खालिस्तानी आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के चीफ गुरपतवंत सिंह पन्नू का नया वीडियो सामने आया है। दावा किया गया है कि ये वीडियो सोमवार (22 जनवरी) को अमेरिकी संसद कैपिटल हिल का है। पन्नू अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुआ। उसने यहां पर खालिस्तान जिंदाबाद के नारे भी लगाए। पन्नू ने दावा किया है कि उसे ट्रम्प गुट ने इनवाइट किया था। हालांकि, इंटरनेशनल मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पन्नू ने शपथ ग्रहण प्रोग्राम का टिकट खरीदा था। ट्रम्प के मंच से काफी करीब दिखा
सामने आए वीडियो के मुताबिक ट्रम्प अपनी पत्नी मेलानिया के साथ शपथ से पहले मंच पर मौजूद हैं। मंच के बिल्कुल पास आगे की तरफ पन्नू दिख रहा है। शपथ ग्रहण समारोह में आए लोग USA-USA के नारे लगा रहे हैं। अचानक पन्नू सामने आता है और वह खालिस्तानी जिंदाबाद के नारे लगाना शुरू कर देता है। भारत में खालितान की मांग पर वोटिंग करवा रहा पिछले दिनों गुरपतवंत सिंह पन्नू ने भारत में खालिस्तान को अलग देश बनाने के लिए रेफरेंडम शुरू किया। SFJ टीम नाम के सोशल मीडिया अकाउंट से रेफरेंडम पर वोटिंग के लिए QR कोड शेयर किया गया। साथ ही वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराने का प्रोसेस बताया गया। संगठन की तरफ से फॉर्म भी डाले गए हैं, जिसमें सिख और दूसरे धर्मों के लोग भी वोट कर सकते हैं। हालांकि, पोस्ट आने के 10 घंटे के बाद ही अकाउंट को भारत में बैन कर दिया गया। इसके बाद सोशल मीडिया पर रेफरेंडम के QR कोड और पोस्ट वायरल हो गई। वोटिंग के लिए कोई डेट मेंशन नहीं गई थी। 2019 में SFJ भारत में बैन हुआ गुरपतवंत सिंह पन्नू मूलरूप से पंजाब के खानकोट का रहने वाला है। वो फिलहाल अमेरिका में रहता है और सिख फॉर जस्टिस नाम का संगठन चलाता है। उसके पास अमेरिका और कनाडा दोनों देशों की नागरिकता है। भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने 10 जुलाई 2019 को SFJ को उसकी गतिविधियों के लिए UAPA के तहत एक गैरकानूनी संगठन के रूप में प्रतिबंधित कर दिया। गृह मंत्रालय ने अपनी अधिसूचना में कहा था कि सिखों के लिए रेफरेंडम की आड़ में SFJ पंजाब में अलगाववाद और उग्रवादी विचारधारा का समर्थन कर रहा है। केंद्र सरकार ने 1 जुलाई 2020 को पन्नू को UAPA के तहत आतंकी घोषित किया। 2020 में सरकार ने SFJ से जुड़े 40 से ज्यादा वेब पेज और यूट्यूब चैनलों को बैन किया। SFJ और पन्नू के खिलाफ भारत में 15 मामले दर्ज हैं। इनमें पंजाब में देशद्रोह के 3 मामले भी शामिल हैं। पन्नू सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव है। वह पंजाबी भाषा में ऑडियो और वीडियो संदेश जारी करता है। इसमें वह पंजाबी युवाओं को भारत के खिलाफ भड़काता है। यही नहीं, पैसे का लालच देकर वह पंजाब-हरियाणा में सरकारी इमारतों में खालिस्तानी झंडा भी लगवा चुका है। भारतीय एजेंट पर लगे थे पन्नू की हत्या की साजिश के आरोप
पन्नू की हत्या की साजिश रचने के आरोप में भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता को 30 जून 2023 को चेक रिपब्लिक पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद 14 जून 2024 को निखिल को अमेरिका प्रत्यर्पित कर दिया गया। निखिल पर अमेरिका में केस चलाया गया, जहां उसने खुद को निर्दोष बताया था। अमेरिकी एजेंसी FBI के मुताबिक पन्नू को मारने की साजिश 2023 में PM नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के वक्त की गई थी। भारत के एक पूर्व अफसर (विकास यादव) ने निखिल गुप्ता से पन्नू की हत्या की साजिश रचने को कहा था। खालिस्तानी आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के चीफ गुरपतवंत सिंह पन्नू का नया वीडियो सामने आया है। दावा किया गया है कि ये वीडियो सोमवार (22 जनवरी) को अमेरिकी संसद कैपिटल हिल का है। पन्नू अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुआ। उसने यहां पर खालिस्तान जिंदाबाद के नारे भी लगाए। पन्नू ने दावा किया है कि उसे ट्रम्प गुट ने इनवाइट किया था। हालांकि, इंटरनेशनल मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पन्नू ने शपथ ग्रहण प्रोग्राम का टिकट खरीदा था। ट्रम्प के मंच से काफी करीब दिखा
सामने आए वीडियो के मुताबिक ट्रम्प अपनी पत्नी मेलानिया के साथ शपथ से पहले मंच पर मौजूद हैं। मंच के बिल्कुल पास आगे की तरफ पन्नू दिख रहा है। शपथ ग्रहण समारोह में आए लोग USA-USA के नारे लगा रहे हैं। अचानक पन्नू सामने आता है और वह खालिस्तानी जिंदाबाद के नारे लगाना शुरू कर देता है। भारत में खालितान की मांग पर वोटिंग करवा रहा पिछले दिनों गुरपतवंत सिंह पन्नू ने भारत में खालिस्तान को अलग देश बनाने के लिए रेफरेंडम शुरू किया। SFJ टीम नाम के सोशल मीडिया अकाउंट से रेफरेंडम पर वोटिंग के लिए QR कोड शेयर किया गया। साथ ही वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराने का प्रोसेस बताया गया। संगठन की तरफ से फॉर्म भी डाले गए हैं, जिसमें सिख और दूसरे धर्मों के लोग भी वोट कर सकते हैं। हालांकि, पोस्ट आने के 10 घंटे के बाद ही अकाउंट को भारत में बैन कर दिया गया। इसके बाद सोशल मीडिया पर रेफरेंडम के QR कोड और पोस्ट वायरल हो गई। वोटिंग के लिए कोई डेट मेंशन नहीं गई थी। 2019 में SFJ भारत में बैन हुआ गुरपतवंत सिंह पन्नू मूलरूप से पंजाब के खानकोट का रहने वाला है। वो फिलहाल अमेरिका में रहता है और सिख फॉर जस्टिस नाम का संगठन चलाता है। उसके पास अमेरिका और कनाडा दोनों देशों की नागरिकता है। भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने 10 जुलाई 2019 को SFJ को उसकी गतिविधियों के लिए UAPA के तहत एक गैरकानूनी संगठन के रूप में प्रतिबंधित कर दिया। गृह मंत्रालय ने अपनी अधिसूचना में कहा था कि सिखों के लिए रेफरेंडम की आड़ में SFJ पंजाब में अलगाववाद और उग्रवादी विचारधारा का समर्थन कर रहा है। केंद्र सरकार ने 1 जुलाई 2020 को पन्नू को UAPA के तहत आतंकी घोषित किया। 2020 में सरकार ने SFJ से जुड़े 40 से ज्यादा वेब पेज और यूट्यूब चैनलों को बैन किया। SFJ और पन्नू के खिलाफ भारत में 15 मामले दर्ज हैं। इनमें पंजाब में देशद्रोह के 3 मामले भी शामिल हैं। पन्नू सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव है। वह पंजाबी भाषा में ऑडियो और वीडियो संदेश जारी करता है। इसमें वह पंजाबी युवाओं को भारत के खिलाफ भड़काता है। यही नहीं, पैसे का लालच देकर वह पंजाब-हरियाणा में सरकारी इमारतों में खालिस्तानी झंडा भी लगवा चुका है। भारतीय एजेंट पर लगे थे पन्नू की हत्या की साजिश के आरोप
पन्नू की हत्या की साजिश रचने के आरोप में भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता को 30 जून 2023 को चेक रिपब्लिक पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद 14 जून 2024 को निखिल को अमेरिका प्रत्यर्पित कर दिया गया। निखिल पर अमेरिका में केस चलाया गया, जहां उसने खुद को निर्दोष बताया था। अमेरिकी एजेंसी FBI के मुताबिक पन्नू को मारने की साजिश 2023 में PM नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के वक्त की गई थी। भारत के एक पूर्व अफसर (विकास यादव) ने निखिल गुप्ता से पन्नू की हत्या की साजिश रचने को कहा था। पंजाब | दैनिक भास्कर