अंबाला रेलवे ने एक नई समय सारिणी जारी कर दी है। जिसमें ट्रेनों के नंबर और समय में बदलाव होगा। सहारनपुर से गुजरने वाली 17 पैसेंजर ट्रेनों की पहचान पुराने नंबरों से होगी। दिल्ली, अंबाला, मेरठ, देहरादून और मुरादाबाद जाने वाली ये ट्रेनें है। नौचंदी एक्सप्रेस के समय में भी आधा घंटे का बदलाव किया गया है। नौचंदी एक्सप्रेस के समय में आधे घंटे का बदलाव किया है। कोरोना काल में पैसेंजर ट्रेनों के आगे शून्य लगाकर चलाई गई। स्थिति सामान्य होने के बाद रेलवे दोबारा अपनी ट्रेनों के नंबरों में बदलाव कर रहा है। जो ट्रेन शून्य संख्या से पहचानी जाती थी, अब उन नंबरों को बुधवार से बदला जाएगा। व्यवस्था से संबंधित प्रक्रिया की कंप्यूटर सिस्टम में फीड कर दी गई है। ट्रेन नंबर 14242 सहारनपुर-प्रयागराज नौचंदी एक्सप्रेस अभी शाम 5:45 बजे चलती थी, जो अब शाम 5:15 बजे संचालित होगी। ट्रेन संख्या 20411 दिल्ली-सहारनपुर एक्सप्रेस दोपहर 12:40 के बजाए 12:45 बजे आएगी। 64511-12 सहारनपुर-हरिद्वार, सहारनपुर-नंगलडैम पैसेजर अब दराजपुर, तंदवाल रेलवे स्टेशन पर रुकेगी। 13005-06 हावड़ा-अमृतसर एक्सप्रेस सरहिंद रेलवे स्टेशन पर रुककर चलेगी। इन ट्रेनों का बदला गया नंबर अंबाला रेलवे ने एक नई समय सारिणी जारी कर दी है। जिसमें ट्रेनों के नंबर और समय में बदलाव होगा। सहारनपुर से गुजरने वाली 17 पैसेंजर ट्रेनों की पहचान पुराने नंबरों से होगी। दिल्ली, अंबाला, मेरठ, देहरादून और मुरादाबाद जाने वाली ये ट्रेनें है। नौचंदी एक्सप्रेस के समय में भी आधा घंटे का बदलाव किया गया है। नौचंदी एक्सप्रेस के समय में आधे घंटे का बदलाव किया है। कोरोना काल में पैसेंजर ट्रेनों के आगे शून्य लगाकर चलाई गई। स्थिति सामान्य होने के बाद रेलवे दोबारा अपनी ट्रेनों के नंबरों में बदलाव कर रहा है। जो ट्रेन शून्य संख्या से पहचानी जाती थी, अब उन नंबरों को बुधवार से बदला जाएगा। व्यवस्था से संबंधित प्रक्रिया की कंप्यूटर सिस्टम में फीड कर दी गई है। ट्रेन नंबर 14242 सहारनपुर-प्रयागराज नौचंदी एक्सप्रेस अभी शाम 5:45 बजे चलती थी, जो अब शाम 5:15 बजे संचालित होगी। ट्रेन संख्या 20411 दिल्ली-सहारनपुर एक्सप्रेस दोपहर 12:40 के बजाए 12:45 बजे आएगी। 64511-12 सहारनपुर-हरिद्वार, सहारनपुर-नंगलडैम पैसेजर अब दराजपुर, तंदवाल रेलवे स्टेशन पर रुकेगी। 13005-06 हावड़ा-अमृतसर एक्सप्रेस सरहिंद रेलवे स्टेशन पर रुककर चलेगी। इन ट्रेनों का बदला गया नंबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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लुधियाना में बिल्डिंग इंस्पेक्टर सस्पेंड:चुनावी कार्यक्रम में लिया था भाग, चुनाव आयोग से की गई थी शिकायत
