हरियाणा के सिरसा जिले के डबवाली में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार कुलदीप गदराना के पक्ष में रोड शो किया। उन्होंने चौटाला परिवार को निशान बनाते हुए कहा कि डबवाली विधानसभा क्षेत्र में हमेशा ही एक परिवार का वजूद रहा है। इस वजूद को खत्म करने के लिए आप आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी कुलदीप गदराना के पक्ष में वोट डालकर इन्हें जिताएं। उन्होंने कहा कि पंजाब व दिल्ली की तर्ज पर स्कूल व अस्पताल की व्यवस्था को सुधारा जाएगा। पंजाब व दिल्ली की तर्ज पर बिजली मुफ्त उपलब्ध करवाई जाएगी। आज हरियाणा की स्थिति यह है कि आम आदमी पार्टी के समर्थन के बिना हरियाणा में सरकार बनना असंभव है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं हरियाणा का ही बेटा हूं। हरियाणा में पढ़ा लिखा हूं। आज अपनी बुद्धि का प्रयोग कर पंजाब व दिल्ली में जनता के सहयोग से सरकार बनाने में सक्षम रहा हूं। मैं चाहता हूं कि हरियाणा में भी आम आदमी की पार्टी की सरकार बनाकर लोगों को विरासत की राजनीति से मुक्ति दिलवाई जा सके। आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी कुलदीप गदराना ने बताया कि करीब सांय 5 बजे बठिंडा से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पंजाब के अन्य मंत्रियों के साथ डबवाली की सब्जी मंडी में पहुंचे। जहां पर विधानसभा क्षेत्र के आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं के समक्ष स्थानीय वरिष्ठ कार्यकर्ताओं द्वारा जनसभा को संबोधित किया गया। हरियाणा के सिरसा जिले के डबवाली में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार कुलदीप गदराना के पक्ष में रोड शो किया। उन्होंने चौटाला परिवार को निशान बनाते हुए कहा कि डबवाली विधानसभा क्षेत्र में हमेशा ही एक परिवार का वजूद रहा है। इस वजूद को खत्म करने के लिए आप आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी कुलदीप गदराना के पक्ष में वोट डालकर इन्हें जिताएं। उन्होंने कहा कि पंजाब व दिल्ली की तर्ज पर स्कूल व अस्पताल की व्यवस्था को सुधारा जाएगा। पंजाब व दिल्ली की तर्ज पर बिजली मुफ्त उपलब्ध करवाई जाएगी। आज हरियाणा की स्थिति यह है कि आम आदमी पार्टी के समर्थन के बिना हरियाणा में सरकार बनना असंभव है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं हरियाणा का ही बेटा हूं। हरियाणा में पढ़ा लिखा हूं। आज अपनी बुद्धि का प्रयोग कर पंजाब व दिल्ली में जनता के सहयोग से सरकार बनाने में सक्षम रहा हूं। मैं चाहता हूं कि हरियाणा में भी आम आदमी की पार्टी की सरकार बनाकर लोगों को विरासत की राजनीति से मुक्ति दिलवाई जा सके। आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी कुलदीप गदराना ने बताया कि करीब सांय 5 बजे बठिंडा से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पंजाब के अन्य मंत्रियों के साथ डबवाली की सब्जी मंडी में पहुंचे। जहां पर विधानसभा क्षेत्र के आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं के समक्ष स्थानीय वरिष्ठ कार्यकर्ताओं द्वारा जनसभा को संबोधित किया गया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल कांग्रेस प्रत्याशी ने लगाए EVM