डॉक्टरों की लापरवाही से चली गई युवती की जान:परिजनों ने CM से लगाई गुहार, कोई नहीं सुना तो उतरे सड़कों पर

डॉक्टरों की लापरवाही से चली गई युवती की जान:परिजनों ने CM से लगाई गुहार, कोई नहीं सुना तो उतरे सड़कों पर

हरियाणा के गुरुग्राम के ज्योति पार्क स्थित एक निजी अस्पताल के खिलाफ सैकड़ो लोगो ने प्रदर्शन किया। लोगों का कहना है कि अस्पताल की लापरवाही के चलते यहां इलाज करा रही 22 वर्षिय युवती की मौत हो गई।
दरअसल मामला साल 2023 का है, 22 वर्षीय सिमरन छाबड़ा का ज्योति पार्क के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था और इलाज के दौरान सिमरन छाबड़ा की मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉक्टरों की लापरवाही के कारण सिमरन की मौत हुई है। सिमरन के परिजनों ने इसकी शिकायत पुलिस विभाग और स्वास्थ्य विभाग के साथ ही सीएम विंडो तक किया।
अस्पताल के खिलाफ नहीं हुई कोई कार्रवाई
अस्पताल के खिलाफ मामला तो दर्ज हुआ लेकिन स्वास्थ्य विभाग या मुख्यमंत्री की ओर से अस्पताल की इस लापरवाही के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। दर दर भटकने के बाद अब अपनी बेटी को न्याय दिलाने के लिए परिजन सड़कों पर उतर गए हैं। एक तरफ जहां मोमबत्तियां हाथ में लिए लोगों ने सिमरन के लिए कैंडल मार्च निकाला तो वहीं दूसरी तरफ अस्पताल के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करते हुए न्यू कॉलोनी थाना पहुंचे।
जश्न के दो दिन बाद ही छाया मातम
सिमरन छाबड़ा के भाई सौरभ छाबड़ा के मुताबिक सिमरन की उम्र मात्र 22 साल थी। 13 जनवरी 2023 को उनके घर एक बेटी हुई, उसके बाद से पूरे घर में जश्न का माहौल था। 19 को बेटी का नामकरण था और 21 जनवरी को सिमरन को हल्की सी खासी जुक़ाम हुई। जिसके बाद वह उसे ले कर ज्योति पार्क स्थित जगदम्बा अस्पताल पहुंचे लेकिन उनके सामने ही उनकी बहन ने दम तोड़ दिया। अब वह सड़कों पर उतर कर न्याय की गुहार लगा रहे हैं। मृतका सिमरन की मां की माने तो सिमरन अंतिम सांस तक कहती रही कि इंजेक्शन मत लगाओ लेकिन डॉक्टरों ने उसकी एक न सुनी और पूरा इंजेक्शन लगा दिया। जिसके बाद सिमरन की मौके पर मौत हो गई। अब वह इंसाफ चाहते हैं, ताकि जो उनकी बेटी के साथ हुआ किसी ओर की बेटी के साथ न हो। हरियाणा के गुरुग्राम के ज्योति पार्क स्थित एक निजी अस्पताल के खिलाफ सैकड़ो लोगो ने प्रदर्शन किया। लोगों का कहना है कि अस्पताल की लापरवाही के चलते यहां इलाज करा रही 22 वर्षिय युवती की मौत हो गई।
दरअसल मामला साल 2023 का है, 22 वर्षीय सिमरन छाबड़ा का ज्योति पार्क के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था और इलाज के दौरान सिमरन छाबड़ा की मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉक्टरों की लापरवाही के कारण सिमरन की मौत हुई है। सिमरन के परिजनों ने इसकी शिकायत पुलिस विभाग और स्वास्थ्य विभाग के साथ ही सीएम विंडो तक किया।
अस्पताल के खिलाफ नहीं हुई कोई कार्रवाई
अस्पताल के खिलाफ मामला तो दर्ज हुआ लेकिन स्वास्थ्य विभाग या मुख्यमंत्री की ओर से अस्पताल की इस लापरवाही के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। दर दर भटकने के बाद अब अपनी बेटी को न्याय दिलाने के लिए परिजन सड़कों पर उतर गए हैं। एक तरफ जहां मोमबत्तियां हाथ में लिए लोगों ने सिमरन के लिए कैंडल मार्च निकाला तो वहीं दूसरी तरफ अस्पताल के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करते हुए न्यू कॉलोनी थाना पहुंचे।
जश्न के दो दिन बाद ही छाया मातम
सिमरन छाबड़ा के भाई सौरभ छाबड़ा के मुताबिक सिमरन की उम्र मात्र 22 साल थी। 13 जनवरी 2023 को उनके घर एक बेटी हुई, उसके बाद से पूरे घर में जश्न का माहौल था। 19 को बेटी का नामकरण था और 21 जनवरी को सिमरन को हल्की सी खासी जुक़ाम हुई। जिसके बाद वह उसे ले कर ज्योति पार्क स्थित जगदम्बा अस्पताल पहुंचे लेकिन उनके सामने ही उनकी बहन ने दम तोड़ दिया। अब वह सड़कों पर उतर कर न्याय की गुहार लगा रहे हैं। मृतका सिमरन की मां की माने तो सिमरन अंतिम सांस तक कहती रही कि इंजेक्शन मत लगाओ लेकिन डॉक्टरों ने उसकी एक न सुनी और पूरा इंजेक्शन लगा दिया। जिसके बाद सिमरन की मौके पर मौत हो गई। अब वह इंसाफ चाहते हैं, ताकि जो उनकी बेटी के साथ हुआ किसी ओर की बेटी के साथ न हो।   हरियाणा | दैनिक भास्कर