लुधियाना में बिल्डिंग इंस्पेक्टर सस्पेंड:चुनावी कार्यक्रम में लिया था भाग, चुनाव आयोग से की गई थी शिकायत लुधियाना में एक चुनावी सभा में भाग लेना नगर निगम के अधिकारी को महंगा पड़ गया। नगर निगम लुधियाना (जोन-बी) का बिल्डिंग इंस्पेक्टर रणधीर सिंह राणा पर चुनाव आयोग ने तुरंत एक्शन लेते नगर निगम आयुक्त को तत्काल काईवाई के निर्देश दिए, जिस पर संज्ञान लेते निगम कमिश्नर संदीप रिशी ने बिल्डिंग इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया। मामला गत 30 मई का है, जहां लुधियाना में एक संगठन की तरफ से चुनावी समागम रखा गया था। समागम में कांग्रेस नेता एवं साबका विधानसभा स्पीकर राणा के पी भी पहुंचे हुए थे और उनकी तरफ से महासभा के कुछ गणमान्यों को सम्मानित किया गया था, जिनमें नगर निगम का बिल्डिंग इंस्पेक्टर रणधीर सिंह राणा की फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वायरल फोटो में वह समागम में भाग ले रहे थे और उन्हें कांग्रेस नेता सम्मानित कर रहे थे। चुनाव आयोग के आदेश पर हुआ एक्शन बिल्डिंग इंस्पेक्टर राणा रणधीर सिंह की सियासी समागम में भाग लेने की फोटो सोशल मीडिया के बाद सीधा चुनाव आयोग के पास पहुंची तो चुनाव आयोग की तरफ से जांच के लिए लुधियाना के एडीसी मेजर अमित सरीन को जांच के निर्देश दिए। जांच में पाया की बिल्डिंग इंस्पेक्टर सियासी समागम में भाग लेने गए थे। नगर निगम कमिश्नर ने किया सस्पेंड जांच सही पाने पर आज लुधियाना नगर निगम के कमिश्नर संदीप रिशी ने बिल्डिंग इंस्पेक्टर रणधीर सिंह राणा को सस्पेंड कर दिया। कमिश्नर संदीप रिशी ने बताया कि भवन निरीक्षक को सस्पेंड कर अगली जरुरी कार्रवाई शुरू कर दी है।
अयोध्या गैंगरेप केस…मोईद खान और राजू पर आरोप तय:सपा नेता से DNA मैच नहीं हुआ था, 15 अक्टूबर को पीड़िता की होगी गवाही
अयोध्या गैंगरेप केस…मोईद खान और राजू पर आरोप तय:सपा नेता से DNA मैच नहीं हुआ था, 15 अक्टूबर को पीड़िता की होगी गवाही अयोध्या गैंगरेप मामले में सपा नेता मोईद खान और उनके नौकर राजू पर आरोप तय हो गए हैं। गवाही के लिए 15 अक्टूबर की तारीख कोर्ट ने तय की है। 12 साल की पीड़ित बच्ची और मां के बयान इसी दिन दर्ज किए जाएंगे। घटना में विवेचक को कोर्ट से 25 दिन की रिमांड मिली थी। गुरुवार को सुनवाई विशेष न्यायाधीश पॉक्सो एक्ट निरुपमा विक्रम की अदालत में हुई। बता दें कि इससे पहले मोईद खान के नौकर राजू की DNA रिपोर्ट पीड़िता से मैच हुई थी। पुष्टि करते हुए अपर महाधिवक्ता विनोद शाही ने बताया कि मोईद खान का DNA मैच नहीं हुआ है। दोनों पक्षों की बहस सुनकर आरोप बनाए
गुरुवार को दोनों आरोपियों मोईद खान और राजू को मंडल कारागार से लेकर कोर्ट में पेश किया गया। राजू खान ने अपना वकालतनामा दाखिल किया। मोईद खान के वकील सईद खान की मौजूदगी में दोनों पक्षों की बहस सुनकर आरोप बनाए गए। कोर्ट ने मामले में पीड़ित बच्ची के साथ कई बार गैंगरेप करने, जान से मार डालने की धमकी देने और पॉक्सो एक्ट के तहत आरोप तय किए हैं। कोर्ट में पैरोकार ने विधि विज्ञान प्रयोगशाला की रिपोर्ट भी दाखिल की। मोईद खान गैंगरेप में रहा शामिल
अपर महाधिवक्ता विनोद शाही के अनुसार, ‘मोईद खान के नौकर राजू की DNA रिपोर्ट पीड़िता के बच्चे से मैच हो गई है। इससे साबित हो गया कि पीड़िता के साथ रेप हुआ है। यदि गैंगरेप का मामला होता है तो किसी एक के साथ ही DNA मैच होता है। चूंकि राजू की उम्र करीब 20 साल है। इसलिए मेडिकल टर्मिनोलॉजी के अनुसार राजू के रेप से प्रेग्नेंसी के चांस ज्यादा हैं। DNA रिपोर्ट मैच होने से पता चल गया कि बच्ची के साथ गैंगरेप हुआ है और मोईद खान भी रेप में शामिल है। अब मोईद खान की यह बात पूरी तरह से गलत है कि उसने बच्ची के साथ कुछ नहीं किया। आरोपी नेता के वकील ने कहा था- 71 साल के बुजुर्ग को फंसाया गया
मोईद खान के वकील की तरफ से दलील दी गई कि मोईद अहमद 71 साल का बुजुर्ग है। राजनीतिक कारणों से उन्हें फंसाया गया है। मोईद खान को कोई दस्तावेज भी नहीं दिए जा रहे हैं। याचिका का विरोध करते हुए राज्य सरकार की ओर से अपर महाधिवक्ता विनोद शाही ने दलील दी थी कि मामला बहुत ही गंभीर है। पीड़ित नाबालिग है, जिसके साथ मोईद खान और उसके नौकर राजू ने रेप किया। कहा गया कि घटना के बाद बच्ची प्रेग्नेंट भी हो गई। इसके अबॉर्शन के बाद DNA जांच के लिए सैंपल भेजा गया। मोईद खान और राजू पर पुलिस ने गैंगस्टर का भी मुकदमा दर्ज कर लिया है। अब जानिए पूरा मामला… बच्ची 2 महीने की गर्भवती हुई
अयोध्या के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र में 12 साल की बच्ची से रेप की घटना हुई थी। आरोपियों ने बच्ची का अश्लील वीडियो बना लिया। फिर लंबे समय तक उसे ब्लैकमेल करके घिनौनी हरकत करते रहे। इस मामले का खुलासा 29 जुलाई को तब हुआ, जब पीड़ित बच्ची 2 महीने की गर्भवती हो गई। बच्ची की मां ने मोईद खान और उनके नौकर राजू के खिलाफ एप्लिकेशन दी। आरोप है कि पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। इसके बाद विहिप, बजरंग दल के साथ निषाद पार्टी के लोगों ने इस मामले पर आक्रोश जताया तो पुलिस ने मोईद खान और उसके नौकर को गिरफ्तार किया। आरोपी मोईद खान भदरसा नगर पंचायत का सपा से नगर अध्यक्ष है। बेकरी में वारदात को दिया अंजाम
12 साल की बच्ची 4 बहनों में सबसे छोटी है। पिता की 2 साल पहले ही मौत हो गई है। घर का गुजारा मां और बहनों की मजदूरी से चलता है। आरोप है कि बच्ची खेत से मजदूरी करके लौट रही थी। तभी रास्ते में उसे राजू नाम का एक शख्स मिला। जिसने कहा कि बेकरी मालिक मोईद खान उसे बुला रहा है। आरोप है कि मोईद ने उसके साथ रेप किया और राजू ने इसका वीडियो बना लिया। फिर राजू ने भी बच्ची के साथ रेप किया। लंबे समय तक दोनों वीडियो के आधार पर ब्लैकमेल करके उसके साथ गंदा काम करते रहे। गर्भवती होने पर घरवालों को पता चला
बच्ची जब गर्भवती हो गई तब मामला खुला। बच्ची की मां ने बताया- जब हम शिकायत लेकर चौकी पर गए तो दरोगा ने हमसे कहा कि राजू का नाम रखिए, लेकिन दूसरा नाम हटा दीजिए। फिर SP के दखल के बाद हमारा मामला लिखा गया। मामले में तब तूल पकड़ने लगा, जब हिंदू संगठन सड़क पर उतर आए। 30 जुलाई को मोईद खान की गिरफ्तारी की गई। इसके बाद से लगातार उसके ऊपर कार्रवाई होती रही। मामला विधानसभा में गूंजा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सदन में इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी को घेरा। लड़की को इलाज के लिए पहले अयोध्या जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिर वहां से लखनऊ के KGMU में लड़की का अबॉर्शन कराया गया। अब मोईद खान का क्राइम प्रोफाइल देखिए… भदरसा दंगे में आया था मोईद का नाम
2012 में भदरसा में हिंदू-मुस्लिम का दंगा हुआ था। पूर्व नगर पंचायत चेयरमैन मोहम्मद अहमद पर मिट्टी का तेल बांटकर दंगा भड़काने का आरोप था। उसमे मोईद खान भी शामिल था। अवधेश प्रसाद उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। यही कारण रहा है कि इतना बड़ा दंगा होने के बावजूद मोईद खान कुछ दिन में बरी हो गया। खास बात यह कि 2012 में भदरसा में पुलिस चौकी बनाई गई। यह चौकी मोईद खान की प्रॉपर्टी में खोली गई। इससे उसका सामाजिक और राजनीतिक रुतबा बढ़ गया। तब यूपी में सपा की सरकार थी। पुलिस गैंगरेप कांड में मोईद का नाम आने के बाद 28 सितंबर को गैंगस्टर लगाया। उसके खिलाफ अयोध्या के अलग-अलग थानों में कितने मुकदमें दर्ज हैं, इसकी हिस्ट्रीशीट खंगाली जा रही है। 12 साल पहले सपा चेयरमैन के संपर्क में आया, फिर मजबूत होता गया
मोईद खान का पॉलिटिकल हस्तक्षेप कांग्रेस पार्टी से शुरू हुआ। कोई पद तो नहीं था, मगर मोईद खान पार्टी कार्यालय में बैठने लगा। कोर्ट कचहरी से लेकर अलग-अलग थानों में उसको नेताजी कहलाना अच्छा लगता था। उसका पॉलिटिकल कद तब बढ़ा, जब वो मोहम्मद अहमद और उनके बेटे मोहम्मद राशिद के संपर्क में आया। उनके परिवार के लोग लंबे समय से नगर पंचायत में अलग-अलग पदों पर रहे। मोहम्मद अहमद नगर पंचायत चेयरमैन रहे। अभी मो. राशिद नगर पंचायत चेयरमैन है। दोनों सपा के पुराने पदाधिकारी रहे। मोहम्मद अहमद और राशिद के संपर्क में आने के बाद न सिर्फ मोईद खान ने सपा जॉइन की। बल्कि 2012 में मोहम्मद राशिद ने ही उसको नगर अध्यक्ष का पद दिलवाया। यह पहला मौका था, जब मोईद के पॉलिटिकल कद पर कोई आधिकारिक ठप्पा लगा। वो जल्द ही फैजाबाद से सपा सांसद अवधेश प्रसाद के करीबियों में शुमार हो गया। मुस्लिम कम्युनिटी में अपनी पैठ दिखाकर 2014, 2017, 2019 और 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा के लिए चुनाव की बागडोर मोईद खान संभालता रहा। ऐसे कई मौकों की ढेरों तस्वीरें हैं, जब मोईद खान सांसद अवधेश प्रसाद के साथ दिख रहा है। वह मोईद के कंधे पर हाथ रखे दिख रहे हैं। अब मोईद का रुतबा देखिए… चौकी में चलता था पब्लिक दरबार
मोईद खान 2012 के बाद छोटे-छोटे मामलों का खुद निस्तारण करता था। लोग बताते हैं कि पुलिस चौकी में वह पब्लिक दरबार लगाता था। इसके साथ ही चौकी में आने वाले अन्य मामले भी अपने रसूख से निपटाता था। खुद के मामले में पुलिस से दबाव बनवाता था। स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस और प्रशासन में उसकी पैठ थी। इसी वजह से वह लोगों की जमीन पर भी जबरन कब्जा कर लेता था। रेपकांड के बाद यूपी पुलिस की किरकिरी हुई। जल्दबाजी में भदरसा चौकी को 30 Km दूर शिफ्ट किया गया। हालांकि, बाद में बयान यही आया कि चौकी की शिफ्टिंग पहले से प्रस्तावित थी।
