अमृतसर | पंजाब राज्य जिला डीसी दफ्तर कर्मचारी यूनियन ने अपनी मांगों को लेकर 15 से 17 जनवरी तक दफ्तरी काम ठप करने ऐलान किया है। इसके लिए कर्मचारियों की ओर से डीसी, समूह उपमंडल मजिस्ट्रेट, समूह तहसील और समूह कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। इस मौके पर हर तरह का ऑफलाइन और ऑनलाइन काम बंद रहेगा। प्रधान अश्नील कुमार, सीनियर मीत प्रधान प्रीती गुलशन और जनरल सेक्रेटरी दीपक कुमार ने सभी अधिकारियों को लेटर लिखकर सूचित कर दिया है। डीसी ऑफिस की बिल्डिंग में हजारों लोग रजिस्ट्री समेत अन्य कामों के लिए आते हैं। कर्मचारियों की कलमछोड़ हड़ताल हजारों लोगों का काम प्रभावित होंगे व परेशानी झेलनी पड़ंगी।। अमृतसर | पंजाब राज्य जिला डीसी दफ्तर कर्मचारी यूनियन ने अपनी मांगों को लेकर 15 से 17 जनवरी तक दफ्तरी काम ठप करने ऐलान किया है। इसके लिए कर्मचारियों की ओर से डीसी, समूह उपमंडल मजिस्ट्रेट, समूह तहसील और समूह कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। इस मौके पर हर तरह का ऑफलाइन और ऑनलाइन काम बंद रहेगा। प्रधान अश्नील कुमार, सीनियर मीत प्रधान प्रीती गुलशन और जनरल सेक्रेटरी दीपक कुमार ने सभी अधिकारियों को लेटर लिखकर सूचित कर दिया है। डीसी ऑफिस की बिल्डिंग में हजारों लोग रजिस्ट्री समेत अन्य कामों के लिए आते हैं। कर्मचारियों की कलमछोड़ हड़ताल हजारों लोगों का काम प्रभावित होंगे व परेशानी झेलनी पड़ंगी।। पंजाब | दैनिक भास्कर
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अमृतसर की 715 पंचायतों में नशे के खिलाफ प्रस्ताव:तस्करों के समर्थन में नहीं जाएंगे थाने; युवाओं को खेलों में किया जाएगा व्यस्त
अमृतसर की 715 पंचायतों में नशे के खिलाफ प्रस्ताव:तस्करों के समर्थन में नहीं जाएंगे थाने; युवाओं को खेलों में किया जाएगा व्यस्त पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा शुरू किए गए नशा विरोधी अभियान को अमृतसर जिले में बड़ी सफलता मिली है। जिले की 860 पंचायतों में से 715 पंचायतों ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर यह ऐलान किया है कि वे नशा बेचने वालों, लूटपाट करने वालों और अपराधियों के समर्थन में पुलिस थाने नहीं जाएंगी। डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने इस फैसले को लेकर खुशी जाहिर की और कहा कि यदि हमें पंजाब से नशा खत्म करना है, तो सबसे पहले अपने गांवों से इसकी सफाई करनी होगी। उन्होंने कहा कि पंचायतों से अपील की गई थी कि वे नशा तस्करों की सिफारिश करने के बजाय पुलिस प्रशासन को उनका मुकाबला करने के लिए प्रोत्साहित करें। अब तक 715 पंचायतों ने प्रस्ताव पारित कर प्रशासन का साथ देने का ऐलान किया है, जबकि बाकी पंचायतों से बातचीत जारी है। किन क्षेत्रों की पंचायतों ने प्रस्ताव पास किए? खेल मैदान और पुनर्वास केंद्र बनाए जाएंगे डीसी साक्षी साहनी ने बताया कि नशे से मुक्त होने वाले युवाओं के पुनर्वास के लिए मुफ्त इलाज और खाने की सुविधा दी जाएगी। इसके अलावा, पंचायतों के सहयोग से गांवों में खेल स्टेडियम बनाए जाएंगे ताकि नौजवान खेलों में व्यस्त रहें और नशे से दूर रहें। नशा छुड़ाने वालों को मिलेगी सहायता सरकार मुफ्त पुनर्वास केंद्रों में नशा पीड़ितों का इलाज कराएगी। जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि अगर वे किसी नशे के शिकार व्यक्ति का इलाज कराना चाहते हैं, तो प्रशासन उनकी हर संभव मदद करेगा। मुख्यमंत्री भगवंत मान का अभियान हो रहा सफल मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब में नशे के खिलाफ जारी मुहिम को पंचायतों का बड़ा समर्थन मिला है। प्रशासन ने पंचायतों के इस फैसले को नशे के खिलाफ एक बड़ा कदम बताया है और उम्मीद जताई है कि जल्द ही पूरा जिला नशा मुक्त पंजाब बनाने के अभियान में शामिल होगा।

पटियाला में कर्नल से मारपीट मामले में SIT गठित:चंडीगढ़ पुलिस ने एसपी मनजीत को बनाया हेड, चार महीने में जांच पूरी होगी
पटियाला में कर्नल से मारपीट मामले में SIT गठित:चंडीगढ़ पुलिस ने एसपी मनजीत को बनाया हेड, चार महीने में जांच पूरी होगी पटियाला में सेना के कर्नल पुष्पिंदर सिंह बाठ से पंजाब पुलिस के अधिकारियों द्वारा मारपीट करने के मामले में, पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश पर चंडीगढ़ पुलिस ने एसआईटी गठित की है। 2015 बैच के आईपीएस अधिकारी मंजीत श्योराण को एसआईटी का प्रमुख (हेड) बनाया गया है। एसआईटी में तीन अन्य सदस्य शामिल किए गए हैं। इन सदस्यों में एक डीएसपी, एक इंस्पेक्टर और एक सब-इंस्पेक्टर शामिल रहेंग। यह जांच करीब चार महीने में पूरी की जाएगी। इस मामले में कर्नल के परिवार ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। साथ ही इस मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की थी। परिवार का कहना था कि उन्हें पंजाब पुलिस की जांच पर विश्वास नहीं है।
कर्नल से मारपीट का मामला ऐसे आया था सामने
पटियाला में 13-14 मार्च की रात को आर्मी कर्नल से मारपीट की गई। तब पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। इसके बाद मामला रक्षा मंत्रालय और आर्मी हेडक्वार्टर पहुंचा तो पुलिस ने 9 दिन बाद बाई नेम FIR दर्ज कर 12 पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया। इसमें 5 इंस्पेक्टर भी शामिल हैं। इस घटना को 21 दिन बीत चुके हैं, लेकिन पंजाब पुलिस अपने ही आरोपी कर्मचारियों को बचाने में लगी है। कर्नल और बेटे को राजिंदरा अस्पताल में करवाया भर्ती कर्नल बाठ ने बताया था कि जब वे गाड़ी स्टार्ट कर जाने लगे तो उन लोगों ने डंडे और सरिए मारकर गाड़ी तोड़नी शुरू कर दी। इसी बीच बेटे के दोस्त ने कर्नल की पत्नी को फोन पर पूरी बातचीत बताई। इसके बाद कर्नल और उनके बेटे को पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां कर्नल के बाएं हाथ में फ्रैक्चर निकला। विधानसभा में उठा मुद्दा कर्नल बाठ से पंजाब पुलिस के मुलाजिमों की तरफ से की गई गुंडागर्दी का मुद्दा बजट सेशन के दौरान पंजाब विधानसभा में उठा। विरोधियों ने पंजाब की AAP सरकार को विधानसभा में घेरा और बताया कि किस तरह से पंजाब में लॉ एंड ऑर्डर तार-तार हो रहा है। सेना के पूर्व अफसरों ने पटियाला में धरना दिया। पटियाला के बीजेपी नेताओं ने SSP नानक सिंह से मिलकर मामले में उचित कार्रवाई की मांग की। जैसे ही मामला विधानसभा में उठा तो नई एफआईआर दर्ज कर एसआईटी बनाई थी। साथ ही परिरवार को सुरक्षा दी गई थी।

बरनाला में नहर में मिला व्यक्ति का शव:संगठन की मदद से बाहर निकाला, पुलिस बोली- 10 दिन पुराना, पहचान नहीं हुई
बरनाला में नहर में मिला व्यक्ति का शव:संगठन की मदद से बाहर निकाला, पुलिस बोली- 10 दिन पुराना, पहचान नहीं हुई बरनाला के गांव टल्लेवाल में सरहिंद नहर के पावर प्लांट के जाल में एक अज्ञात युवक का शव मिला है। शव को सहारा समाज सेवा संगठन की मदद से बाहर निकाला गया। पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुटी है। टल्लेवाल थाने के एसएचओ निर्मलजीत सिंह ने बताया कि मृतक की उम्र 35 से 40 वर्ष के बीच है। युवक का कद करीब साढ़े पांच फीट है। शव करीब 10 दिन पुराना है और पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है। अस्पताल में रखा शव पुलिस ने शव को पहचान के लिए बरनाला के सरकारी अस्पताल में रखवाया है। अगले 72 घंटों में यदि किसी द्वारा शव की पहचान नहीं की जाती है, तो पोस्टमॉर्टम के बाद धार्मिक रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार के लिए सहारा समाज सेवा रामपुरा फूल को सौंप दिया जाएगा।