झांसी में रास्ते के लिए युवक का मर्डर:बोला-ऊंची आवाज में बात की तो कुल्हाड़ी से गर्दन काटी, परिजनों के सामने रोने का नाटक किया

झांसी में रास्ते के लिए युवक का मर्डर:बोला-ऊंची आवाज में बात की तो कुल्हाड़ी से गर्दन काटी, परिजनों के सामने रोने का नाटक किया

झांसी में रास्ते के लिए एक युवक का मर्डर कर दिया गया। आरोपी खेत में से रास्ता (सेक्टर) बनाना चाहता था। इसी बात को लेकर दलित युवक से कहासुनी हो गई। तब ऊंची आवाज में बात कर दी। इस पर आरोपी ने कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार करके गंगाप्रसाद अहिरवार की हत्या कर दी। 28 फरवरी को हुए मर्डर का पुलिस ने बुधवार को खुलासा कर दिया। पुलिस ने आरोपी रमेश विश्वकर्मा को गिरफ्तार कर कुल्हाड़ी बरामद कर ली है। हत्या के बाद पुलिस से बचने के लिए वह खेत में छुपा रहा। मुखबिर की सूचना पर पकड़ा गया। विस्तार से जानिए पूरा मामला… 12 दिन तक खेत के आसपास ही रहता था आरोपी
SP ग्रामीण गोपीनाथ सोनी ने बताया-गंगाप्रसाद अहिरवार (45) ककरवई के डुमरई गांव का रहने वाला था। गांव का रमेश विश्वकर्मा (54) पुत्र मुरलीधर गंगाप्रसाद के खेत से रास्ता (सेक्टर) बनाना चाहता था। इसको लेकर उनके बीच विवाद चल रहा था। 28 फरवरी को वह खेत पर गया था। रात के समय रमेश विश्वकर्मा भी पहुंच गया। बोला कि खेत से सेक्टर निकालना है। इस पर गंगाप्रसाद ने मना कर दिया। तेज आवाज में बोला कि जिस रास्ते से पहले निकलते थे, उसी रास्ते से जाया करो, खेत में से कोई रास्ता नहीं मिलेगा। आरोपी रमेश ने सिर में कुल्हाड़ी मार दी। इससे गंगाप्रसाद गिर पड़ा। फिर भाग गया। रात को जब परिजन खेत पर पहुंचे तो गंगाप्रसाद का शव पड़ा था और शरीर पर गहरे जख्म थे। हत्या के बाद दो दिन पुलिस और परिजनों के सामने रोने का नाटक करता रहा। इसके बाद पुलिस ने केस दर्ज करके संदिग्धों से पूछताछ शुरू की। तब वह घबरा गया और बाद खेत पर बनी झोपड़ी में जाकर छुप गया था। जिन पर शक था, वे निर्दोष निकले
हत्या के बाद पुलिस ने 3 एंगल पर जांच शुरू की। पहला- भाइयों से जमीन का विवाद चल रहा था। दूसरा- अविवाहित होने पर प्रेम प्रसंग का एंगल और तीसरा भांजी का एंगल। तीनों एंगल की जांच में 15 संदिग्धों से पूछताछ की गई, मगर मर्डर का सॉल्व नहीं किया जा सका। हत्या के बाद आरोपी रमेश विश्वकर्मा भी गांव में घूम रहा था। लेकिन जब लोगों से पूछताछ शुरू हुई तो वह दो दिन बाद फरार हो गया। यह बात पुलिस तक पहुंची। तब पुलिस ने इनपुट जुटाया। हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। शादी नहीं हुई थी, मां के पास रहते थे
गंगाप्रसाद बहुत मिलनसार थे। गंगाप्रसाद की शादी नहीं हुई थी। वो अपनी मां जयकुंवर के साथ रहते थे। बचपन से भांजी मोनू भी उनके पास रह रही थी। बड़े भाई जसवंत अपने परिवार के साथ अलग रहते हैं। ———————————— पढ़ें ये भी जरूरी खबर… दूसरी लड़कियों संग वीडियो देख लड़ने लगी तो मार डाला:कानपुर में आरोपी बोला- शादी नहीं करनी थी, कमरे पर बुलाकर गला रेता शीतल से मेरी इंस्टाग्राम पर दोस्ती हुई थी। मैं उसके घर के पास ही एक अस्पताल में काम करता था। धीरे-धीरे नजदीकी बढ़ गई। मैंने यूं ही उसे फंसाया। शादी करने का कोई इरादा नहीं था, क्योंकि मेरे और भी कई लड़कियों से संबंध थे। मेरे मोबाइल में अन्य लड़कियों के साथ शीतल ने फोटो-वीडियो देखे तो झगड़ने लगी। इसीलिए मैंने उसका मर्डर कर दिया। यह कबूलनामा है कानपुर के बर्रा में गर्लफ्रेंड की हत्या करने के आरोपी शिवम वर्मा का। आरोपी को पुलिस ने 24 घंटे के भीतर अरेस्ट कर लिया। पढ़ें पूरी खबर… झांसी में रास्ते के लिए एक युवक का मर्डर कर दिया गया। आरोपी खेत में से रास्ता (सेक्टर) बनाना चाहता था। इसी बात को लेकर दलित युवक से कहासुनी हो गई। तब ऊंची आवाज में बात कर दी। इस पर आरोपी ने कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार करके गंगाप्रसाद अहिरवार की हत्या कर दी। 28 फरवरी को हुए मर्डर का पुलिस ने बुधवार को खुलासा कर दिया। पुलिस ने आरोपी रमेश विश्वकर्मा को गिरफ्तार कर कुल्हाड़ी बरामद कर ली है। हत्या के बाद पुलिस से बचने के लिए वह खेत में छुपा रहा। मुखबिर की सूचना पर पकड़ा गया। विस्तार से जानिए पूरा मामला… 12 दिन तक खेत के आसपास ही रहता था आरोपी
SP ग्रामीण गोपीनाथ सोनी ने बताया-गंगाप्रसाद अहिरवार (45) ककरवई के डुमरई गांव का रहने वाला था। गांव का रमेश विश्वकर्मा (54) पुत्र मुरलीधर गंगाप्रसाद के खेत से रास्ता (सेक्टर) बनाना चाहता था। इसको लेकर उनके बीच विवाद चल रहा था। 28 फरवरी को वह खेत पर गया था। रात के समय रमेश विश्वकर्मा भी पहुंच गया। बोला कि खेत से सेक्टर निकालना है। इस पर गंगाप्रसाद ने मना कर दिया। तेज आवाज में बोला कि जिस रास्ते से पहले निकलते थे, उसी रास्ते से जाया करो, खेत में से कोई रास्ता नहीं मिलेगा। आरोपी रमेश ने सिर में कुल्हाड़ी मार दी। इससे गंगाप्रसाद गिर पड़ा। फिर भाग गया। रात को जब परिजन खेत पर पहुंचे तो गंगाप्रसाद का शव पड़ा था और शरीर पर गहरे जख्म थे। हत्या के बाद दो दिन पुलिस और परिजनों के सामने रोने का नाटक करता रहा। इसके बाद पुलिस ने केस दर्ज करके संदिग्धों से पूछताछ शुरू की। तब वह घबरा गया और बाद खेत पर बनी झोपड़ी में जाकर छुप गया था। जिन पर शक था, वे निर्दोष निकले
हत्या के बाद पुलिस ने 3 एंगल पर जांच शुरू की। पहला- भाइयों से जमीन का विवाद चल रहा था। दूसरा- अविवाहित होने पर प्रेम प्रसंग का एंगल और तीसरा भांजी का एंगल। तीनों एंगल की जांच में 15 संदिग्धों से पूछताछ की गई, मगर मर्डर का सॉल्व नहीं किया जा सका। हत्या के बाद आरोपी रमेश विश्वकर्मा भी गांव में घूम रहा था। लेकिन जब लोगों से पूछताछ शुरू हुई तो वह दो दिन बाद फरार हो गया। यह बात पुलिस तक पहुंची। तब पुलिस ने इनपुट जुटाया। हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। शादी नहीं हुई थी, मां के पास रहते थे
गंगाप्रसाद बहुत मिलनसार थे। गंगाप्रसाद की शादी नहीं हुई थी। वो अपनी मां जयकुंवर के साथ रहते थे। बचपन से भांजी मोनू भी उनके पास रह रही थी। बड़े भाई जसवंत अपने परिवार के साथ अलग रहते हैं। ———————————— पढ़ें ये भी जरूरी खबर… दूसरी लड़कियों संग वीडियो देख लड़ने लगी तो मार डाला:कानपुर में आरोपी बोला- शादी नहीं करनी थी, कमरे पर बुलाकर गला रेता शीतल से मेरी इंस्टाग्राम पर दोस्ती हुई थी। मैं उसके घर के पास ही एक अस्पताल में काम करता था। धीरे-धीरे नजदीकी बढ़ गई। मैंने यूं ही उसे फंसाया। शादी करने का कोई इरादा नहीं था, क्योंकि मेरे और भी कई लड़कियों से संबंध थे। मेरे मोबाइल में अन्य लड़कियों के साथ शीतल ने फोटो-वीडियो देखे तो झगड़ने लगी। इसीलिए मैंने उसका मर्डर कर दिया। यह कबूलनामा है कानपुर के बर्रा में गर्लफ्रेंड की हत्या करने के आरोपी शिवम वर्मा का। आरोपी को पुलिस ने 24 घंटे के भीतर अरेस्ट कर लिया। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर