झारखंड में PM और गृह मंत्री के आने से पहले हेमंत सोरेन कर दिया बड़ा खेला, चंपाई सोरेन की क्यों बढ़ी चिंता?

झारखंड में PM और गृह मंत्री के आने से पहले हेमंत सोरेन कर दिया बड़ा खेला, चंपाई सोरेन की क्यों बढ़ी चिंता?

<p style=”text-align: justify;”><strong>Jharkhand Assembly Election 2024:</strong> झारखंड विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच बीजेपी और जेएमएम के बीच सियासी तल्खी भी चरम पर है. जेएमएम को सत्ता से बेदखल करने के लिए जहां आज पीएम <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> और रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री <a title=”अमित शाह” href=”https://www.abplive.com/topic/amit-shah” data-type=”interlinkingkeywords”>अमित शाह</a> झारखंड में कई चुनावी जनसभाओं को संबोधित करेंगे, वहीं दोनों के पहुंचे से पहले हेमंत सोरेन ने सरायकेला ​बड़ा उलटफेर कर दिया है. उनके इस दांव से पूर्व सीएम चंपाई सोरेन की मुश्किलें बढ़ गई हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, झारखंड के पूर्व सीएम चंपाई सोरेन सरायकेला विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. सरायकेला चंपाई सोरेन का गढ़ माना जाता है. वहीं पर सीएम हेमंत सोरेन ने बड़ा खेला कर दिया है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने चंपाई सोरेन के गृहक्षेत्र सरायकेला इलाके से कई युवाओं को पार्टी की सदस्यता दिलाई है. कई महिलाओं को भी जेएमएम में शामिल करा लिया है. इससे सरायकेला सीट पर बीजेपी का समीकरण कमजोर पड़ सकता है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जानें सरायकेला का पूरा सियासी समीकरण&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हेमंत सोरेन की पार्टी के इस कदम से बीजेपी की भी टेंशन बढ़ सकती है. ऐसा इसलिए कि चंपाई सोरेन कुछ समय पहले तक भले ही हेमंत सोरेन के साथ थे, लेकिन अब वो झारखंड में उन्हीं के सबसे बड़े सियासी शत्रु भी हैं. ऐसा इसलिए कि सीएम पद से हटने के बाद उन्होंने बीजेपी से हाथ मिला लिया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>जेएमएम के इस कदम को सरायकेला में हेमंत सोरेन की ओर से सियासी सेंधमारी माना जा रहा है. हेमंत सोरेन सरायकेला सीट इस बार हर हाल में जीतना चाहते हैं. अगर ऐसा हुआ तो इस क्षेत्र की चार से पांच अन्य सीटों पर बीजेपी को नुकसान हो सकता है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हेमंत खेला झारखंडी अस्मिता का दांव&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इतना ही नहीं, शनिवार को एक्स पर एक पोस्ट कर बीजेपी पर हमला बोल दिया है. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, ‘आज गृह मंत्री, कल प्रधानमंत्री झारखंड आ रहे हैं. मैं पुनः उनसे करबद्ध प्रार्थना करता हूं कि हम झारखंडियों का बकाया 1 लाख 36 हजार करोड़ रुपये हमे लौटा दें. झारखंड एवं झारखंडियों के विकास के लिए यह राशि अत्यंत आवश्यक है.'</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा, ‘मैं, बीजेपी &nbsp;के साथियों, खासकर के सांसदों से भी अपील करूंगा कि वे हम झारखंडियों के इस बकाए को दिलाने में हमारी मदद करें. ऐसा कर सीएम हेमंत सोरेन झारखंडी अस्मिता का दांव भी बीजेपी के खिलाफ चल दिया है.'</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=” Jharkhand Election 2024: ‘महिलाओं के लिए गोगो दीदी…’, बाबूलाल मरांडी का बड़ा दावा” href=”https://www.abplive.com/states/jharkhand/jharkhand-election-2024-babulal-marandi-big-claims-on-gogo-didi-yojna-2815109″ target=”_blank” rel=”noopener”> Jharkhand Election 2024: ‘महिलाओं के लिए गोगो दीदी…’, बाबूलाल मरांडी का बड़ा दावा</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Jharkhand Assembly Election 2024:</strong> झारखंड विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच बीजेपी और जेएमएम के बीच सियासी तल्खी भी चरम पर है. जेएमएम को सत्ता से बेदखल करने के लिए जहां आज पीएम <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> और रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री <a title=”अमित शाह” href=”https://www.abplive.com/topic/amit-shah” data-type=”interlinkingkeywords”>अमित शाह</a> झारखंड में कई चुनावी जनसभाओं को संबोधित करेंगे, वहीं दोनों के पहुंचे से पहले हेमंत सोरेन ने सरायकेला ​बड़ा उलटफेर कर दिया है. उनके इस दांव से पूर्व सीएम चंपाई सोरेन की मुश्किलें बढ़ गई हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, झारखंड के पूर्व सीएम चंपाई सोरेन सरायकेला विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. सरायकेला चंपाई सोरेन का गढ़ माना जाता है. वहीं पर सीएम हेमंत सोरेन ने बड़ा खेला कर दिया है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने चंपाई सोरेन के गृहक्षेत्र सरायकेला इलाके से कई युवाओं को पार्टी की सदस्यता दिलाई है. कई महिलाओं को भी जेएमएम में शामिल करा लिया है. इससे सरायकेला सीट पर बीजेपी का समीकरण कमजोर पड़ सकता है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जानें सरायकेला का पूरा सियासी समीकरण&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हेमंत सोरेन की पार्टी के इस कदम से बीजेपी की भी टेंशन बढ़ सकती है. ऐसा इसलिए कि चंपाई सोरेन कुछ समय पहले तक भले ही हेमंत सोरेन के साथ थे, लेकिन अब वो झारखंड में उन्हीं के सबसे बड़े सियासी शत्रु भी हैं. ऐसा इसलिए कि सीएम पद से हटने के बाद उन्होंने बीजेपी से हाथ मिला लिया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>जेएमएम के इस कदम को सरायकेला में हेमंत सोरेन की ओर से सियासी सेंधमारी माना जा रहा है. हेमंत सोरेन सरायकेला सीट इस बार हर हाल में जीतना चाहते हैं. अगर ऐसा हुआ तो इस क्षेत्र की चार से पांच अन्य सीटों पर बीजेपी को नुकसान हो सकता है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हेमंत खेला झारखंडी अस्मिता का दांव&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इतना ही नहीं, शनिवार को एक्स पर एक पोस्ट कर बीजेपी पर हमला बोल दिया है. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, ‘आज गृह मंत्री, कल प्रधानमंत्री झारखंड आ रहे हैं. मैं पुनः उनसे करबद्ध प्रार्थना करता हूं कि हम झारखंडियों का बकाया 1 लाख 36 हजार करोड़ रुपये हमे लौटा दें. झारखंड एवं झारखंडियों के विकास के लिए यह राशि अत्यंत आवश्यक है.'</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा, ‘मैं, बीजेपी &nbsp;के साथियों, खासकर के सांसदों से भी अपील करूंगा कि वे हम झारखंडियों के इस बकाए को दिलाने में हमारी मदद करें. ऐसा कर सीएम हेमंत सोरेन झारखंडी अस्मिता का दांव भी बीजेपी के खिलाफ चल दिया है.'</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=” Jharkhand Election 2024: ‘महिलाओं के लिए गोगो दीदी…’, बाबूलाल मरांडी का बड़ा दावा” href=”https://www.abplive.com/states/jharkhand/jharkhand-election-2024-babulal-marandi-big-claims-on-gogo-didi-yojna-2815109″ target=”_blank” rel=”noopener”> Jharkhand Election 2024: ‘महिलाओं के लिए गोगो दीदी…’, बाबूलाल मरांडी का बड़ा दावा</a></strong></p>  झारखंड यूपी उपचुनाव: 1993 से इस सीट पर BJP को जीत का इंतजार, इस बार फिर पुरानी चुनौती