गांव भूना में माता बाला सुंदरी मंदर से चोर हजारों रुपए का सामान चोरी कर ले गए। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। गांव निवासी बिंदू राम ने सीवन थाना में दी शिकायत में बताया कि गांव में काफी समय से माता बाला सुंदरी मंदिर बनाने का काम चल रहा है। रात को हुई चोरी आठ जनवरी को हमेशा की तरह काम खत्म होने के बाद वे सब अपने घर चले गए। जब नौ जनवरी को सुबह लगभग 5 बजे मंदिर के सेवादार पहुंचे उन्होंने देखा कि चोर मंदिर का गल्ला तोड़ कर लगभग 50 हजार रुपए व इनवर्टर बैटरी, एक देसी घी का टीन और मिस्त्री का लोहे का ग्राइंडर व लेंटर वाला वाइब्रेटर, 5 कसी, 5 तसले, शेड का समान व अन्य समान चोरी करके ले गए। उन्होंने आस पड़ोस में पता किया लेकिन आज तक चोरी हुए सामान का कोई सुराग नहीं मिला है। हजारों रुपये का नुकसान उन्हें हजारों रुपए का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में मंदिरों में चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे लोगों में रोष है। सीवन थाना के जांच अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मामले की आगामी जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपियों को पता लगाकर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। गांव भूना में माता बाला सुंदरी मंदर से चोर हजारों रुपए का सामान चोरी कर ले गए। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। गांव निवासी बिंदू राम ने सीवन थाना में दी शिकायत में बताया कि गांव में काफी समय से माता बाला सुंदरी मंदिर बनाने का काम चल रहा है। रात को हुई चोरी आठ जनवरी को हमेशा की तरह काम खत्म होने के बाद वे सब अपने घर चले गए। जब नौ जनवरी को सुबह लगभग 5 बजे मंदिर के सेवादार पहुंचे उन्होंने देखा कि चोर मंदिर का गल्ला तोड़ कर लगभग 50 हजार रुपए व इनवर्टर बैटरी, एक देसी घी का टीन और मिस्त्री का लोहे का ग्राइंडर व लेंटर वाला वाइब्रेटर, 5 कसी, 5 तसले, शेड का समान व अन्य समान चोरी करके ले गए। उन्होंने आस पड़ोस में पता किया लेकिन आज तक चोरी हुए सामान का कोई सुराग नहीं मिला है। हजारों रुपये का नुकसान उन्हें हजारों रुपए का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में मंदिरों में चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे लोगों में रोष है। सीवन थाना के जांच अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मामले की आगामी जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपियों को पता लगाकर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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फरीदाबाद में पड़ोसियों ने की बुजुर्ग की हत्या:पटाखे फोड़ने से किया था मना, एरिया में फैली सनसनी
फरीदाबाद में पड़ोसियों ने की बुजुर्ग की हत्या:पटाखे फोड़ने से किया था मना, एरिया में फैली सनसनी हरियाणा के जिले फरीदाबाद सेक्टर 18 हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में बीती रात पटाखे चलाने से मना करने पर एक बुजुर्ग को पीट-पीटकर मौत के घाट उतारने का मामला सामने आया है। मृतक बुजुर्ग के बेटे विनोद के मुताबिक बीती रात उनके पड़ोस में रहने वाले पड़ोस में राजू, धीरज और नंदू बड़े- बड़े पटाखे उनके घर के आगे फोड़ रहे थे। जिनके चलते उनके पिता ने उन्हें पटाखे फोड़ने से मना किया। वह लोग झगड़े पर उतारु हो गए। देर रात में फिर से पटाखे फोड़े पीड़ित विनोद के मुताबिक उन्होंने उनके हाथ पांव जोड़कर झगड़े से बीच बचाव किया, लेकिन रात के लगभग 1:00 बजे फिर वह अन्य साथियों के साथ आया और वह अपने साथियों के साथ उनके ही गेट पर लोहे की नाल से व बड़े-बड़े पटाखे पटाखे फोड़ने लगा। इसके बाद उनके पिता ने फिर उन्हें पटाखे फोड़ने से रोका और कहा की रात ज्यादा हो गई है। आप भी त्योहार आराम से मनाएं और आराम से सोए। इसी बात को लेकर उन्होंने उनके पिता को घर से बाहर खींच लिया और उनकी पिटाई शुरू कर दी। पुलिस ने मदद से किया मना शोर सुनकर वह उनकी पत्नी भी बाहर आए, तो उन्होंने उन पर भी हमला कर दिया। हमले में उनके पिता को काफी गंभीर चोट आई, जिन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया। पीड़ित विनोद के मुताबिक उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी थी पुलिस मौके पर आई थी, लेकिन पुलिस ने भी उनके पिता को अस्पताल ले जाने की जहमत नहीं उठाई। जबकि वह पुलिस से बार-बार गुहार लगाते रहे। क्योंकि पिता की तबीयत बिगड़ती जा रही है, उन्हें अस्पताल लेकर चलिए, लेकिन पुलिस ने कहा कि यह उनका इलाका नहीं है, वह इस मामले में कुछ भी नहीं कर सकते। उचित कार्रवाई की रखी मांग पीड़ित के मुताबिक आरोपियों ने दोबारा धमकी दी है और कहा कि एक रात तो तेरी काली हो गई, आज दूसरी रात भी तुम्हारी रात काली कर देंगे। इसके चलते उसे अभी भी अपने ही पड़ोसियों से डर बना हुआ है।वह चाहते हैं कि मैं अपने मकान बेचकर चला जाऊं, तो मैं अपना मकान बेचकर चला जाउंगा। भले वह मेरा मकान ले ले, लेकिन वह चाहता हैं कि पुलिस हत्यारों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करें।
हरियाणा के 2 रेसलर राजनीति पर भिड़े:योगेश्वर बोले-खेल को बख्शें; बजरंग का जवाब- बहन-बेटियों को आगे लाकर नहीं, अपने दम पर पॉलिटिक्स करेंगे
हरियाणा के 2 रेसलर राजनीति पर भिड़े:योगेश्वर बोले-खेल को बख्शें; बजरंग का जवाब- बहन-बेटियों को आगे लाकर नहीं, अपने दम पर पॉलिटिक्स करेंगे हरियाणा के पहलवान योगेश्वर दत्त और बजरंग पूनिया राजनीति को लेकर आपस में भिड़ गए। ऑल इंडिया किसान कांग्रेस के वर्किंग चेयरमैन बजरंग पूनिया ने नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (NADA) के 4 साल का बैन लगाने को सरकार की साजिश बताया। इससे भाजपा नेता पहलवान योगेश्वर दत्त भड़क गए। उन्होंने कहा कि बजरंग पूनिया राजनीति में आए हैं तो राजनीति करें और खेल को बख्श दें। बजरंग पूनिया भी जवाब देने में पीछे नहीं रहे। उन्होंने योगेश्वर दत्त को जवाब दिया कि राजनीति करेंगे तो अपने दम पर करेंगे, न कि बहन-बेटियों को आगे लाकर राजनीति करेंगे। सिलसिलेवार ढंग से पूरा मामला पढ़िए… बजरंग पर NADA ने 4 साल का बैन लगाया
करीब 10 दिन पहले NADA ने बजरंग पूनिया पर 4 साल का बैन लगा दिया था। नाडा ने कहा कि बजरंग पूनिया ने डोप का सैंपल नहीं दिया। इसके जवाब में बजरंग ने पहले कहा कि बैन गलत तरीके से लगा है। इतना बैन तो ताकतवर स्टेरॉयड लेने वाले पर लगता है। बजरंग ने कहा कि यह बैन व्यक्तिगत द्वेष और राजनीतिक साजिश का परिणाम है। मेरे खिलाफ यह कार्रवाई उस आंदोलन का बदला लेने के लिए की गई है, जो हमने महिला पहलवानों के समर्थन में चलाया था। भाजपा सरकार और फेडरेशन ने मुझे फंसाने और मेरे करियर को खत्म करने के लिए यह चाल चली है। योगेश्वर दत्त ने कहा- खिलाड़ी इनसे दूर रहें, ये अपनी अच्छी-बुरी राजनीति करें
इस मामले में योगेश्वर दत्त ने सोनीपत में मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह बात थोड़े ही न है कि डोप टेस्ट ही न दे, उससे भागता रहे। वह बात अलग है कि कोर्ट में केस है और कोर्ट फैसला करेगा। ऐसा थोड़े होता है कि जब तक फैसला न आए तो डिफेंस में ही लगे रहो। अगर राजनीति में है तो राजनीति करे। खिलाड़ियों को बख्शे। खिलाड़ियों को खेल करने दे और यह (बजरंग) राजनीति करे। खेल से दूर रहे। चाहे अच्छी राजनीति करनी हो या बुरी। बजरंग ने कहा- 2 बार जनता नकार चुकी, अनाप-शनाप न बोलें
इस पर बजरंग पूनिया ने सोनीपत में मीडिया से बातचीत कहा कि मैं इन (योगेश्वर दत्त) पर बात नहीं करना चाहता। उनको तो 2 बार जनता ने ही नकार दिया था। मुझे लगता है कि वह TRP लेना चाहते हैं। अगर वह खिलाड़ियों के बारे में बोलें तो लोग उनको देखेंगे। उन्होंने कहा कि मैं राजनीति करने के लिए आया हूं। चलो, मैं और विनेश फोगाट तो राजनीति में आए हैं। मगर, जो 6-7 लड़कियों ने FIR दर्ज कराई थी, इन्होंने तो उन पर भी अगुलियां उठा दीं। उन बहनों को भी गलत बता दिया। वह पहले भी किसान और पहलवानों के खिलाफ बोले। उनसे उम्मीद करना बेकार है। मैं यही कहूंगा कि जैसे रेसलिंग में मेहनत की, वैसे ही राजनीति में भी करेंगे। वह अनाप-शनाप न बोलें, अगर खिलाड़ियों से हमदर्दी होती तो जंतर-मंतर पर धरने में साथ होते।
करनाल में निकाय चुनाव की सुगबुगाहट से हलचल तेज:एक्टिव मोड में बीजेपी, कांग्रेस कर रही मंथन, मैदान में उतरने लगे दावेदार
करनाल में निकाय चुनाव की सुगबुगाहट से हलचल तेज:एक्टिव मोड में बीजेपी, कांग्रेस कर रही मंथन, मैदान में उतरने लगे दावेदार हरियाणा में निकाय चुनाव अगले दो महीनों में होने की संभावना है। निकाय चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो चुकी है। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां स्पष्ट कर चुकी है कि चुनाव सिंबल पर होंगे। ऐसे में पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ने वाले भी मैदान में उतरने लगे है और जनता के बीच जाकर अपनी पैठ बनाने में लगे हुए है। निकाय चुनावों में सबसे ज्यादा एक्टिव बीजेपी नजर आ रही है। बीजेपी अपने बूथ लेवल तक काम कर चुकी है। जबकि कांग्रेस के पास संगठन का ना होना ही अपने आप में एक बड़ा सवाल है। हालांकि कांग्रेस नेता तरलोचन सिंह, मनोज वधवा यह बात स्पष्ट कर चुके है कि वे चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है। बीजेपी में इन चेहरों पर खेल सकती है दांव निकाय चुनावों में अभी सबसे आगे बीजेपी में पूर्व मेयर रेणु बाला गुप्ता का नाम चल रहा है। रेणुबाला गुप्ता ने विधानसभा चुनावों के दौरान टिकट की इच्छा जताई थी। लेकिन टिकट न मिलने पर रेणु बाला गुप्ता ने गहरी नाराजगी भी जताई थी। उसके बाद सीएम नायब सैनी और पूर्व सीएम मनोहर लाल ने रेणु बाला गुप्ता के साथ मीटिंग की थी और उनकी नाराजगी दूर की थी। इसके बाद ही इनके पति को कार्यकारी जिला अध्यक्ष भी नियुक्त किया गया। अब भी रेणु बाला गुप्ता चुनाव लड़ने के लिए ताल ठोक चुकी है। वहीं कृष्ण गर्ग और संजय भठला का भी नाम भी सामने आ रहा है। संजय बठला पहले सीएम के ओएसडी रह चुके है और कृष्ण गर्ग भी पूर्व डिप्टी मेयर रह चुके है। तीनों ही नेता पूर्व सीएम मनोहर लाल और सीएम नायब सैनी के करीबी है। सभी दावेदार टिकट मिलने से पहले फिल्ड में एक्टिव दिखाई देने लगे है। कांग्रेस से भी बड़े चेहरे मैदान में अगर बात कांग्रेस की करें तो कांग्रेस में भी मनोज वधवा, अशोक खुराना और पराग गाबा मैदान में है। विधानसभा चुनावों के दौरान इन चेहरों ने भी टिकट की इच्छा जताई थी। मनोज वधवा की पत्नी आशा वधवा मेयर चुनाव लड़ चुकी है। जो करीब 8 हजार वोट से हारी थी। जिसके बाद मनोज वधवा ने भाजपा ज्वांइन की, लेकिन बाद में लोकसभा चुनाव से पहले वह कांग्रेस में शामिल हो गए। मनोज वधवा 2014 में मनोहर लाल के सामने विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुके है। अशोक खुराना और पराग गाबा भी कांग्रेस के अच्छे लीडरों में शामिल है। कौन सा कार्ड खेलगी बीजेपी और कांग्रेस बीजेपी के पास भी संजय बठला के रूप में पंजाबी चेहरा है और रेणु बाला व कृष्ण गर्ग बनिया समाज से आते है। पॉलिटिकल एक्सपर्ट एंव DAV कॉलेज के प्राचार्य आरपी सैनी की माने तो बीजेपी बनिया समाज दांव लगा सकती है, क्योंकि करनाल से पंजाबी समाज का सांसद मनोहर लाल के रूप में है और जगमोहन आनंद विधायक है, ये भी पंजाबी समाज से है। वहीं अगर कांग्रेस की बात की जाए तो तीनों की चेहरे पंजाबी समाज से आते है। ऐसे में लाजमी है कि कांग्रेस पंजाबी कार्ड खेल सकती है, क्योंकि करनाल में सबसे ज्यादा पंजाबी वोटर है। बागियों को तवज्जो या नहीं करनाल के विधायक जगमोहन आनंद कई बार यह बात स्पष्ट कर चुके है कि विधानसभा चुनावों में बगावत करने वाले नेताओं और पार्षदों को बीजेपी में कोई एंट्री नहीं मिलेगी। ऐसे में जो बीजेपी से बागी हो चुके है वे कांग्रेस या फिर दूसरी पार्टियों का रुख करेंगे। कांग्रेस दूसरी पार्टी के नेताओं और लोगों को स्वीकार करती है या नहीं, वह आने वाला समय बताएगा। प्रशासन की तैयारी निकाय चुनावों को लेकर प्रशासन नई वार्ड बंदी कर चुका है और नई वार्ड बंदी के अनुसार 16 बूथ ओर बढ़ गए है। इससे पहले निगम में 249 बूथ फाइनल किए थे और अब यह संख्या 265 पर पहुंच चुकी है। 2018 में वोटरों ने 224 बूथों पर मतदान किया था। बूथ बढ़ाने के लिए भी क्राइटेरिया तय किया गया है, जहां पर भी 1500 से अधिक वोटर की संख्या है वहां पर बूथ बढ़ा दिए गए है। मतदाता सूची 28 जनवरी तक डीसी उत्तम सिंह के मुताबिक, नई मतदाता सूची से संबंधित दावे एवं आपत्तियां भी 13 जनवरी तक लिए जाएंगे और 17 जनवरी को रिवाइजिंग अथॉरिटी आपत्तियों का निपटान करेगी। 21 जनवरी को डीसी के समक्ष रिवाइजिंग अथॉरिटी की रिपोर्ट पहुंच जाएगी। 28 जनवरी को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन होगा।