झांसी में मूसलाधार बारिश, 12 लोग टापू पर फंसे:24 घंटे में 180 मिमी पानी बरसा, 25 साल का रिकॉर्ड टूटा, आज 12वीं तक के स्कूल बंद

झांसी में मूसलाधार बारिश, 12 लोग टापू पर फंसे:24 घंटे में 180 मिमी पानी बरसा, 25 साल का रिकॉर्ड टूटा, आज 12वीं तक के स्कूल बंद

झांसी में मानसून की विदाई से पहले मेघ मेहरबान हो गए। 24 घंटे से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। इससे सड़कों पर दो से तीन फीट तक पानी भर गया। कई कॉलोनियों में बरसाती पानी घरों में घुस गया। वहीं, टहरौली क्षेत्र के बंगरा-बंगरी गांव में नाले उफना गए। इससे एक टापू पर कई लोग फंस गए। रस्सी के सहारे 3 लोगों को निकाल लिया गया। अभी भी बच्चे, महिलाओं समेत लगभग 12 लोग टापू पर फंसे हैं। इन्हें निकालने के लिए एसडीआरएफ को बुलाया गया है। टीम ने रेस्क्यू शुरू कर दिया है। वहीं, पिछले 24 घंटे से कभी तेज तो कभी मध्यम बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार बुधवार शाम 5 बजे तक 180 एमएम बारिश दर्ज की गई। इससे सितंबर में एक ही दिन में बारिश का पिछले 25 साल का रिकॉर्ड टूट गया। इससे पहले 1999 में सितंबर में 24 घंटे में 155 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। आज भी भारी बारिश का अलर्ट है। डीएम ने कक्षा-1 से 12वीं तक के सभी स्कूलों में आज का अवकाश घोषित किया है। सबसे पहले 4 तस्वीरें देखिए इस सीजन की सबसे अच्छी बारिश
झांसी में मानसून का सीजन 15 जून से 15 सितंबर तक माना जाता है। मौसम विभाग ने इस बार अच्छी बारिश होने की संभावना जताई थी, लेकिन इसके विपरीत जून सूखा गुजर गया था और जुलाई में भी लोग बारिश को तरसते रहे थे। अगस्त में जरूर मानसून थोड़ा मेहरबान हुआ था। झांसी में हर साल औसतन 825 एमएम बारिश होती है, लेकिन मंगलवार दोपहर तक यहां 510 एमएम बारिश हुई थी। लेकिन इसके बाद मूसलाधार बारिश हो रही है। 24 घंटे में 180 एमएम बारिश हो चुकी है। यह इस सीजन की सबसे अच्छी बारिश है। एक दिन में 7.6°C गिरा पारा, किसान परेशान
दो दिन से हो रही भीषण बारिश की वजह से तापमान में भारी गिरावट देखने को मिली। 10 सितंबर को अधिकतम तापमान 33.5 डिग्री दर्ज किया गया था। जो 11 सितंबर को 7.6 डिग्री गिरकर 25.9 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। वहीं, न्यूनतम तापमान 23.7 डिग्री सेल्सियस रहा। मूसलाधार बारिश की वजह से मौसम में ठंडक आ गई है। वहीं, दो दिन से हो रही बारिश की वजह से खेतों में पानी भर गया है। इससे किसान परेशान है। अगर बारिश का दौर आगे भी जारी रहा तो मूंग, उर्द, तिलहन की फसलों को भारी नुकसान पहुंच सकता है। मूंगफली समेत अन्य फसलें भी प्रभावित हो सकती है। नदी किनारे न जाएं, बढ़ते जलस्तर पर रखें नजर
डीएम के अनुसार, लगातार हो रही बारिश के कारण राजघाट एवं माताटीला बांध से पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे नदियां उफान पर हैं। इसके मद्देनजर नदी किनारे बसे गांवों के ग्रामीण किसी भी दशा में नदी के मध्य टापू पर न जाएं और न ही नदी के किनारे किसी भी तरह की गतिविधि करें। मुनादी कराकर ग्रामीणों को इसकी जानकारी दी जा रही है। इसके अलावा ग्राम प्रधान, ग्राम निगरानी समिति, लेखपाल, सचिव, अधिकारी सभी सतर्क रहें और नदी के बढ़ते जल स्तर पर नजर बनाए रखें। पशु हानि और जनहानि किसी भी दशा में न हो, यह सुनिश्चित कर लिया जाए। नदी किनारे गांव में गोताखोर व नाव की व्यवस्था सुनिश्चित करें, ताकि वक्त रहते लोगों को बचाया जा सके। रिपटे पर यदि पानी का बहुत तेज बहाव है तो सड़क पार करने से बचें और दूसरों को भी बचाएं, ऐसे गांव की जानकारी तत्काल मुख्यालय पर उपलब्ध कराएं। इन कॉलोनियों में भरा पानी महानगर के तालपुरा, बैंकर्स कॉलोनी, शांति भवन, डडियापुरा अखाड़ा, ओरछा गेट, मंडी रोड, कैलाश रेजीडेंसी, शिवाजी नगर, मेडिकल रोड पर यूनिवर्सिटी चौकी के पास, छनियापुरा, मिनर्वा, सराय मोहल्ला, पठौरिया मोहल्ला, नई बस्ती, थापक बाग, नरिया बाजार, मिशन कम्पाउंड, सीपरी बाजार, कच्चा पुल के नीचे, ओवरब्रिज के नीचे, नालगंज मोहल्ला, नानकगंज, खुशीपुरा समेत अधिकतर क्षेत्र में जलभराव हो गया। वहीं, गुरसराय, मऊरानीपुर, मोंठ क्षेत्र में भी जलभराव हुआ। झांसी में मानसून की विदाई से पहले मेघ मेहरबान हो गए। 