हरियाणा के झज्जर के गांव दादरी तोए में एक किसान ने आत्महत्या कर ली। उसका शव उसके अपने घर के बाथरूम में फंदे पर लटका मिला। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस व एफएसएल टीम मौके पर पहुंची। छानबीन के बाद शव को उतार कर पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल भेजा गया। जानकारी अनुसार मृतक की पहचान 40 वर्षीय धनराज पुत्र सूबे सिंह के रूप में की गई l वह शादीशुदा था और उसकी एक बेटी और एक बेटा है l वह खेती बाड़ी का काम करता था। परिजनों के अनुसार धनराज शराब पीने का आदी था l झज्जर की दुलीना चौकी से आए जांच अधिकारी एएसआई सुनील कुमार ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि झज्जर के गांव दादरी तोए में धनराज नामक व्यक्ति ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या की है जो शराब पीने का आदि था। सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मौके पर एफएसएल की टीम को बुलाया गया और जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में मृतक के पिता सूबे सिंह के बयान पर 174 की इत्फ़ाकिया कार्रवाई करते हुए मृतक के शव को अपनी कब्जे में लेकर नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम कराए जाने के बाद शव परिजनों के हवाले किया गया है l हरियाणा के झज्जर के गांव दादरी तोए में एक किसान ने आत्महत्या कर ली। उसका शव उसके अपने घर के बाथरूम में फंदे पर लटका मिला। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस व एफएसएल टीम मौके पर पहुंची। छानबीन के बाद शव को उतार कर पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल भेजा गया। जानकारी अनुसार मृतक की पहचान 40 वर्षीय धनराज पुत्र सूबे सिंह के रूप में की गई l वह शादीशुदा था और उसकी एक बेटी और एक बेटा है l वह खेती बाड़ी का काम करता था। परिजनों के अनुसार धनराज शराब पीने का आदी था l झज्जर की दुलीना चौकी से आए जांच अधिकारी एएसआई सुनील कुमार ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि झज्जर के गांव दादरी तोए में धनराज नामक व्यक्ति ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या की है जो शराब पीने का आदि था। सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मौके पर एफएसएल की टीम को बुलाया गया और जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में मृतक के पिता सूबे सिंह के बयान पर 174 की इत्फ़ाकिया कार्रवाई करते हुए मृतक के शव को अपनी कब्जे में लेकर नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम कराए जाने के बाद शव परिजनों के हवाले किया गया है l हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में इंजीनियरिंग कंपनी की चलती बस में आग:ड्राइवर ने पानी डाला तो और भड़की; कर्मचारियों ने खिड़कियों से कूद जान बचाई
हरियाणा में इंजीनियरिंग कंपनी की चलती बस में आग:ड्राइवर ने पानी डाला तो और भड़की; कर्मचारियों ने खिड़कियों से कूद जान बचाई हरियाणा के फरीदाबाद में शनिवार सुबह करीब साढ़े 9 बजे इंजीनियरिंग कंपनी की चलती बस में आग लग गई। यह बस कर्मचारियों को फैक्ट्री लेकर जा रही थी। जिस वक्त आग लगी, बस में 8 वर्कर बैठे हुए थे। बस में आग की लपटें निकलने लगी और धुआं भरने लगा तो ड्राइवर ने तुरंत बस को रोका। जिसके बाद वर्करों बसों की खिड़कियों से छलांग लगाकर जान बचाई। जिससे उनकी जान बच गई। इसके बाद फायर ब्रिगेड को मौके पर बुलाया गया। जिसके बाद आग पर काबू पाया जा सका। पलवल की फैक्ट्री में जा रही थी बस
बस में सवार युवक सुदीप ने बताया कि वह पलवल के दुधौला स्थित विशाल इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड में काम करते हैं। बस कंपनी की है, जो रोजाना की तरह वर्करों को लेने के लिए बस कल्याण पुरी चौक पर आई थी। वहां से 7-8 कर्मचारियों को बिठाकर बस चल पड़ी। इसी दौरान फरीदाबाद के 3 नंबर इलाके में स्थित कल्याणपुरी चौक पर बस में आग लग गई। इंजन से धुआं निकला, पानी डाला तो आग भड़की
बस के इंजन से अचानक तेज धुआं निकलने लगा, जो बस के भीतर भी भरने लगा। यह देख ड्राइवर ने तुरंत बस को रोका। उसने बस के इंजन में पानी डाला तो आग और भड़क गई। इससे बस के भीतर धुआं भरने लगा। इसके बाद ड्राइवर ने तुरंत बस को खाली कराया। सभी वर्कर निकल भागे। लोगों ने भी मदद की, ड्राइवर के अलर्ट रहने से बची जान
आसपास के लोग भी यह देखकर मदद के लिए दौड़े। हालांकि आग बढ़ती गई और वह उस पर काबू नहीं पा सके। जिसके बाद फायर ब्रिगेड को कॉल की गई। सुदीप के मुताबिक यदि समय रहते आग पर काबू नहीं पाया जाता, तो हादसा बड़ा हो सकता था। ड्राइवर की सूझबूझ और आसपास के लोगों की मदद के साथ समय पर फायर ब्रिगेड आने के चलते बड़ा हादसा टल गया।
यमुनानगर में बेटे ने की पिता की हत्या:दोनों में शराब पीने को लेकर हुआ विवाद, चाकू से किया हमला
यमुनानगर में बेटे ने की पिता की हत्या:दोनों में शराब पीने को लेकर हुआ विवाद, चाकू से किया हमला हरियाणा के यमुनानगर के गांव ताजकपुर निवासी 55 वर्षीय शीशपाल की उसके ही बेटे जगविंद्र सिंह चाकू से वार कर हत्या कर दी। पिता पुत्र के बीच विवाद शराब पीने को लेकर हुआ। विवाद बढ़ने पर उसने पिता पर धारदार हथियार से हमला किया। जिसके बाद वह फरार हो गया। चाकू से छाती पर वार किया गया। जिससे मौत हो गई। मृतक शीशपाल की उम्र 50 से 55 वर्ष है, उसके आरोपी बेटे का नाम जगविंद्र है। मंगलवार को सुबह ही पी ली शराब शीशपाल की दोस्ती इंद्री निवासी अजमेर सिंह के साथ थी। मृतक की पत्नी अजमेर सिंह की रिश्ते में बुआ लगती थी, उसकी बुआ गांव ताजकपुर में शीशपाल के साथ रहती हैं। अजमेर सिंह शीशपाल का रिश्तेदार भी था और यहीं रहकर उसने अपनी पढ़ाई भी पूरी की थी। जिस वजह से उसका काफी आना जाना है। यही पर उसकी दोस्ती शीशपाल के साथ हुई। अजमेर ने बताया कि शीशपाल ने मंगलवार सुबह ही शराब पी ली। गुस्से में बेटा पिता को मार रहा था वह भी साथ में शराब पी रहा था। इसी दौरान बेटे का कॉल आया कि गांव में आ जाओ। जिस पर शीशपाल को बस अड्डे तक छोड़ने के लिए कहा। वह बाइक लेने के लिए घर की ओर गया। काफी देर तक जब वह वापस नहीं आया, तो उसके घर की तरफ चल दिया। जहां पर शीशपाल की उसके ही छोटे बेटे जगविंद्र के साथ झगड़ा हो रहा था। गुस्से में जगविंद्र अपने पिता को मार रहा था। चाकू से कई वार कर हुआ फरार उसने अचानक से चाकू निकाला और उस पर कई वार किए। जब शीशपाल नीचे गिर गया तो जगविंद्र वहां से भाग गया। शोर सुनकर आसपास के लोग भी एकत्र होने लगे। मैं यह देखकर घबरा गया। तुरंत वहां से निकलकर पांसरा फाटक पर पहुंच गया। थोड़ी देर बाद पता लगा कि शीशपाल की मौत हो गई। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी। सदर थाना यमुनानगर प्रभारी केवल सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर मृतक के बेटे के विरुद्ध हत्या का केस दर्ज किया गया। पोस्टमॉर्टम कराया गया है। रिपोर्ट मिलने व आरोपित को काबू करने के बाद आगामी तफ्तीश होगी।
झज्जर में 207 ने नहीं दिया NEET का दोबारा एग्जाम:494 अभ्यर्थियों में से 287 बच्चे पहुंचे; दो परीक्षा केंद्र बनाए थे
झज्जर में 207 ने नहीं दिया NEET का दोबारा एग्जाम:494 अभ्यर्थियों में से 287 बच्चे पहुंचे; दो परीक्षा केंद्र बनाए थे हरियाणा के झज्जर में आज दो परीक्षा केंद्रों पर NEET का एग्जाम हुआ। यहां कुल 494 बच्चों में से 287 ही दोबारा परीक्षा देने पहुंचे। जबकि 207 बच्चे अनुपस्थित रहे। पहले हुई NEET परीक्षा में बहादुरगढ़ के एक सेंटर के कुछ विद्यार्थियों को 720 में से 720 अंक मिले थे। इनको मिले ग्रेस मार्क्स पर भी उंगली उठी थी। इसके बाद आज दोबारा से कड़ी सुरक्षा के बीच दो सेंटरों पर पुन: परीक्षा ली गई। झज्जर में केंद्रीय विद्यालय और पुलिस लाइन के डीएवी स्कूल में परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। दोनों ही केंद्रों पर प्रशासन ने धारा 144 लागू की है। इस बीच डीसी कैप्टन शक्ति सिंह परीक्षा केंद्र पर निरीक्षण करने पहुंचे और वहां मौजूद स्टाफ को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। झज्जर में केंद्रीय विद्यालय में 182 बच्चों को NEET की परीक्षा देनी थी, लेकिन परीक्षा देने 109 बच्चे पहुंचे, जबकि 73 बच्चे गैर हाजिर रहे। झज्जर के दूसरे परीक्षा केंद्र डीएवी पब्लिक स्कूल पुलिस लाइन में 312 बच्चों को नीट की परीक्षा देनी थी। यहां पर 178 बच्चे नीट की परीक्षा देने पहुंचे और 134 बच्चों ने परीक्षा नहीं दी। दोनों परीक्षा केंद्रों पर कुल 494 बच्चों में से यहां 287 ने परीक्षा दी और 207 अब्सेंट रहे। बता दें कि बहादुरगढ़ के एक सेंटर के कुछ विद्यार्थियों को NEET परीक्षा में 720 में से 720 अंक आए थे। जबकि कुछ विद्यार्थियों के अंक 718 व 719 भी आए थे। बाद में सामने आया था कि इन विद्यार्थियों को ग्रेस मार्क्स मिले हैं, जिसके चलते इनके नंबर पूरे आए हैं। आज इसको लेकर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) फिर से झज्जर में नीट परीक्षा का करा रहा है। झज्जर में इसके लिए दो परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 494 बच्चे नीट की परीक्षा देंगे। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच NEET की परीक्षा दोपहर बाद 2 बजे शुरू हुई थी। इसका समय 5:20 बजे तक का था। झज्जर जिला प्रशासन द्वारा परीक्षा केंद्र के नजदीक धारा 144 लागू की गई थी। झज्जर के डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने नीट परीक्षा केन्द्रों का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया था। झज्जर के नीट परीक्षा केंद्रों पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।