जालंधर में डिलीवरी बॉयज ने की थी हत्या:डबल मर्डर मामले में SSP बोले- पहले लुटेरों को ढूंढा, ईंटों से वार कर मार डाला
जालंधर में डिलीवरी बॉयज ने की थी हत्या:डबल मर्डर मामले में SSP बोले- पहले लुटेरों को ढूंढा, ईंटों से वार कर मार डाला जालंधर के विधीपुर रेलवे क्रॉसिंग के पास दो लुटेरों की हत्या करने के मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था। आज इस मामले को लेकर जालंधर देहात पुलिस के एसएसपी अंगुर गुप्ता ने विस्तार से जानकारी सांझा की। एसएसपी गुप्ता ने कहा कि, मृत युवकों ने डिलीवरी बॉयज के साथ लूट की थी। इसी से गुस्साए आरोपियों ने हत्या की। जिसके बाद उन्होंने अपने वॉट्सएप ग्रुप में आरोपियों ने एक मैसेज डाला और बताया कि हमारे एक साथी के साथ लूट हो गई। लूट का पता चलते ही सभी ने अपना काम बंद कर लुटेरों की तलाश शुरू कर दी थी। लुटेरे उन्हें मकसूदा चौक के पास मिले। आरोपी लुटेरों का पीछा करते हुए विधीपुर फाटक के पास पहुंचे और वहां ले जाकर सभी ने मिलकर तीनों लुटेरों की हत्या कर दी। क्राइम सीन से बरामद एक्टिवा लूट की थी आरोपियों ने हत्या रोड साइड पर पड़ी ईंटों से वार कर की थी, जो कि पुलिस ने केस एविडेंस के तौर पर अपने कब्जे में ले ली है। एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में अजीत नगर के रहे वाले पुनीत, बस्ती गुजा दिलबाग नगर के रहने वाले रोहित कुमार उर्फ काई, भार्गव कैंप के रहने वाले मगनदीप और शुभम सत्यवान उर्फ नेपाली निवासी न्यू दशमेश नगर के रूप में हुई है। साथ ही एसएसपी ने बताया कि जो एक्टिवा पुलिस को क्राइम सीन से बरामद हुई थी, उक्त एक्टिवा मृत लुटेरों ने गुलाब देवी रोड के पास से लूटी थी। फरार चल रहे तीन आरोपियों की फिलहाल तलाश जारी है, जल्द उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मर्डर किए गए आरोपी डिलीवरी बॉयज को करते थे टारगेट मारे गए दोनों आरोपी रोज रात में डिलीवरी बॉयज को टारगेट करते थे और उनके नकदी व फोन लूट लेते थे। 26 मई को जोमेटो डिलीवरी बॉय से लूट हुई तो सभी आरोपियों को खोजने में लग गए थे। 26 मई की रात मर्डर किए गए शिवा और उसके साथी बब्बल को डीएपी फ्लाईओवर के पास उन्होंने देखा और पीछा शुरू कर दिया। दोनों आरोपियों को विधिपुर पास घेर कर उसकी धुनाई कर दी। दोनों आरोपी धुनाई के दौरान ज्यादा जख़्मी हो गए थे। जिसे एक की मौके पर मौत हो गई थी। वहीं, दूसरी ने अस्पताल में दम तोड़ दिया था। जल्द चारों आरोपियों को पुलिस कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। जिससे फरार चल रहे बाकी के आरोपियों की गिरफ्तारी हो सके। एरिया का डंप निकलवाने से ट्रेस हुए आरोपी जानकारी के अनुसार, पुलिस द्वारा ब्लाइंड मर्डर केस की जांच पिछले काफी समय से की जा रही है। पुलिस ने हाईवे पर कई सीसीटीवी खंगाले, मगर कुछ हाथ नहीं लगा। जिसके बाद पुलिस ने विधिपुर रेलवे क्रॉसिंग के आसपास का मोबाइल डंप निकलवाया। जिससे उक्त आरोपियों की लोकेशन क्राइम सीन के आसपास पाई गई। पुलिस ने उक्त जांच के बाद चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया।