हरियाणा के जींद के उचाना पहुंचे पूर्व डिप्टी सीएम एवं जजपा नेता दुष्यंत चौटाला ने भाजपा से गठबंधन के सवाल पर कहा है कि जो गलती हुई है, वह दोबारा नहीं दोहराएंगे। मनोहर लाल पर अटैक करते हुए दुष्यंत ने कहा कि वे तो जाते जाते उनको (मनोहर) काे ले बैठे। जींद में भाजपा की रैली में अमित शाह के आगमन पर उन्होंने कहा कि चुनाव जनता को लड़ना है। मोदी आए या राहुल गांधी, इनका असर नहीं पड़ता। जनता सब समझती है। दुष्यंत चौटाला ने गुरुवार को देर रात तक उचाना हलके के करसिंधु, पालवां, सेढा माजरा गांव में चुनाव प्रचार किया। उन्होंने एक बार फिर पूर्व केंद्रीय मंत्री चौ. बीरेंद्र सिंह पर जुबानी हमला बोला। उन्होंने कहा कि उनके डूमरखा गांव में जाने से बीरेंद्र सिंह में घबराहट साफ दिख रही है। बता दें कि डूमरखा कलां गांव चौ. बीरेंद्र सिंह का पैतृक गांव है। दुष्यंत ने कहा कि वे उचाना हलके के 66 के 66 गांव का दौरा पूरा कर चुके हैं। भाजपा सांसद कंगना रनोट के किसानों पर दिए बयान पर दुष्यंत चौटाला ने इससे साफ पता चलता है कि भाजपा सांसद की किसानों के बारे में क्या सोच है। उनका बयान बेहद आपत्तिजनक है और यह भाजपा की मानसिकता को दिखाता है। एक सांसद आज किसान वर्ग को किस तरीके से देख रही है, यह स्पष्ट हो चुका है। पूर्व सीएम मनोहर लाल ने कहा कि हमें उनकी (JJP) जरूरत नहीं है, पर दुष्यंत चौटाला ने पलटवार किया कि मैं कौन सा उनकी जरूरत की मांग का इंतजार कर रहा हूं। भाजपा को जब जरूरत थी तो उनके राष्ट्रीय लेवल के नेताओं ने उनसे बात की थी। मगर मैं जाते जाते उनको (मनोहर) ले बैठा। हरियाणा के जींद के उचाना पहुंचे पूर्व डिप्टी सीएम एवं जजपा नेता दुष्यंत चौटाला ने भाजपा से गठबंधन के सवाल पर कहा है कि जो गलती हुई है, वह दोबारा नहीं दोहराएंगे। मनोहर लाल पर अटैक करते हुए दुष्यंत ने कहा कि वे तो जाते जाते उनको (मनोहर) काे ले बैठे। जींद में भाजपा की रैली में अमित शाह के आगमन पर उन्होंने कहा कि चुनाव जनता को लड़ना है। मोदी आए या राहुल गांधी, इनका असर नहीं पड़ता। जनता सब समझती है। दुष्यंत चौटाला ने गुरुवार को देर रात तक उचाना हलके के करसिंधु, पालवां, सेढा माजरा गांव में चुनाव प्रचार किया। उन्होंने एक बार फिर पूर्व केंद्रीय मंत्री चौ. बीरेंद्र सिंह पर जुबानी हमला बोला। उन्होंने कहा कि उनके डूमरखा गांव में जाने से बीरेंद्र सिंह में घबराहट साफ दिख रही है। बता दें कि डूमरखा कलां गांव चौ. बीरेंद्र सिंह का पैतृक गांव है। दुष्यंत ने कहा कि वे उचाना हलके के 66 के 66 गांव का दौरा पूरा कर चुके हैं। भाजपा सांसद कंगना रनोट के किसानों पर दिए बयान पर दुष्यंत चौटाला ने इससे साफ पता चलता है कि भाजपा सांसद की किसानों के बारे में क्या सोच है। उनका बयान बेहद आपत्तिजनक है और यह भाजपा की मानसिकता को दिखाता है। एक सांसद आज किसान वर्ग को किस तरीके से देख रही है, यह स्पष्ट हो चुका है। पूर्व सीएम मनोहर लाल ने कहा कि हमें उनकी (JJP) जरूरत नहीं है, पर दुष्यंत चौटाला ने पलटवार किया कि मैं कौन सा उनकी जरूरत की मांग का इंतजार कर रहा हूं। भाजपा को जब जरूरत थी तो उनके राष्ट्रीय लेवल के नेताओं ने उनसे बात की थी। मगर मैं जाते जाते उनको (मनोहर) ले बैठा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के रेसलर ने करोड़ों के दावों की हवा निकाली:विनेश फोगाट के पति बोले- झूठ न फैलाएं, हमें कोई पैसा नहीं मिला
हरियाणा के रेसलर ने करोड़ों के दावों की हवा निकाली:विनेश फोगाट के पति बोले- झूठ न फैलाएं, हमें कोई पैसा नहीं मिला हरियाणा की रेसलर विनेश फोगाट का दिल्ली एयरपोर्ट से लेकर उनके गांव बलाली तक स्वागत करने वालों की लिस्ट अब इनाम राशि के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इसमें दावा किया जा रहा है कि विनेश को विभिन्न संस्थाओं से करोड़ों रुपए का इनाम मिला है। इनमें कुछ नामी संस्थाओं से जुड़े लोग भी अपनी इनाम राशि को लेकर प्रचार प्रसार करने में लगे हैं। लेकिन, विनेश के पति सोमवीर राठी ने इन दावों की हवा निकाल दी है। उन्होंने कहा है कि उन्हें कोई इनाम नहीं मिला है। यह सस्ती लोकप्रियता पाने का साधन है। 125 किमी का रोड शो निकला
बता दें कि पेरिस ओलिंपिक से खेलकर स्वदेश लौटी विनेश फोगाट का शनिवार को भव्य स्वागत हुआ। दिल्ली एयरपोर्ट से उनके पैतृक गांव बलाली तक करीब 125 किलोमीटर का रोड शो निकाला गया। इसी बीच 100 से ज्यादा जगहों पर उनका स्वागत किया गया। हर जगह कार्यक्रम में विनेश को लोगों ने पुरस्कार स्वरूप नोटों की मालाएं, मेडल, गदा और अन्य उपहार दिए। बलाली पहुंचने पर भी सैकड़ों लोगों ने विनेश को कुछ न कुछ भेंट किया। इसके लिए विनेश सभी लोगों का धन्यवाद कर चुकी हैं। सोशल मीडिया पर लिस्ट वायरल हुई
इसके बाद रविवार को सोशल मीडिया पर एक लिस्ट वायरल हुई, जिसमें विनेश को करोड़ों रुपए की भारी भरकम इनाम राशि दिए जाने का दावा किया गया। X पर कई वेरिफाइड अकाउंट होल्डर भी इसे शेयर कर चुके। शाम होते-होते इस लिस्ट पर किसी तरह का कोई रिएक्शन एवं ऑब्जेक्शन न आने के चलते लोग इसे प्रमाणित समझ रहे थे। इसी बीच विनेश फोगाट के पति सोमवीर राठी ने इस लिस्ट का खंडन कर दिया। यह सोमवीर ने जवाब दिया
सोमवीर राठी ने X पर लिखा, ‘निम्नलिखित संस्थाओं, व्यापारियों, कंपनियों और पार्टियों द्वारा विनेश फोगाट को कोई धनराशि प्राप्त नहीं हुई है। आप सभी हमारे शुभ चिंतक लोग हैं। कृपया झूठी खबरें न फैलाएं। इससे हमारा नुकसान तो होगा ही, सामाजिक मूल्यों का भी नुकसान होगा। यह सस्ती लोकप्रियता पाने का साधन मात्र है।’ गांव वालों ने 100 रुपए से लेकर 21 हजार तक दिया इनाम
विनेश के गांव बलाली पहुंचने पर ग्रामीणों ने एकजुट होकर विनेश के लिए पुरस्कार की रकम जुटाई। छोटे-बड़े सभी ने इसमें बढ़-चढ़ कर अपनी ओर से योगदान दिया, जिसमें गांव के चौकीदार की ओर से 100 से लेकर फौजी भाईचारा समूह के सदस्यों की ओर से 21,000 तक की रकम शामिल था। कथित तौर पर दान देर रात में आया। गांव की सरपंच रीतिका सांगवान विनेश के स्वागत समारोह में शामिल नहीं हो सकीं और उन्होंने अपने पति से उनका स्वागत करने के लिए कहा। विनेश फोगाट मामले में अब तक क्या हुआ, सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें… 1. ओलिंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला रेसलर
विनेश फोगाट ने 50 किग्रा वेट कैटेगरी में मंगलवार को 3 मैच खेले। प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक की चैंपियन यूई सुसाकी को हरा दिया। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने यूक्रेन और सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर को पटखनी दी। विनेश फाइनल में पहुंचने वालीं पहली ही भारतीय महिला रेसलर बनीं थीं। सेमीफाइनल तक 3 मैच खेलने के बाद उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना खिलाया गया, जिससे उनका वजन 52.700 किग्रा तक बढ़ गया। 2. विनेश का वजन 2.7 किलो ज्यादा था भारतीय ओलिंपिक टीम के डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला के मुताबिक, विनेश का वेट वापस 50KG पर लाने के लिए टीम के पास सिर्फ 12 घंटे थे। विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं। विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे। 3. वजन घटाने को सिर्फ 15 मिनट मिले, 100 ग्राम ज्यादा था बुधवार सुबह दोबारा से विनेश के वजन की जांच की गई। इसके बाद नियमानुसार सिर्फ 15 मिनट मिले, लेकिन इतने कम समय में विनेश का वजन घटाकर 50KG तक नहीं लाया जा सका। लास्ट में जब वेट किया गया तो विनेश का वजन तय सीमा से 100 ग्राम अधिक निकला। ओलिंपिक कमेटी के फैसले के बाद विनेश की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल भर्ती करवाया। 4. डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ अपील भी की विनेश ने संन्यास के ऐलान से पहले बुधवार रात अपने डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ अपील दायर की है। उन्होंने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स से मांग की कि उन्हें संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिया जाए। विनेश ने पहले फाइनल खेलने की मांग भी की थी। फिर उन्होंने अपील बदली और अब संयुक्त रूप से सिल्वर दिए जाने की मांग की। 5. विनेश ने लिया संन्यास, सोशल मीडिया पर डाली पोस्ट विनेश ने गुरुवार सुबह कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। उन्होंने गुरुवार सुबह 5.17 बजे सोशल मीडिया (X) पर इसका ऐलान किया। विनेश ने 5 लाइनों की पोस्ट में लिखा- “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी। …माफी।” 6. 14 अगस्त को अपील खारिज हुई 14 अगस्त को कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स ने विनेश फोगाट की याचिका खारिज कर दी थी। विनेश फोगाट ने याचिका लगाकर सिल्वर मेडल की मांग की थी।
हरियाणा के 36 शहरों में आंधी का अलर्ट:हवा की गति 60 किलोमीटर प्रति घंटा होगी; आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी
हरियाणा के 36 शहरों में आंधी का अलर्ट:हवा की गति 60 किलोमीटर प्रति घंटा होगी; आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी हरियाणा के 36 शहरों में आंधी का अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान बादलवाई के साथ गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है। वहीं 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। इस दौरान हल्की बूंदाबांदी भी होने के आसार हैं। हांसी, हिसार, आदमपुर, नारनौंद , नाथूसर चोपटा, ऐलनाबाद, फतेहाबाद, रानियां, घरौंदा, करनाल, इंद्री, राडौर, गोहाना, जुलाना, इसराना, सफीदों, जींद, पानीपत, असंध, कैथल, निलोखेरी, नरवाना, नसरसा, टोहाना, कलायत, रतिया, डबवाली, थानेसर, गुहला, पेहोवा, शाहाबाद, अंबाला, बराडा , जगाधरी, नारायणगढ़, पंचकूला में ऐसे आसार बने हुए हैं। मौसम विभाग के अनुसार, 6 से 8 जून तक कहीं – कहीं बूंदाबांदी या धूलभरी हवाएं चल सकती हैं। 9 जून से फिर से पारा बढ़ने लगेगा। लू का टूट चुका 42 साल का रिकॉर्ड हरियाणा में इस बार गर्मी को लेकर लू के सारे रिकॉर्ड टूट चुके हैं। 3 दिन पहले ही प्रदेश में 42 साल का रिकॉर्ड तोड़कर नया रिकॉर्ड बनाया है। साल 1982 में लगातार 19 दिन लू चली थी। इस बार 23 दिन पार हो गए हैं। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि हरियाणा में अभी ऐसे ही हालत रहने वाले हैं। मौसम में आए इस बदलाव की वजह मौसम विशेषज्ञ मई में सामान्य से कम बारिश होना बता रहे हैं। बारिश के आसार, तापमान में बदलाव नहीं जून महीने में भी गर्मी से राहत मिलने के कोई आसार नहीं हैं। IMD के अनुसार, आज प्रदेश के कई जिलों में बूंदाबांदी या हल्की बारिश होने के असार हैं, लेकिन दिन के तापमान में ज्यादा गिरावट आने की संभावना नहीं है। वैसे भी 5 दिन पहले एक्टिव हुए पश्चिमी विक्षोभ का असर अब खत्म हो चुका है। इस वजह से मौसम फिर से शुष्क बना हुआ है। इससे दिन के तापमान में फिर से बढ़ोतरी होने के आसार हैं। रात के तापमान में भी 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी होने की पूरी संभावना है। आगे कैसा रहेगा मौसम मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में 2 दिन बाद फिर से बदलाव के आसार हैं। 5 से 6 जून यानी आज और कल एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है। इससे 6 जून को गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है। वहीं, जून में प्रदेश में सामान्य से अधिक गर्मी पड़ सकती है। हालांकि, मई में भी सामान्य से ज्यादा गर्मी पड़ी है। जून में भी लू चलने की संभावना जताई गई है।
हरियाणा में कांडा को समर्थन दे सकती है BJP:भाजपा उम्मीदवार के आज नामांकन वापस लेने की चर्चा; पार्टी ऑफिस में मीटिंग बुलाई
हरियाणा में कांडा को समर्थन दे सकती है BJP:भाजपा उम्मीदवार के आज नामांकन वापस लेने की चर्चा; पार्टी ऑफिस में मीटिंग बुलाई हरियाणा में सिरसा विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार रोहताश जांगड़ा आज अपना नामांकन वापस ले सकते हैं। भाजपा इस सीट पर हरियाणा लोकहित पार्टी (HLP) के उम्मीदवार गोपाल कांडा को समर्थन दे सकती है। रोहताश जांगड़ा ने खुद इसके संकेत दिए हैं। रोहताश जांगड़ा का कहना है कि पार्टी कार्यालय में मीटिंग बुलाई गई है। इसमें हरियाणा के प्रवासी प्रभारी सुरेंद्र सिंह टीटी मौजूद रहेंगे। पार्टी जो भी आदेश देगी, वह मानने के लिए तैयार हैं। हमारा बस एक ही लक्ष्य है कि प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बननी चाहिए। वहीं एक दिन पहले गोपाल कांडा ने भी मीडिया से बातचीत में कहा कि वह अब भी NDA का हिस्सा हैं। जीतने के बाद भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाएंगे। उनका परिवार शुरू से ही RSS से जुड़ा हुआ है। पिता मुरलीधर कांडा जनसंघ की टिकट पर 1952 में डबवाली सीट से चुनाव लड़ चुके हैं और मेरी माता आज भी भाजपा को ही वोट डालती हैं। राज्य में 90 विधानसभा सीटों के लिए 5 अक्टूबर को वोटिंग होनी है। रिजल्ट 8 अक्टूबर को आएगा। भाजपा के उम्मीदवार उतारते ही इनेलो-बसपा से गठबंधन किया गोपाल कांडा 2019 में सिरसा सीट से विधायक बने थे। जिसके बाद उन्होंने भाजपा को समर्थन दे दिया। 2024 विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे के दौरान चर्चा थी कि भाजपा गोपाल कांडा को सिरसा सीट पर समर्थन दे सकती है। हालांकि भाजपा ने यहां से रोहताश जांगड़ा को उम्मीदवार घोषित कर दिया। अगले ही दिन गोपाल कांडा की पार्टी हलोपा और इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) में गठबंधन हो गया। INLD पहले ही बहुजन समाज पार्टी (BSP) के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। जिसके बाद इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कांडा को सिरसा सीट से गठबंधन का उम्मीदवार घोषित कर दिया। कांडा बोले- एक दूसरे की मदद को समझौता गठबंधन के बाद गोपाल कांडा ने कहा था कि सिरसा से बाहर रानियां और ऐलनाबाद हलके में हलोपा का जनाधार है। ऐलनाबाद उपचुनाव में गोबिंद कांडा को अच्छे वोट मिले थे। इसलिए अभय चाहते हैं कि हलोपा ऐलनाबाद और रानियां में मदद करे, बदले में वह सिरसा में मदद करेंगे। हम दोनों ही पार्टियां कांग्रेस के खिलाफ हैं। मैंने कभी भाजपा से कोई सीट नहीं मांगी। हमारा शुरू से ही बिना शर्त समझौता है। इस बार हरियाणा में कांग्रेस नहीं बल्कि भाजपा की सरकार आएगी। भाजपा प्रदेश में जीत की हैट्रिक बनाएगी और हमारा गठबंधन भाजपा को सपोर्ट करेगा। ओपी चौटाला के करीबी रहे गोपाल कांडा के करोड़पति बनने का असली सफर वर्ष 2000 के आसपास गुरुग्राम से शुरू हुआ। उस समय हरियाणा में ओमप्रकाश चौटाला की अगुआई में इनेलो की सरकार थी। उस दौर में गोपाल कांडा इनेलो सुप्रीमो ओपी चौटाला के बेहद करीब थे। चौटाला सरकार के दौरान ही कांडा ने सिरसा जिले में तैनात रहे एक IAS अफसर से हाथ मिलाया। वह IAS अफसर गुरुग्राम में हरियाणा अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी (हुडा, अब इसका नाम HSVP हो चुका है।) प्रशासक लग गया। उस अफसर से दोस्ती का फायदा उठाते हुए गोपाल कांडा ने गुरुग्राम में प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त शुरू कर दी। यह वो दौर था जब गुरुग्राम में डेवलपमेंट शुरू ही हुई थी। दिल्ली से सटा होने के कारण बड़ी-बड़ी कंपनियों ने वहां अपने कॉर्पोरेट दफ्तर बनाने शुरू किए तो गुरुग्राम के प्रॉपर्टी बाजार में ऐसा बूम आया कि रातोंरात लोगों के वारे न्यारे हो गए। गोपाल कांडा को इसका जमकर फायदा मिला। चौटाला सरकार के दौरान ही गोपाल कांडा के बाकी राजनेताओं से भी अच्छे संबंध बन गए। साल 2000 में कांडा ने ओपी चौटाला को नोटों की गडि्डयों से तोला था। तब ऐसी चर्चा रही कि कांडा ने चौटाला के वजन के बराबर तराजू में 80 लाख रुपए रखे थे। 2009 में निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीते 2004 के विधानसभा चुनाव में ओमप्रकाश चौटाला की पार्टी, इनेलो हार गई और राज्य में भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अगुवाई में कांग्रेस की सरकार बनी। बिजनेस की समझ रखने वाले गोपाल कांडा ने जल्दी ही हुड्डा सरकार में पैठ बना ली। उसके साथ ही वह इनेलो और चौटाला परिवार से दूर होते चले गए। वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव में गोपाल कांडा ने सिरसा विधानसभा सीट से बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत गए। वह 2005 से 2009 तक हुड्डा सरकार में उद्योगमंत्री रहे सिरसा के दिग्गज लक्ष्मण दास अरोड़ा को हराकर विधानसभा पहुंचे। विधानसभा चुनाव नतीजे आए तो कांग्रेस पूर्ण बहुमत हासिल नहीं कर पाई। तब कांग्रेस ने 40 सीटें जीतीं। इनेलो 32 विधायकों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। उस समय गोपाल कांडा ने सियासी हालात का फायदा उठाते हुए निर्दलीय जीतने वाले 5-6 विधायकों को रातोंरात हुड्डा को समर्थन दिलवा दिया। लगातार दूसरी बार हरियाणा का मुख्यमंत्री बने हुड्डा ने कांडा को बतौर ईनाम अपनी कैबिनेट में शामिल करते हुए गृह राज्यमंत्री बनाया।