जालौर माध्यमिक शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़े का खुलासा, 297 संदिग्धों में से 34 पर नए मामले दर्ज

जालौर माध्यमिक शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़े का खुलासा, 297 संदिग्धों में से 34 पर नए मामले दर्ज

<p style=”text-align: justify;”><strong>Rajasthan News: </strong>राजस्थान जालौर जिले में माध्यमिक शिक्षा विभाग की भर्तियों में बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है. स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) द्वारा चल रही पड़ताल में दस्तावेजों के सत्यापन के दौरान सामने आया कि कई शिक्षकों ने डमी अभ्यर्थी बैठाकर परीक्षा दी या फर्जी डिग्री लगाकर सरकारी नौकरी हासिल की.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एसओजी ने पूरे प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा विभाग के कुल 297 कार्मिकों को संदिग्ध मानते हुए जांच शुरू की थी, जिनमें से जालोर जिले के 34 के खिलाफ अब दो नए प्रकरण दर्ज किए गए हैं. इससे पहले भी 65 कार्मिकों के खिलाफ चार मामले दर्ज हो चुके हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एसओजी के एडीजी वी.के. सिंह ने बताया कि इस पूरे मामले की गहन जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया और हेल्पलाइन नंबर भी 9530429258 जारी किया गया, जिस पर बड़ी संख्या में शिकायतें मिलीं. आरोपियों ने परीक्षा में अपनी जगह डमी अभ्यर्थी बैठाया या फर्जी शैक्षणिक दस्तावेज प्रस्तुत कर नौकरी प्राप्त की थी. एसआईटी ने राज्य के सभी सरकारी विभागों से पिछले पांच वर्षों में हुई भर्तियों की जानकारी मांगी और सभी विभागों को निर्देशित किया गया कि वे यह सुनिश्चित करें कि नियुक्त कार्मिकों ने स्वयं परीक्षा दी थी या किसी अन्य ने.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’सभी दस्तावेजों की गहराई से की जांच'</strong><br />माध्यमिक शिक्षा निदेशक बीकानेर की अध्यक्षता में आठ सदस्यीय समिति गठित की गई, जिसने शैक्षणिक दस्तावेज, आवेदन पत्र, फोटो और हस्ताक्षर सहित सभी दस्तावेजों की गहराई से जांच की. इसके बाद 34 ऐसे नामों की सूची एसओजी को सौंपी गई, जिनमें अनियमितता की पुष्टि हुई. इनमें कई जालौर जिले के विद्यालयों से संबंधित हैं और सभी पर अब आपराधिक प्रकरण दर्ज किए जा चुके हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इन लोगों का नाम है शामिल</strong><br />जालौर जिले में सामने आए मामलों में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय (उण) में कार्यरत व्याख्याता शैलेष कुमार, (झुझुनी) में वरिष्ठ अध्यापक भलवंती कुमारी, (डूंगरी) में व्याख्याता विनीता और वरिष्ठ अध्यापक विक्त्रस्म कुमार, (गलिफा) में वरिष्ठ अध्यापक विष्णु कुमार बिश्नोई, (ईसरोल) में वरिष्ठ अध्यापक श्रीराम बिश्नोई, (मालवाड़ा) में व्याख्याता दीपेन्द्र बिश्नोई और मनोज, (जोधावास) में वरिष्ठ अध्यापक सुंदरलाल, (सुंटाकोई) में वरिष्ठ अध्यापक श्रवण कुमार बिश्नोई, (दुगावा) सांचौर में वरिष्ठ अध्यापक जोईताराम देवासी शामिल हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसी प्रकार (चितलवाना) में व्याख्याता दिनेश कुमार, (टांपी) में व्याख्याता मनोहर बिश्नोई, (जानवी) में वरिष्ठ अध्यापक पप्पूराम सियाक और सुरेन्द्र कुमार, (सांगड़वा) में वरिष्ठ अध्यापक नरेन्द्र कुमार, (रणोदर) में वरिष्ठ अध्यापक सुरेश कुमार, (खिरोड़ी) में व्याख्याता भंवरलाल बिश्नोई, (भुतेल) में वरिष्ठ अध्यापक ईसराराम, (हालीबाब) में वरिष्ठ अध्यापक श्रवण कुमार, (वीरावा) में व्याख्याता इंदू बाला, (अजोदार) सांचौर में वरिष्ठ अध्यापक महेन्द्र कुमार, (गांग) सांचौर में वरिष्ठ अध्यापक भजनलाल, (जयोरी) सांचौर में व्याख्याता विक्त्रस्म सारण, (मेदाजागीर) में वरिष्ठ अध्यापक गोविंद कुमार, (दांतिया) में व्याख्याता भंवरलाल बिश्नोई, (बांबरला) में प्रधानाध्यापक रूड़ाराम, (बादसम) में वरिष्ठ अध्यापक अनिल कुमार, (मौखातरा) में वरिष्ठ अध्यापक रघुनाथ राम, (सुरावा) में व्याख्याता दीनालाल, (राजीव नगर) में वरिष्ठ अध्यापक महेन्द्र कुमार, (सरनाऊ) में व्याख्याता भंवरलाल और (सेडिया) में व्याख्याता श्रवण कुमार के नाम प्रमुख रूप से शामिल हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इन सभी पर आरोप है कि इन्होंने व्याख्याता, वरिष्ठ अध्यापक, प्रधानाध्यापक जैसे पदों पर भर्ती के लिए आयोजित विभिन्न परीक्षाओं में धोखाधड़ी की. जिन परीक्षाओं में गड़बड़ी पाई गई, उनमें व्याख्याता भर्ती परीक्षा 2018 व 2022, वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा 2022, अध्यापक लेवल-1 भर्ती परीक्षा 2018, प्रयोगशाला सहायक सीधी भर्ती परीक्षा 2018-19, शारीरिक शिक्षा ग्रेड तृतीय भर्ती परीक्षा 2018 व 2022, पुस्तकालयाध्यक्ष भर्ती परीक्षा 2018, शारीरिक प्रशिक्षण अनुदेशक भर्ती परीक्षा 2018 और अध्यापक लेवल-1 विशेष शिक्षक भर्ती परीक्षा 2022 शामिल हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एसओजी द्वारा दर्ज इन मामलों में आगे और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं. जालौर जिले में सामने आए इन खुलासों से माध्यमिक शिक्षा विभाग में भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठे हैं. अब यह देखना होगा कि दोषियों के खिलाफ कितनी सख्त कार्रवाई होती है और फर्जीवाड़े की यह श्रृंखला कहां तक जाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>(रिपोर्ट-एच.एल.भाटी)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”Kota Suicide: आप कर क्या कर रहे हैं, ये बच्चे सुसाइड क्यों कर रहे हैं? सुप्रीम कोर्ट की राजस्थान सरकार को फटकार” href=”https://www.abplive.com/news/india/supreme-court-took-rajasthan-government-to-task-in-the-case-of-suicide-of-students-in-kota-2949350″ target=”_self”>Kota Suicide: आप कर क्या कर रहे हैं, ये बच्चे सुसाइड क्यों कर रहे हैं? सुप्रीम कोर्ट की राजस्थान सरकार को फटकार</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Rajasthan News: </strong>राजस्थान जालौर जिले में माध्यमिक शिक्षा विभाग की भर्तियों में बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है. स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) द्वारा चल रही पड़ताल में दस्तावेजों के सत्यापन के दौरान सामने आया कि कई शिक्षकों ने डमी अभ्यर्थी बैठाकर परीक्षा दी या फर्जी डिग्री लगाकर सरकारी नौकरी हासिल की.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एसओजी ने पूरे प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा विभाग के कुल 297 कार्मिकों को संदिग्ध मानते हुए जांच शुरू की थी, जिनमें से जालोर जिले के 34 के खिलाफ अब दो नए प्रकरण दर्ज किए गए हैं. इससे पहले भी 65 कार्मिकों के खिलाफ चार मामले दर्ज हो चुके हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एसओजी के एडीजी वी.के. सिंह ने बताया कि इस पूरे मामले की गहन जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया और हेल्पलाइन नंबर भी 9530429258 जारी किया गया, जिस पर बड़ी संख्या में शिकायतें मिलीं. आरोपियों ने परीक्षा में अपनी जगह डमी अभ्यर्थी बैठाया या फर्जी शैक्षणिक दस्तावेज प्रस्तुत कर नौकरी प्राप्त की थी. एसआईटी ने राज्य के सभी सरकारी विभागों से पिछले पांच वर्षों में हुई भर्तियों की जानकारी मांगी और सभी विभागों को निर्देशित किया गया कि वे यह सुनिश्चित करें कि नियुक्त कार्मिकों ने स्वयं परीक्षा दी थी या किसी अन्य ने.