पंजाब पुलिस के STF (स्पेशल टास्क फोर्स) जालंधर में तैनात एक महिला कर्मचारी के साथ जालंधर देहात के थाना मकसूदा के एरिया में हमला करने की कोशिश हुई। महिला कर्मचारी का आरोप है कि जब थाना स्तर पर उसकी सुनवाई नहीं हुई तो उसने मामले की शिकायत पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव को भेजी है। महिला मुलाजिम ने कहा कि, उसके बच्चों के साथ भी आरोपियों ने अभद्रता करने की कोशिश की। जिससे उनके बच्चे काफी डर गए थे। हालांकि इसे लेकर थाना मकसूदा के एसएचओ यादविंदर सिंह ने कहा कि, मामले में राजीनामा हो चुका है। जिन पर आरोप था, वह भी लड़की के रिश्तेदार ही हैं। एसएचओ ने कहा, उक्त युवक सिर्फ ठीकरी पहरे के लिए खड़े गए थे। सभी आरोप गलत हैं। गांव नूसी को जाते में लाठी डंडों से किया हमला जालंधर एसटीएफ में तैनात महिला पुलिस कर्मचारी कुलदीप कौर ने डीजीपी को भेजी गई शिकायत में कहा, वह ग्रीन एवेन्यू, मकसूद की रहने वाली है और पंजाब पुलिस ने कार्यरत है। उसके दो बच्चे हैं। नौकरी के कारण मेरे बच्चों का ध्यान मेरी मौसी रखती हैं। बच्चों के लिए घर पर नर्स रखी गई है। बीते शनिवार की रात वह अपनी कार में अपने बच्चों के साथ टाइम स्पेंड करने के बाद उन्हें छोड़ने के लिए मौसी के घर गांव नूसी गई थी। जहां लिदड़ा नहर को कुछ युवक खड़े गए थे। देर रात का समय था तो वह उक्त रास्ते से तेजी से निकल गई। इस दौरान आरोपियों ने पीड़िता पर हमला कर दिया। जिनके हाथ में लाठी डंडे थे। घटना में कुलदीप की गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई। बोली- मेरा पीछा किया गया, बच्चों को चोट पहुंचने की धमकियां दी कुलदीप कौर ने आगे कहा- जब उसने अपनी कार आगे बढ़ाई तो उसका स्कॉर्पियो गाड़ी द्वारा पीछा भी किया गया। और कुछ दूर गांव के पास मेरी गाड़ी को उक्त युवकों द्वारा आगे अपनी स्कॉर्पियो लगाकर घेर लिया गया। घर से उतरे सभी लोगों के पास लाठी डंडे और अन्य सामान था। सभी ने कुलदीप कौर को धमकाना शुरू कर दिया और हाथापाई करने लगे। कुलदीप ने आगे कहा- जब मैंने बात करने की कोशिश की तो आरोपियों ने जबरदस्ती कार की चाभी निकाल ली। मेरी कार को लॉक कर दिया गया और दौरान मेरा बेटा बेहोश हो गया। क्योंकि उसे सांस लेने में दिक्कत थी। महिला बोली- थाने में नहीं हुई सुनवाई वहीं, दैनिक भास्कर से बातचीत में एसटीएफ की महिला मुलाजिम कुलदीप कौर ने कहा- मुझे पर मेरे उच्च अधिकारी केस में राजीनामे का दबाव बना रहे हैं। थाने में मैंने शिकायत की, मगर उन्होंने सुनवाई नहीं की। बात में मुझे पता चला कि राजनीति दबाव के चलते पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा कि, मैंने किसी प्रकार का कोई राजीनामा नहीं किया है और ना ही मैंने किसी राजीनामे पर साइन किए हैं। अगर पुलिस राजीनामे की बात कर रही है तो उन्होंने मेरे फेक साइन किए हैं। पंजाब पुलिस के STF (स्पेशल टास्क फोर्स) जालंधर में तैनात एक महिला कर्मचारी के साथ जालंधर देहात के थाना मकसूदा के एरिया में हमला करने की कोशिश हुई। महिला कर्मचारी का आरोप है कि जब थाना स्तर पर उसकी सुनवाई नहीं हुई तो उसने मामले की शिकायत पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव को भेजी है। महिला मुलाजिम ने कहा कि, उसके बच्चों के साथ भी आरोपियों ने अभद्रता करने की कोशिश की। जिससे उनके बच्चे काफी डर गए थे। हालांकि इसे लेकर थाना मकसूदा के एसएचओ यादविंदर सिंह ने कहा कि, मामले में राजीनामा हो चुका है। जिन पर आरोप था, वह भी लड़की के रिश्तेदार ही हैं। एसएचओ ने कहा, उक्त युवक सिर्फ ठीकरी पहरे के लिए खड़े गए थे। सभी आरोप गलत हैं। गांव नूसी को जाते में लाठी डंडों से किया हमला जालंधर एसटीएफ में तैनात महिला पुलिस कर्मचारी कुलदीप कौर ने डीजीपी को भेजी गई शिकायत में कहा, वह ग्रीन एवेन्यू, मकसूद की रहने वाली है और पंजाब पुलिस ने कार्यरत है। उसके दो बच्चे हैं। नौकरी के कारण मेरे बच्चों का ध्यान मेरी मौसी रखती हैं। बच्चों के लिए घर पर नर्स रखी गई है। बीते शनिवार की रात वह अपनी कार में अपने बच्चों के साथ टाइम स्पेंड करने के बाद उन्हें छोड़ने के लिए मौसी के घर गांव नूसी गई थी। जहां लिदड़ा नहर को कुछ युवक खड़े गए थे। देर रात का समय था तो वह उक्त रास्ते से तेजी से निकल गई। इस दौरान आरोपियों ने पीड़िता पर हमला कर दिया। जिनके हाथ में लाठी डंडे थे। घटना में कुलदीप की गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई। बोली- मेरा पीछा किया गया, बच्चों को चोट पहुंचने की धमकियां दी कुलदीप कौर ने आगे कहा- जब उसने अपनी कार आगे बढ़ाई तो उसका स्कॉर्पियो गाड़ी द्वारा पीछा भी किया गया। और कुछ दूर गांव के पास मेरी गाड़ी को उक्त युवकों द्वारा आगे अपनी स्कॉर्पियो लगाकर घेर लिया गया। घर से उतरे सभी लोगों के पास लाठी डंडे और अन्य सामान था। सभी ने कुलदीप कौर को धमकाना शुरू कर दिया और हाथापाई करने लगे। कुलदीप ने आगे कहा- जब मैंने बात करने की कोशिश की तो आरोपियों ने जबरदस्ती कार की चाभी निकाल ली। मेरी कार को लॉक कर दिया गया और दौरान मेरा बेटा बेहोश हो गया। क्योंकि उसे सांस लेने में दिक्कत थी। महिला बोली- थाने में नहीं हुई सुनवाई वहीं, दैनिक भास्कर से बातचीत में एसटीएफ की महिला मुलाजिम कुलदीप कौर ने कहा- मुझे पर मेरे उच्च अधिकारी केस में राजीनामे का दबाव बना रहे हैं। थाने में मैंने शिकायत की, मगर उन्होंने सुनवाई नहीं की। बात में मुझे पता चला कि राजनीति दबाव के चलते पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा कि, मैंने किसी प्रकार का कोई राजीनामा नहीं किया है और ना ही मैंने किसी राजीनामे पर साइन किए हैं। अगर पुलिस राजीनामे की बात कर रही है तो उन्होंने मेरे फेक साइन किए हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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