हरियाणा के जींद में जन नायक जनता पार्टी (JJP) की सोमवार को नौवें स्थापना दिवस पर हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पूरी कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया। बैठक की अध्यक्षता डा. अजय सिंह चौटाला ने की। पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि नई कार्यकारिणी का गठन जनवरी महीने में होगा। फरवरी महीने से जेजेपी प्रदेश के सभी गांवों और शहरों में सदस्यता अभियान चलाएगी। दुष्यंत चौटाला ने पत्रकारों से बातचीत में पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा का नाम लिए बिना कहा कि विधानसभा चुनाव में जनता के साथ जो राजनीतिक छल हुआ, उसके लिए गुलाबी गैंग, उसके मुखिया की अपने बेटे को सीएम बनाने की महत्वाकांक्षा जिम्मेदार है। प्रदेश की जनता में बीजेपी के प्रति भारी नाराजगी थी और एंटी इनकंबेंसी का पोलराइजेशन गुलाबी गैंग की तरफ हुआ, लेकिन गुलाबी गैंग ने अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा आगे रखी। दुष्यंत ने कहा कि जींद जिले में कांग्रेस को केवल एक सीट मिलना इस बात का साफ संकेत है कि गुलाबी गैंग ने जनता के लिए नहीं, अपने लिए लड़ाई लड़ी। हरियाणा के जो चुनावी नतीजे आए, उनका नजारा महाराष्ट्र में भी देखने को मिला। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि जेजेपी को 2019 में जो भारी समर्थन मिला था और पार्टी का जितना बड़ा वोट बैंक हुआ था, वह विधानसभा चुनाव में पार्टी से कई कारणों से खिसक गया था। इस खोए हुए वोट बैंक में युवा प्रमुख था, जो गुलाबी गैंग की तरफ चला गया था। युवाओं और महिलाओं को दोबारा पार्टी से जोड़ा जाएगा। विधानसभा चुनाव के समय जो लोग भ्रमित होकर दूसरे पाले में चले गए थे, उन्हें भी वापस लाया जाएगा। दुष्यंत चौटाला ने पूरे आत्मविश्वास के साथ कहा कि जेजेपी समाप्त नहीं हुई है। वह खुद 36 साल के हैं और राजनीति में वापसी का पूरा मादा उनमें और उनके कार्यकर्ताओं में है। भाजपा पर भी राजनीतिक हमला करते हुए कहा कि भाजपा किसानों से किए गए वादों से मुकर रही है। किसान आंदोलन के दौरान केंद्र की मोदी सरकार ने किसानों से एमएसपी पर फसलों की खरीद की गारंटी का कानून बनाने समेत जितने वायदे किए थे, उनमें से कोई वायदा पूरा नहीं किया। शंभू बार्डर से किसानों ने जब कहा था कि 101 किसानों का जत्था दिल्ली के लिए कूच करेगा, तब सरकार ने कहा था कि इससे सरकार को दिक्कत नहीं। जैसे ही 101 किसानों का जत्था दिल्ली के लिए रवाना हुआ, उस पर पुलिस ने बल प्रयोग किया। हरियाणा के जींद में जन नायक जनता पार्टी (JJP) की सोमवार को नौवें स्थापना दिवस पर हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पूरी कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया। बैठक की अध्यक्षता डा. अजय सिंह चौटाला ने की। पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि नई कार्यकारिणी का गठन जनवरी महीने में होगा। फरवरी महीने से जेजेपी प्रदेश के सभी गांवों और शहरों में सदस्यता अभियान चलाएगी। दुष्यंत चौटाला ने पत्रकारों से बातचीत में पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा का नाम लिए बिना कहा कि विधानसभा चुनाव में जनता के साथ जो राजनीतिक छल हुआ, उसके लिए गुलाबी गैंग, उसके मुखिया की अपने बेटे को सीएम बनाने की महत्वाकांक्षा जिम्मेदार है। प्रदेश की जनता में बीजेपी के प्रति भारी नाराजगी थी और एंटी इनकंबेंसी का पोलराइजेशन गुलाबी गैंग की तरफ हुआ, लेकिन गुलाबी गैंग ने अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा आगे रखी। दुष्यंत ने कहा कि जींद जिले में कांग्रेस को केवल एक सीट मिलना इस बात का साफ संकेत है कि गुलाबी गैंग ने जनता के लिए नहीं, अपने लिए लड़ाई लड़ी। हरियाणा के जो चुनावी नतीजे आए, उनका नजारा महाराष्ट्र में भी देखने को मिला। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि जेजेपी को 2019 में जो भारी समर्थन मिला था और पार्टी का जितना बड़ा वोट बैंक हुआ था, वह विधानसभा चुनाव में पार्टी से कई कारणों से खिसक गया था। इस खोए हुए वोट बैंक में युवा प्रमुख था, जो गुलाबी गैंग की तरफ चला गया था। युवाओं और महिलाओं को दोबारा पार्टी से जोड़ा जाएगा। विधानसभा चुनाव के समय जो लोग भ्रमित होकर दूसरे पाले में चले गए थे, उन्हें भी वापस लाया जाएगा। दुष्यंत चौटाला ने पूरे आत्मविश्वास के साथ कहा कि जेजेपी समाप्त नहीं हुई है। वह खुद 36 साल के हैं और राजनीति में वापसी का पूरा मादा उनमें और उनके कार्यकर्ताओं में है। भाजपा पर भी राजनीतिक हमला करते हुए कहा कि भाजपा किसानों से किए गए वादों से मुकर रही है। किसान आंदोलन के दौरान केंद्र की मोदी सरकार ने किसानों से एमएसपी पर फसलों की खरीद की गारंटी का कानून बनाने समेत जितने वायदे किए थे, उनमें से कोई वायदा पूरा नहीं किया। शंभू बार्डर से किसानों ने जब कहा था कि 101 किसानों का जत्था दिल्ली के लिए कूच करेगा, तब सरकार ने कहा था कि इससे सरकार को दिक्कत नहीं। जैसे ही 101 किसानों का जत्था दिल्ली के लिए रवाना हुआ, उस पर पुलिस ने बल प्रयोग किया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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डॉ. हुकुम सिंह सहित कई शिक्षक व कर्मचारी हुए सेवानिवृत्त भास्कर न्यूज | कुरुक्षेत्र कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के विभिन्न विभागों से शुक्रवार को परीक्षा नियंत्रक डॉ. हुकुम सिंह सहित कई शिक्षक व कर्मचारी सेवानिवृत्त हुए। सेवानिवृत्त होने वालों में परीक्षा शाखा के नियंत्रक डॉ. हुकुम सिंह, ललित कला विभाग के सीनियर प्रोफेसर राम विरंजन सिंह, टूरिज्म एवं होटल मैनेजमेंट विभाग के प्रोफेसर रमेश एच तक्षक, परीक्षा शाखा से सहायक कुलसचिव राजकुमार ढींगरा, यूनिवर्सिटी सीनियर सेकेंडरी मॉडल स्कूल से टीजीटी गणित अध्यापिका चेतना अरोड़ा, बिल सेक्शन से सहायक अनिल कुमार, हार्टिकल्चर विभाग से माली मोती राम व आईआईएचएस से लैब क्लीनर राम रशपाल हैं। केयू कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा और कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा ने सभी सेवानिवृत्त कर्मचारियों को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया। साथ ही यूनिवर्सिटी की कार्यप्रणाली को और बेहतर बनाने के लिए सुझाव भी लिए। मौके पर प्रो. उषा लोहान, लोक संपर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पुनिया, उप-निदेशक डॉ. जिम्मी शर्मा, परीक्षा नियंत्रक डॉ. अंकेश्वर प्रकाश, डॉ. गुरचरण सिंह, कुटा प्रधान प्रो. दलीप कुमार, डॉ. सुखविंद्र सिंह, उप-कुलसचिव डॉ. दीपक शर्मा, डॉ. जितेंद्र जांगड़ा, रविंद्र तोमर, अधीक्षक मनीष खुराना मौजूद रहे। कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के सेवानिवृत कर्मचारियों व शिक्षकों के साथ कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा।
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हरियाणा में कांग्रेस को झटका, किरण-श्रुति चौधरी BJP जॉइन करेंगी:पूर्व CM बंसीलाल की MLA बहू-पोती; राहुल गांधी के आगे विरोध जता चुकीं हरियाणा के पूर्व CM चौधरी बंसीलाल की पुत्रवधु और भिवानी के तोशाम से MLA किरण चौधरी कल कांग्रेस छोड़ रही है। सूत्रों के अनुसार, किरण अपनी बेटी पूर्व सांसद श्रुति चौधरी के साथ कल (19 जून) को ही BJP जॉइन करेगी। दोनों दिल्ली जाकर BJP हेडक्वार्टर में पार्टी में शामिल होगी। सोमवार को दिल्ली में हुई भाजपा की बैठक में इस पर चर्चा हो चुकी है। किरण चौधरी लोकसभा चुनाव में अपनी बेटी श्रुति चौधरी की भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से टिकट कटने के बाद से ही नाराज दिख रही थी। किरण ने खुलकर मीडिया के सामने कई बार राजनीतिक तौर पर उन्हें खत्म करने की साजिश रचने के आरोप लगाए। उनके अलावा कांग्रेस के एक और नेता पूर्व विधानसभा स्पीकर कुलदीप शर्मा के भी पार्टी छोड़ने की चर्चा है। हालांकि कुलदीप अभी कांग्रेस में ही है, लेकिन सूत्रों के अनुसार बहुत जल्द वह भी बीजेपी जॉइन कर सकते हैं। भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से टिकट मांग रही थी श्रुति, हुड्डा के करीबी को मिली
2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस को हरियाणा में 5-5 सीटों पर जीत मिली है। किरण चौधरी भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से अपनी बेटी श्रुति चौधरी टिकट मांग रही थी। उनकी बेटी इस सीट पर एक बार सांसद भी रह चुकी है, लेकिन पार्टी ने इस बार श्रुति की टिकट काटकर पूर्व सीएम हुड्डा के खास महेंद्रगढ़ से विधायक राव दान सिंह को दे दी। जिससे किरण नाराज हो गई और चुनावी प्रचार से भी पूरी तरह दोनों ने दूरी बना ली। हालात ये बने कि राव दान सिंह चुनाव हार गए। कुलदीप शर्मा करनाल सीट से थे दावेदार
इसी तरह करनाल सीट से पूर्व डिप्टी स्पीकर कुलदीप शर्मा दावेदारी जता रहे थे। यहां भी उनकी बजाय युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा को बीजेपी के हैवीवेट प्रत्याशी पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने उतार दिया। दिव्यांशु बुद्धिराजा और कुलदीप शर्मा दोनों ही पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खास हैं। टिकट नहीं मिलने के कारण कुलदीप शर्मा एक तरह से घर बैठ गए। कुलदीप ने बुद्धिराजा के चुनाव में किसी तरह की दिलचस्पी नहीं दिखाई। जिसकी वजह से इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी बुरी तरह हार गए। सोनीपत की गन्नौर विधानसभा सीट से विधायक कुलदीप शर्मा सभी कार्यक्रमों से दूरी बनाए हुए हैं। पांच सीटें जीतने के बाद कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव की तैयारियों की शुरुआत करनाल से ही की है। 16 जून को करनाल में हुए कार्यकर्ता सम्मेलन में कुलदीप शर्मा नहीं आए। इसके बाद से ही ये कयास लगाए जा रहे है कुलदीप शर्मा कभी भी पार्टी छोड़ सकते हैं। किरण-श्रुति को राज्यसभा भेजने के भी आसार
दरअसल, दीपेंद्र हुड्डा के रोहतक लोकसभा से चुनाव जीतने के बाद हरियाणा में राज्यसभा की एक सीट खाली हुई है। प्रदेश में फिलहाल बीजेपी की सरकार हैं। ऐसे में राज्यसभा में बीजेपी के ही किसी उम्मीदवार की जीत तय मानी जा रही है। चर्चा इस बात की है कि बीजेपी हरियाणा में कांग्रेस के किसी बड़े नेता को पार्टी में शामिल कराकर राज्यसभा में भेज सकती है। इनमें किरण चौधरी या उनकी बेटी श्रुति चौधरी का नाम टॉप पर है।किरण चौधरी के लोकसभा चुनाव से पहले भी बीजेपी में जाने की चर्चा चल रही थी। हालांकि माहौल को भांपकर किरण चौधरी शांत रही, लेकिन बेटी की टिकट कटने और फिर पार्टी के नेताओं द्वारा उन्हें इग्नोर करने से वे काफी आहत हुई। मीडिया के सामने किरण कई बार कह चुके है कि उन्हें दबाने और खत्म करने की साजिशें की जा रही है। वहीं दूसरी तरफ ब्राह्मण चेहरे के तौर पर कुलदीप शर्मा को पार्टी में शामिल कराकर उन्हें भी राज्यसभा में भेजा जा सकता है, लेकिन इसके चांस कम है। क्योंकि हरियाणा से पहले ही बीजेपी निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा को समर्थन कर राज्यसभा भेज चुकी है। कई गुटों में बंटी कांग्रेस, हुड्डा ग्रुप भारी
