<div id=”:tj” class=”Am aiL Al editable LW-avf tS-tW tS-tY” tabindex=”1″ role=”textbox” spellcheck=”false” aria-label=”Message Body” aria-multiline=”true” aria-owns=”:vy” aria-controls=”:vy” aria-expanded=”false”>
<p style=”text-align: justify;”><strong>Digital arrest in Uttar Pradesh:</strong> उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले की तिर्वा कोतवाली क्षेत्र के सतौरा गांव निवासी अरशद व उनका बेटा असद अहमद डिजिटल अरेस्ट कर मदरसा के खाते में रुपए डलवाते थे. दोनों ने मध्य प्रदेश की इंदौर निवासी महिला से सितंबर माह में डिजिटल अरेस्ट कर 46 लाख की ठगी की थी, पीड़िता ने सितम्बर में केस दर्ज करवाया था. इंदौर पुलिस ने सतौरा गांव से आरोपी पिता पुत्र को गिरफ्तार किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बेटा असद अहमद खान मदरसा संचालक है. अली अहमद खान तिर्वा स्थित एक इंटर कालेज में शिक्षक पद पर नौ वर्ष पूर्व सेवानिवृत्त हुए थे और इसके बाद मदरसा शुरू कर दिया था. इसमें खुद प्रबंधक बने और अपने बेटे असद अहमद खान को सह प्रबंधक बनाया है. करीब सात वर्ष पूर्व आरोपित पिता-पुत्र ने मिलकर आसपास गांव के 13 लोगों से पांच से 10 लाख रुपये तक ठगी की थी. मदरसे में नौकरी देने का झांसा दिया था. नौकरी न मिलने पर लोगों ने पुलिस से शिकायत की थी. पंचायत होने पर कुछ लोगों का रुपया आधा-आधा वापस किया और बाकी रुपये हजम कर गए थे. अब पिता-पुत्र को इंदौर क्राइम ब्रांच की पुलिस ने पकड़ा और जालसाजी के मामले में जेल भेज दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>साइबर फ्रॉड के संचालक 4 मदरसे संचालित करते हैं<br /></strong>इंदौर में डिजिटल अरेस्ट के जरिए लोगों से लाखों की ठगी के मामले में मदरसा संचालक और शिक्षक को गिरफ्तार किए जाने पर उनके परिजन उन्हें बेकसूर बता रहे हैं. उनका कहना है कि, करीब 20 सालों से हम लोग मदरसा चला रहे हैं, लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ. कुछ दिन पहले इंदौर के रहने वाले किसी व्यक्ति ने खुद को साहिल बताते हुए विभिन्न संस्थाओं से मदरसे को आर्थिक सहयोग देने की बात करते हुए खाता खुलवाने की बात कही थी. जिसके बाद उसने तिर्वा कोतवाली क्षेत्र के सतौरा गांव निवासी मदरसा शिक्षक व संचालक पुत्र असद अहमद से मदरसे के कागज लेकर कुछ दिन पहले आइसीआइसीआई बैंक में खाता खुलवा दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>साइबर फ्रॉड के आरोपी के भाई अरशद ने बताया की हमारे कन्नौज जिले में 4 मदरसे संचालित होते हैं, जिनमे एक सतौरा में सबसे पुराना 1 से 8 कक्षा तक का फ़लाह दारेन साबिरी है, जिसके संचालक असद के पिता अली अहमद हैं. इसके अलावा एक और मदरसा निस्वा फ़लाह दारैन साबिरी मदरसा हैं. जिसका संचालन असद करता है. उसी मदरसे के खाते में डिजिटल अरेस्ट के दौरान रकम डलवाई गयी. इसके अलावा एक डिग्री कॉलेज है और एक मदरसा सदर के मियागंज में है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पुलिस मामले की जांच कर रही है</strong><br />अली अहमद का सबसे छोटा पुत्र अरशद डिग्री कॉलेज का संचालन करता है. वह पिता व भाई को निर्दोष ठहरा रहा है. इंदौर पुलिस को असद की पत्नी तरन्नुम ने 5 दिसंबर को एक प्रार्थना पत्र भी दिया है, जिसमें फोन कर आर्थिक मदद करने का लालच देने वाले साहिल को मुख्य आरोपी बता उसे गिरफ्तार करने की गुहार लगायी गयी है. गिरफ्तार किए गए मदरसा संचालकों के बारे में स्थानीय निवासियों को कोई ख़ास जानकारी नही है. स्थानीय निवासियों का कहना है अली अहमद पहले डॉक्टर थे, फिर कॉलेज बनाकर पढ़ाने लगे. ग्रामीणों का कहना है की पुलिस ले गयी, क्यों ले गयी ये नही पता. </p>
<p style=”text-align: justify;”>यह भी पढे़ें- <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/subramanian-swamy-petition-against-decision-of-up-government-was-not-heard-today-ann-2839186″>यूपी में मंदिरों को लेकर सरकार के इस फैसले पर नहीं हो सकी सुनवाई, सुब्रमण्यम स्वामी ने दाखिल की है याचिका</a></strong></p>
</div> <div id=”:tj” class=”Am aiL Al editable LW-avf tS-tW tS-tY” tabindex=”1″ role=”textbox” spellcheck=”false” aria-label=”Message Body” aria-multiline=”true” aria-owns=”:vy” aria-controls=”:vy” aria-expanded=”false”>
<p style=”text-align: justify;”><strong>Digital arrest in Uttar Pradesh:</strong> उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले की तिर्वा कोतवाली क्षेत्र के सतौरा गांव निवासी अरशद व उनका बेटा असद अहमद डिजिटल अरेस्ट कर मदरसा के खाते में रुपए डलवाते थे. दोनों ने मध्य प्रदेश की इंदौर निवासी महिला से सितंबर माह में डिजिटल अरेस्ट कर 46 लाख की ठगी की थी, पीड़िता ने सितम्बर में केस दर्ज करवाया था. इंदौर पुलिस ने सतौरा गांव से आरोपी पिता पुत्र को गिरफ्तार किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बेटा असद अहमद खान मदरसा संचालक है. अली अहमद खान तिर्वा स्थित एक इंटर कालेज में शिक्षक पद पर नौ वर्ष पूर्व सेवानिवृत्त हुए थे और इसके बाद मदरसा शुरू कर दिया था. इसमें खुद प्रबंधक बने और अपने बेटे असद अहमद खान को सह प्रबंधक बनाया है. करीब सात वर्ष पूर्व आरोपित पिता-पुत्र ने मिलकर आसपास गांव के 13 लोगों से पांच से 10 लाख रुपये तक ठगी की थी. मदरसे में नौकरी देने का झांसा दिया था. नौकरी न मिलने पर लोगों ने पुलिस से शिकायत की थी. पंचायत होने पर कुछ लोगों का रुपया आधा-आधा वापस किया और बाकी रुपये हजम कर गए थे. अब पिता-पुत्र को इंदौर क्राइम ब्रांच की पुलिस ने पकड़ा और जालसाजी के मामले में जेल भेज दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>साइबर फ्रॉड के संचालक 4 मदरसे संचालित करते हैं<br /></strong>इंदौर में डिजिटल अरेस्ट के जरिए लोगों से लाखों की ठगी के मामले में मदरसा संचालक और शिक्षक को गिरफ्तार किए जाने पर उनके परिजन उन्हें बेकसूर बता रहे हैं. उनका कहना है कि, करीब 20 सालों से हम लोग मदरसा चला रहे हैं, लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ. कुछ दिन पहले इंदौर के रहने वाले किसी व्यक्ति ने खुद को साहिल बताते हुए विभिन्न संस्थाओं से मदरसे को आर्थिक सहयोग देने की बात करते हुए खाता खुलवाने की बात कही थी. जिसके बाद उसने तिर्वा कोतवाली क्षेत्र के सतौरा गांव निवासी मदरसा शिक्षक व संचालक पुत्र असद अहमद से मदरसे के कागज लेकर कुछ दिन पहले आइसीआइसीआई बैंक में खाता खुलवा दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>साइबर फ्रॉड के आरोपी के भाई अरशद ने बताया की हमारे कन्नौज जिले में 4 मदरसे संचालित होते हैं, जिनमे एक सतौरा में सबसे पुराना 1 से 8 कक्षा तक का फ़लाह दारेन साबिरी है, जिसके संचालक असद के पिता अली अहमद हैं. इसके अलावा एक और मदरसा निस्वा फ़लाह दारैन साबिरी मदरसा हैं. जिसका संचालन असद करता है. उसी मदरसे के खाते में डिजिटल अरेस्ट के दौरान रकम डलवाई गयी. इसके अलावा एक डिग्री कॉलेज है और एक मदरसा सदर के मियागंज में है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पुलिस मामले की जांच कर रही है</strong><br />अली अहमद का सबसे छोटा पुत्र अरशद डिग्री कॉलेज का संचालन करता है. वह पिता व भाई को निर्दोष ठहरा रहा है. इंदौर पुलिस को असद की पत्नी तरन्नुम ने 5 दिसंबर को एक प्रार्थना पत्र भी दिया है, जिसमें फोन कर आर्थिक मदद करने का लालच देने वाले साहिल को मुख्य आरोपी बता उसे गिरफ्तार करने की गुहार लगायी गयी है. गिरफ्तार किए गए मदरसा संचालकों के बारे में स्थानीय निवासियों को कोई ख़ास जानकारी नही है. स्थानीय निवासियों का कहना है अली अहमद पहले डॉक्टर थे, फिर कॉलेज बनाकर पढ़ाने लगे. ग्रामीणों का कहना है की पुलिस ले गयी, क्यों ले गयी ये नही पता. </p>
<p style=”text-align: justify;”>यह भी पढे़ें- <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/subramanian-swamy-petition-against-decision-of-up-government-was-not-heard-today-ann-2839186″>यूपी में मंदिरों को लेकर सरकार के इस फैसले पर नहीं हो सकी सुनवाई, सुब्रमण्यम स्वामी ने दाखिल की है याचिका</a></strong></p>
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