हरियाणा के जींद में महिला को शादी का झांसा देकर उसके साथ चार साल तक रेप करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि महिला को बिना बताए उसकी अश्लील वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। घटनास्थल रोहतक का होने के कारण जींद महिला थाना पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज कर रोहतक महिला थाना को भेजी है। जींद सदर थाना क्षेत्र के एक गांव की महिला ने बताया कि वो रोहतक के हिसार बाइपास पर एक कालोनी में रहते हैं। वहां चार साल पहले उसकी जान-पहचान बिहार के सारन जिले के बगोलिया निवासी सतेंद्र के साथ हुई थी। सतेंद्र ने उससे शादी करने की बात कहीं, जिस पर वह उसकी बातों में आ गई। इसके बाद एक होटल में ले जाकर सतेंद्र ने उसके साथ रेप किया। सतेंद्र उसे शादी का झांसा देकर चार साल तक रेप करता रहा। सतेंद्र ने चोरी-छिपे मोबाइल रखकर उनकी अश्लील वीडियो भी बना ली। बाद में इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। उसने शादी के लिए दबाव बनाया तो उसे जान से मारने की धमकी दी। महिला थाना पुलिस जींद ने रेप, आइटी एक्ट, जान से मारने की धमकी देने की जीरो एफआईआर दर्ज कर रोहतक महिला थाना को भेज दी है। हरियाणा के जींद में महिला को शादी का झांसा देकर उसके साथ चार साल तक रेप करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि महिला को बिना बताए उसकी अश्लील वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। घटनास्थल रोहतक का होने के कारण जींद महिला थाना पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज कर रोहतक महिला थाना को भेजी है। जींद सदर थाना क्षेत्र के एक गांव की महिला ने बताया कि वो रोहतक के हिसार बाइपास पर एक कालोनी में रहते हैं। वहां चार साल पहले उसकी जान-पहचान बिहार के सारन जिले के बगोलिया निवासी सतेंद्र के साथ हुई थी। सतेंद्र ने उससे शादी करने की बात कहीं, जिस पर वह उसकी बातों में आ गई। इसके बाद एक होटल में ले जाकर सतेंद्र ने उसके साथ रेप किया। सतेंद्र उसे शादी का झांसा देकर चार साल तक रेप करता रहा। सतेंद्र ने चोरी-छिपे मोबाइल रखकर उनकी अश्लील वीडियो भी बना ली। बाद में इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। उसने शादी के लिए दबाव बनाया तो उसे जान से मारने की धमकी दी। महिला थाना पुलिस जींद ने रेप, आइटी एक्ट, जान से मारने की धमकी देने की जीरो एफआईआर दर्ज कर रोहतक महिला थाना को भेज दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पहलगाम हमला, मृतकों को शहीद के दर्जे की याचिका खारिज:हाईकोर्ट ने कहा-नीतियां बनाना हमारा काम नहीं; लेफ्टिनेंट समेत 26 की मौत हुईं थी
पहलगाम हमला, मृतकों को शहीद के दर्जे की याचिका खारिज:हाईकोर्ट ने कहा-नीतियां बनाना हमारा काम नहीं; लेफ्टिनेंट समेत 26 की मौत हुईं थी पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने मंगलवार (20 मई) को पहलगाम हमले में मारे गए 26 लोगों को शहीद का दर्जा देने की मांग वाली जनहित याचिका को खारिज कर दिया। हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस शील नागू और जस्टिस सुमित गोयल की बैच ने यह फैसला सुनाया। कोर्ट ने कहा, “कोर्ट नई नीतियां नहीं बना सकता। ये काम सरकार का है।” बैंच ने याचिकाकर्ता को यह भी कहा कि वह अपनी मांग या शिकायत उचित अधिकारी या अथॉरिटी को लिखकर दे। इसके बाद 30 दिन के अंदर उसकी मांग पर विचार किया जाएगा। दरअसल, 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में करनाल के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की भी मौत हुई थी। वह अपनी पत्नी हिमांशी के साथ हनीमून पर गए हुए थे। कोर्ट ने पूछा- क्या ये अनुच्छेद 226 में आता है?
सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस शील नागू ने याचिकाकर्ता से पूछा, “क्या उन्हें शहीद घोषित करना अनुच्छेद 226 के अंतर्गत आता है? अगर ऐसा है तो उदाहरण देकर बताइये। क्या कोर्ट ऐसा फैसला ले सकती है? यह फैसला तो सरकार को लेना चाहिए, क्योंकि यह उनका काम है। इसका जवाब देते हुए याचिकाकर्ता एडवोकेट आयुष आहूजा ने कहा, निर्दोष पर्यटकों को धर्म के नाम पर आतंकवादियों ने सिर पर गोली मार दी, उन्हें एक सैनिक की तरह उनका सामना करना चाहिए। केंद्र ने कहा था- याचिकाकर्ता को नहीं पता सरकार क्या कर रही
याचिका का विरोध करते हुए, एडिशनल सॉलिसिटर जनरल (ASG) सत्य पाल जैन ने पहले केंद्र सरकार की ओर से कहा था, “याचिकाकर्ता को पता नहीं है कि भारत सरकार क्या कर रही है। गृह मंत्री उसी शाम श्रीनगर पहुंच गए। हम दूसरे देश के साथ युद्ध के कगार पर हैं। यह ऐसे मुद्दों को उठाने का समय नहीं है, हम अन्य चीजों को प्राथमिकता दे रहे हैं। कोर्ट कह चुका- विचार करना चाहिए
हालांकि, चीफ जस्टिस शील नागू ने पहले सुनवाई के दौरान कहा था, “भले ही कोई सैनिक मर जाए, उन्हें पुरस्कार के लिए विचार किया जाना चाहिए, लेकिन यह तुरंत नहीं दिया जाता है। इसमें समय लगता है। आमतौर पर कम से कम एक साल का टाइम हो जाता है। इस मामले में भी फैसला सुनाएंगे। इसके बाद 6 मई को फैसला सुरक्षित रख लिया गया था। हम इस खबर को अपडेट कर रहे हैं…

गुरुग्राम CMO ने मंत्री को भेजी मेदांता रेप की रिपोर्ट:वारदात के बाद नर्स से कहा- मेजरमेंट ले लिया; फिर कमरे पर गया
गुरुग्राम CMO ने मंत्री को भेजी मेदांता रेप की रिपोर्ट:वारदात के बाद नर्स से कहा- मेजरमेंट ले लिया; फिर कमरे पर गया गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में एयर होस्टेस के साथ डिजिटल रेप की रिपोर्ट सीएमओ डॉ. अलका सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री आरती राव को भेज दी है। रिपोर्ट में मेदांता में एयर होस्टेस के एडमिट से लेकर डिस्चार्ज और उसके बाद डॉक्टरों के बोर्ड द्वारा मेडिकल कराए जाने तक की जानकारी शामिल की गई है। हालांकि इस केस में पुलिस आरोपी टेक्नीशियन दीपक को गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन कैबिनेट मंत्री आरती राव द्वारा रिपोर्ट मांगे जाने के बाद जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी अपने स्तर पर पूरे मामले पर नजर रखी जा रही है। सेक्टर 39 गया था आरोपी पुलिस सूत्रों के अनुसार डिजिटल रेप की वारदात को अंजाम देने के कुछ देर बाद आरोपी सेक्टर 39 में अपने कमरे पर गया था। सेक्टर 39 में वह एक अपार्टमेंट में रहता है। वह रोजाना की तरह अस्पताल में अपनी ड्यूटी पर आता और सबकुछ सामान्य रहा। वह निश्चिंत हो गया था कि किसी ने भी उसे इस गंदी हरकत करने नहीं देखा। प्राइवेसी के कारण आरोपी पकड़ने में आई मुश्किल दरअसल मेदांता देश के बड़े टॉप निजी