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’सभी दस्तावेजों की गहराई से की जांच'</strong><br />माध्यमिक शिक्षा निदेशक बीकानेर की अध्यक्षता में आठ सदस्यीय समिति गठित की गई, जिसने शैक्षणिक दस्तावेज, आवेदन पत्र, फोटो और हस्ताक्षर सहित सभी दस्तावेजों की गहराई से जांच की. इसके बाद 34 ऐसे नामों की सूची एसओजी को सौंपी गई, जिनमें अनियमितता की पुष्टि हुई. इनमें कई जालौर जिले के विद्यालयों से संबंधित हैं और सभी पर अब आपराधिक प्रकरण दर्ज किए जा चुके हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इन लोगों का नाम है शामिल</strong><br />जालौर जिले में सामने आए मामलों में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय (उण) में कार्यरत व्याख्याता शैलेष कुमार, (झुझुनी) में वरिष्ठ अध्यापक भलवंती कुमारी, (डूंगरी) में व्याख्याता विनीता और वरिष्ठ अध्यापक विक्त्रस्म कुमार, (गलिफा) में वरिष्ठ अध्यापक विष्णु कुमार बिश्नोई, (ईसरोल) में वरिष्ठ अध्यापक श्रीराम बिश्नोई, (मालवाड़ा) में व्याख्याता दीपेन्द्र बिश्नोई और मनोज, (जोधावास) में वरिष्ठ अध्यापक सुंदरलाल, (सुंटाकोई) में वरिष्ठ अध्यापक श्रवण कुमार बिश्नोई, (दुगावा) सांचौर में वरिष्ठ अध्यापक जोईताराम देवासी शामिल हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसी प्रकार (चितलवाना) में व्याख्याता दिनेश कुमार, (टांपी) में व्याख्याता मनोहर बिश्नोई, (जानवी) में वरिष्ठ अध्यापक पप्पूराम सियाक और सुरेन्द्र कुमार, (सांगड़वा) में वरिष्ठ अध्यापक नरेन्द्र कुमार, (रणोदर) में वरिष्ठ अध्यापक सुरेश कुमार, (खिरोड़ी) में व्याख्याता भंवरलाल बिश्नोई, (भुतेल) में वरिष्ठ अध्यापक ईसराराम, (हालीबाब) में वरिष्ठ अध्यापक श्रवण कुमार, (वीरावा) में व्याख्याता इंदू बाला, (अजोदार) सांचौर में वरिष्ठ अध्यापक महेन्द्र कुमार, (गांग) सांचौर में वरिष्ठ अध्यापक भजनलाल, (जयोरी) सांचौर में व्याख्याता विक्त्रस्म सारण, (मेदाजागीर) में वरिष्ठ अध्यापक गोविंद कुमार, (दांतिया) में व्याख्याता भंवरलाल बिश्नोई, (बांबरला) में प्रधानाध्यापक रूड़ाराम, (बादसम) में वरिष्ठ अध्यापक अनिल कुमार, (मौखातरा) में वरिष्ठ अध्यापक रघुनाथ राम, (सुरावा) में व्याख्याता दीनालाल, (राजीव नगर) में वरिष्ठ अध्यापक महेन्द्र कुमार, (सरनाऊ) में व्याख्याता भंवरलाल और (सेडिया) में व्याख्याता श्रवण कुमार के नाम प्रमुख रूप से शामिल हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इन सभी पर आरोप है कि इन्होंने व्याख्याता, वरिष्ठ अध्यापक, प्रधानाध्यापक जैसे पदों पर भर्ती के लिए आयोजित विभिन्न परीक्षाओं में धोखाधड़ी की. जिन परीक्षाओं में गड़बड़ी पाई गई, उनमें व्याख्याता भर्ती परीक्षा 2018 व 2022, वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा 2022, अध्यापक लेवल-1 भर्ती परीक्षा 2018, प्रयोगशाला सहायक सीधी भर्ती परीक्षा 2018-19, शारीरिक शिक्षा ग्रेड तृतीय भर्ती परीक्षा 2018 व 2022, पुस्तकालयाध्यक्ष भर्ती परीक्षा 2018, शारीरिक प्रशिक्षण अनुदेशक भर्ती परीक्षा 2018 और अध्यापक लेवल-1 विशेष शिक्षक भर्ती परीक्षा 2022 शामिल हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एसओजी द्वारा दर्ज इन मामलों में आगे और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं. जालौर जिले में सामने आए इन खुलासों से माध्यमिक शिक्षा विभाग में भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठे हैं. अब यह देखना होगा कि दोषियों के खिलाफ कितनी सख्त कार्रवाई होती है और फर्जीवाड़े की यह श्रृंखला कहां तक जाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>(रिपोर्ट-एच.एल.भाटी)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”Kota Suicide: आप कर क्या कर रहे हैं, ये बच्चे सुसाइड क्यों कर रहे हैं? सुप्रीम कोर्ट की राजस्थान सरकार को फटकार” href=”https://www.abplive.com/news/india/supreme-court-took-rajasthan-government-to-task-in-the-case-of-suicide-of-students-in-kota-2949350″ target=”_self”>Kota Suicide: आप कर क्या कर रहे हैं, ये बच्चे सुसाइड क्यों कर रहे हैं? सुप्रीम कोर्ट की राजस्थान सरकार को फटकार</a></strong></p>  राजस्थान ज्योति मल्होत्रा से MP पुलिस ने की पूछताछ, महाकालेश्वर मंदिर से कनेक्शन, जानें क्या हुआ खुलासा?