छेड़छाड़ के आरोप:बोली, अधिकतर मशीनों की 99 प्रतिशत बैटरी कैसे? तरलोचन सिंह के आरोपों पर भी दिया जवाब हरियाणा की करनाल विधानसभा में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव हारी प्रत्याशी सुमिता सिंह ने ईवीएम के साथ छेड़छाड़ का शक जताया है। उन्होंने सवाल खड़े किए है कि सारा दिन चुनाव चले, उसके बावजूद भी ईवीएम की बैटरी 99 प्रतिशत तक थी, यह कैसे संभव हो सकता है। इसका मतलब है कि मशीन के साथ छेड़छाड़ हुई है। अगर आपको मोबाइल है वह सारा दिन यूज में आता है, उसकी बेटरी तो डाउन होगी ही, लेकिन ईवीएम के साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ। ऐसा कैसे हुआ, इसकी जांच को लेकर इलेक्शन कमीशन को पत्र लिखा गया है। इसके साथ ही उन्होंने जनता के मेंडेट को भी स्वीकार किया है। भाजपा के जगमोहन ने क्या मैप बनाया है सुमिता सिंह ने जगमोहन आनंद को जीत की बधाई दी, लेकिन सवाल भी किया कि आने वाले पांच सालों के लिए जगमोहन आनंद ने करनाल के विकास को लेकर क्या रोडमैप तैयार किया है, कहीं ऐसा न हो, जिस तरह से पिछले दस साल निकले, ऐसे ही पांच साल भी निकल जाए। जिन्होंने साथ नहीं दिया उनका भी धन्यवाद सुमिता सिंह ने कहा कि जिन लोगों ने चुनाव में साथ दिया और जिन्होंने नहीं दिया, उनका धन्यवाद है। मैं किसी की शिकायत भी नहीं करने वाली कि इन नेताओं ने मेरा साथ नहीं दिया। मैं किसी के खिलाफ कुछ भी नहीं बोलने वाली, मेरा सभी ने साथ दिया है। अगर जनता के बीच में रहकर सभी मुद्दे उठाए जाएंगे। भ्रष्टाचार के मुद्दे भी सामने लेकर आएगें और जिन लोगों ने भ्रष्टाचार किया, उन लोगों पर करनाल के विधायक एक्शन ले। मैं किसी को नहीं धमकाया जगमोहन आनंद के कार्यक्रमों में लोगों को फोन पर धमकाने वाले सवाल पर सुमिता सिंह ने जवाब दिया कि ईडी और सीबीआई बीजेपी के पास है। प्रशासन उनके पास है और मैं किसी को कैसे धमका सकती हूं और न ही मैंने आज तक किसी को धमकाया है और फोन करके वोट मांगने का मेरा हक बनता है। तरलोचन सिंह के आरोपों पर जवाब कांग्रेस नेता तरलोचन सिंह के आरोपों पर सुमिता सिंह ने कहा कि मैं न तो किसी की राजनीति खत्म करती हूं और न ही किसी से द्वेष रखती हूं। जो मेरा साथ देता है, मैं उसका साथ देती हूं। तरलोचन सिंह ने तो मेरा साथ दिया है, वह मेरा भाई है। मैं उनके बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहूंगी। सुमिता सिंह के वन मैन शो के सवाल पर जवाब आया कि ऐसा कुछ नहीं था, पूरी टीम लगी हुई थी।
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सोनीपत में 2 मासूम बहनों को दी यातनाएं:पिता की मौत, मां ने की दूसरी शादी; ताऊ-ताई ने कब्जाया घर, बनाया बंधक हरियाणा के सोनीपत में 2 मासूम बच्चियों को प्रताड़ित करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पिता की हादसे में मौत के बाद इनकी मां ने दूसरी शादी कर ली। दादी ने इनको संभाला, लेकिन दादी की भी बाद में मौत हो गई। इसके बाद इनके लान पालन की जिम्मेदारी ताऊ के परिवार के पास आ गई। आरोप है कि दोनों की जमीन-जायदाद हड़पने के लिए ताऊ का परिवार उनको यातना दे रहा था। दोनों बच्चियों को घायल हालत में अस्पताल में दाखिल कराया गया। उनके शरीर पर चोट के निशान मिले हैं। सोनीपत के गांव पहलादपुर किढौली के रहने वाले जय भगवान ने थाना खरखौदा में बच्चियों पर अत्याचार को लेकर शिकायत दी है। उसने बताया कि एक बच्ची की उम्र 6 व दूसरी की 5 साल है। इनके पिता राहुल की करीब 2 साल पहले सडक दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। राहुल की मृत्यु के बाद राहुल की पत्नी संगीता बच्चों को छोड़ कर चली गई और उसने दूसरी शादी कर ली। इसके बाद बाद दोनों बच्चियों की देखभाल बुजुर्ग दादी कांता देवी पर आ गई। दादी की मौत के बाद ताऊ के जुल्म जयभगवान ने बताया कि 12 अप्रैल को कान्ता देवी की हार्ट अटैक से मौत हाे गई। उसके बाद दोनों नाबालिग बच्चियों की देखभाल उनका ताऊ हितेश व उनकी पत्नी सविता कर रहे थे। बच्चियों के ताऊ व ताई पर दोनों बच्चियों पर तरह-तरह की यातनाएं देने के आरोप लगे हैं। पुलिस को बताया गया है कि ये दोनों बच्चियों को बुरी तरह क्रुरता से पिटाई करते हैं और इनको घर में बन्द करके रखते हैं। ये दोनों बच्चियो की जमीन व जायदाद हड़पना चाहते हैं। घर पर कर लिया कब्जा जयभगवान ने बताया कि दादी कान्ता देवी की मृत्यु के बाद हितेश व उसकी पत्नी सविता ने बच्चियों के घर पर कब्जा कर लिया। उनके घर में पशुचारा डाल लिया और भैंस बांधने लगे। उनके घर में रखा फ्रीज, TV व कूलर को बेच दिया। घर का अन्य सामान भी बेच दिया गया। आरोप है कि दोनों पति-पत्नी इन बच्चियों की हत्या करके इनकी जमीन व जायदाद हड़पना चाहते हैं। अस्पताल में कराई दाखिल, चोटों के मिले निशान थाना खरखौदा के ASI वेदपाल के अनुसार रविवार को CHC खरखौदा से सूचना मिली थी कि पहलादपुर किढौली गांव से दो बच्चियां चोट लगने के कारण दाखिल हैं। वे अस्पताल पहुंचे तो वहां डॉक्टर ने बताया कि एक बच्ची के शरीर पर चोट के तीन निशान हैं। इसी प्रकार दूसरी बच्ची के शरीर पर भी चोट के दो निशान हैं। वहां पर जयभगवान ने बच्चियों पर ताऊ व ताई के अत्याचार व यातना की जानकारी दी। पुलिस ने थाना खरखौदा में हितेश व उसकी पत्नी सविता के खिलाफ धारा 323, 506, 34 IPC व 75 JJ एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस छानबीन कर रही है।
हरियाणा में 3 हार के कांग्रेस के 3 बहाने:किसी नेता ने जिम्मेदारी नहीं ली; BJP की जीत के कारण गिनाए, इस बार EVM जिम्मेदार
हरियाणा में 3 हार के कांग्रेस के 3 बहाने:किसी नेता ने जिम्मेदारी नहीं ली; BJP की जीत के कारण गिनाए, इस बार EVM जिम्मेदार हरियाणा में कांग्रेस लगातार तीसरी बार विधानसभा चुनाव हार गई है। इस बार पार्टी को 37 सीटें मिलीं, जबकि भाजपा ने 48 सीटें जीतकर प्रदेश में बहुमत हासिल किया है। इस हार के बाद कांग्रेस ने EVM को भाजपा की जीत का जिम्मेदार ठहराया है। वहीं, अपनी हार की समीक्षा ही नहीं की। यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस ने प्रदेश में भाजपा की जीत में खामियां बताकर अपने खराब प्रदर्शन को ढंकने की कोशिश की है। इससे पहले साल 2014 और 2019 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने भाजपा की जीत के ही कारण गिनाए। पार्टी ने खुद की कमियां नहीं बताईं और न ही किसी नेता ने हार की जिम्मेदारी ली। राजनीति के जानकार मानते हैं कि प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के लगातार सत्ता से बाहर रहने का कारण भी यही है। वह हार के कारणों को जानकर उन पर काम करने के बजाय भाजपा की जीत के कारण गिनाने लगते हैं। इससे पार्टी नेताओं की अपनी खामियां छिप जाती हैं, और अगले चुनाव के लिए पार्टी कोई बेहतर प्लेटफॉर्म नहीं बना पाती। टर्म बाई टर्म जानिए, कांग्रेस ने हार के क्या कारण बताए… 2014 : मोदी लहर में जीती भाजपा
हरियाणा में साल 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपनी सरकार गंवाई। उसी साल देश में लोकसभा चुनाव भी हुए थे, जिनमें मोदी लहर के दम पर भाजपा ने केंद्र में अपनी सरकार बनाई। इसी के कुछ समय बाद हरियाणा में विधानसभा चुनाव भी हुए, जिनमें भाजपा ने मोदी के नेतृत्व में ही वोट मांगे। इस चुनाव में भाजपा ने हरियाणा में 47 सीटें जीतीं और पहली बार बहुमत की सरकार बनाई। जबकि, कांग्रेस को साल 2014 में 14 सीटों पर जीत मिली। जब इस हार की समीक्षा की गई तो पार्टी नेताओं ने देश में प्रधानमंत्री मोदी की लहर को भाजपा की जीत का कारण बताया। जबकि, किसी भी नेता ने अपनी हार की जिम्मेदारी नहीं ली। 2019 : भाजपा को पुलवामा अटैक का फायदा मिला
कांग्रेस ने 2014 की अंदरुनी गलतियों को भुलाकर 2019 का विधानसभा चुनाव लड़ा। इस बार पार्टी के अंदर गुटबाजी हुई। पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा का एक गुट बन गया और कांग्रेस नेता कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला व किरण चौधरी का एक गुट बन गया। इनके समर्थक अप्रत्यक्ष रूप से एक-दूसरे पर आरोप लगाते रहे, और इसका लाभ भाजपा उठा ले गई। इस चुनाव में भी भाजपा के खिलाफ हवा थी, फिर भी भाजपा 41 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी और जन नायक जनता पार्टी (JJP) से गठबंधन कर दूसरी बार सरकार बना ली। वहीं, कांग्रेस को 31 सीटें मिलीं। इस हार का समीक्षा में कांग्रेस ने नया बहाना लगाया। पार्टी नेताओं ने कहा कि 2019 की शुरुआत में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले का भाजपा ने फायदा उठाया है। शहीदों के नाम पर भाजपा ने वोट मांगे, जिससे उन्हें सहानुभूति वोट मिला है। कांग्रेस ने इस हार की जिम्मेदारी लिए बगैर इसे ऐसे ही छोड़ दिया। 2024 : EVM में गड़बड़ी कर भाजपा जीती
10 साल की एंटीइनकंबेंसी के बावजूद भाजपा ने 2024 का चुनाव भी अकेले लड़ा। इस चुनाव में कांग्रेस भी अकेले चुनावी मैदान में उतरी। शुरुआत से ही प्रदेश में कांग्रेस के पक्ष में माहौल रहा। हर तरफ लोग कांग्रेस को ही वोट देने और सरकार बदलने की बात करते नजर आए। भाजपा इस चुनाव में हर पॉइंट पर बैकफुट पर थी, लेकिन भाजपा ने इस बार भी कांग्रेस की अंदरुनी कलह का फायदा उठाया। इस बार भी कांग्रेस के अंदर गुट बने रहे। हुड्डा गुट ने अधिपत्य दिखाते हुए हरियाणा की ज्यादातर सीटों पर टिकट अपने चहेतों को दिलवाए। वहीं, दूसरी तरफ कुमारी सैलजा अपने समर्थकों को टिकट दिलाने की जुगत में लगी रहीं। इसी बीच चुनाव प्रचार में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर कुछ बयानबाजी भी की जिससे दोनों के समर्थक नाराज हुए। इस कलह ने आम वोटर पर भी असर डाला और भाजपा ने इसका फायदा उठाते हुए कांग्रेस की हवा को अपने पाले में कर लिया। जब नतीजा आया तो कांग्रेस पूरी हवा होने के बावजूद 37 सीटों पर सिमट गई, जबकि भाजपा 48 सीटें जीतकर तीसरी बार बहुमत की सरकार बनाने में कामयाब रही। जब इस हार की समीक्षा की बात उठी तो पूर्व CM हुड्डा समेत कई नेताओं ने EVM में गड़बड़ी को जिम्मेदार बताया। कहा कि चुनाव के दौरान EVM में गड़बड़ी कर भाजपा जीती है। 10 साल, 3 प्रदेशाध्यक्ष… पर संगठन तक नहीं बना पाए