अस्पतालों में है। यहां देशभर के वीवीआईपी लोगों का इलाज तक होता है। ऐसे में मरीज की प्राइवेसी का विशेष ख्याल रखा जाता है। वेंटिलेटर और आईसीयू एरिया में तो केवल उन्हीं स्टाफ कर्मियों को जाने की अनुमति होती है, जिसकी रोस्टर में ड्यूटी लगाई जाती है। इसके अलावा सीसीटीवी भी इस तरह से लगाएं जाते हैं, जिससे किसी मरीज की प्राइवेसी भी बनी रहे और पूरे एरिया की निगरानी भी की जा सके। डिचिंग ड्रिल ट्रेनिंग के दौरान डूब गई थी एयर होस्टेस बंगाल की एयर होस्टेस गुरुग्राम में होने वाली ट्रेनिंग में हिस्सा लेने के लिए 31 मार्च को पहुंची थी। यहां वह कंपनी के अन्य स्टाफ के साथ सेक्टर 15 के एक होटल में ठहरी थी। उसकी ट्रेनिंग एक अप्रैल से से एक महीने के लिए होनी थी। पांच मार्च को वह डिचिंग ड्रिल ट्रेनिंग (Diching Drill Training) के लिए सेक्टर 35 स्थित ट्रेनिंग सेंटर पहुंची। सुबह 11 बजे पानी में डूबने के दौरान उसकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई। जिसके बाद स्टाफ के लोग उसे पास के एक निजी अस्पताल में ले गए। अगले दिन उसके पति गुरुग्राम पहुंचे और उसे मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया। इसी दौरान छह अप्रैल को टेक्नीशियन दीपक ने उसके साथ डिजिटल रेप की घटना को अंजाम दिया। क्या होती है डिचिंग ड्रिल ट्रेनिंग डिचिंग ड्रिल ट्रेनिंग एक महत्वपूर्ण इमरजेंसी प्रक्रिया है, जो विमान के पानी में उतरने की स्थिति में सुरक्षित निकलना और जीवित रहने के लिए सभी केबिन क्रू और पायलट के लिए जरूरी होती है। इस ट्रेनिंग के दौरान लाइफ सेविंग राफ्ट की तैनाती, जैकेट का उपयोग, बचाव तकनीकों का अभ्यास और इमरजेंसी के वक्त टीमवर्क और लीडरशिप के बारे में बताया जाता है। ट्रेनिंग का जरूरी हिस्सा इस ट्रेनिंग में पानी में लैंडिंग के बाद जीवित रहने के लिए आवश्यक कौशल के बारे में बताया जाता है। इसके अतिरिक्त खराब मौसम, समुद्री स्थिति की जानकारी दी जाती है। केबिन क्रू के लिए डिचिंग ड्रिल ट्रेनिंग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। अब सिलसिलेवार जानिए पूरा घटनाक्रम एयर होस्टेस के केस में नर्सों को अभी क्लीन चिट नहीं गुरुग्राम पुलिस सोर्सेज के मुताबिक एयर होस्टेस ने छेड़छाड़ के वक्त जिन 2 नर्सों के मौजूद होने की बात कही, उनसे पुलिस की पूछताछ हो चुकी है। उन नर्सों का कहना था कि दीपक बार-बार उन्हें कोई न कोई काम बता रहा था। कभी उनकी फाइल मंगवाता तो कभी कुछ कागजात मंगवाता, इस वजह से दीपक चादर के भीतर एयर होस्टेस से छेड़छाड़ कर रहा है, उन्हें पता नहीं चला। हालांकि एयर होस्टेस के प्राइवेट पार्ट से खून निकला तो उन्हें लगा कि शायद पीरियड आए हों। दीपक 5 महीने से काम कर रहा था, ऐसे में वह ये नहीं सोच पाए कि उसने छेड़छाड़ की होगी। हालांकि पुलिस ने नर्सों को न तो अभी क्लीन चिट दी और न ही आरोपी बनाया है। छेड़छाड़ से पहले व बाद में आरोपी ने पोर्न मूवी देखीं गुरुग्राम पुलिस खुलासा कर चुकी है कि दीपक पोर्न देखने का आदी था। एयर होस्टेस से छेड़छाड़ करने से पहले भी उसने पोर्न मूवी देखी थी। जब वह छेड़छाड़ कर लौटा तो फिर उसने पोर्न मूवी देखी। पुलिस ने उसके मोबाइल की सर्च हिस्ट्री खंगाली तो इसके सबूत मिले थे। बिहार के मुजफ्फरपुर का रहने वाला दीपक अभी अविवाहित है। उसका परिवार बिहार में ही रहता है। उसने साल 2019-2022 के दौरान एक निजी संस्थान से BSc (OT.) की डिग्री की थी। इसी डिग्री के आधार पर वह नौकरी की तलाश करने लगा। यहां 5 महीने पहले उसे मेदांता अस्पताल में ICU में मशीन टेक्नीशियन के पद पर नौकरी मिल गई। एयर होस्टेस से जुड़ा डिजिटल रेप कैसे सामने आया पुलिस ने आरोपी को कैसे पकड़ा…

करनाल में पुलिस कर्मचारी पर चाकू से हमला:बैंक कॉलोनी में दो युवक कर रहे थे बाइक से हुड़दंग, टोकने पर एएसआई पर किया हमला
करनाल में पुलिस कर्मचारी पर चाकू से हमला:बैंक कॉलोनी में दो युवक कर रहे थे बाइक से हुड़दंग, टोकने पर एएसआई पर किया हमला हरियाणा में करनाल के राजीव पुरम क्षेत्र की बैंक कॉलोनी में मंगलवार रात दो युवकों ने पुलिस कर्मचारी के पेट में चाकू घोंप दिया। पुलिसकर्मी ने युवकों को गली में बाइक से आवारागर्दी करने से रोका था, जिससे गुस्साए युवकों ने पेट में चाकू घोंप दिया। घायल हालत में पुलिसकर्मी को कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। वारदात के बाद दोनों आरोपी अपनी बाइक छोड़कर मौके से फरार हो गए। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश में जुट गई है। गली में कर रहे थे बाइक से हुड़दंग घटना बैंक कॉलोनी में रहने वाले पुलिस कर्मचारी राजेश कुमार के घर के सामने हुई। राजेश यमुनानगर पुलिस में एएसआई के पद पर तैनात हैं। उनके छोटे भाई ने बताया कि रात के समय गली में दो युवक बार-बार बाइक घुमा रहे थे और तेज आवाज में शोर मचा रहे थे। राजेश ने उन्हें ऐसा करने से रोका तो युवक तैश में आ गए। दोनों ने बहस शुरू कर दी और फिर अचानक चाकू निकालकर राजेश के पेट में घोंप दिया। पकड़ने की कोशिश तो बाइक छोड़कर भागे बदमाश कालोनी निवासी दिनेश कुमार व अन्य ने बताया कि घायल हालत में भी राजेश ने युवकों को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वे बाइक छोड़कर भाग निकले। परिजनों का कहना है कि आरोपी युवक एसपी कॉलोनी के बताए जा रहे हैं। वारदात के बाद राजेश को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस पुलिस को सूचना मिलने के बाद टीम मौके पर पहुंची और अस्पताल जाकर राजेश के बयान लिए। इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है, ताकि आरोपियों की पहचान हो सके। सेक्टर-32-33 पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा। इस हमले से इलाके में दहशत का माहौल है, वहीं पुलिस पर हमला होने के चलते मामला और भी गंभीर हो गया है।