मेरी पत्नी की मौत हो चुकी है और दोनों बेटे बाहर रहते हैं। मैं खेती करता, मगर मेरी फसल को पुष्पेंद्र काट लेता था। मना करने पर वो नहीं माना। उल्टा झगड़ा किया। तब एक माह पहले तय कर लिया था कि पुष्पेंद्र का मर्डर कर दूंगा। मंगलवार को मैं उसके इंतजार में बैठा था। जैसे ही पुष्पेंद्र दूध देकर घर के बाहर पहुंचा तो तलवार से हमला कर दिया। मरने तक वार किए। बचाने आई उसकी पत्नी संगीता को भी मार डाला। फिर थाने जा रहा था तो रास्ते में पुलिस मिल गई। ये कबूलनामा उस आरोपी का है, जिसने झांसी के कुटोरा गांव में पति-पत्नी को तलवार से काट डाला था। 63 साल का काशी प्रसाद घोष अब पुलिस की कस्टडी में है। उससे पूछताछ की जा रही है। परिजनों ने टोड़ी फतेहपुर थाने में काशी प्रसाद समेत 6 लोगों पर हत्या का केस दर्ज कराया है। बाकी आरोपियों की भूमिका की पुलिस जांच कर रही है। मृतक और आरोपी के घर में 4 घर का फासला मृतक पुष्पेंद्र और आरोपी काशी प्रसाद घोष के घरों के बीच महज 4 घरों का फासला है। इससे दोनों एक-दूसरे को अच्छी तरह से जानते थे। काशी ने पुलिस को बताया कि लगभग 20 साल पहले मेरी पत्नी की मौत हो गई थी। दोनों बेटे दिल्ली में रहते हैं। उनका घर पर कम ही आना जाना है। छह माह पहले ही बेटे घर आए थे। खेतीबाड़ी की जिम्मेदारी मैं संभालता हूं। मगर खेती की फसल को पुष्पेंद्र काट लेता था। इसको लेकर मेरा उससे विवाद भी हो चुका था। मगर वो मानता नहीं था। गांव में बेइज्जती हो रही थी। इसलिए मैंने पुष्पेंद्र की हत्या करने की साजिश बनाई। घात लगाकर बैठा था, आते ही किया हमला पुष्पेंद्र दूध बेचने का काम करता था। मंगलवार सुबह वह दूध लेकर डेयरी पर गया था। इधर, काशी उसके इंतजार में घात लगाकर बैठा था। जैसे ही पुष्पेंद्र दूध देकर घर पहुंचा तो काशी भी तलवार लेकर आ गया। पुष्पेंद्र घर के अंदर जा पाता, उससे पहले ही आरोपी ने हमला कर दिया। ताबड़तोड़ कई वार किए तो पुष्पेंद्र वहीं गिर गया। मरने तक काशी उसे तलवार मारता रहा। चीख सुनकर संगीता बचाने आई तो उस पर भी हमला कर दिया। इससे वह लहूलुहान हो गई। परिजन गुरसराय सीएचसी ले गए तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हथियार लेकर थाने जा रहा था आरोपी डबल मर्डर के बाद आरोपी काशी प्रसाद तलवार लेकर भाग गया। वह सीधे थाने में सरेंडर करने जा रहा था। रास्ते में पुलिस मिली तो उसने रोक लिया और बताया कि मर्डर करके आया हूं। खून से सने हथियार देखकर पुलिस ने उसको हिरासत में ले लिया। अब उससे पूछताछ की जा रही है। पुष्पेंद्र माता-पिता का अकेला पुष्पेंद्र अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसकी शादी को लगभग 15 साल हो गए थे। माता-पिता भी उसके साथ रहा करते थे। पुष्पेंद्र की एक 13 साल की बेटी और 10 साल का बेटा है। माता-पिता की मौत के बाद दोनों बच्चों का रो रोकर बुरा हाल है। फसल काट लेता था पुष्पेंद्र एसपी ग्रामीण गोपीनाथ सोनी ने बताया कि आरोपी काशी प्रसाद की फसल को पुष्पेंद्र काट लेता था। इस बात से काशी बहुत नाराज हो गया और उसने पुष्पेंद्र और बचाने आई उसकी पत्नी की हत्या कर दी। केस दर्ज करके मामले की जांच की जा रही है। मेरी पत्नी की मौत हो चुकी है और दोनों बेटे बाहर रहते हैं। मैं खेती करता, मगर मेरी फसल को पुष्पेंद्र काट लेता था। मना करने पर वो नहीं माना। उल्टा झगड़ा किया। तब एक माह पहले तय कर लिया था कि पुष्पेंद्र का मर्डर कर दूंगा। मंगलवार को मैं उसके इंतजार में बैठा था। जैसे ही पुष्पेंद्र दूध देकर घर के बाहर पहुंचा तो तलवार से हमला कर दिया। मरने तक वार किए। बचाने आई उसकी पत्नी संगीता को भी मार डाला। फिर थाने जा रहा था तो रास्ते में पुलिस मिल गई। ये कबूलनामा उस आरोपी का है, जिसने झांसी के कुटोरा गांव में पति-पत्नी को तलवार से काट डाला था। 