हरियाणा में कांग्रेस कई गुटों में बंटी हुई है। एक गुट पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा तो दूसरा उनके एंटी एसआरके ( कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला और किरण चौधरी ) गुट बना हुआ है। इसके अलावा पूर्व वित्तमंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव भी अपनी अलग राह चुने हुए हैं। कैप्टन भी इस बार गुरुग्राम सीट से दावेदार थे, लेकिन पार्टी ने उनकी टिकट काटकर हुड्डा की सिफारिश पर फिल्म स्टार राज बब्बर को टिकट दे दी। हालांकि राज बब्बर भी राव इंद्रजीत सिंह से चुनाव हार गए। मौजूदा वक्त में हुड्डा का गुट भारी है। हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष पद पर बैठे उदयभान भी उनके ही ग्रुप के हैं। हुड्डा से खटपट में कई नेता कर चुके किनारा
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा से खटपट के चलते पहले भी कई कांग्रेसी नेता पार्टी छोड़ चुके हैं। इनमें राव इंद्रजीत सिंह, कुलदीप बिश्नोई जैसे बड़े नेता भी शामिल है। राव इंद्रजीत सिंह ने दक्षिणी हरियाणा के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए 2014 में पार्टी छोड़ी तो कुलदीप बिश्नोई प्रदेशाध्यक्ष नहीं बनाए जाने के कारण 2022 में बीजेपी में शामिल हुए थे। फिलहाल राव इंद्रजीत सिंह केंद्र सरकार में मंत्री तो कुलदीप बिश्नोई राज्यसभा सीट को लेकर दावेदारी जता रहे है। बिश्नोई हिसार सीट से लोकसभा चुनाव भी लड़ना चाहते थे, लेकिन पार्टी ने उनकी टिकट काटकर चौधरी रणजीत चौटाला को चुनाव लड़ाया, लेकिन चौटाला कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश से चुनाव हार गए। कांग्रेस अध्यक्ष बोले- सबको भविष्य चुनने का अधिकार
किरण चौधरी के भाजपा जॉइन करने के सवाल पर हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष उदयभान ने कहा कि हर नेता को अपना भविष्य का फैसला लेने का अधिकार है। अगर उन्हें वहां अपना भविष्य नजर आता है तो वह फैसला ले सकती हैं।
पानीपत में यमुना नदी में डूबे 3 युवक:6 दोस्तों के साथ कुंड में नहाने आए थे, गोताखोरों ने चलाया सर्च ऑपरेशन
पानीपत में यमुना नदी में डूबे 3 युवक:6 दोस्तों के साथ कुंड में नहाने आए थे, गोताखोरों ने चलाया सर्च ऑपरेशन पानीपत जिले के सनौली में हरियाणा-यूपी बॉर्डर पर यमुना नदी में दोपहर बाद 3 बजे स्नान करने के दौरान तीन युवक डूब गए। हादसे की सूचना पर दोनों प्रदेशों से पुलिस पर पहुंची और प्राइवेट गोताखोर की मदद से सर्च अभियान चलाया गया। युवकों की पहचान खोतपुरा गांव निवासी सुमित(15), सुंडेसी उर्फ सुमित (14) व नितेश(18 ) के नाम से हुई। जो गुरुवार को सनौली नाके की निकट यमुना नदी में स्नान कर रहे थे। तीनों आपस में दोस्त थे। देखते ही देखते तीनों यमुना नदी के तेज बहाव के साथ गहरे पानी में डूब गए। उन्हें डूबता देख उनके साथी आबिद, गौरव व रिहान ने शोर मचा दिया और मामले की सूचना पुलिस को दी। इसके बाद सनौली थाना एसएचओ संदीप कुमार ने पुलिस टीम व यूपी के कैराना कोतवाली पुलिस साथ सडीएम स्वप्निल कुमार यादव मौके पर पहुंचे। तीन घंटे तक चले सर्च अभियान में नहीं लगा सुराग उन्होंने हादसे के संबंध में जानकारी हासिल ली और मौके पर गोताखोरों को बुलाया गया। यमुना नदी में सर्च अभियान में दोनों प्रदेशों के प्राइवेट गोताखोरों को लगाया गया है, जिनके द्वारा मोटर बोट के साथ डूबे तीनों दोस्तों की तलाश की जा रही है। करीब तीन घंटे बीत जाने के बाद भी किसी का सुराग नहीं लग सका है। 11 दिनों में यमुना पर दूसरा बड़ा हादसा उधर, हादसे के संबंध में तीनों दोस्तों के परिजनों को सूचना दे दी गई है, जिसके चलते उनमें कोहराम मचा हुआ है। 11 दिनों में यमुना पर दूसरा बड़ा हादसा हुआ। पिछले दिनों 4 अगस्त को भी डूबे थे 3 लोग, सनौली यमुना घाट पर समान करने 4 अगस्त को पानीपत से 8 दोस्त टायल मजदूर में से दो सगे भाइयों सहित तीन लोगो की डूबने से मोत हो चुकी है।