24 घंटे से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। इससे सड़कों पर दो से तीन फीट तक पानी भर गया। कई कॉलोनियों में बरसाती पानी घरों में घुस गया। वहीं, टहरौली क्षेत्र के बंगरा-बंगरी गांव में नाले उफना गए। इससे एक टापू पर कई लोग फंस गए। रस्सी के सहारे 3 लोगों को निकाल लिया गया। अभी भी बच्चे, महिलाओं समेत लगभग 12 लोग टापू पर फंसे हैं। इन्हें निकालने के लिए एसडीआरएफ को बुलाया गया है। टीम ने रेस्क्यू शुरू कर दिया है। वहीं, पिछले 24 घंटे से कभी तेज तो कभी मध्यम बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार बुधवार शाम 5 बजे तक 180 एमएम बारिश दर्ज की गई। इससे सितंबर में एक ही दिन में बारिश का पिछले 25 साल का रिकॉर्ड टूट गया। इससे पहले 1999 में सितंबर में 24 घंटे में 155 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। आज भी भारी बारिश का अलर्ट है। डीएम ने कक्षा-1 से 12वीं तक के सभी स्कूलों में आज का अवकाश घोषित किया है। सबसे पहले 4 तस्वीरें देखिए इस सीजन की सबसे अच्छी बारिश
झांसी में मानसून का सीजन 15 जून से 15 सितंबर तक माना जाता है। मौसम विभाग ने इस बार अच्छी बारिश होने की संभावना जताई थी, लेकिन इसके विपरीत जून सूखा गुजर गया था और जुलाई में भी लोग बारिश को तरसते रहे थे। अगस्त में जरूर मानसून थोड़ा मेहरबान हुआ था। झांसी में हर साल औसतन 825 एमएम बारिश होती है, लेकिन मंगलवार दोपहर तक यहां 510 एमएम बारिश हुई थी। लेकिन इसके बाद मूसलाधार बारिश हो रही है। 24 घंटे में 180 एमएम बारिश हो चुकी है। यह इस सीजन की सबसे अच्छी बारिश है। एक दिन में 7.6°C गिरा पारा, किसान परेशान
दो दिन से हो रही भीषण बारिश की वजह से तापमान में भारी गिरावट देखने को मिली। 10 सितंबर को अधिकतम तापमान 33.5 डिग्री दर्ज किया गया था। जो 11 सितंबर को 7.6 डिग्री गिरकर 25.9 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। वहीं, न्यूनतम तापमान 23.7 डिग्री सेल्सियस रहा। मूसलाधार बारिश की वजह से मौसम में ठंडक आ गई है। वहीं, दो दिन से हो रही बारिश की वजह से खेतों में पानी भर गया है। इससे किसान परेशान है। अगर बारिश का दौर आगे भी जारी रहा तो मूंग, उर्द, तिलहन की फसलों को भारी नुकसान पहुंच सकता है। मूंगफली समेत अन्य फसलें भी प्रभावित हो सकती है। नदी किनारे न जाएं, बढ़ते जलस्तर पर रखें नजर
डीएम के अनुसार, लगातार हो रही बारिश के कारण राजघाट एवं माताटीला बांध से पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे नदियां उफान पर हैं। इसके मद्देनजर नदी किनारे बसे गांवों के ग्रामीण किसी भी दशा में नदी के मध्य टापू पर न जाएं और न ही नदी के किनारे किसी भी तरह की गतिविधि करें। मुनादी कराकर ग्रामीणों को इसकी जानकारी दी जा रही है। इसके अलावा ग्राम प्रधान, ग्राम निगरानी समिति, लेखपाल, सचिव, अधिकारी सभी सतर्क रहें और नदी के बढ़ते जल स्तर पर नजर बनाए रखें। पशु हानि और जनहानि किसी भी दशा में न हो, यह सुनिश्चित कर लिया जाए। नदी किनारे गांव में गोताखोर व नाव की व्यवस्था सुनिश्चित करें, ताकि वक्त रहते लोगों को बचाया जा सके। रिपटे पर यदि पानी का बहुत तेज बहाव है तो सड़क पार करने से बचें और दूसरों को भी बचाएं, ऐसे गांव की जानकारी तत्काल मुख्यालय पर उपलब्ध कराएं। इन कॉलोनियों में भरा पानी महानगर के तालपुरा, बैंकर्स कॉलोनी, शांति भवन, डडियापुरा अखाड़ा, ओरछा गेट, मंडी रोड, कैलाश रेजीडेंसी, शिवाजी नगर, मेडिकल रोड पर यूनिवर्सिटी चौकी के पास, छनियापुरा, मिनर्वा, सराय मोहल्ला, पठौरिया मोहल्ला, नई बस्ती, थापक बाग, नरिया बाजार, मिशन कम्पाउंड, सीपरी बाजार, कच्चा पुल के नीचे, ओवरब्रिज के नीचे, नालगंज मोहल्ला, नानकगंज, खुशीपुरा समेत अधिकतर क्षेत्र में जलभराव हो गया। वहीं, गुरसराय, मऊरानीपुर, मोंठ क्षेत्र में भी जलभराव हुआ।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर