टोहाना में पूर्व मंत्री का सीएमओ पर तंज:​​​​​​​बबली बोले-कार्यों को लेकर नहीं गंभीर, सुझाव फाइलों को भटकाया, सिर्फ 40% काम पूरे

टोहाना में पूर्व मंत्री का सीएमओ पर तंज:​​​​​​​बबली बोले-कार्यों को लेकर नहीं गंभीर, सुझाव फाइलों को भटकाया, सिर्फ 40% काम पूरे

हरियाणा के गुरुग्राम में एक मीडिया चैनल से बातचीत के दौरान हरियाणा के पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली ने तत्कालीन सीएमओ पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि मंत्री रहते हुए उनके द्वारा प्रस्तावित प्रोजेक्ट्स और सुझावों को गंभीरता से नहीं लिया गया। जिसके कारण वे अपने कार्यकाल में केवल 40 प्रतिशत काम ही पूरा कर पाए। सुझाव फाइलों को भटकाया बबली ने बताया कि ई-टेंडरिंग से संबंधित उनके सुझावों वाली फाइलों को विचार करने की बजाय इधर-उधर भटकाया जाता रहा। जननायक जनता पार्टी के हालात पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व पहले ही जान चुका था कि वे असफल हो गए हैं। वे पार्टी को संभाल नहीं पाए और विधायकों के साथ समन्वय स्थापित करने में भी विफल रहे। सभी विधायकों को किनारे किया बबली ने बताया कि 2019 में जब सरकार का गठन हो रहा था, तब दुष्यंत चौटाला ने सबसे पहले उनसे सरकार में शामिल होने की सलाह मांगी थी। बबली ने उन्हें सकारात्मक सलाह दी, लेकिन विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद दुष्यंत ने सभी विधायकों को किनारे कर दिया। मंत्री रहते हुए कमीशनखोरी के आरोपों पर बबली ने कहा कि वे ऐसे आरोपों पर टिप्पणी करना उचित नहीं समझते। हरियाणा के गुरुग्राम में एक मीडिया चैनल से बातचीत के दौरान हरियाणा के पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली ने तत्कालीन सीएमओ पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि मंत्री रहते हुए उनके द्वारा प्रस्तावित प्रोजेक्ट्स और सुझावों को गंभीरता से नहीं लिया गया। जिसके कारण वे अपने कार्यकाल में केवल 40 प्रतिशत काम ही पूरा कर पाए। सुझाव फाइलों को भटकाया बबली ने बताया कि ई-टेंडरिंग से संबंधित उनके सुझावों वाली फाइलों को विचार करने की बजाय इधर-उधर भटकाया जाता रहा। जननायक जनता पार्टी के हालात पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व पहले ही जान चुका था कि वे असफल हो गए हैं। वे पार्टी को संभाल नहीं पाए और विधायकों के साथ समन्वय स्थापित करने में भी विफल रहे। सभी विधायकों को किनारे किया बबली ने बताया कि 2019 में जब सरकार का गठन हो रहा था, तब दुष्यंत चौटाला ने सबसे पहले उनसे सरकार में शामिल होने की सलाह मांगी थी। बबली ने उन्हें सकारात्मक सलाह दी, लेकिन विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद दुष्यंत ने सभी विधायकों को किनारे कर दिया। मंत्री रहते हुए कमीशनखोरी के आरोपों पर बबली ने कहा कि वे ऐसे आरोपों पर टिप्पणी करना उचित नहीं समझते।   हरियाणा | दैनिक भास्कर