जींद के युवक की अमेरिका में मौत:हार्टअटैक से हुआ निधन; डंकी रूट से गया था, परिजनों ने शव वापस लाने की गुहार लगाई

जींद के युवक की अमेरिका में मौत:हार्टअटैक से हुआ निधन; डंकी रूट से गया था, परिजनों ने शव वापस लाने की गुहार लगाई

हरियाणा के जींद से 35 लाख रुपए खर्च कर अमेरिका गए युवक की मौत हो गई। युवक तीन साल पहले जींद से डंकी रूट के जरिए अमेरिका गया था। दो मई को हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गई। अब मृतक के शव को वापस लाने के लिए परिवार के लोग प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं। शव को अमेरिका से भारत आने में 30 लाख रुपए खर्च आएगा और परिवार के लोग इतने रुपयों की व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं। अलेवा गांव निवासी बलराज ने बताया कि वे चार भाई-बहन हैं। नवीन सबसे छोटा है। उनकी गांव में दो एकड़ जमीन है। नवीन की जिद थी कि वह विदेश में जाकर अच्छी कमाई करेगा और परिवार का सहारा बनेगा। नवीन 12वीं कक्षा पास करने के बाद तीन साल पहले डंकी रूट से होते हुए अमेरिका गया था। वहां कैलिफोर्निया पर नवीन को ट्रक ड्राइवर का काम भी मिल गया था। दो मई को हार्ट में हुई प्रॉब्लम नवीन को अमेरिका भेजने के लिए करीब 35 लाख रुपए खर्च किए। उन्हें उम्मीद थी कि उसका कर्ज भी उतर जाएगा। दो मई को नवीन को हार्ट में प्रॉब्लम हुई तो उसे वहां अस्पताल में भर्ती करवाया गया। वहां नवीन की मौत हो गई। अमेरिका से नवीन के साथियों का दो मई को फोन आया था कि नवीन की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। अब तक नवीन के शव का पोस्टमॉर्टम नहीं हुआ है। इसके बाद ही शव को वापस लाने के लिए प्रक्रिया शुरू होगी। बलराज ने बताया कि उसके भाई का शव को इंडिया वापस लाने में 30 लाख रुपए के करीब खर्च आने का अनुमान है और उनके परिवार के पास इतने रुपए नहीं हैं। वह चाहते हैं कि प्रशासन उनकी मदद करें। हरियाणा के जींद से 35 लाख रुपए खर्च कर अमेरिका गए युवक की मौत हो गई। युवक तीन साल पहले जींद से डंकी रूट के जरिए अमेरिका गया था। दो मई को हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गई। अब मृतक के शव को वापस लाने के लिए परिवार के लोग प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं। शव को अमेरिका से भारत आने में 30 लाख रुपए खर्च आएगा और परिवार के लोग इतने रुपयों की व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं। अलेवा गांव निवासी बलराज ने बताया कि वे चार भाई-बहन हैं। नवीन सबसे छोटा है। उनकी गांव में दो एकड़ जमीन है। नवीन की जिद थी कि वह विदेश में जाकर अच्छी कमाई करेगा और परिवार का सहारा बनेगा। नवीन 12वीं कक्षा पास करने के बाद तीन साल पहले डंकी रूट से होते हुए अमेरिका गया था। वहां कैलिफोर्निया पर नवीन को ट्रक ड्राइवर का काम भी मिल गया था। दो मई को हार्ट में हुई प्रॉब्लम नवीन को अमेरिका भेजने के लिए करीब 35 लाख रुपए खर्च किए। उन्हें उम्मीद थी कि उसका कर्ज भी उतर जाएगा। दो मई को नवीन को हार्ट में प्रॉब्लम हुई तो उसे वहां अस्पताल में भर्ती करवाया गया। वहां नवीन की मौत हो गई। अमेरिका से नवीन के साथियों का दो मई को फोन आया था कि नवीन की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। अब तक नवीन के शव का पोस्टमॉर्टम नहीं हुआ है। इसके बाद ही शव को वापस लाने के लिए प्रक्रिया शुरू होगी। बलराज ने बताया कि उसके भाई का शव को इंडिया वापस लाने में 30 लाख रुपए के करीब खर्च आने का अनुमान है और उनके परिवार के पास इतने रुपए नहीं हैं। वह चाहते हैं कि प्रशासन उनकी मदद करें।   हरियाणा | दैनिक भास्कर