कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि जींद जिला इंकलाबी जिला है। इस जिले को जो मिलना चाहिए था वो मिल नहीं पाया। जींद जिला भेदभाव का शिकार हुआ है। अब 10 सालों में बीजेपी की सरकार में जो वीरान माटी जींद की हुई है, वैसे पहले कभी नहीं हुई। कुमारी सैलजा रविवार को जींद की पुरानी अनाज मंडी में बदलाव रैली को संबोधित कर रही थी। कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा को दस साल का लेखा जोखा देना होगा। अब वक्त आ गया है बीजेपी से 10 साल का हिसाब मांगने का। एमएसपी के लिए क्या कानून बनाया है- सैलजा सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि रणदीप सुरजेवाला जब राज्यसभा में हरियाणा की आवाज उठाते है, तो बीजेपी के पास जवाब नहीं होता। उन्होंने कहा कि किसान के साथ भेदभाव हुआ है, इसका जवाब जो बीजेपी को देना होगा। किसानों की कोई सुनवाई नहीं हुई। एमएसपी के वादे कर रही बीजेपी ये बताए तो सही एमएसपी के लिए क्या कानून बनाया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में दलित, कर्मचारी, पिछड़ा, किसान, महिला, व्यापारी सभी वर्गों के साथ बीजेपी सरकार कैसा बर्ताव करती आई है, ये हम सब ने देखा है। इसीलिए सभी वर्गों में बीजेपी के प्रति रोष है और इसका बदला जनता आगामी एक अक्टूबर को वोट की चोट से लेगी। भाजपा सरकार ने विकास में किया भेदभाव- सुरजेवाला इससे पूर्व राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि राहुल गांधी और खड़गे कुछ ही दिनों में जींद से ही हरियाणा में सत्ता के परिवर्तन की जंग को शुरू करेंगे। बीजेपी सरकार में जींद के साथ विकास में भेदभाव हुआ है। विकास के नाम पर कोई काम नहीं हुआ। अपराध इतना बढ़ गया है कि लोग भय के माहौल में जी रहे हैं। सरकारी नौकरियों के पेपर बिक रहे हैं। इसलिए युवाओं को अपना भविष्य उज्जवल नजर नहीं आ रहा और वे विदेशों में जा रहे हैं। कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि जींद जिला इंकलाबी जिला है। इस जिले को जो मिलना चाहिए था वो मिल नहीं पाया। जींद जिला भेदभाव का शिकार हुआ है। अब 10 सालों में बीजेपी की सरकार में जो वीरान माटी जींद की हुई है, वैसे पहले कभी नहीं हुई। कुमारी सैलजा रविवार को जींद की पुरानी अनाज मंडी में बदलाव रैली को संबोधित कर रही थी। कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा को दस साल का लेखा जोखा देना होगा। अब वक्त आ गया है बीजेपी से 10 साल का हिसाब मांगने का। एमएसपी के लिए क्या कानून बनाया है- सैलजा सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि रणदीप सुरजेवाला जब राज्यसभा में हरियाणा की आवाज उठाते है, तो बीजेपी के पास जवाब नहीं होता। उन्होंने कहा कि किसान के साथ भेदभाव हुआ है, इसका जवाब जो बीजेपी को देना होगा। किसानों की कोई सुनवाई नहीं हुई। एमएसपी के वादे कर रही बीजेपी ये बताए तो सही एमएसपी के लिए क्या कानून बनाया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में दलित, कर्मचारी, पिछड़ा, किसान, महिला, व्यापारी सभी वर्गों के साथ बीजेपी सरकार कैसा बर्ताव करती आई है, ये हम सब ने देखा है। इसीलिए सभी वर्गों में बीजेपी के प्रति रोष है और इसका बदला जनता आगामी एक अक्टूबर को वोट की चोट से लेगी। भाजपा सरकार ने विकास में किया भेदभाव- सुरजेवाला इससे पूर्व राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि राहुल गांधी और खड़गे कुछ ही दिनों में जींद से ही हरियाणा में सत्ता के परिवर्तन की जंग को शुरू करेंगे। बीजेपी सरकार में जींद के साथ विकास में भेदभाव हुआ है। विकास के नाम पर कोई काम नहीं हुआ। अपराध इतना बढ़ गया है कि लोग भय के माहौल में जी रहे हैं। सरकारी नौकरियों के पेपर बिक रहे हैं। इसलिए युवाओं को अपना भविष्य उज्जवल नजर नहीं आ रहा और वे विदेशों में जा रहे हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हाईकोर्ट के पूर्व BJP मंत्री के खिलाफ जांच के आदेश:IPS अधिकारी करेंगे इन्क्वायरी; सुसाइड करने वाले का 3 दिन में हो अंतिम संस्कार
हाईकोर्ट के पूर्व BJP मंत्री के खिलाफ जांच के आदेश:IPS अधिकारी करेंगे इन्क्वायरी; सुसाइड करने वाले का 3 दिन में हो अंतिम संस्कार हरियाणा के पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा पर सुसाइड के लिए उकसाने के मामले में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने जांच के आदेश दे दिए हैं। इस मामले में दायर याचिका में हाईकोर्ट ने कहा कि इस मामले की जांच IPS अधिकारी से कराई जाए। हाईकोर्ट ने यह भी कहा कि मृतक का संस्कार तीन दिन के अंदर किया जाए। यह मामला मामला महेंद्रगढ़ के बाघोत गांव निवासी मोहित से जुड़ा है, जिसने 13 दिसंबर 2024 को घर में फांसी लगाकर आत्महत्या की थी। एक महीने से ज्यादा समय बीत चुका है, लेकिन परिवार ने पोस्टमॉर्टम होने के बावजूद उसका अंतिम संस्कार नहीं किया है। युवक का शव सिविल अस्पताल की मॉर्च्युरी में ही रखा हुआ है। मोहित के पिता कैलाश चंद शर्मा का कहना था कि परिवार के लोग बेटे का अंतिम संस्कार तभी करेंगे, जब पुलिस रामबिलास शर्मा, उनके बेटे और साथियों के खिलाफ मामला दर्ज करेगी। इस मामले में कैलाश चंद का आरोप है कि रामबिलास शर्मा ने साथियों से मिलकर अपनी सरकार होने का फायदा उठाकर उन्हें बहुत परेशान किया। उन्हें अपमानित किया और धमकाया गया। केस दर्ज कराए गए। उसके बेटे मोहित को पॉक्सो के झूठे केस में फंसा दिया। उसे 3 महीने जेल में रखा। जेल के अंदर भी रामबिलास के लोगों ने उसकी पिटाई की। बाद में वह जमानत पर बाहर आ गया लेकिन इसके बाद उसने सुसाइड कर ली। 7 दिन पहले दायर हुई थी याचिका
करीब 7 दिन पहले शुक्रवार (10 जनवरी) को पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में इस संबंध में याचिका दायर की गई थी। जिसमें युवक के पिता ने आरोप लगाया कि वे सीएम से भी मिले थे। मगर, पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा के प्रभाव के कारण आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। परिवार के साथ हो रहे अन्याय और दुर्व्यवहार को देखकर ही उसके बेटे ने छोटी उम्र में खुदकुशी कर ली। इसलिए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। याचिका में पूर्व मंत्री पर ये दो बड़े आरोप… 1. रामबिलास को 22 करोड़ दिए, वापस मांगे तो इनकार कर दिया
याचिका में कैलाश चंद ने कहा कि साल 1996 से 2016 तक उनके पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा के साथ अच्छे संबंध थे। वह उनके साथ पैसों का लेन-देन करते थे। उन्होंने रामबिलास शर्मा की मांग पर विभिन्न अवसरों पर करीब 22 करोड़ रुपए दिए। इस दौरान अचानक उसे फैक्ट्री में नुकसान हो गया। उसने रामबिलास शर्मा से कुछ पैसे वापस मांगे, लेकिन उन्होंने देने से इनकार कर दिया। इसके बाद दोनों के बीच दुश्मनी पैदा हो गई। 2. रामबिलास की वजह से पत्नी पी चुकी जहर, इसमें भी कार्रवाई नहीं हुई
कैलाश चंद ने कहा कि रामबिलास शर्मा की क्रूरता के कारण उसकी पत्नी नीलम ने भी जहर निगलकर आत्महत्या की कोशिश की। मगर, समय पर इलाज मिलने के कारण उसकी जान बच गई। पिछले साल अगस्त में ठीक होने के बाद दिए गए बयान में भी उसने रामबिलास शर्मा, उसके बेटे और उनके साथियों का नाम लिया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। हम इस खबर को अपडेट कर रहे हैं…
हिसार सिलेंडर ब्लास्ट में पति-पत्नी समेत 3 की मौत:सलेमगढ़ में 27 मई को हुआ था हादसा; 2 का अभी चल रहा इलाज
हिसार सिलेंडर ब्लास्ट में पति-पत्नी समेत 3 की मौत:सलेमगढ़ में 27 मई को हुआ था हादसा; 2 का अभी चल रहा इलाज हरियाणा के हिसार में एलपीजी सिलेंडर में ब्लास्ट के बाद आग से झुलसे 5 व्यक्तियों में से पति-पत्नी समेत 3 की बीती रात इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतकों में एक पड़ोसी भी है। पति-पत्नी को दिल्ली के एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया था। 2 अन्य घायलों का अभी अस्पताल में इलाज चल रहा है। पहले जाने पूरा मामला हिसार के आदमपुर खंड के गांव सलेमगढ़ में 27 मई सोमवार को कुलदीप अपने परिवार के साथ घर पर था। उसकी पत्नी मीरा शाम को 5 बजे के करीब चाय बनाने के लिए रसोई में गई थी। जैसे ही उसने गैस चूल्हा जलाने का प्रयास किया तो अचानक आग भड़क गई थी। इसके बाद सिलेंडर में जोरदार धमाका हुआ। कुलदीप व मीरा तेजी से घर से बाहर निकले, लेकिन उनके बाहर निकलते ही सिलेंडर में ब्लास्ट हो गया। इसमें पड़ोसी दिनेश, दीपचंद सोनी व सुलोचना भी आग से झुलस गए थे।
इनकी हुई मौत पांचों को अस्पताल में दाखिल कराया गया था। इनमें से कुलदीप व मीरा की हालत ज्यादा गंभीर थी और उनको दिल्ली के निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया था। बीती रात को दिनेश की जहां हिसार में मौत हो गई, वहीं कुलदीप व उसकी पत्नी मीरा ने दिल्ली में दम तोड़ दिया। दीपचंद सोनी और सुलोचना का निजी अस्पताल में उपचार जारी है मौके पर अमित ने बताया कि वह मूल रूप से राजस्थान का रहने वाला है। सोमवार को वह अपनी बुआ सुलोचना के घर आया था। कुलदीप के घर सिलेंडर फटने की आवाज सुनकर उसकी बुआ सलोचना, दीपचंद सोनी, दिनेश गए तो वे भी आग से झुलस गए। झुलसे सभी लोगों को हिसार के सोनी बर्न अस्पताल में भर्ती कराया गया। सीसीटीवी में दिखा ब्लास्ट गांव सलेमगढ़ में 27 मई सोमवार को कुलदीप के घर हुए सिलेंडर ब्लास्ट का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। इसमें दिख रहा है कि कुछ व्यक्ति जिनमें महिला भी है, एक घर में झांकते हैं। कुछ देर बाद अंदर जाते हैं तो तभी सिलेंडर में ब्लास्ट हो जाता है और वे इसकी आग से घिर जाते हैं। इसके बाद घर में आग लग जाती है। बाद में फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पाया था। गांव में ज्वेलरी की दुकान दिनेश आग से 60 प्रतिशत तक झुलसा था। डॉक्टर उसे बचा नहीं सके। वह कुलदीप के सामने वाले मकान में रहता था। उसके दो बच्चे हैं। दिनेश की गांव में ही ज्वेलर्स की दुकान है। वहीं कुलदीप खेती बाड़ी का काम करता था। उसकी पत्नी मीरा गृहिणी थी। उसके दो लड़के व एक लड़की है। कुलदीप के भाई की कई साल पहले मौत हो चुकी है।
दुष्यंत के लेटर पर भड़के जजपा MLA सुरजाखेड़ा:बोले- ये दबाव की राजनीति; ये सोचते हम इनके बंधे गुलाम, राज्यसभा में हम सरकार के साथ
दुष्यंत के लेटर पर भड़के जजपा MLA सुरजाखेड़ा:बोले- ये दबाव की राजनीति; ये सोचते हम इनके बंधे गुलाम, राज्यसभा में हम सरकार के साथ हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला और जेजेपी की तरफ से अपने विधायकों पर कार्रवाई करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखने पर जजपा विधायक रामनिवास सुरजा खेड़ा भड़क गए हैं। उन्होंने जजपा के लेटर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि ये दबाव बनाने की राजनीति है, ये सोचते हैं इनके बंधे गुलाम हैं हम, हम बंधे गुलाम थोड़े हैं किसी के। दुष्यंत की तरफ से कार्रवाई करने की बात बिल्कुल गलत है, ये सभी के साथ गलत कर रहे हैं। सुरजाखेड़ा ने कहा है कि पहले जेजेपी भाजपा का गठबंधन था, तब साथ ही थे, हम सरकार ने जो काम किए, वे जनता को बता रहे हैं उसमें बुराई क्या है? सुरजाखेड़ा ने कहा कि ये तो अंतरात्मा की बात होती हैं, अगर राज्यसभा चुनाव की लिए वोटिंग हुई तो हम सरकार के साथ हैं, ये हमारा मौलिक अधिकार हैं, जिसे अंतरात्मा कहेगी उसे वोट देंगे। जजपा ने स्पीकर को भेजा रिमाइंडर जननायक जनता पार्टी ने अपने चुनाव निशान पर विधायक बने दो MLA जोगीराम सिहाग और रामनिवास सुरजाखेड़ा के खिलाफ जल्द कार्रवाई करने की अपनी विधानसभा अध्यक्ष से की है। पार्टी कार्यालय सचिव रणधीर सिंह ने रिमाइंडर याचिका के जरिए विधानसभा अध्यक्ष से दोनों विधायकों के खिलाफ जल्द कार्रवाई करते हुए उनकी सदस्यता रद्द करने की मांग की है। इससे पहले जजपा की ओर से 17 मई को लेटर लिखकर दोनों विधायकों के खिलाफ दल बदल कानून के तहत विधानसभा सदस्यता रद्द करने की मांग की थी। लोकसभा चुनाव में पार्टी विरोध किया काम जजपा के कार्यालय सचिव रणधीर सिंह ने बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान इन दोनों विधायकों ने जननायक जनता पार्टी के खिलाफ काम किया और अन्य राजनीतिक दल के उम्मीदवारों का प्रचार किया। साथ ही दोनों ने अन्य राजनीतिक दल के कार्यक्रम का मंच सांझा किया और भाषण दिया। जेजेपी ने दल बदल कानून के तहत मान्य विभिन्न सुबूत पहले ही विधानसभा अध्यक्ष को सौंप दिए हैं।रणधीर सिंह ने कहा कि दोनों विधायकों के खिलाफ पर्याप्त सुबूत हैं और विधानसभा अध्यक्ष को चाहिए कि जल्द सुनवाई कर दोनों को दलबदल कानून के तहत दोषी करार देकर अयोग्य घोषित करें। राज्यसभा चुनाव से पहले कार्रवाई की मांग जजपा के कार्यालय सचिव रणधीर सिंह के कहा कि अगले माह संभावित राज्यसभा चुनाव के मद्देनज़र विधानसभा में ऐसे विधायकों के खिलाफ जल्द कार्रवाई होनी चाहिए जो सदस्य रहने की योग्यता और नैतिकता खो चुके हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही जेजेपी के वरिष्ठ नेताओं का प्रतिनिधिमंडल स्पीकर से मुलाकात कर फिर से तुरंत कार्रवाई की अपील करेगा।