झांसी में नर्सिंग छात्रा के अपहरण की कहानी झूठी निकली। वो ऑनलाइन गेम (जुआ) में 2.5 लाख रुपए की रकम हार गई थी। कर्जा उतारने के लिए पिता से 6 लाख रुपए हड़पने का प्लान बनाया। प्लान में प्रेमी आईटीआई छात्र और दोस्त इंजीनियर छात्र समेत 4 युवकों को शामिल किया। बस स्टैंड से प्रेमी के साथ ग्वालियर होटल में पहुंच गई। वहां फोटो और वीडियो शूट कराया, जिसमें हाथ-मुंह बंधा था। ये इंजीनियर छात्र को भेजे, उसने पिता को भेजकर पैसे की डिमांड की। लेकिन पुलिस ने सीडीआर निकालकर जांच की तो पूरे मामले से पर्दा उठ गया। तीन युवकों को झांसी से अरेस्ट कर लिया गया। जबकि नर्सिंग छात्रा और उसके प्रेमी को नोएडा से गिरफ्तार किया गया है। पढ़िए, नर्सिंग छात्रा के झूठे अपहरण की पूरी कहानी… 3 माह में ढाई लाख हार गई छात्रा टोड़ी फतेहपुर निवासी 19 साल की मीनू रायकवार (बदला हुआ नाम) झांसी में राघवेंद्र कॉलेज से जीएनएम की पढ़ाई कर रही थी। वो शिवाजी नगर में किराए से रहती थी। पुलिस के अनुसार, अगस्त महीने में मीनू मोबाइल पर इंस्टाग्राम चला रही थी। तभी बिग डेडी नाम के गेम का विज्ञापन आया। उसने गेम डाउनलोड कर लिया और खेलने लगी। धीरे-धीरे उसे लत लग गई। बिग डेडी के अलावा गोल्ड डिगर नाम का गेम भी खेलने लगी। शुरुआत में कुछ पैसे जीते, मगर फिर वो पैसे हारती चली गई। गेम खेलने के लिए उसने अपने जीजा से लगभग एक लाख रुपए उधार लिए और भी लोगों से उधार पैसा लिया। मगर वह 3 माह के अंदर ऑनलाइन गेम में करीब ढाई लाख रुपए हार गई। 7 दिन पहले तय कर लिया था, किडनैपिंग ही करेंगे
नर्सिंग छात्रा के रकम हारने के बाद उसे पैसे के लिए लोग दबाव बना रहे थे। तब उसने 7 दिन पहले खुद के अपहरण के प्लान बनाया, ताकि पिता से रुपए लेकर कर्जा चुका सके। प्लान के बारे में अपने प्रेमी शहर कोतवाली के बड़ागांव गेट बाहर निवासी हृदेश उर्फ हनी रायकवार (20) को बताया। साथ ही अपने दोस्त मऊरानीपुर में रेलवे स्टेशन के पीछे रहने वाले इंजीनियरिंग छात्र प्रियांशु रायकवार (20) को भी प्लान में शामिल कर लिया। प्रियांशु ने 50 हजार रुपए में दो दोस्तों बरुआसागर के कोटीपुरा निवासी शिवम रायकवार (21) और गरौठा के हैवतपुरा गांव निवासी नंदकिशोर रायकवार (21) को शामिल कर लिया। इंजीनियरिंग के छात्र ने लगाया फोन
प्लान के मुताबिक, छात्रा अपने घर गई। 18 नवंबर को झांसी जाने की बात कहकर बस में बैठ गई। झांसी बस स्टैंड से प्रेमी हृदेश के साथ चली गई। दोनों ट्रेन से ग्वालियर पहुंचे और एक होटल में रुक गए। छात्रा ने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया। इधर, प्रियांशु ने अपने फोन से नर्सिंग छात्रा पिता को वॉट्सऐप कॉल लगाया और कहा कि तुम्हारी बेटी को किडनैप कर लिया। 6 लाख रुपए की फिरौती मांगी। पैसा नहीं देने पर बेटी की लाश घर पहुंचाने की धमकी दी। पिता थाने गए और शिकायत की। लेकिन,पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया। वीडियो में हंसी तो एडिट किया
