तरन तारन जिले के धंगाना गांव में जमीनी विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच में खूनी झड़प हो गई। मारपीट में 5 लोग घायल हो गए जिन्हें नजदीकी अस्पताल दाखिल करवाया गया है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और इस बाबत के दर्ज कर लिया गया है। इस झड़प में दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर गोलीबारी का आरोप लगाया है। हालांकि एक पक्ष ने घटना की वीडियो सोशल मीडिया पर बनाकर वायरल कर दिया। जमीन को लेकर भिड़े 2 पक्ष इस बाबत एक पक्ष के घायल शाहबाज सिंह ने बताया कि उनका गांव में ही रहने वाले जोग सिंह हजारा सिंह के साथ जमीनी विवाद था। जिसको लेकर उक्त व्यक्तियों ने अपनी छत से उनके घर की तरफ फायरिंग करनी शुरू कर दी। घटना में वह और उनके रिश्तेदार घायल हो गए। जिसकी वीडियो उनके परिवार ने बनाई और पुलिस को भी सौंपी है। एक दूसरे पर लगाए हमले के आरोप वहीं दूसरे पक्ष से घायल सिमरजीत सिंह ने बताया कि उनका जमीनी विवाद को लेकर शाहबाज सिंह से झगड़ा चल रहा था और शाहबाज सिंह और उसके रिश्तेदारों ने उन पर हमला कर दिया। जिसमें उनकी मां और अन्य रिश्तेदार घायल हो गए। जिसकी शिकायत उन्होंने पुलिस को की है। पुलिस ने दी मामले की जानकारी घटना स्थल पर पहुंचे पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन्हें घटना बाबत सूचना मिली थी। उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों के घायल लोगों को नजदीकी सरकारी अस्पताल में दाखिल है और मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी। तरन तारन जिले के धंगाना गांव में जमीनी विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच में खूनी झड़प हो गई। मारपीट में 5 लोग घायल हो गए जिन्हें नजदीकी अस्पताल दाखिल करवाया गया है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और इस बाबत के दर्ज कर लिया गया है। इस झड़प में दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर गोलीबारी का आरोप लगाया है। हालांकि एक पक्ष ने घटना की वीडियो सोशल मीडिया पर बनाकर वायरल कर दिया। जमीन को लेकर भिड़े 2 पक्ष इस बाबत एक पक्ष के घायल शाहबाज सिंह ने बताया कि उनका गांव में ही रहने वाले जोग सिंह हजारा सिंह के साथ जमीनी विवाद था। जिसको लेकर उक्त व्यक्तियों ने अपनी छत से उनके घर की तरफ फायरिंग करनी शुरू कर दी। घटना में वह और उनके रिश्तेदार घायल हो गए। जिसकी वीडियो उनके परिवार ने बनाई और पुलिस को भी सौंपी है। एक दूसरे पर लगाए हमले के आरोप वहीं दूसरे पक्ष से घायल सिमरजीत सिंह ने बताया कि उनका जमीनी विवाद को लेकर शाहबाज सिंह से झगड़ा चल रहा था और शाहबाज सिंह और उसके रिश्तेदारों ने उन पर हमला कर दिया। जिसमें उनकी मां और अन्य रिश्तेदार घायल हो गए। जिसकी शिकायत उन्होंने पुलिस को की है। पुलिस ने दी मामले की जानकारी घटना स्थल पर पहुंचे पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन्हें घटना बाबत सूचना मिली थी। उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों के घायल लोगों को नजदीकी सरकारी अस्पताल में दाखिल है और मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
आतंकी डाल्ला का कथित ऑडियो वायरल:बोला- फरीदकोट के गुरप्रीत हत्याकांड में सांसद अमृतपाल शामिल नहीं, पंजाबी इन्फ्लुएंसर को दी धमकी
आतंकी डाल्ला का कथित ऑडियो वायरल:बोला- फरीदकोट के गुरप्रीत हत्याकांड में सांसद अमृतपाल शामिल नहीं, पंजाबी इन्फ्लुएंसर को दी धमकी फरीदकोट में हुए गुरप्रीत सिंह हत्याकांड मामले को लेकर पंजाब पुलिस के दावों को झूठा बताते हुए एक आतंकी अर्श डाल्ला का एक कथित ऑडियो वायरल हो रहा है। जिसमें पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव द्वारा किया गया “वारिस पंजाब दे” के प्रमुख और खडूर साहिब सीट से सांसद अमृतपाल के शामिल होने वाले दावे को झूठा बताया है। ऑडियो में अपने आप को डाल्ला बताने वाले व्यक्ति ने कहा कि उक्त वारदात उसने करवाई है, ना कि किसी अन्य व्यक्ति ने। इस केस में अमृतपाल सिंह की कोई भूमिका नहीं है। हालांकि दैनिक भास्कर उक्त ऑडियो की पुष्टि नहीं करता। डीजीपी की प्रेसवार्ता के बाद से उक्त ऑडियो वायरल हो रहा है। डाल्ला बोला- गुरप्रीत को हमने मरवाया, ना कि किसी और ने वायरल हो रही कथित ऑडियो में अपने आप को अर्श डाल्ला बताने वाले व्यक्ति ने कहा कि पंजाब पुलिस द्वारा हत्या केस में मेरे साथ भाई अमृतपाल सिंह का नाम जोड़ा जा रहा है, ये सरासर नाजायज है। ये वारदात मैंने खुद की जिम्मेदारी पर करवाया है। इसमें और किसी का लेनादेना नहीं है। आगे डाल्ला ने कहा- इसकी हत्या इसलिए की गई, क्योंकि 6 माह पहले हमने फोन किया था तो मुझे गालियां दी गई। गुरप्रीत ने महिलाओं की गलत फोटो एडिट किए गए थे। जिसके चलते इसे फोन किया गया था। मुझे इस बारे में शिकायत मिली थी। जिसके चलते हमने इसका काम कर दिया। डाल्ला ने कहा कि गुरप्रीत कोई कौम दर्दी नहीं था, अगर ऐसा होता तो जिन्होंने बेअदबियां की हैं, उन्हें जाकर मारकर आता। डाल्ला ने आगे कहा- हमें किसी के मेडल की जरूरत नहीं है, हम खराब हैं और खराब ही रहेंगे। हम अपनी कौम के लिए जो कर सकेंगे वो करेंगे। दीप सिद्धू की संपथी लेने की कोशिश करता था और जो कौम के लिए काम कर रहे लोग जिंदा हैं, उन्हें गुरप्रीत गलत कहता था। इंस्टाग्राम पर वीडियो बनाने वालों को भी धमकी कथित ऑडियो में डाल्ला ने कहा कि इंस्टाग्राम पर जो लोग वीडियो बनाते हैं, उनमें से भी एक आधे की बारी हम लगा देंगे। सुख रत्तिया और कोमल कौर का नाम लेते हुए ये धमकी दी गई। वहीं, कुल्हड़ पिज्जा कपल का नाम लिए बिना डाला ने कहा कि हम पिज्जा सभी के बिखेर देंगे। हमें इन्हें मारना पड़ जाएगा, वरना प्रशासन इन्हें समझा ले कि ये सोशल मीडिया पर गंद न डालें। हमारी कौम इन्हीं के चक्कर में खराब हो रही है, अगर इन में से कोई मर जाएगा तो कोई तूफान नहीं आने वाला। आखिरी में डाल्ला ने कहा- जो कौम के लिए अच्छा करेगा, उसकी हमेशा हम प्रशंसा ही करेंगे। कौम के बारे में बुरा बोलने वालों को मेरी धमकी है कि कहीं मुझसे कोई नुकसान मत करवा लेना। डीजीपी ने हत्या के लिंक सांसद अमृतपाल से बताए थे पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने शुक्रवार को चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा था कि इस मामले का मास्टरमाइंड आतंकी अर्शदीप सिंह डल्ला है। सारी जांच तथ्यों के आधार पर की जा रही है। अमृतपाल सिंह इस समय डिब्रूगढ़ जेल में बंद है। इस हत्या के लिए कई ग्रुप बनाए गए थे। सभी ग्रुप को अलग-अलग काम सौंपे गए थे। मृतक गुरप्रीत भी वारिस पंजाब संस्था से जुड़ा हुआ था। वह संस्था के फाउंडर मेंबरों से एक था। जब दीप सिद्धू इस संस्था को चला रहे थे तो वह कैशियर की भूमिका निभा रहा था। हालांकि जब अमृतपाल को संस्था की जिम्मेदारी सौंपी गई थी तो दोनों में मतभेद सामने आए थे। वहीं गुरप्रीत की हत्या में अमृतपाल की भूमिका सामने आई है। सारी जांच तथ्यों के आधार की जा रही है। जरूरत पड़ी तो अमृपाल से पूछताछ की जा सकती है। 9 अक्टूबर को हुई थी हत्या गुरप्रीत की हत्या 9 अक्टूबर को हुई थी। उस समय गुरप्रीत सिंह अपने समर्थक सरपंच पद के प्रत्याशी के हक में प्रचार कर घर वापस लौट रहा था, तभी सामने बाइक सवार आए हत्यारों ने गोलियां चलाकर गुरप्रीत सिंह को गंभीर रूप से घायल कर दिया। इस गोलीबारी में चार गोलियां गुरप्रीत सिंह को लगी, गोली मारने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। गंभीर रूप से घायल अवस्था में गुरप्रीत सिंह को उपचार के लिए स्थानीय गुरु गोविंद सिंह मेडिकल कॉलेज में लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस मामले में एक एसआईटी बनाई गई थी। आरोपियों ने रेकी कर दिया वारदात को अंजाम गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान बिलाल अहमद उर्फ फौजी, गुरदीप सिंह उर्फ पोंटू और अर्शदीप सिंह उर्फ झंडू के रूप में हुई है। गिरफ्तार किए गए तीनों व्यक्ति रेकी करने वाले ग्रुप में शामिल थे, जिसका संचालन कनाडा आधारित कर्मवीर सिंह उर्फ गोरा द्वारा किया जा रहा था। रेकी करने वाले ग्रुप ने अपने संचालकों और विभिन्न ग्रुप के माध्यम से महत्वपूर्ण जानकारी शूटर वाले ग्रुप को दी। डीजीपी ने कहा कि शूटर ग्रुप के सदस्यों की पहचान कर ली गई है और पुलिस टीमें उन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही हैं।
पंजाब में कल से 3 दिनों की छुट्टी:गुरुपर्व और शहीदी दिवस को लेकर सरकार का फैसला, स्कूल-कॉलेज- सरकारी दफ्तर रहेंगे बंद
पंजाब में कल से 3 दिनों की छुट्टी:गुरुपर्व और शहीदी दिवस को लेकर सरकार का फैसला, स्कूल-कॉलेज- सरकारी दफ्तर रहेंगे बंद श्री गुरु नानक देव जी का गुरुपर्व और शहीद करतार सिंह सराभा के शहीदी दिवस को लेकर पंजाब में दो दिन की छुट्टी का ऐलान किया गया है। कल यानी 15 नवंबर और परसो यानी 16 नवंबर को सभी स्कूल कॉलेज, सरकारी कार्यालय, सरकारी बैंक और अन्य संस्थान बंद रहेंगे। 15 नवंबर को दिन शुक्रवार को श्री गुरु नानक देव जी का गुरुपर्व और 16 नवंबर का शहीदी दिवस है। साथ ही, 17 नवंबर को रविवार की छुट्टी रहेगी। अब तीन दिन कोई सरकारी काम नहीं हो पाएगा। पंजाब सरकार के वार्षिक छुट्टियों के कैलेंडर में इसकी जानकारी साझा की गई थी। सरकार द्वारा जारी की गई वार्षिक छुट्टियों की लिस्ट….
पंजाब में दूषित होता भू-जल:सांसद चन्नी के सवाल में जल शक्ति राज्यमंत्री की रिपोर्ट; घातक मेटल युक्त पानी कैंसर को न्योता
पंजाब में दूषित होता भू-जल:सांसद चन्नी के सवाल में जल शक्ति राज्यमंत्री की रिपोर्ट; घातक मेटल युक्त पानी कैंसर को न्योता पंजाब के भूजल पीने योग्य नहीं रहा। कई जिलों का पानी आपको बीमार कर सकता है। इतना ही नहीं, कई जिलों के पानी में घातक मेटल मिक्स हैं, जो आपको कैंसर की सौगात दे सकते हैं। यह जानकारी संसद में नवनिर्वाचित जालंधर से सांसद चरणजीत सिंह चन्नी के सवाल पर केंद्रीय राज्य जल शक्ति मंत्री राज भूषण चौधरी द्वारा दी गई है। रिपोर्ट में साफ साबित होता है कि पंजाब के अधिकतर जिलों का भूजल पीने योग्य नहीं रहा है। मंत्री के अनुसार भूजल के नमूनों में नाइट्रेट, लोहा, आर्सेनिक, सेलेनियम, क्रोमियम, मैंगनीज, निकल, कैडमियम, सीसा और यूरेनियम जैसे दूषित पदार्थों की खतरनाक मिलावट दिखाई दी। ये भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा निर्धारित अनुमेय सीमा से कई अधिक थी। ये सिर्फ सरकार द्वारा लिए गए सैंपलों पर आधारित रिपोर्ट नहीं है। बीते समय में अमृतसर की गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी और पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ की तरफ से की गई रिसर्च में भी ये साबित होता है। भूजल को विषैला होने से रोकने की आवश्यकता रिपोर्ट के अनुसार विषैले तत्वों की उपस्थिति गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा करती है। सेहत पर यूरेनियम, सीसा, निकल और मैंगनीज के हानिकारक प्रभावों पर जोर दिया। इस समस्या का समाधान बहुत जल्द जरूरी है, अन्यथा पंजाब बड़ी समस्याओं से घिर सकता है। जानें किस जिले में क्या समस्या-