63 साल का काशी प्रसाद घोष अब पुलिस की कस्टडी में है। उससे पूछताछ की जा रही है। परिजनों ने टोड़ी फतेहपुर थाने में काशी प्रसाद समेत 6 लोगों पर हत्या का केस दर्ज कराया है। बाकी आरोपियों की भूमिका की पुलिस जांच कर रही है। मृतक और आरोपी के घर में 4 घर का फासला मृतक पुष्पेंद्र और आरोपी काशी प्रसाद घोष के घरों के बीच महज 4 घरों का फासला है। इससे दोनों एक-दूसरे को अच्छी तरह से जानते थे। काशी ने पुलिस को बताया कि लगभग 20 साल पहले मेरी पत्नी की मौत हो गई थी। दोनों बेटे दिल्ली में रहते हैं। उनका घर पर कम ही आना जाना है। छह माह पहले ही बेटे घर आए थे। खेतीबाड़ी की जिम्मेदारी मैं संभालता हूं। मगर खेती की फसल को पुष्पेंद्र काट लेता था। इसको लेकर मेरा उससे विवाद भी हो चुका था। मगर वो मानता नहीं था। गांव में बेइज्जती हो रही थी। इसलिए मैंने पुष्पेंद्र की हत्या करने की साजिश बनाई। घात लगाकर बैठा था, आते ही किया हमला पुष्पेंद्र दूध बेचने का काम करता था। मंगलवार सुबह वह दूध लेकर डेयरी पर गया था। इधर, काशी उसके इंतजार में घात लगाकर बैठा था। जैसे ही पुष्पेंद्र दूध देकर घर पहुंचा तो काशी भी तलवार लेकर आ गया। पुष्पेंद्र घर के अंदर जा पाता, उससे पहले ही आरोपी ने हमला कर दिया। ताबड़तोड़ कई वार किए तो पुष्पेंद्र वहीं गिर गया। मरने तक काशी उसे तलवार मारता रहा। चीख सुनकर संगीता बचाने आई तो उस पर भी हमला कर दिया। इससे वह लहूलुहान हो गई। परिजन गुरसराय सीएचसी ले गए तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हथियार लेकर थाने जा रहा था आरोपी डबल मर्डर के बाद आरोपी काशी प्रसाद तलवार लेकर भाग गया। वह सीधे थाने में सरेंडर करने जा रहा था। रास्ते में पुलिस मिली तो उसने रोक लिया और बताया कि मर्डर करके आया हूं। खून से सने हथियार देखकर पुलिस ने उसको हिरासत में ले लिया। अब उससे पूछताछ की जा रही है। पुष्पेंद्र माता-पिता का अकेला पुष्पेंद्र अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसकी शादी को लगभग 15 साल हो गए थे। माता-पिता भी उसके साथ रहा करते थे। पुष्पेंद्र की एक 13 साल की बेटी और 10 साल का बेटा है। माता-पिता की मौत के बाद दोनों बच्चों का रो रोकर बुरा हाल है। फसल काट लेता था पुष्पेंद्र एसपी ग्रामीण गोपीनाथ सोनी ने बताया कि आरोपी काशी प्रसाद की फसल को पुष्पेंद्र काट लेता था। इस बात से काशी बहुत नाराज हो गया और उसने पुष्पेंद्र और बचाने आई उसकी पत्नी की हत्या कर दी। केस दर्ज करके मामले की जांच की जा रही है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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दिल्ली में सुधर नहीं रहे हालात, AAP सरकार ने बदले दफ्तर का समय तो LG ने उठाए सवाल
दिल्ली में सुधर नहीं रहे हालात, AAP सरकार ने बदले दफ्तर का समय तो LG ने उठाए सवाल <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Air Pollution News:</strong> दिल्‍ली में लगातार पांचवें दिन प्रदूषण की वजह से लोगों का हाल बेहाल है. यही वजह है कि सीएक्यूएम के आदेश पर दिल्‍ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में GRAP-3 को शुक्रवार से लागू कर दिया. इतना ही नहीं, आम आदमी पार्टी की सरकार ने सरकारी दफ्तरों के समय भी प्रदूषण मद्देनजर बदल दिए हैं. अब इस पर दिल्ली एलजी दफ्तर ने इस पर सवाल उठाए हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली उपराज्यपाल सचिवालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि फाइल पर प्रस्ताव सबसे पहले 14 अक्टूबर को पेश किया गया था. साफ है कि प्रदूषण की मौजूदा स्थिति से बचने के लिए दिल्ली सरकार ने आसान तरीका अपनाया है. जबकि 24 अक्टूबर 2024 को डीडीएमए की बैठक में वायु प्रदूषण के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा हुई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>डीएमआरसी की बैठक में सरकारी कार्यालयों के लिए अलग-अलग समय निर्धारित करने का प्रस्ताव भी शामिल था. एलजी विनय कुमार सक्सेना ने इस प्रस्ताव का समर्थन भी किया था. प्रदूषण की रोकथाम के लिए सबको पर भीड़ यानी ट्रैफिक को कम किया जाना चाहिए. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>प्रस्ताव पर अमल में 15 दिनों की देरी क्यों?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस प्रस्ताव को 1 नवंबर 2024 तक लागू करने की बात भी कही गई थी. इसे लागू करने में 15 दिन की देर कर दी गई. सरकार की तरफ से कम से कम धूल प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सड़कों की मरम्मत, फुटपाथों को ढंकना और हरा-भरा करना जैसे कार्य करना चाहिए था. ताकि प्रदूषण बढ़ने पर आपातकालीन उपायों का सहारा न लेना पड़े. यानी GRAP की पाबंदियों की आवश्यकता ही न पड़े.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’प्रदूषण को गंभीरता से न लेने का आरोप'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना की तरफ से ये प्रतिक्रिया इस बात को लेकर आई जब दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने दिल्ली में प्रदूषण रोकथान के लिए सरकारी दफ्तरों के कामकाज के समय में बदलाव करने का आदेश जारी किया था. सड़कों पर ट्रैफिक और उससे होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली में सभी सरकारी कार्यालय, दिल्ली सरकार,नगर निगम और केंद्र सरकार के कार्यालयों के कामकाज के समय में बदलाव किया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, CM <a title=”आतिशी” href=”https://www.abplive.com/topic/atishi” data-type=”interlinkingkeywords”>आतिशी</a> ने अपने एक्स पर पोस्ट करते हुए साझा किया कि सड़कों से ट्रैफिक और उससे होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली भर के सरकारी कार्यालय अलग-अलग समय पर काम करेंगे. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिल्ली में सरकारी दफ्तारों का नया टाइम टेबल</strong></p>
<ul>
<li style=”text-align: justify;”>दिल्ली नगर निगम: सुबह 8:30 बजे से शाम 5 बजे तक.</li>
<li style=”text-align: justify;”>केंद्र सरकार: सुबह 9 बजे से शाम 5:30 बजे तक.</li>
<li style=”text-align: justify;”>दिल्ली सरकार: सुबह 10 बजे से शाम 6:30 बजे तक. </li>
</ul>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पीक आवर्स के दौरान प्रदूषण होगा कम </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली सरकार के इस कदम से अलग-अलग समय पर कार्यालय खुलने और बंद होने से सुबह और शाम के पीक आवर्स के दौरान ट्रैफिक का दबाव कम होगा. ट्रैफिक न होने के कारण इससे होने वाले प्रदूषण में भी कमी आएगी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए एनसीआर में शुक्रवार से ग्रैप-3 की पाबंदियां लागू है. GRAP-3 के तहत दिल्ली में ई-बस और सीएनजी से चलने वाली बस को छोड़कर इंटरस्‍टेट बसों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. बीएस-3 पेट्रोल, बीएस-4 डीजल फोर व्‍हीलर वाहनों पर भी रोक लगाई गई है. कंस्‍ट्रक्‍शन एक्टिविटी की कुछ श्रेणियों को भी रोक दिया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”दिल्ली में लड़की से छेड़छाड़ का किया विरोध तो आरोपी ने चाकू से गोदा, पीड़ित की पत्नी ने क्या कहा?” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/miscreants-stabbed-man-who-opposing-molestation-of-girl-in-nand-nagri-delhi-2824170″ target=”_blank” rel=”noopener”>दिल्ली में लड़की से छेड़छाड़ का किया विरोध तो आरोपी ने चाकू से गोदा, पीड़ित की पत्नी ने क्या कहा?</a></strong></p>
पंजाब में घर में घुसकर महिला की हत्या:4 महीने के बच्चे को दूध पिला रही थी; दीवार फांदकर घुसे बदमाशों ने गोलियां मारी
पंजाब में घर में घुसकर महिला की हत्या:4 महीने के बच्चे को दूध पिला रही थी; दीवार फांदकर घुसे बदमाशों ने गोलियां मारी पंजाब के अमृतसर में दो पक्षों की रंजिश में 35 साल की महिला का घर में घुसकर कत्ल कर दिया गया। ये घटना तब हुई जब महिला अपने घर में अकेली थी और अपने 4 महीने के बच्चे को दूध पिला रही थी। बच्ची सही सलामत है। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को पकड़ लिया है, जबकि 6 आरोपी अभी फरार हैं। घटना अमृतसर के कस्बा राजासांसी में हुई। दो पक्षों में पुरानी रंजिश चली आ रही थी। पुलिस ने बताया कि पकड़े गए दोनों आरोपी दीवार फांद भगवंत उर्फ मन्ना भट्टी के घर में घुस आए। आरोपियों ने महिला के पति मन्ना के बारे में पूछा। इसके बाद दो गोलियां चलाईं, जिसमें 30 साल की हरजिंदर कौर की मौत हो गई। घटना के बाद डीएसपी करण शर्मा, एसएचओ अजयपाल सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने जानकारी दी कि इस मामले के दो मुख्य आरोपी लव और निशान हैं, जिन्होंने घर में घुस कर गोलियां मारी हैं। इस मामले में 6 और आरेपियों को नामजद किया गया है। जिनमें से दो कुलदीप व अजय को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य की धरपकड़ की कोशिश को शुरू कर दिया गया है। परिवार के बयानों के आधार पर कार्रवाई शुरू की गई है। रात हुआ था झगड़ा, सुबह लड़के पहुंचे घर
पीड़ित पक्ष के हरभेज सिंह ने बताया कि इनकी पुरानी रंजिश थी। दो दिन पहले ही इनका कचहरी में दोबारा झगड़ा हो गया था। राजासांसी के ही आरोपी लड़कों ने रात को पीड़ित परिवार को धमकियां देना शुरू कर दिया था। रात आरोपियों ने फोन पर पीड़ित पक्ष को अड्डे पर लड़ने के लिए बुलाया था। लेकिन उनका भाई लड़ना नहीं चाहता था और वे शहीदां साहिब चला गया। आरोपियों ने फोन कर उन्हें बुलाया, जब भाई ना आया तो आरोपी घर मे आ गए। आरोपी ने उनकी भाभी घर में अकेली थी और उसे गोलियां मार दी। पति को फोन कर आरोपियों के बारे में बताया था
घटना के चंद मिनट पहले ही मृतक हरजिंदर कौर ने अपने पति को फोन किया था। मृतक ने फोन पर जानकारी दी थी कि दो व्यक्ति दीवार फांद कर घर में आए हैं। धमकियां दे रहे हैं और आपके बारे में पूछ रहे हैं। इसके बाद आरोपियों ने हरजिंदर कौर पर गोलियां बरसा दीं।
जालंधर में साइबर फ्रॉड करने वाला गिरोह पकड़ा:5 गिरफ्तार, 19 बैंक खाते सीज, हरियाणा-यूपी-हिमाचल-बंगाल-कर्नाटक से चल रहा था नेटवर्क
जालंधर में साइबर फ्रॉड करने वाला गिरोह पकड़ा:5 गिरफ्तार, 19 बैंक खाते सीज, हरियाणा-यूपी-हिमाचल-बंगाल-कर्नाटक से चल रहा था नेटवर्क पंजाब के जालंधर कमिश्नरेट पुलिस को साइबर क्राइम को लेकर बड़ी सफलता हासिल हुई है। कमिश्नरेट पुलिस द्वारा 5 राज्यों से करीब 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। जो भोले-भाले लोगों को फोन कर साइबर क्राइम में फंसाते थे। इस मल्टी स्टेट गैंग द्वारा 61 साइबर फ्रॉड किए गए थे। आरोपियों का ये नेटवर्क 6 राज्यों में फैला हुआ है। आरोपियों से पुलिस ने दर्जनों एटीएम कार्ट और अन्य सामान बरामद किया है। 19 बैंक खातों की डिटेल भी मिली, जांच जारी मिली जानकारी के अनुसार आरोपियों से पुलिस 19 बैंक खाते जब्त किए हैं। जिसकी डिटेलिंग की जा रही है। क्योंकि फ्रॉड के बाद आरोपियों द्वारा उक्त पैसा इन्हीं बैंक खातों में डाला जा रहा था। पिछले 61 फ्रॉड का पैसा भी इन्हीं खातों में डाला गया था। पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि आरोपियों से उनके अन्य साथियों के बारे में जालंधर सिटी पुलिस पूछताछ कर रही है। 6 राज्यों में फैसला आरोपियों का नेटवर्क पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि प्राथमिक जांच में पता चला है कि उक्त आरोपियों का नेटवर्क 6 राज्यों में फैसला हुआ है। जिसमें सबसे पहला पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, और कर्नाटक है। सभी राज्यों में आरोपियों के साथी फैले हुए है। आरोपी भोले भाले लोगों को अपनी बातों में लगाकर बैंक खाते खुलवाते है। फिर उसी में फ्रॉड का पैसा मंगवाते थे।