हरियाणा के झज्जर जिले में आज भाजपा को बड़ा झटका लगा। जब पूर्व मंत्री कांता देवी ने कांग्रेस का दामन थाम लिया। यह महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम मातनहेल में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कार्यक्रम के दौरान हुआ। कांता देवी भाजपा की वरिष्ठ नेता रही हैं, जिसने हुड्डा की मौजूदगी में मंच पर पहुंचकर औपचारिक रूप से कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। कांग्रेस उम्मीदवार गीता भुक्कल के नामांकन के दिन भाजपा प्रदेश प्रवक्ता डॉ. राकेश ने दीपेंद्र हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी जॉइन की थी l कांग्रेस की जीत की राह हो रही आसान झज्जर विधानसभा से भाजपा के दो बड़े शहरों ने टिकट वितरण से नाराज होकर कांग्रेस पार्टी का दामन थामा है l पूर्व सीएम चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा कांग्रेस उम्मीदवारों के समर्थन में जनसभा करने झज्जर पहुंचे थे l झज्जर जिले को भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गढ़ कहा जाता है। झज्जर से मिल रहे भाजपा को बड़े झटकों से कांग्रेस की जीत राह आसान होती जा रही है और बीजेपी की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है l हरियाणा के झज्जर जिले में आज भाजपा को बड़ा झटका लगा। जब पूर्व मंत्री कांता देवी ने कांग्रेस का दामन थाम लिया। यह महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम मातनहेल में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कार्यक्रम के दौरान हुआ। कांता देवी भाजपा की वरिष्ठ नेता रही हैं, जिसने हुड्डा की मौजूदगी में मंच पर पहुंचकर औपचारिक रूप से कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। कांग्रेस उम्मीदवार गीता भुक्कल के नामांकन के दिन भाजपा प्रदेश प्रवक्ता डॉ. राकेश ने दीपेंद्र हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी जॉइन की थी l कांग्रेस की जीत की राह हो रही आसान झज्जर विधानसभा से भाजपा के दो बड़े शहरों ने टिकट वितरण से नाराज होकर कांग्रेस पार्टी का दामन थामा है l पूर्व सीएम चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा कांग्रेस उम्मीदवारों के समर्थन में जनसभा करने झज्जर पहुंचे थे l झज्जर जिले को भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गढ़ कहा जाता है। झज्जर से मिल रहे भाजपा को बड़े झटकों से कांग्रेस की जीत राह आसान होती जा रही है और बीजेपी की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है l हरियाणा | दैनिक भास्कर
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सांगवान खाप बोली-विनेश फोगाट को भारत रत्न मिले:SC जज से जांच की मांग समेत 7 फैसले लिए; ओलिंपिक में वजन बढ़ने से बाहर हुई थीं रेसलर
सांगवान खाप बोली-विनेश फोगाट को भारत रत्न मिले:SC जज से जांच की मांग समेत 7 फैसले लिए; ओलिंपिक में वजन बढ़ने से बाहर हुई थीं रेसलर पेरिस ओलिंपिक में ओवरवेट होने से फाइनल-मेडल से चूकीं रेसलर विनेश फोगाट को भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग सर्वखाप महापंचायत में की गई। चरखी दादरी में सांगवान खाप की अगुआई में हुई सर्वजातीय सर्वखापों की महापंचायत में रविवार को मांग की गई कि विनेश के मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज करें। पंचायत में कुल 7 फैसले लिए गए हैं। बता दें कि विनेश फोगाट चरखी दादरी के गांव बलाली की रहने वाली हैं। महापंचायत में कहा गया है कि उनके फैसलों का संज्ञान नहीं लिया गया तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। वहीं, हरियाणा की महम चौबीसी सर्वखाप पंचायत ने फैसला किया है कि विनेश को सम्मानित किया जाएगा। वह विनेश को ‘चौबीसी रत्न’ का खिताब देगी। चौबीसी के ऐतिहासिक चबूतरे पर विनेश का सम्मान होगा। इस संबंध में प्रधान सुभाष नंबरदार की अध्यक्षता में हुई महम चौबीसी सर्वखाप पंचायत की मीटिंग यह फैसला लिया गया। प्रधान सुभाष नंबरदार ने कहा- विनेश के साथ साजिश रची गई है। विनेश ने 82 मुकाबलों में लगातार जीत दर्ज करने वाली पहलवान को हराया। लगातार तीन मुकाबले जीते। उसका सिल्वर मेडल पक्का हो चुका था। केंद्र सरकार ओलिंपिक कमेटी के सामने मजबूत पैरवी को विनेश को सिल्वर मेडल समेत उससे जुड़ी सारी सुविधाएं दे। विनेश मामले का फैसला 13 को
उधर, विनेश फोगाट के ओलिंपिक में सिल्वर मेडल पर फैसला 13 अगस्त को आएगा। शनिवार रात खेल कोर्ट यानी कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) ने इसकी जानकारी दी। पहले 10 अगस्त रात साढ़े 9 बजे फैसला सुनाया जाना था, लेकिन कोर्ट ने इसकी सीमा बढ़ा दी। आत रात साढ़े 12 बजे पेरिस ओलिंपिक की क्लोजिंग सेरेमनी होगी। विनेश के वकील विदुषपत सिंघानिया ने कहा कि CAS 13 अगस्त को अपना फैसला सुनाएगा। अतिरिक्त दस्तावेज जमा करने की समय सीमा 11 अगस्त तक बढ़ा दी गई है। नीरज चोपड़ा ने विनेश का सपोर्ट किया
नेश के फैसले को लेकर जेवलिन में सिल्वर मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा ने कहा- “अगर हमें मेडल नहीं मिलता तो लोग हमें कुछ समय के लिए याद रखते हैं और कहते हैं कि हम उनके चैंपियन हैं लेकिन अगर हमें मेडल नहीं मिलता तो वे हमें भूल जाते हैं। 100 ग्राम ज्यादा वजन से बाहर हुई थी विनेश
बता दें कि विनेश फोगाट ने ओलिंपिक में 50 kg वेट कैटेगरी में कुश्ती लड़ी थी। एक दिन में जापान की ओलिंपिक चैंपियन समेत 3 पहलवानों को पटखनी देकर वह फाइनल में पहुंची। हालांकि अगले दिन फाइनल मुकाबले से पहले उसका वेट 100 ग्राम ज्यादा निकल आया। जिस वजह से उसे अयोग्य करार दे दिया गया। इसी को लेकर विनेश ने खेल कोर्ट में अपील दायर की। खेल कोर्ट में सुनवाई पूरी हो चुकी
विनेश फोगाट की याचिका पर पेरिस स्थित खेल कोर्ट में सुनवाई पूरी हो चुकी है। इसमें विनेश भी वर्चुअल तरीके से शामिल हुई। विनेश ने करीब एक घंटे अपना पक्ष रखा। करीब 3 घंटे तक बहस हुई। विनेश की तरफ से भारतीय वकील हरीश साल्वे और विदुष्पत सिंघानिया ने भी उनका पक्ष रखा। डॉक्टर एनाबेल बैनेट ने करीब 3 घंटे तक विनेश, युनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग, इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी और IOA का पक्ष सुना। इससे पहले सभी को अपना एफिडेविट भी दाखिल करने को कहा गया था। जिसके बाद ये मौखिक बहस हुई है। विनेश के पक्ष में यह दलीलें भी रखी गईं
खेल कोर्ट में विनेश के पक्ष में कहा गया कि 100 ग्राम वजन बहुत कम है। यह एथलीट के वजन के 0.1% से 0.2% से ज्यादा नहीं है। यह गर्मी के मौसम में इंसान के शरीर के फूलने से भी आसानी से बढ़ सकता है क्योंकि गर्मी के कारण इंसान की जीवित रहने की जरूरत की वजह से शरीर में ज्यादा पानी जमा होता है। इसके अलावा विनेश को एक ही दिन में 3 कॉम्पिटिशन लड़ने पड़े। इस दौरान एनर्जी को मेंटेन करने के लिए भी उन्हें खाना पड़ा। इसके अलावा भारतीय पक्ष ने कहा कि खेल गांव और ओलिंपिक गेम्स के एरीना के बीच की दूरी और पहले दिन फाइट के टाइट शेड्यूल की वजह से विनेश को वजन घटाने का पर्याप्त टाइम नहीं मिला। विनेश का वजन पहले दिन की 3 कुश्तियां लड़ने के बाद 52.7 किलो पहुंच चुका था। भारतीय पक्ष ने यह भी कहा कि विनेश को 100 ग्राम वजन बढ़ने से दूसरे रेसलर के मुकाबले कोई फायदा नहीं होना था। यह सिर्फ जरूरी रिकवरी प्रोसेस का परिणाम था। एक दिन में लगातार 3 मुकाबले लड़ने के बाद उसके शरीर को डाइट की भी जरूरत थी। भारतीय पक्ष ने यह भी दलील दी कि विनेश फोगाट के मामले में कोई धोखाधड़ी या हेराफेरी जैसी बात नहीं है। न ही कोई डोपिंग जैसा कोई इश्यू है। पहले सारे मुकाबले सही लड़ने और फाइनल में अयोग्य होने की वजह से विनेश को कड़ी मेहनत के बावजूद सिल्वर मेडल से वंचित नहीं किया जाना चाहिए। इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन ने कहा- पॉजिटिव रिजल्ट की उम्मीद
इस बारे में इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) ने कहा- भारतीय ओलिंपिक संघ को पॉजिटिव रिजल्ट की उम्मीद है। प्रेजिडेंट पीटी उषा ने कहा- विनेश का साथ देना हमारा फर्ज है। फैसला चाहे जो भी आए, हम विनेश के साथ खड़े हैं। विनेश फोगाट मामले में अब तक क्या- हुआ, सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें… 1. ओलिंपिक में 1 दिन में 3 पहलवानों को हराया
विनेश फोगाट ने 50 किग्रा वेट कैटेगरी में मंगलवार को 3 मैच खेले। प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक की चैंपियन यूई सुसाकी को हरा दिया। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने यूक्रेन और सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर को पटखनी दी। विनेश फाइनल में पहुंचने वालीं पहली ही भारतीय महिला रेसलर बनीं थीं। 2. डाइट से वजन बढ़ा, पूरी रात कोशिश बेकार गई
सेमीफाइनल तक 3 मैच खेलने के दौरान उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना-पानी दिया गया। जिससे उनका वजन 52.700 kg तक बढ़ गया। भारतीय ओलिंपिक टीम के डॉक्टर डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला के मुताबिक विनेश का वेट वापस 50KG पर लाने के लिए टीम के पास सिर्फ 12 घंटे थे। पूरी टीम रातभर विनेश का वजन कम करने की कोशिश में लगी रही। विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं। विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे। 3. वजन 100 ग्राम ज्यादा मिला, वजन घटाने को सिर्फ 15 मिनट थे
बुधवार सुबह नियम के अनुसार दोबारा से विनेश के वजन की जांच की गई। उनका वजन ज्यादा निकला। उन्हें 15 मिनट मिले लेकिन आखिरी बार वजन में भी वह 100 ग्राम अधिक निकलीं। जिसके बाद उन्हें अयोग्य करार दे दिया गया। 4. विनेश ने अयोग्य करार देने के खिलाफ अपील की
इसके बाद विनेश ने अयोग्य करार देने पर खेल कोर्ट (CAS) में अपील की। जिसमें विनेश ने फाइनल मुकाबला खेलने देने की अपील की। यह संभव नहीं था तो विनेश ने अपील बदलकर कहा कि सेमीफाइनल तक उसका वजन नियमों के अनुरूप था। उसे संयुक्त सिल्वर मेडल दिया जाए। 5. विनेश ने संन्यास का ऐलान किया
विनेश फोगाट ने गुरुवार सुबह कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। उन्होंने गुरुवार सुबह 5.17 बजे सोशल मीडिया पोस्ट लिखी। विनेश ने लिखा- “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी। …माफी।”। विनेश फोगाट से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें…
सोनीपत में दिनदहाड़े युवक की हत्या:बहन को छोड़ कर लौट रहा था; रास्ते में घेर कर चाकू से किए वार
सोनीपत में दिनदहाड़े युवक की हत्या:बहन को छोड़ कर लौट रहा था; रास्ते में घेर कर चाकू से किए वार हरियाणा के सोनीपत में रविवार को एक युवक की दिन दहाड़े चाकू से वार कर हत्या कर दी गई। वह अपनी बहन को छोड़ कर घर लौट रहा था। हत्या की सूचना के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और छानबीन शुरू की। आवश्यक कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए सोनीपत के नागरिक अस्पताल भेजा गया। मृतक युवक की पहचान गांव राठधना निवासी प्रदीप कुमार (23) के तौर पर हुई है। वह सफाई का कार्य करता था। परिजनों के अनुसार प्रदीप की बहन सुशीला रक्षाबंधन पर अपने मायके आई थी। वह रविवार दोपहर को अपने ससुराल कथूरा गांव जाने के लिए निकली थी। प्रदीप उसे बाइक पर बैठा कर बहालगढ़-सोनीपत रोड स्थित काला माता मंदिर के पास ऑटो में बैठाने आया था। बताया गया है कि प्रदीप ने बहन सुशीला काे ऑटो में बैठा दिया और इसके बाद वह बाइक पर वापस घर आ रहा था। वह सोनीपत में सेक्टर-4 खेल कॉम्प्लेक्स से आगे गांव की तरफ जाने लगा तो कुछ युवकों ने उसे रास्ते में घेर लिया। उस पर पहले डंडे से हमला किया। वह भागने लगा तो धारदार चाकू से उस पर कई वार कर किए गए और उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। वारदात को अंजाम देकर हमलावर मौके से भाग गए। प्रदीप की हत्या का पता चलते ही उसके परिजन मौके पर पहुंचे। वहां पर प्रदीप का खून से सना शव बरामद हुआ। इसके बाद वारदात की सूचना पुलिस को दी गई। भाई की हत्या की सूचना मिलते ही उसकी बहन सुशीला भी आधे रास्ते से वापस लौट आई। सुशीला ने बताया कि फिलहाल किसी रंजिश की जानकारी उनको नहीं है। अन्य परिजनों का कहना है कि हमलावर घात लगाकर बैठे थे। सूचना के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची। फोरेंसिक टीम को बुलाकर वारदात से संबंधित तथ्यों को कब्जे में लिया गया। शव का पोस्टमार्टम करवाने के लिए सिविल अस्पताल में भेजा गया। प्रदीप छह भाई-बहनों में सबसे छोटा था। उनके भाई व बहनों की शादी हो चुकी है। वह अविवाहित था। सफाई का कार्य कर परिवार के पालन-पोषण में योगदान दे रहा था। सोनीपत पुलिस के एसीपी राजपाल सिंह ने बताया कि पुलिस प्रदीप की हत्या के मामले में छानबीन कर रही है। परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। फिलहाल हत्या के कारणों का पता नहीं चला है। हमलावरों की पहचान के प्रयास हो रहे हैं।
भिवानी में लिफ्ट टूटने से कर्मचारी की मौत:इलेक्ट्रॉनिक्स शॉप पर हुआ हादसा, इलाज के दौरान हिसार में तोड़ा दम
भिवानी में लिफ्ट टूटने से कर्मचारी की मौत:इलेक्ट्रॉनिक्स शॉप पर हुआ हादसा, इलाज के दौरान हिसार में तोड़ा दम हरियाणा भिवानी में नया बाजार स्थित जिंदल इलेक्ट्रॉनिक्स शॉप की अचानक लिफ्ट टूटने से बड़ा हादसा हो गया। दुकान पर काम करने वाले 2 कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें हिसार के निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां पर एक युवक की मौत हो गई। घटना के बाद सिविल लाइन थाना पुलिस छानबीन शुरू कर दी है। भारी सामान के साथ भेजा था मालिक ने भिवानी के गांव जाटू लोहारी निवासी मधे सिंह ने बताया कि चचेरे भाई का लड़का रतिपाल 3 साल से भिवानी के नया बाजार स्थित जिंदल इलेक्ट्रिक पर काम करता था। 22 जून 2024 को लगभग दोपहर 2 बजे हमारे पास संदेश आया कि आपके लड़के को चोट लगी है। उसे लेकर जिंदल अस्पताल हिसार जा रहे है। सूचना मिलते ही हम जिंदल अस्पताल हिसार पहुंचे। गंभीर रूप से घायल रतिपाल से मिले तो उसने बताया कि मुझे और ओम को जिंदल इलेक्ट्रिक के मालिक अंकित और नितिन ने लिफ्ट से सामान लाने के लिए कहा। कर्मचारियों ने लिफ्ट में जाने से किया था मना हमने दुकान के मालिक को कहा कि लिफ्ट के तार कमजोर है। भारी सामान लिफ्ट में नहीं लाया जा सकता है। उसने कहा कुछ नहीं होता सामान ले आओ। हम सामान लाने के लिए लिफ्ट में गए तो लिफ्ट कि अचानक तार टूट गई। जिस वजह से हम सामान सहित लिफ्ट से नीचे गिर गए। मुझे व दूसरे साथी ओम को काफी चोट आई। दोनों को घायल हालत में भिवानी के नागरिक अस्पताल पहुंचाया। वहां से घायलों को रेफर कर दिया। दोनों को हिसार के जिंदल अस्पताल लेकर गए। वहां पर आज दोपहर को रतीपाल पुत्र कंवरसैन की मौत हो गई। शॉप मलिक पर लापरवाही का आरोप मृतक रतिपाल के चाचा मधे सिंह ने आरोप लगाया कि जिंदल इलेक्ट्रॉनिक्स नए बाज़ार भिवानी के मालिकों की लापरवाही से यह हादसा हुआ है। लिफ्ट ठीक न करवाने के कारण मेरे भतीजे रतिपाल की मौत हो गई है। दुकान मालिक के खिलाफ केस दर्ज पुलिस ने हिसार जिंदल अस्पताल पहुंचकर मामले की कारवाई की। रतिपाल के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिवानी नागरिक अस्पताल लाया गया। पुलिस ने मृतक के चाचा के बयान पर जिंदल इलेक्ट्रॉनिक्स शॉप मालिक के खिलाफ IPC की धारा 304A के तहत मामला दर्ज किया है।