हरियाणा में कांग्रेस का 10 साल से संगठन नहीं बना है। हालांकि, प्रदेशाध्यक्ष के तौर पर 3 अध्यक्ष आ चुके हैं। इनमें अशोक तंवर, कुमारी सैलजा से लेकर उदयभान तक शामिल हैं। गुटबाजी के चलते आज तक कांग्रेस अपने जिलाध्यक्ष और ब्लॉक अध्यक्ष भी तय नहीं कर पाई है। लोकसभा चुनाव से पहले हाईकमान को सूची भेजी गई थी, लेकिन आज तक हाईकमान इसे जारी करने की हिम्मत नहीं दिखा पाया है। संगठन न होने के चलते कांग्रेस के बस्ते पकड़ने वालों तक की कमी रही। हरियाणा में हार पर क्या-क्या बोले कांग्रेस नेता… 1. प्रदेश अध्यक्ष बोले- खास EVM , जिनकी बैटरी 99% चार्ज थी
हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने हार के बाद कहा कि हमारे पास 20 शिकायतें आईं, जिनमें 7 लिखित हैं। उन्होंने कहा कि मतगणना के दिन कुछ खास EVM थीं, जिनकी बैटरी 99% चार्ज दिखा रही थी। इनसे BJP को ज्यादा वोट मिले। मतगणना के बाद बैटरी इतनी चार्ज नहीं रह सकती। हमारे संदेह का यह सबसे बड़ा कारण है। उन्होंने कहा कि बाकी जो सामान्य EVM थी, उनकी बैटरी 60 से 70% थी। उसमें BJP नहीं जीत रही थी। इस बारे में हमने आयोग को बता दिया है। हमने कहा है कि जिन मशीनों की शिकायत की गई है, उन्हें जांच पूरी होने तक सील किया जाए। आयोग ने हमें जांच का भरोसा दिया है। 2. गोगी बोले- हरियाणा में हुड्डा कांग्रेस की हार हुई
करनाल की असंध सीट से 2306 वोटों से हारे शमशेर गोगी ने कहा कि एक बिरादरी की सरकार नहीं बनती। सबको साथ लेकर चलना पड़ता है। अब हरियाणा कांग्रेस में बदलाव की जरूरत है। अगर शीर्ष नेतृत्व ने हार के कारणों की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई तो वह सारी बातें रखेंगे। शमशेर गोगी ने कहा कि हरियाणा में हुड्डा कांग्रेस की हार हुई है, कांग्रेस की नहीं। 3. परविंदर परी बोले- कांग्रेस कैंडिडेट को हराने का काम किया
अंबाला कैंट से हारे परविंदर परी ने कहा कि एक ही छत के नीचे रहने वाले नेता, जो 6 बार चुनाव हारते हैं, उसके बाद कांग्रेस पार्टी उन्हें टिकट देती है। बीडी गैंग यानी भूपेंद्र-दीपेंद्र हुड्डा गैंग ने कई सीटों पर बागी प्रत्याशियों को उतार कांग्रेस कैंडिडेट को हराने का काम किया। चुनाव हारना और चुनाव हराना दोनों में फर्क होता है। पार्टी ने ही बागी उम्मीदवार को कैंडिडेट उतार कर हमें अपनी पूरी मंशा के तहत हराया है। हमें लगता है कि सैलजा सही टाइम पर आतीं तो आज चुनाव के नतीजे कुछ और होते। 4. सैलजा बोलीं- तालमेल नहीं रखा गया
कुमारी सैलजा ने कहा कि पार्टी को राज्य में सींचा नहीं गया, तालमेल नहीं रखा गया, कौन से लोग थे जो सबको साथ लेकर चलने के जिम्मेदार थे? ये भी बातें हैं। राज्य में क्या संदेश गया है। किस लिए लोग कांग्रेस की सरकार बनाते हुए पीछे हट गए? ये सब बातें देखनी पड़ेंगी।