दिवाली के खास मौके पर अजय देवगन की मल्टीस्टारर फिल्म सिंघम अगेन आज सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। इस फिल्म में बॉलीवुड के कई बड़े सितारों के साथ-साथ हरियाणा का 19 वर्षीय लड़का वंश पानू भी डेब्यू कर रहा है। पानीपत के लतीफ गार्ड इलाके का रहने वाला वंश प्रोफेशनल तैराक भी है। फिल्म में जहां अर्जुन कपूर विलेन की भूमिका में नजर आ रहे हैं, वहीं दीपिका पादुकोण, टाइगर श्रॉफ, अक्षय कुमार और रणवीर सिंह कॉप यूनिवर्स में नजर आ रहे हैं। जबकि चुलबुल पांडे यानी सलमान खान का कैमियो भी देखने को मिल रहा है। डेब्यूटेंट वंश पानू से डायरेक्टर रोहित शेट्टी की टीम ने सोशल मीडिया पर संपर्क किया। रोहित शेट्टी कॉप यूनिवर्स की लेटेस्ट और मल्टीस्टारर फिल्म सिंघम अगेन की लेंथ 2 घंटे 24 मिनट है। वंश पानू के बारे में पढ़ें दैनिक भास्कर से फोन पर बातचीत के दौरान वंश पानू के पिता एडवोकेट कर्ण पानू ने बताया कि 19 वर्षीय वंश चंडीगढ़ से बीए की पढ़ाई कर रहा है। वह तैराकी का अच्छा खिलाड़ी है। वह जूनियर तैराकी रिकॉर्ड होल्डर भी है। सुबह तैराकी और शाम को जिम जाने की आदत ने उसे बॉलीवुड में ला खड़ा किया। वह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर दोनों तरह के वीडियो शेयर करता है। यहीं पर करीब 10 महीने पहले कंपनियों ने विज्ञापन शूट के लिए उससे संपर्क किया था। सबसे पहले उसे पोस्टर शूट के लिए विज्ञापन मिला था। इसके बाद करीब 5 महीने पहले रोहित शेट्टी की टीम ने उससे संपर्क किया। वह 2 महीने पहले मुंबई गया था। जहां उसे फिल्म में सीधा रोल मिल गया। वह फिल्म में लक्ष्मण का रोल निभा रहा है। फिल्म में राम का रोल निभा रहे शुभम शर्मा चंडीगढ़ के रहने वाले हैं। फिल्म की कहानी क्या है? फिल्म की कहानी रामायण की कहानी से प्रेरित है। कहानी कश्मीर से शुरू होती है। डीसीपी बाजीराव सिंघम उमर हाफिज (जैकी श्रॉफ) को पकड़ लेता है। जुबैर (अर्जुन कपूर) नाम का खूंखार अपराधी सिंघम (अजय देवगन) की पत्नी अवनि (करीना कपूर) का अपहरण कर लेता है। जुबैर और उमर के बीच एक कनेक्शन है, जिसकी वजह से यह बदले का खेल बन जाता है। जिस तरह भगवान श्री राम माता सीता को रावण के चंगुल से छुड़ाने के लिए लंका जाते हैं। उसी तरह डीसीपी बाजीराव सिंघम भी अपनी पत्नी अवनि को बचाने के लिए जुबैर के ठिकाने पर पहुंच जाते हैं। इस लड़ाई में सिंघम का साथ देने सूर्यवंशी (अक्षय कुमार), सिंबा (रणवीर सिंह), सत्या बाली (टाइगर श्रॉफ) और शक्ति शेट्टी (दीपिका पादुकोण) आती हैं। दिवाली के खास मौके पर अजय देवगन की मल्टीस्टारर फिल्म सिंघम अगेन आज सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। इस फिल्म में बॉलीवुड के कई बड़े सितारों के साथ-साथ हरियाणा का 19 वर्षीय लड़का वंश पानू भी डेब्यू कर रहा है। पानीपत के लतीफ गार्ड इलाके का रहने वाला वंश प्रोफेशनल तैराक भी है। फिल्म में जहां अर्जुन कपूर विलेन की भूमिका में नजर आ रहे हैं, वहीं दीपिका पादुकोण, टाइगर श्रॉफ, अक्षय कुमार और रणवीर सिंह कॉप यूनिवर्स में नजर आ रहे हैं। जबकि चुलबुल पांडे यानी सलमान खान का कैमियो भी देखने को मिल रहा है। डेब्यूटेंट वंश पानू से डायरेक्टर रोहित शेट्टी की टीम ने सोशल मीडिया पर संपर्क किया। रोहित शेट्टी कॉप यूनिवर्स की लेटेस्ट और मल्टीस्टारर फिल्म सिंघम अगेन की लेंथ 2 घंटे 24 मिनट है। वंश पानू के बारे में पढ़ें दैनिक भास्कर से फोन पर बातचीत के दौरान वंश पानू के पिता एडवोकेट कर्ण पानू ने बताया कि 19 वर्षीय वंश चंडीगढ़ से बीए की पढ़ाई कर रहा है। वह तैराकी का अच्छा खिलाड़ी है। वह जूनियर तैराकी रिकॉर्ड होल्डर भी है। सुबह तैराकी और शाम को जिम जाने की आदत ने उसे बॉलीवुड में ला खड़ा