सर्वोच्च अदालत में भी पहुंचा। वहां पर अदालत ने भी माना की जो ग्रेस मार्क दिए गए हैं, वह गलत है। इस पर रिव्यू किया जाना चाहिए। वहीं, भारत सरकार भी कह चुकी है कि जो अदालत का फैसला होगा, वह उन्हें मंजूर होगा। अदालत के फैसले के अनुसार ही इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी। पूरे देश में इन नतीजे के बाद इस परीक्षा परिणाम का विरोध किया जा रहा है। इसलिए आज जालंधर और चंडीगढ़ आम आदमी पार्टी भी इसका किया गया। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
लोकसभा चुनाव में हार की समीक्षा करेगी भाजपा:विधानसभा उपचुनाव और निकाय चुनाव पर बनेगी रणनीति, जाखड़ भी रहेंगे मौजूद
लोकसभा चुनाव में हार की समीक्षा करेगी भाजपा:विधानसभा उपचुनाव और निकाय चुनाव पर बनेगी रणनीति, जाखड़ भी रहेंगे मौजूद लोकसभा की सभी सीटों पर हार के बाद आज पंजाब भाजपा सभी सीटों की समीक्षा करेगी। आज शनिवार को चंडीगढ़ स्थित पार्टी के पंजाब प्रदेश कार्यालय में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ द्वारा दिनभर विभिन्न बैठकों का आयोजन किया गया है। पंजाब भाजपा के प्रदेश महासचिव राकेश राठौर ने बताया कि प्रदेश भाजपा प्रमुख सुनील जाखड़ की अध्यक्षता में बैठकें होंगी और इसमें पार्टी के प्रदेश प्रभारी विजय रूपाणी, सह प्रभारी डॉ. नरेंद्र सिंह रैना और प्रदेश महासचिव मंथरी श्रीनिवासुलु भी मौजूद रहेंगे। उपचुनाव और निकाय चुनावों के लिए बनेगी रणनीति राकेश राठौर ने बताया कि बैठक में आगामी विधानसभा उपचुनाव, स्थानीय निकाय चुनावों के अलावा अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी और रणनीति बनाई जाएगी। उन्होंने बताया कि सुबह 11 बजे सभी लोकसभा प्रत्याशियों की बैठक होगी। इसके बाद दोपहर 12 बजे पार्टी के सभी जिला अध्यक्षों के साथ चर्चा होगी। दोपहर 3 बजे संयुक्त बैठक होगी राकेश राठौर ने बताया कि दोपहर 3 बजे संयुक्त बैठक होगी, जिसमें कोर कमेटी के सदस्य, लोकसभा प्रभारी और सह प्रभारी, लोकसभा संयोजक और सह संयोजक भाग लेंगे। इसके बाद शाम 5 बजे प्रदेश कोर कमेटी की बैठक होगी। राकेश राठौर ने बताया कि स्थानीय निकाय चुनाव और 10 जुलाई को जालंधर पश्चिम विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए पार्टी कोई कसर नहीं छोड़ेगी। लोकसभा चुनाव में पार्टी का वोट शेयर बढ़ा है, जिससे कार्यकर्ताओं में उत्साह बढ़ा है। उप-चुनाव और निकाय चुनाव की बनेगी रणनीति राकेश राठौर ने बताया की बैठक में आगामी विधानसभा उपचुनाव, स्थानीय निकाय चुनाव के अलावा अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी और रणनीति बनाई जाएगी। उन्होंने बताया की सुबह 11.00 बजे सभी लोकसभा उम्मीदवारों की बैठक होगी। इसके बाद दोपहर 12.00 बजे पार्टी के सभी जिला अध्यक्षों के साथ चर्चा की जाएगी। दोपहर बाद 3.00 बजे संयुक्त बैठक होगी जिसमें कोर कमेटी के सदस्य, लोकसभा प्रभारी व सह प्रभारी, लोकसभा संयोजक व सह-संयोजक भाग लेंगे। इसके बाद शाम 5.00 बजे प्रदेश कोर कमेटी के बैठक होगी। राकेश राठौर ने कहा कि पार्टी स्थानीय निकाय चुनाव और जालंधर पश्चिम विधानसभा सीट पर 10 जुलाई को होने वाले उपचुनाव के लिए पार्टी कोई कसर नहीं छोड़ेगी। लोकसभा चुनाव में पार्टी का वोट शेयर बढ़ा है जिससे कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ा हुआ है।
बंद घर से चुराई भारतीय व विदेशी करंसी
बंद घर से चुराई भारतीय व विदेशी करंसी मॉडल टाउन में भाई से मिलने के लिए 21 सितंबर चंडीगढ़ गए 75 साल बुजुर्ग के घर पर लाखों भारतीय व मामले रुपयों की चोरी हो गई। मॉडल टाउन के एसएचओ अवनीत कौर ने बताया कि उसके पास सुभाष बाली ने शिकायत दर्ज करवाई है। इसमें उसने बताया कि अपने भाई से मिलने के लिए चंडीगढ़ गया हुआ था। जब वापस आया तो उसके घर में सामान बिखरा हुआ था। फिर जांच करने पर उसे पता चला कि उसके घर में एक युवक रात करीब 1 बजे दीवार फांद कर घुसा है। इसने 3.10 लाख भारतीय व 1950 अमेरिकन डॉलर (भारतीय रुपयों में 1,63,076.16) चोरी करके ले गए है। पुलिस का कहना है कि अभी सीसीटीवी के आधार पर जांच की जा रही है। वीडियो में एक युवक दिखाई तो दे रहा है, लेकिन उसका चेहरा साफ नहीं दिख रहा। पुलिस उसके आने-जाने के रूट को चेक कर रही है। इसके बाद ही आगे की जांच होगी। फिलहाल अज्ञात पर थाना मॉडल टाउन में केस दर्ज कर दिया है।
अटक सकती है कंगना की इमरजेंसी फिल्म:सेंसर बोर्ड ने हाईकोर्ट में दिया जवाब, कहा- सर्टिफिकेट नहीं हुआ जारी; 6 सितंबर है रिलीज डेट
अटक सकती है कंगना की इमरजेंसी फिल्म:सेंसर बोर्ड ने हाईकोर्ट में दिया जवाब, कहा- सर्टिफिकेट नहीं हुआ जारी; 6 सितंबर है रिलीज डेट भाजपा सांसद व एक्ट्रेस कंगना रनोट की फिल्म इमरजेंसी की रिलीज अटक सकती है। दरअसल, पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में दाखिल याचिका की सुनवाई के दौरान सेंसर बोर्ड ने साफ कर दिया है कि इस फिल्म को अभी तक सर्टिफिकेट ही जारी नहीं किया गया। जबकि फिल्म को रिलीज करने के लिए मात्र 6 दिन ही शेष बचे हैं। फिल्म इमरजेंसी के खिलाफ एडवोकेट ईमान सिंह खारा की तरफ से याचिका दायर की गई थी। जिसकी सुनवाई हाईकोर्ट में हुई। एडवोकेट ईमान सिंह खारा का कहना है कि कोर्ट में सेंसर बोर्ड ने अपना जवाब दाखिल किया है। जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया है कि इस फिल्म को अभी तक रिलीज के लिए सर्टिफिकेट जारी नहीं किया गया। जवाब के अनुसार फिल्म के खिलाफ कई शिकायतें हैं। शिकायतों को सुने जाने के बाद ही फिल्म को सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा। एसजीपीसी ने सीन डिलीट करने की मांग रखी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के सदस्य गुरचरण सिंह गरेवाल ने कहा कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने सूचना और प्रसारण मंत्री के साथ-साथ सेंसर बोर्ड को भी पत्र लिखा था। पत्र में कहा गया कि हमारा ऐसा कोई इरादा नहीं है। फिल्म का विरोध सिर्फ इसलिए नहीं कर रहे कि इसमें कंगना रनोट हैं। हमारा रुख हमारे तर्क पर आधारित है। गुरुद्वारा कमेटी ने भी एक कानूनी नोटिस जारी किया था और कुछ सदस्यों ने अपनी रिट याचिका दायर करने के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाया था। कंगना की फिल्म का प्रमोशन रोक दिया गया है, ये तो 6 सितंबर को ही पता चलेगा। कंगना अपनी फिल्म को प्रमोट करने के लिए बहुत कुछ करती हैंद्ध उनका कहना है कि उन्हें रेप और जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। ये सब फिल्म प्रमोशन के स्टंट हैं, लेकिन अगर सेंसर बोर्ड ने यह (फिल्म को पास न करने का) फैसला किया है, तो यह एक अच्छी बात है, क्योंकि यह मामला सिर्फ सिखों से जुड़ा नहीं है, यह देश में सद्भाव की चिंताओं से भी जुड़ा है। कंगना का दावा, सेंसर वालों को आ रहीं धमकियां फिल्म का सेंसर सर्टिफिकेट रोके जाने पर