डिप्टी सीएम बृजेश पाठक आज अयोध्या दौरे पर आ रहे हैं। वे लगभग 11:00 बजे अयोध्या पहुंचेंगे। इसके बाद वे चौधरी चरण सिंह घाट पर श्री राम जन्मभूमि मेडिकल सर्विसेस द्वारा प्रारंभ की जा रही निशुल्क एम्बुलेंस सेवा को हरी झंडी दिखाकर उसका शुभारंभ करेंगे।इस दौरान वे रामलला और हनुमानगढ़ी में दर्शन पूजन भी करेंगे। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक आज अयोध्या दौरे पर आ रहे हैं। वे लगभग 11:00 बजे अयोध्या पहुंचेंगे। इसके बाद वे चौधरी चरण सिंह घाट पर श्री राम जन्मभूमि मेडिकल सर्विसेस द्वारा प्रारंभ की जा रही निशुल्क एम्बुलेंस सेवा को हरी झंडी दिखाकर उसका शुभारंभ करेंगे।इस दौरान वे रामलला और हनुमानगढ़ी में दर्शन पूजन भी करेंगे। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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आतंकी लांडा के पांच साथी हथियारों समेत काबू:जालंधर पुलिस के हाथ लगी सफलता, डीजीपी ने किया खुलासा
आतंकी लांडा के पांच साथी हथियारों समेत काबू:जालंधर पुलिस के हाथ लगी सफलता, डीजीपी ने किया खुलासा जालंधर पुलिस ने कनाडा में छिपे कुख्यात आतंकी लखबीर सिंह उर्फ लांडा के 5 और साथियों को हथियारों सहित काबू किया है। डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर इस संबंधी पोस्ट डालकर जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि अब तक इस गिरोह के 13 लाेग काबू किए जा चुके हैं। आरोपी कई जिलों में हत्या, जबरन वसूली और कई जघन्य अपराधों में शामिल है। पुलिस द्वारा मामले की पड़ताल की जा रही है। जालंधर पुलिस ने इन पर केस दर्ज किया है। 30 जून को भी 5 हथियारों समेत दबोचे थे जालंधर पुलिस लखबीर सिंह उर्फ लांडा के साथियों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए गत काफी दिनों से जुटी हुई है। 30 जून को पुलिस ने गिरोह के पांच मेंबरों को काबू किया था। उस समय पता चला था कि आरोपी पाकिस्तान से आने वाले हथियारों और नशे की तस्करी में शामिल थे। उनसे कई हथियार भी बरामद हुए थे। इसके बाद आरोपियों पूछताछ में कई राज खुले । वहीं, अब पुलिस ने उक्त पांच लोगों को काबू किया है। इनके पास से तीन पिस्तौल व कारतूस बरामद हुए है। पुलिस द्वारा मामले की पड़ताल की जा रही है।
केंद्रीय राज्यमंत्री रवनीत बिट्टू को राज्यसभा भेजने की तैयारी:राजस्थान से उतारने की तैयारियां; नामांकन दाखिल करने की समय सीमा 21 अगस्त
केंद्रीय राज्यमंत्री रवनीत बिट्टू को राज्यसभा भेजने की तैयारी:राजस्थान से उतारने की तैयारियां; नामांकन दाखिल करने की समय सीमा 21 अगस्त राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की समस सीमा 21 अगस्त नजदीक आ गई है। ऐसे में केंद्रीय राज्यमंत्री रवनीत सिंह बिट्टू को राज्यसभा में भेजने की तैयारियां भी तेज हो गई हैं। राजस्थान में अटकलें हैं कि भाजपा राजस्थान में बाहरी उम्मीदवार को ये सीट दे सकती है और इसके लिए रवनीत सिंह बिट्टू का नाम चर्चा में है। लुधियाना से दो बार सांसद रहे रवनीत बिट्टू ने लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस को छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे। रवनीत सिंह बिट्टू पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय बेअंत सिंह के पोते और पूर्व मंत्री तेज प्रकाश सिंह के बेटे हैं। भाजपा जॉइन करने के बाद पार्टी ने उन्हें लुधियाना से टिकट तो दिया, लेकिन उन्हें कांग्रेस के उम्मीदवार अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग से हार का सामना करना पड़ा। पंजाब से किसी और को ना चुनते हुए भाजपा ने मोदी 3.0 में रवनीत सिंह बिट्टू को केंद्रीय राज्य मंत्री बना दिया। जिसके बाद उनका राज्य सभा में जाना और सांसद के तौर पर शपथ लेना बहुत जरूरी है। पंजाब में 2028 से पहले खाली नहीं होगी कोई सीट पंजाब को छोड़ 9 राज्यों की 12 सीटों पर राज्यसभा चुनाव हो रहे हैं। पंजाब की बात करें तो यहां की 7 सीटों में से कोई भी 2028 से पहले खाली नहीं होगी। ऐसे में रवनीत सिंह बिट्टू राजस्थान सीट के लिए प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। जालांकि राजस्थान से पूर्व भाजपा प्रधान रहे सतीश पूनिया और अरुण चतुर्वेदी, पूर्व विपक्ष के नेता रहे राजेंद्र राठौड़, भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव अलका गुर्जर और पूर्व सांसद सीआर चौधरी का नाम भी शामिल हैं। हरियाणा में विरोध के बाद राजस्थान का रुख राजस्थान के साथ-साथ हरियाणा के रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा के लोकसभा सांसद चुने जाने के बाद वहां भी सीट खाली हुई है और इस सीट के लिए भी चुनाव हो रहे हैं। यहां से रामबिलास शर्मा, कैप्टन अभिमन्यु, ओपी धनखड़, संजय भाटिया, मनीष ग्रोवर, कुलदीप बिश्नोई और सुनीता दुग्गल समेत कई वरिष्ठ नेता भी दावेदार हैं। हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुईं किरण चौधरी भी दौड़ में हैं। इस सीट पर पहले रवनीत बिट्टू का नाम सामने आया था। लेकिन विरोध बढ़ता देख भाजपा अब रवनीत बिट्टू को राजस्थान से राज्यसभा भेजना चाहती है।
राजस्थान की भजनलाल सरकार का बड़ा फैसला, अब सरकारी कर्मचारी RSS के कार्यक्रमों में हो सकेंगे शामिल
राजस्थान की भजनलाल सरकार का बड़ा फैसला, अब सरकारी कर्मचारी RSS के कार्यक्रमों में हो सकेंगे शामिल <p style=”text-align: justify;”><strong>Rajasthan News:</strong> केंद्र की <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> (Narendra Modi) सरकार के बाद अब राजस्थान की भजनलाल शर्मा (Bhajan Lal Sharma) सरकार ने आरएसएस (RSS) विचारधारा से जुड़े राज्य कर्मचारियों के लिए बड़ा फैसला लिया है. प्रदेश में अब कर्मचारियों के आरएसएस की शाखाओं और कार्यक्रमों में जाने पर लगे प्रतिबंध को खत्म कर दिया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय से आरएसएस से जुड़े कार्यक्रमों में राजकीय कर्मचारियों के जाने पर लगे प्रतिबंध के आदेश को प्रदेश की भजन लाल शर्मा सरकार ने वापस ले लिया है. दरअसल, कुछ दिन पहले विधानसभा बजट सत्र के दौरान कोटा दक्षिण के विधायक संदीप शर्मा ने विधानसभा में यह मुद्दा उठाया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीजेपी विधायक ने विधानसभा में उठाया था मुद्दा</strong><br />उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से आरएसएस के कार्यक्रम में कर्मचारियों के शामिल होने पर लगी रोक हटाए जाने के फैसले का विशेष उल्लेख करते हुए कहा था, “संघ ने देश की हर परिस्थितियों में जनहित के काम किए हैं. राहत कार्य के तहत कीर्तिमान स्थापित किए हैं, जो कोई नहीं कर सकता है. इस संगठन का लक्ष्य भारत माता का गौरव बढ़ाना है, लेकिन 1966 में केंद्र सरकार ने संघ की गतिविधियों में सरकारी कर्मचारियों के शामिल होने पर प्रतिबंध लगा दिया.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने आगे कहा, “हाल ही में केंद्र सरकार ने इस प्रतिबंध को हटा लिया. हरियाणा, हिमाचल, छत्तीसगढ़ और एमपी में भी आरएसएस से प्रतिबंध हट गया है, लेकिन राजस्थान में आज भी यह आदेश लागू है.” उन्होंने सरकार से मांग की थी कि प्रदेश में सरकार यह आदेश वापस ले, जिससे राष्ट्र सेवा को समर्पित लोग इस संगठन से भी जुड़ सकें. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>43 साल पहले लगा था बैन</strong><br />बीजेपी विधायकों की इस मांग को राज्य सरकार ने स्वीकार करते हुए प्रतिबंध के आदेश को राजस्थान में भी वापस ले लिया है. सरकार के इस आदेश के बाद अब आरएसएस विचारधारा से जुड़े राजकीय कर्मचारी संघ से जुड़े कार्यक्रमों और गतिविधियों में शामिल हो सकेंगे. बता दें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सहित तीन संगठनों पर राज्य सरकार ने 43 साल पहले साल 1981 में प्रतिबंध लगाया था जो अब तक जारी रहा.</p>
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<p><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”अब नहीं चलने वाली है भ्रष्टाचार और…’ , CM भजनलाल शर्मा का कांग्रेस पर हमला” href=”https://www.abplive.com/states/rajasthan/bhajan-lal-sharma-bjp-attack-on-congress-protest-outside-ed-office-govind-singh-dotasra-2766831″ target=”_blank” rel=”noopener”>’अब नहीं चलने वाली है भ्रष्टाचार और…’ , CM भजनलाल शर्मा का कांग्रेस पर हमला</a></strong></p>
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