किया। वह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर दोनों तरह के वीडियो शेयर करता है। यहीं पर करीब 10 महीने पहले कंपनियों ने विज्ञापन शूट के लिए उससे संपर्क किया था। सबसे पहले उसे पोस्टर शूट के लिए विज्ञापन मिला था। इसके बाद करीब 5 महीने पहले रोहित शेट्टी की टीम ने उससे संपर्क किया। वह 2 महीने पहले मुंबई गया था। जहां उसे फिल्म में सीधा रोल मिल गया। वह फिल्म में लक्ष्मण का रोल निभा रहा है। फिल्म में राम का रोल निभा रहे शुभम शर्मा चंडीगढ़ के रहने वाले हैं। फिल्म की कहानी क्या है? फिल्म की कहानी रामायण की कहानी से प्रेरित है। कहानी कश्मीर से शुरू होती है। डीसीपी बाजीराव सिंघम उमर हाफिज (जैकी श्रॉफ) को पकड़ लेता है। जुबैर (अर्जुन कपूर) नाम का खूंखार अपराधी सिंघम (अजय देवगन) की पत्नी अवनि (करीना कपूर) का अपहरण कर लेता है। जुबैर और उमर के बीच एक कनेक्शन है, जिसकी वजह से यह बदले का खेल बन जाता है। जिस तरह भगवान श्री राम माता सीता को रावण के चंगुल से छुड़ाने के लिए लंका जाते हैं। उसी तरह डीसीपी बाजीराव सिंघम भी अपनी पत्नी अवनि को बचाने के लिए जुबैर के ठिकाने पर पहुंच जाते हैं। इस लड़ाई में सिंघम का साथ देने सूर्यवंशी (अक्षय कुमार), सिंबा (रणवीर सिंह), सत्या बाली (टाइगर श्रॉफ) और शक्ति शेट्टी (दीपिका पादुकोण) आती हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में एक राज्यसभा सीट खाली:रोहतक लोकसभा से जीत चुके दीपेंद्र हुड्डा; उपचुनाव में BJP सरकार का बहुमत का भी टेस्ट होगा
हरियाणा में एक राज्यसभा सीट खाली:रोहतक लोकसभा से जीत चुके दीपेंद्र हुड्डा; उपचुनाव में BJP सरकार का बहुमत का भी टेस्ट होगा हरियाणा की 5 में से एक राज्यसभा सीट खाली हो गई है। यह सीट अभी तक कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा के पास थी। दीपेंद्र ने हाल ही में रोहतक लोकसभा सीट से चुनाव जीत लिया। जिसके बाद उनकी राज्यसभा सीट को खाली करने का नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। जल्द ही इस पर उपचुनाव होगा। खास बात यह है कि हरियाणा में राज्यसभा सीट के उपचुनाव में विधानसभा में मुख्यमंत्री नायब सैनी सरकार का बहुमत भी साबित हो जाएगा। जिसे विरोधी दल अल्पमत में बता रहे हैं। बता दें कि देशभर में राज्यसभा की कुल 10 सीटें लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद खाली हुई हैं। इनमें एक सीट हरियाणा की है। दीपेंद्र हुड्डा का अभी 2 साल का कार्यकाल बचा हुआ था। लेकिन लोकसभा चुनाव जीतने के बाद उनकी सीट खाली हो गई। दीपेंद्र हुड्डा इस सीट पर मार्च 2020 में छह साल के लिए राज्यसभा सदस्य निर्वाचित हुए थे। 2026 तक था दीपेंद्र का कार्यकाल
राज्यसभा में दीपेंद्र हुड्डा का कार्यकाल अप्रैल 2026 तक था। चूंकि उनकी राज्यसभा सदस्यता का शेष कार्यकाल एक वर्ष से अधिक है, इसलिए आगामी कुछ सप्ताह में भारतीय निर्वाचन आयोग देश के विभिन्न राज्यों में रिक्त हुई बाकी सीटों के साथ इस पर भी उपचुनाव कराएगा। इसलिए सांसद बनते ही रिक्त हो गई सीट
कानूनी विश्लेषक हेमंत का कहना है कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम (RP Act), 1951 की धारा 69 (2) के तहत यदि कोई व्यक्ति जो पहले से राज्यसभा का सदस्य है और वह लोकसभा का सदस्य निर्वाचित हो जाता है तो राज्यसभा में उस व्यक्ति की सीट सांसद चुने जाने की तारीख से ही खाली हो जाती है। इसलिए 4 जून से ही दीपेंद्र हुड्डा हरियाणा से राज्यसभा के सदस्य नहीं रहे। विपक्षी एकजुट हुए तो BJP के लिए मुश्किल
राज्यसभा के चुनाव में अगर विपक्षी एकजुट हुए तो भाजपा के लिए मुश्किल हो सकती है। भाजपा के पास इस वक्त 41 BJP, हलोपा 1 और एक निर्दलीय मिलाकर 43 विधायकों का सीधा समर्थन है। वहीं विपक्ष में कांग्रेस के 29, जजपा के 10, इनेलो 1 और 4 निर्दलीय यानी कुल 44 विधायक हैं। अगर ये एकजुट होकर विपक्षी उम्मीदवार के हक में गए तो फिर भाजपा राज्यसभा चुनाव हार सकती है। हालांकि अगर जजपा या किसी अन्य पार्टी से क्रॉस वोटिंग हुई तो भाजपा सीट आसानी से जीत जाएगी। क्रॉस वोटिंग से जीत सकती है भाजपा
मौजूदा समय में अगर भाजपा और उसके 2 समर्थक विधायक अलग पड़े तो भाजपा के लिए यह राज्यसभा सीट जीतनी मुश्किल होगी। हालांकि अगर क्रॉस वोटिंग हुई तो भाजपा यह सीट निकाल सकती है। हरियाणा में जजपा के 2 विधायक जोगीराम सिहाग और रामनिवास सुरजाखेड़ा ने खुलकर लोकसभा चुनाव में भाजपा की मदद की। चुनाव के बाद वे सीएम नायब सैनी से भी मिले। राज्यसभा चुनाव में भाजपा को उनसे समर्थन की उम्मीद रहेगी। इसके अलावा पूर्व सीएम और अब केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी कई बार कह चुके हैं कि कांग्रेस के विधायक ही एकजुट नहीं हैं। वहीं कांग्रेस विधायकों में भी गुटबाजी है। ऐसे में भाजपा को कांग्रेस से भी क्रॉस वोटिंग का भरोसा रहेगा।
हरियाणा कांग्रेस ने बागी चित्रा सरवारा को निकाला:पार्टी कैंडिडेट की ही बेटी, टिकट नहीं मिली तो निर्दलीय लड़ रहीं; अनिल विज से टक्कर
हरियाणा कांग्रेस ने बागी चित्रा सरवारा को निकाला:पार्टी कैंडिडेट की ही बेटी, टिकट नहीं मिली तो निर्दलीय लड़ रहीं; अनिल विज से टक्कर हरियाणा में कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त नेता चित्रा सरवारा को पार्टी से निकाल दिया है। उन्होंने कांग्रेस से टिकट न मिलने पर अंबाला कैंट विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया था। इसके बाद पार्टी ने उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित किया है। अंबाला कैंट से पार्टी ने परविंदर परी को अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं, भाजपा से पूर्व गृह मंत्री अनिल विज यहां से उम्मीदवार हैं। बता दे कि चित्रा सरवारा अंबाला सिटी से कांग्रेस कैंडिडेट निर्मल सिंह की बेटी हैं। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की ओर से जारी लेटर… शिकायतों के बाद कार्रवाई
ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) के मुख्यालय से इस संबंध में एक आधिकारिक पत्र जारी किया गया है। कांग्रेस कमेटी के सचिव केसी वेणुगोपाल ने जानकारी दी कि अंबाला कैंट में कांग्रेस कैंडिडेट और कार्यकर्ताओं की शिकायतों के आधार पर चित्रा सरवारा के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है। चित्रा सरवारा के खिलाफ कांग्रेस आलाकमान को पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने की शिकायतें मिली थीं। वह निर्दलीय चुनाव लड़कर कांग्रेस के अधिकृत कैंडिडेट को नुकसान पहुंचा रही थीं। जांच के बाद इन आरोपों को सही पाए जाने पर AICC ने यह कदम उठाया और चित्रा की सदस्यता 6 साल के लिए रद्द कर दी। पिता कह चुके- यह बेटी का फैसला
चित्रा के निर्दलीय नामांकन को लेकर उनके पिता निर्मल सिंह कह चुके हैं कि उनकी बेटी शादीशुदा है। यह उसका खुद का फैसला है। वह जो चाहे, कर सकती है। हालांकि, नॉमिनेशन के बाद भी चित्रा ने कांग्रेस को छोड़ने जैसा कोई बयान नहीं दिया था। चित्रा सरवारा भ्रष्टाचार दूर करने के नाम पर वोट मांग रहीं
चित्रा सरवारा पूर्व मंत्री निर्मल सिंह मोहड़ा की बेटी हैं। निर्मल सिंह अंबाला सिटी से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। चित्रा 2013 में पार्षद बनी थीं। मार्च 2015 में वह कांग्रेस में शामिल हुईं। 2016 में उन्हें हरियाणा प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी का वरिष्ठ उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। इसके बाद उन्हें सचिव बनाया गया। 2019 में हारे पिता-पुत्री
वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने पर निर्मल सिंह ने बेटी चित्रा सरवारा के साथ कांग्रेस छोड़ दी और निर्दलीय चुनाव लड़ा। हालांकि, दोनों ही हार गए। वर्ष 2022 में नई दिल्ली में खुद अरविंद केजरीवाल ने दोनों को AAP जॉइन करवाई। चित्रा को AAP ने अपनी हरियाणा इकाई का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया। निर्मल सिंह की गिनती भी हरियाणा में AAP के सीनियर नेताओं में होती थी, लेकिन दोनों ने अचानक पार्टी छोड़कर सबको चौंका दिया। इस बार कांग्रेस ने निर्मल सिंह को तो टिकट दे दिया, लेकिन चित्रा का टिकट काट दिया। नंगल सीट से 4 बार के विधायक रहे चुके निर्मल
निर्मल सिंह कांग्रेस के टिकट पर अंबाला की नंगल सीट से 4 बार विधायक रह चुके हैं। निर्मल सिंह को अंबाला जिले में ‘प्रधानजी’ के नाम से बुलाया जाता है। निर्मल सिंह लंबे समय तक कांग्रेस में रहे हैं, इसलिए उनके दिल्ली में बैठे कांग्रेस के आला नेताओं के साथ-साथ हरियाणा के पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा से भी अच्छे संबंध हैं। इन्हीं संबंधों का इस्तेमाल करते हुए उन्होंने कांग्रेस जॉइन कर ली थी। अनिल विज कड़े मुकाबले में फंसे:खुद को CM चेहरा बता फायदा लेने की कोशिश; कांग्रेस पर गुटबाजी भारी, वोट शिफ्ट हुए तो चित्रा भारी पड़ेंगी हरियाणा की अंबाला कैंट विधानसभा सीट हॉट बनी हुई है, क्योंकि यहां से पूर्व गृह मंत्री अनिल विज भाजपा उम्मीदवार हैं। अनिल विज इस सीट से 6 बार विधायक बन चुके हैं। कांग्रेस ने यहां से सांसद कुमारी सैलजा के करीबी पूर्व पार्षद परविंदर सिंह परी को टिकट दिया है। पूरी रिपोर्ट पढ़ने के लिए क्लिक करें…
करनाल में करंट लगने से मजदूर की मौत:गन्ने के खेत में स्प्रे कर रहा था, हाई वोल्टेज तार से टकराई पंप की नोजल
करनाल में करंट लगने से मजदूर की मौत:गन्ने के खेत में स्प्रे कर रहा था, हाई वोल्टेज तार से टकराई पंप की नोजल करनाल जिले के मुसेपुर गांव में युवक की करंट लगने से मौत हो गई। युवक गन्ने के खेत में स्प्रे करने का काम कर रहा था। इसी दौरान हाई वोल्टेज तार से पम्प की नाली तारों से टकरा गई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। परिजनों ने बिजली विभाग पर लापरवाही के आरोप लगाए है। सूचना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव अपने कब्जे में ले लिया और पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मृतक के पिता राजकुमार ने बताया कि 20 अगस्त की दोपहर को निर्मल कुमार खेत में स्प्रे करने के लिए घर से निकला था। वह स्प्रे पंप लेकर गन्ने के खेत में घुस गया। उसे नहीं मालूम था कि इस खेत से बिजली की हाई वोल्टेज तार भी काफी नीचे से गुजर रही है। वह आगे बढ़ रहा था, तो अचानक उसका स्प्रे पंप की नोजल बिजली के तारों से टकरा गई और उसे बिजली का जोरदार झटका लगा। बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप आसपास के किसान मौके पर पहुंचे और गंभीर अवस्था में उसे करनाल के अस्पताल में लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने बताया कि बिजली विभाग की लापरवाही के कारण हादसा हुआ है। खेत मालिक ने कई बार शिकायत बिजली विभाग को ही थी, लेकिन विभाग की तरफ से कोई एक्शन नहीं लिया गया। परिजनों ने मुआवजे की मांग की है। इकलौता बेटा था निर्मल मुसेपुर गांव का 26 वर्षीय निर्मल कुमार घर का इकलौता बेटा था। उसके परिवार में उसका पिता, पत्नी और तीन साल का बेटा भी है। निर्मल की मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूटा है। कमाने वाला ही अब इस दुनिया से जा चुका है, ऐसे में परिवार के लिए आर्थिक परेशानी भी खड़ी होगी।