जींद में भारतीय किसान यूनियन ने पंजाब पुलिस की कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम सीटीएम आशीष देशवाल को मांगों का ज्ञापन सौंपा। भाकियू प्रेस प्रवक्ता रामराजी ढुल पोंकरी खेड़ी ने कहा कि भाकियू प्रदेश अध्यक्ष रत्न मान की अध्यक्षता में सभी किसान लघु सचिवालय के बाहर एकत्रित हुए और यहां से प्रदर्शन करते हुए डीसी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने कहा कि 19 मार्च को केंद्र सरकार से बातचीत के बाद वापस लौट रहे किसानों को पंजाब पुलिस ने हिरासत में ले लिया था और उसके बाद रातों-रात शंभू तथा खनौरी बॉर्डर को खाली करवाकर किसानों तथा उनके सामान को जबरदस्ती हटा दिया गया। पंजाब पुलिस ने जनता के अधिकारों को कुचलने का काम किया किसानों ने कहा कि ट्रैक्टर ट्रॉलियों समेत किसानों के उपकरणों को तोड़ दिया गया। किसानों का सामान चोरी हो गया। पंजाब पुलिस ने जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचलने का काम किया है। वहीं केंद्र सरकार अमेरिका, यूरोपीय संघ और न्यूजीलैंड के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत कर रही है। ये समझौते देश के राष्ट्रीय हितों के लिए हानिकारक साबित होंगे। किसानों ने मांग की है कि पुलिस द्वारा अंधाधुंध बल प्रयोग बंद दिया जाए। हिरासत में लिए गए किसानों को बिना शर्त रिहा किया जाए। किसानों के ट्रैक्टर ट्रालियों को छोड़ा जाए। धरना स्थल से किसानों का सामान चोरी हो गया, यह सारे सामान की भरपाई पंजाब सरकार करे। अमेरिका सहित अन्य देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों के लिए चल रही बातचीत जो राष्ट्रीय हितों के विरुद्ध है, रोकी जानी चाहिए। कई यूनियनों के पदाधिकारी रहे शामिल इस मौके पर भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष रतन मान, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामफल कंडेला, जिला अध्यक्ष बारू राम, युवा जिला अध्यक्ष बिंद्र नंबरदार, जयबीर राजपुरा भैण, भारतीय किसान सभा के फूल सिंह श्योकंद, राजेंद्र पहलवान गांव बीबीपुर, सतवा घोघड़ियां, छज्जू राम कंडेला भी मौजूद रहे। जींद में भारतीय किसान यूनियन ने पंजाब पुलिस की कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम सीटीएम आशीष देशवाल को मांगों का ज्ञापन सौंपा। भाकियू प्रेस प्रवक्ता रामराजी ढुल पोंकरी खेड़ी ने कहा कि भाकियू प्रदेश अध्यक्ष रत्न मान की अध्यक्षता में सभी किसान लघु सचिवालय के बाहर एकत्रित हुए और यहां से प्रदर्शन करते हुए डीसी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने कहा कि 19 मार्च को केंद्र सरकार से बातचीत के बाद वापस लौट रहे किसानों को पंजाब पुलिस ने हिरासत में ले लिया था और उसके बाद रातों-रात शंभू तथा खनौरी बॉर्डर को खाली करवाकर किसानों तथा उनके सामान को जबरदस्ती हटा दिया गया। पंजाब पुलिस ने जनता के अधिकारों को कुचलने का काम किया किसानों ने कहा कि ट्रैक्टर ट्रॉलियों समेत किसानों के उपकरणों को तोड़ दिया गया। किसानों का सामान चोरी हो गया। पंजाब पुलिस ने जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचलने का काम किया है। वहीं केंद्र सरकार अमेरिका, यूरोपीय संघ और न्यूजीलैंड के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत कर रही है। ये समझौते देश के राष्ट्रीय हितों के लिए हानिकारक साबित होंगे। किसानों ने मांग की है कि पुलिस द्वारा अंधाधुंध बल प्रयोग बंद दिया जाए। हिरासत में लिए गए किसानों को बिना शर्त रिहा किया जाए। किसानों के ट्रैक्टर ट्रालियों को छोड़ा जाए। धरना स्थल से किसानों का सामान चोरी हो गया, यह सारे सामान की भरपाई पंजाब सरकार करे। अमेरिका सहित अन्य देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों के लिए चल रही बातचीत जो राष्ट्रीय हितों के विरुद्ध है, रोकी जानी चाहिए। कई यूनियनों के पदाधिकारी रहे शामिल इस मौके पर भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष रतन मान, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामफल कंडेला, जिला अध्यक्ष बारू राम, युवा जिला अध्यक्ष बिंद्र नंबरदार, जयबीर राजपुरा भैण, भारतीय किसान सभा के फूल सिंह श्योकंद, राजेंद्र पहलवान गांव बीबीपुर, सतवा घोघड़ियां, छज्जू राम कंडेला भी मौजूद रहे। पंजाब | दैनिक भास्कर