कंगना रनोट ने अपना एक वीडियो भी बीते दिन जारी किया था। जिस पर कंगना ने दावा किया है कि सेंसर वालों को धमकियां आ रही हैं, जिसके चलते फिल्म की रिलीज को रोका गया है। वीडियो में कंगना ने कहा- कई तरह की अफवाहें उड़ रही हैं कि हमारी फिल्म इमरजेंसी को सेंसर सर्टिफिकेट मिल गया है। इट इज नॉट ट्रू (ये सच नहीं है)। इनफैक्ट, हमारी फिल्म क्लीयर हो गई थी, लेकिन उसकी सर्टिफिकेशन रोक ली गई है। क्योंकि, बहुत ज्यादा धमकियां आ रही हैं, जान से मार देने की। सेंसर वालों को बहुत ज्यादा धमकियां आ रही हैं। तो हम पर ये प्रेशर है कि मिसेज गांधी की असेसिनेशन ना दिखाई जाए। भिंडरांवाला को ना दिखाएं। पंजाब रॉयट्स ना दिखाएं। आई डोंट नो (मुझे नहीं पता) फिर क्या दिखाएं। क्या हुआ कि फिल्म अचानक से ब्लैक-आउट हो जाती है। दिस इज अनब्लीवेबल टाइम फोर मी ( ये मेरे लिए अविश्वसनीय समय है)। आई एम वैरी सॉरी फॉर द स्टेट ऑफ थिंग्स इन दिस कंट्री (मुझे इस देश की स्थिति पर बहुत खेद है)। पंजाब सहित तेलंगाना भी बैन लगाने की तैयारी में पंजाब में विवाद के बाद आम आदमी पार्टी के सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर ने बीते दिन ही संकेत दिया था कि फिल्म को पंजाब में रिलीज के लिए रोका जा सकता है। पंजाब के अलावा तेलंगाना भी इस फिल्म की रिलीज पर बैन लगाने की तैयारी में है। दोनों राज्यों में सिख संगठन की मांग के बाद ही इस पर बैन लगाने पर विचार किया जा रहा है। कंगना सहित जी-स्टूडियो को भेजा जा चुका नोटिस इससे पहले SGPC प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी फिल्म अदाकारा कंगना रनोट के खिलाफ FIR की मांग कर चुके हैं। एडवोकेट धामी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा था कि कंगना रनोट अक्सर जानबूझकर सिखों की भावनाओं को भड़काने वाली बातें करती रही हैं। सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उन्हें बचा रही है। सरकार को कंगना रनोट के खिलाफ फिल्म इमरजेंसी के जरिए सिखों की धार्मिक भावनाएं भड़काने का मामला दर्ज करना चाहिए। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह भी फिल्म पर कड़े ऐतराज जता चुके हैं और फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग कर चुके हैं। इसके अलावा एसजीपीसी की तरफ से कंगना रनोट सहित फिल्म का ट्रेलर रिलीज करने वाले जी-स्टूडियो को भी नोटिस भेजा जा चुका है। सांसद सर्बजीत खालसा ने उठाया था मामला ये मामला सबसे पहले पंजाब के फरीदकोट से निर्वाचित सांसद सर्बजीत सिंह खालसा की तरफ से अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स पर उठाया गया था। सर्बजीत खालसा ने ब्रॉडकास्ट मंत्रालय से इस फिल्म की रिलीज को रोकने की मांग रखी थी। उनकी तरफ से ऐतराज उठाए जाने के बाद ही ये मामला श्री अकाल तख्त साहिब व एसजीपीसी के ध्यान में आया था। फिल्म में दिखाया आतंकवाद का दौर, भिंडरांवाले का कैरेक्टर भी रखा कंगना ने कुछ दिन पहले इस फिल्म का ट्रेलर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया था। जिसमें पंजाब में 1980 के दशक में आतंकवाद के दौर को भी दिखाया गया है। इसमें एक कैरेक्टर को जरनैल सिंह भिंडरांवाला भी बनाया गया है, जिसे कट्टरपंथी सिख संत के तौर पर देखते हैं। सर्बजीत खालसा का मानना है कि फिल्म में ब्लू स्टार ऑपरेशन को लेकर भी फिल्माया गया है, जो जरनैल सिंह भिंडरांवाला को खत्म करने के लिए ही चलाया गया था।