होटल के कमरे में नर्सिंग छात्रा ने फोटो और वीडियो शूट कराया। फोटो में वह बदहवास हालत में जमीन पर पड़ी है, जबकि वीडियो में उसके मुंह और हाथ बंधे थे। हृदेश ने फोटो और वीडियो प्रियांशु को भेजे गए। वीडियो में छात्रा हंस रही थी। ऐसे में उसने पूरे वीडियो को एडिट करके नीला कर दिया और चेहरे को काला कर दिया। प्रियांशु ने वीडियो और फोटो पिता के वॉट्सऐप पर भेजे और 6 लाख रुपए की डिमांड की। फोटो और वीडियो को देखकर परिवार के लोग सहम गए। मंगलवार को परिवार ने मीडिया को जानकारी दी तो पुलिस अफसरों तक मामला पहुंच गया। इसके बाद छानबीन शुरू की गई। झांसी में पकड़े गए तीन आरोपी
मामला डीजीपी तक पहुंच गया तो 7 पुलिस टीमों को लगाया गया। इसमें से स्वाट टीम ने इंजीनियरिंग छात्र प्रियांशु, उसके दोस्त शिवम और नंदकिशोर को झांसी से गिरफ्तार कर लिया। तब तक छात्रा और उसका प्रेमी ट्रेन से दिल्ली के लिए रवाना हो गए। ऐसे में स्वाट टीम दिल्ली के लिए रवाना हो गई। बुधवार सुबह नोएडा से नर्सिंग छात्रा और उसके प्रेमी हृदेश को भी गिरफ्तार कर लिया गया। जिन मोबाइल से वीडियो व फोटो भेजकर फिरौती मांगी गई, उनको बरामद किया गया है। पिता की हर गतिविधि पर नजर थी
आरोपी हृदेश रायकवार एमजीआई से आईटीआई की पढ़ाई कर रहा है। जबकि आरोपी प्रियांशु बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी से बीटेक कर रहा है। नर्सिंग छात्रा की दो साल पहले कैफे में प्रियांशु से मुलाकात हुई थी। वो उसे बहन मांनता था। छात्रा ने ही उसकी मुलाकात अपने प्रेमी हृदेश से कराई थी। प्रियांशु ने शिवम और नंद किशोर को 50 हजार रुपए में हायर किया था। छात्रा ने अपने पिता की आईडी प्रियांशु के मोबाइल में डाल दी थी। इससे प्रियांशु पिता की हर लोकेशन पर नजर रख रहा था। छात्रा को पता था पिता के पास है पैसा
पुलिस के अनुसार, छात्रा को पहले से पता था कि पिता के पास रकम है। पिता ने हाल में ही अपने भाई को बेटी की शादी के लिए दो लाख रुपए दिए थे। वो ढाई लाख रुपए पिता से सीधे तौर पर मांगती तो नहीं मिलते, ऐसे में उसने खुद के अपहरण का प्लान बनाया। झांसी में नर्सिंग छात्रा किडनैप, 6 लाख फिरौती मांगी : पिता को हाथ-मुंह बंधा वीडियो भेजा; बोले- पैसे नहीं मिले तो लाश घर भेजेंगे झांसी में नर्सिंग की एक छात्रा किडनैप हो गई। किडनैपर ने पिता को फोन कर 6 लाख रुपए की फिरौती मांगी है। उन्हें बेटी का वीडियो और फोटो भेजा है, जिसमें उसके हाथ-मुंह बंधे हैं। पैसों की डिमांड पूरी नहीं होने पर बेटी की लाश घर भेजने की धमकी दी गई है। घटना सोमवार दोपहर करीब 12 बजे की है। मंगलवार को पीड़ित परिवार ने मीडिया को जानकारी दी। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। पूरा मामला टोड़ी फतेहपुर कस्बे का है। पढ़ें पूरी खबर झांसी में नर्सिंग छात्रा के अपहरण की कहानी झूठी निकली। वो ऑनलाइन गेम (जुआ) में 2.5 लाख रुपए की रकम हार गई थी। कर्जा उतारने के लिए पिता से 6 लाख रुपए हड़पने का प्लान बनाया। प्लान में प्रेमी आईटीआई छात्र और दोस्त इंजीनियर छात्र समेत 4 युवकों को शामिल किया। बस स्टैंड से प्रेमी के साथ ग्वालियर होटल में पहुंच गई। वहां फोटो और वीडियो शूट कराया, जिसमें हाथ-मुंह बंधा था। ये इंजीनियर छात्र को भेजे, उसने पिता को भेजकर पैसे की डिमांड की। लेकिन पुलिस ने सीडीआर निकालकर जांच की तो पूरे मामले से पर्दा उठ गया। तीन युवकों को झांसी से अरेस्ट कर लिया गया। जबकि नर्सिंग छात्रा और उसके प्रेमी को नोएडा से गिरफ्तार किया गया है। पढ़िए, नर्सिंग छात्रा के झूठे अपहरण की पूरी कहानी… 3 माह में ढाई लाख हार गई छात्रा टोड़ी फतेहपुर निवासी 19 साल की मीनू रायकवार (बदला हुआ नाम) झांसी में राघवेंद्र कॉलेज से जीएनएम की पढ़ाई कर रही थी। वो शिवाजी नगर में किराए से रहती थी। पुलिस के अनुसार, अगस्त महीने में मीनू मोबाइल पर इंस्टाग्राम चला रही थी। तभी बिग डेडी नाम के गेम का विज्ञापन आया। उसने गेम डाउनलोड कर लिया और खेलने लगी। धीरे-धीरे उसे लत लग गई। बिग डेडी के अलावा गोल्ड डिगर नाम का गेम भी खेलने लगी। शुरुआत में कुछ पैसे जीते, मगर फिर वो पैसे हारती चली गई। गेम खेलने के लिए उसने अपने जीजा से लगभग एक लाख रुपए उधार लिए और भी लोगों से उधार पैसा लिया। मगर वह 3 माह के अंदर ऑनलाइन गेम में करीब ढाई लाख रुपए हार गई। 7 दिन पहले तय कर लिया था, किडनैपिंग ही करेंगे
नर्सिंग छात्रा के रकम हारने के बाद उसे पैसे के लिए लोग दबाव बना रहे थे। तब उसने 7 दिन पहले खुद के अपहरण के प्लान बनाया, ताकि पिता से रुपए लेकर कर्जा चुका सके। प्लान के बारे में अपने प्रेमी शहर कोतवाली के बड़ागांव गेट बाहर निवासी हृदेश उर्फ हनी रायकवार (20) को बताया। साथ ही अपने दोस्त मऊरानीपुर में रेलवे स्टेशन के पीछे रहने वाले इंजीनियरिंग छात्र प्रियांशु रायकवार (20) को भी प्लान में शामिल कर लिया। प्रियांशु ने 50 हजार रुपए में दो दोस्तों बरुआसागर के कोटीपुरा निवासी शिवम रायकवार (21) और गरौठा के हैवतपुरा गांव निवासी नंदकिशोर रायकवार (21) को शामिल कर लिया। इंजीनियरिंग के छात्र ने लगाया फोन
प्लान के मुताबिक, छात्रा अपने घर गई। 18 नवंबर को झांसी जाने की बात कहकर बस में बैठ गई। झांसी बस स्टैंड से प्रेमी हृदेश के साथ चली गई। दोनों ट्रेन से ग्वालियर पहुंचे और एक होटल में रुक गए। छात्रा ने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया। इधर, प्रियांशु ने अपने फोन से नर्सिंग छात्रा पिता को वॉट्सऐप कॉल लगाया और कहा कि तुम्हारी बेटी को किडनैप कर लिया। 6 लाख रुपए की फिरौती मांगी। पैसा नहीं देने पर बेटी की लाश घर पहुंचाने की धमकी दी। पिता थाने गए और शिकायत की। लेकिन,पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया। वीडियो में हंसी तो एडिट किया
होटल के कमरे में नर्सिंग छात्रा ने फोटो और वीडियो शूट कराया। फोटो में वह बदहवास हालत में जमीन पर पड़ी है, जबकि वीडियो में उसके मुंह और हाथ बंधे थे। हृदेश ने फोटो और वीडियो प्रियांशु को भेजे गए। वीडियो में छात्रा हंस रही थी। ऐसे में उसने पूरे वीडियो को एडिट करके नीला कर दिया और चेहरे को काला कर दिया। प्रियांशु ने वीडियो और फोटो पिता के वॉट्सऐप पर भेजे और 6 लाख रुपए की डिमांड की। फोटो और वीडियो को देखकर परिवार के लोग सहम गए। मंगलवार को परिवार ने मीडिया को जानकारी दी तो पुलिस अफसरों तक मामला पहुंच गया। इसके बाद छानबीन शुरू की गई। झांसी में पकड़े गए तीन आरोपी
मामला डीजीपी तक पहुंच गया तो 7 पुलिस टीमों को लगाया गया। इसमें से स्वाट टीम ने इंजीनियरिंग छात्र प्रियांशु, उसके दोस्त शिवम और नंदकिशोर को झांसी से गिरफ्तार कर लिया। तब तक छात्रा और उसका प्रेमी ट्रेन से दिल्ली के लिए रवाना हो गए। ऐसे में स्वाट टीम दिल्ली के लिए रवाना हो गई। बुधवार सुबह नोएडा से नर्सिंग छात्रा और उसके प्रेमी हृदेश को भी गिरफ्तार कर लिया गया। जिन मोबाइल से वीडियो व फोटो भेजकर फिरौती मांगी गई, उनको बरामद किया गया है। पिता की हर गतिविधि पर नजर थी
आरोपी हृदेश रायकवार एमजीआई से आईटीआई की पढ़ाई कर रहा है। जबकि आरोपी प्रियांशु बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी से बीटेक कर रहा है। नर्सिंग छात्रा की दो साल पहले कैफे में प्रियांशु से मुलाकात हुई थी। वो उसे बहन मांनता था। छात्रा ने ही उसकी मुलाकात अपने प्रेमी हृदेश से कराई थी। प्रियांशु ने शिवम और नंद किशोर को 50 हजार रुपए में हायर किया था। छात्रा ने अपने पिता की आईडी प्रियांशु के मोबाइल में डाल दी थी। इससे प्रियांशु पिता की हर लोकेशन पर नजर रख रहा था। छात्रा को पता था पिता के पास है पैसा
पुलिस के अनुसार, छात्रा को पहले से पता था कि पिता के पास रकम है। पिता ने हाल में ही अपने भाई को बेटी की शादी के लिए दो लाख रुपए दिए थे। वो ढाई लाख रुपए पिता से सीधे तौर पर मांगती तो नहीं मिलते, ऐसे में उसने खुद के अपहरण का प्लान बनाया। झांसी में नर्सिंग छात्रा किडनैप, 6 लाख फिरौती मांगी : पिता को हाथ-मुंह बंधा वीडियो भेजा; बोले- पैसे नहीं मिले तो लाश घर भेजेंगे झांसी में नर्सिंग की एक छात्रा किडनैप हो गई। किडनैपर ने पिता को फोन कर 6 लाख रुपए की फिरौती मांगी है। उन्हें बेटी का वीडियो और फोटो भेजा है, जिसमें उसके हाथ-मुंह बंधे हैं। पैसों की डिमांड पूरी नहीं होने पर बेटी की लाश घर भेजने की धमकी दी गई है। घटना सोमवार दोपहर करीब 12 बजे की है। मंगलवार को पीड़ित परिवार ने मीडिया को जानकारी दी। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। पूरा मामला टोड़ी फतेहपुर कस्बे का है। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर