जिस बेटे के लिए मन्नतें मांगीं, उसी ने की हत्या:सुलतानपुर में बहन को भी किया घायल, मां बोली– अब बेटा मर गया मेरे लिए; सिर कूचकर ली थी जान

जिस बेटे के लिए मन्नतें मांगीं, उसी ने की हत्या:सुलतानपुर में बहन को भी किया घायल, मां बोली– अब बेटा मर गया मेरे लिए; सिर कूचकर ली थी जान

श्रवण कुमार की कहानी इतिहास में आदर्श माने जाने वाले बेटे की मिसाल है, लेकिन सुल्तानपुर के एक युवक ने अपने ही नाम को शर्मसार कर दिया। नशे की लत में डूबे श्रवण वर्मा ने पहले मां का हाथ तोड़ा, फिर रविवार रात ईंट से सिर कुचलकर अपने पिता हृदयराम वर्मा की हत्या कर दी। घटना कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के केनौरा गांव की है। 50 वर्षीय किसान हृदयराम वर्मा अपनी पत्नी विमला देवी, बेटे श्रवण और बेटी अमीषा के साथ रहते थे। रविवार शाम श्रवण बिना कुछ बताए घर से निकल गया। रात करीब 8 बजे वह नशे में लौटा और कुएं के पास खड़े होकर पिता को गालियां देने लगा। मना करने पर उसने ईंट से पिता के सिर पर कई वार किए। बहन को बचाने आई तो उसे भी पीटा पिता पर हो रहे हमले को देख श्रवण की छोटी बहन अमीषा बीच-बचाव करने दौड़ी, लेकिन आरोपी ने उसे भी नहीं बख्शा। उसी ईंट से बहन पर भी हमला कर दिया। इस बीच हृदयराम ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। घायल अमीषा को सुल्तानपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। मां की तहरीर पर FIR, आरोपी भेजा गया जेल पुलिस ने मृतक की पत्नी विमला देवी की तहरीर पर आरोपी बेटे श्रवण के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। क्षेत्राधिकारी लंभुआ अब्दुस सलाम ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम में सिर की दाहिनी ओर गंभीर चोटें पाई गई हैं। हृदयराम के भी शराब पीने की पुष्टि हुई है। जिस बेटे के लिए किए व्रत-पूजन, वही बना कातिल तीन बेटियों के बाद बेटे की चाह में हृदयराम और विमला देवी ने मंदिरों में माथा टेका, व्रत रखे और मन्नतें मांगीं। जब बेटा हुआ तो उसका नाम ‘श्रवण कुमार’ रखा, उम्मीद थी कि बुढ़ापे का सहारा बनेगा। लेकिन शराब की लत ने बेटे को हत्यारा बना दिया। बड़ी बहन सरोजा ने कहा, “जिसने पिता को मारा, वो अब मेरा भाई नहीं। उसे वही सजा मिलनी चाहिए जो उसने पिता को दी।” दो बच्चियों का पिता है आरोपी, पत्नी है गर्भवती श्रवण की शादी 2021 में शिवगढ़ थाना क्षेत्र के असरवन गांव की सुनीता उर्फ पिंकी से हुई थी। उसकी दो बेटियां – तीन साल की शुभि और ढाई साल की सौम्या हैं। उसकी पत्नी फिलहाल गर्भवती है। पति की करतूत जानकर वह मायके से ससुराल पहुंची तो सदमे में बार-बार बेहोश हो रही है। श्रवण कुमार की कहानी इतिहास में आदर्श माने जाने वाले बेटे की मिसाल है, लेकिन सुल्तानपुर के एक युवक ने अपने ही नाम को शर्मसार कर दिया। नशे की लत में डूबे श्रवण वर्मा ने पहले मां का हाथ तोड़ा, फिर रविवार रात ईंट से सिर कुचलकर अपने पिता हृदयराम वर्मा की हत्या कर दी। घटना कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के केनौरा गांव की है। 50 वर्षीय किसान हृदयराम वर्मा अपनी पत्नी विमला देवी, बेटे श्रवण और बेटी अमीषा के साथ रहते थे। रविवार शाम श्रवण बिना कुछ बताए घर से निकल गया। रात करीब 8 बजे वह नशे में लौटा और कुएं के पास खड़े होकर पिता को गालियां देने लगा। मना करने पर उसने ईंट से पिता के सिर पर कई वार किए। बहन को बचाने आई तो उसे भी पीटा पिता पर हो रहे हमले को देख श्रवण की छोटी बहन अमीषा बीच-बचाव करने दौड़ी, लेकिन आरोपी ने उसे भी नहीं बख्शा। उसी ईंट से बहन पर भी हमला कर दिया। इस बीच हृदयराम ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। घायल अमीषा को सुल्तानपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। मां की तहरीर पर FIR, आरोपी भेजा गया जेल पुलिस ने मृतक की पत्नी विमला देवी की तहरीर पर आरोपी बेटे श्रवण के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। क्षेत्राधिकारी लंभुआ अब्दुस सलाम ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम में सिर की दाहिनी ओर गंभीर चोटें पाई गई हैं। हृदयराम के भी शराब पीने की पुष्टि हुई है। जिस बेटे के लिए किए व्रत-पूजन, वही बना कातिल तीन बेटियों के बाद बेटे की चाह में हृदयराम और विमला देवी ने मंदिरों में माथा टेका, व्रत रखे और मन्नतें मांगीं। जब बेटा हुआ तो उसका नाम ‘श्रवण कुमार’ रखा, उम्मीद थी कि बुढ़ापे का सहारा बनेगा। लेकिन शराब की लत ने बेटे को हत्यारा बना दिया। बड़ी बहन सरोजा ने कहा, “जिसने पिता को मारा, वो अब मेरा भाई नहीं। उसे वही सजा मिलनी चाहिए जो उसने पिता को दी।” दो बच्चियों का पिता है आरोपी, पत्नी है गर्भवती श्रवण की शादी 2021 में शिवगढ़ थाना क्षेत्र के असरवन गांव की सुनीता उर्फ पिंकी से हुई थी। उसकी दो बेटियां – तीन साल की शुभि और ढाई साल की सौम्या हैं। उसकी पत्नी फिलहाल गर्भवती है। पति की करतूत जानकर वह मायके से ससुराल पहुंची तो सदमे में बार-बार बेहोश हो रही है।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर