सिरसा जिले में जमानत पर जेल से बाहर आते ही गर्भवती महिला को जेल के सामने ही एक तेज रफ्तार बाइक ने टक्कर मार दी। जिससे वह गंभीर घायल हो गई। उसे इलाज के लिए अग्रोहा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान मौत हो गई। महिला के गर्भ में सात माह का शिशु पल रहा था। मृतक महिला की पहचान हरजीत कौर के नाम से हुई। सिविल लाइन थाना पुलिस ने बाइक चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। ऐलनाबाद के वार्ड नंबर-6 निवासी हरजीत कौर को सदर थाना सिरसा पुलिस ने नशा तस्करी के आरोप में एक माह पहले गिरफ्तार किया था। सड़क पार करते समय हादसा वीरवार को हरजीत कौर की कोर्ट से जमानत हो गई। शाम को उसका पति बलजिंदर सिंह उसे लेने जेल के बाहर आया। बलजिंद्र सिंह का कहना है कि शाम को उसकी पत्नी हरतीत कौर जेल से बाहर आई और सड़क पार करके उसके पास आने लगी, तभीएक तेज रफ्तार बाइक ने उसे टक्कर मार दी। इलाज के दौरान महिला की मौत हादसे में हरजीत कौर गंभीर रूप से घायल हो गई। बलजिंद्र सिंह का कहना है कि उसने अपनी पत्नी व बाइक चालक को संभाला। बाइक चालक ने अपना नाम नवनीत कुमार निवासी बप्पा बताया। इसके बाद वह अपनी पत्नी को इलाज के लिए सिविल हॉस्पिटल ले गया। यहां डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर होते देख उसे अग्रोहा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। जहां उसकी मौत हो गई। गर्भ मे पल रहे सात माह के शिशु की मौत बलजिंदर सिंह ने कहा कि उसकी अपनी हरजीत कौर सात माह से गर्भवती थी। उसकी मौत होने से गर्भ में पल रहे शिशु भी मर गया। पुलिस का कहना है कि आरोपी बाइक चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। सिरसा जिले में जमानत पर जेल से बाहर आते ही गर्भवती महिला को जेल के सामने ही एक तेज रफ्तार बाइक ने टक्कर मार दी। जिससे वह गंभीर घायल हो गई। उसे इलाज के लिए अग्रोहा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान मौत हो गई। महिला के गर्भ में सात माह का शिशु पल रहा था। मृतक महिला की पहचान हरजीत कौर के नाम से हुई। सिविल लाइन थाना पुलिस ने बाइक चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। ऐलनाबाद के वार्ड नंबर-6 निवासी हरजीत कौर को सदर थाना सिरसा पुलिस ने नशा तस्करी के आरोप में एक माह पहले गिरफ्तार किया था। सड़क पार करते समय हादसा वीरवार को हरजीत कौर की कोर्ट से जमानत हो गई। शाम को उसका पति बलजिंदर सिंह उसे लेने जेल के बाहर आया। बलजिंद्र सिंह का कहना है कि शाम को उसकी पत्नी हरतीत कौर जेल से बाहर आई और सड़क पार करके उसके पास आने लगी, तभीएक तेज रफ्तार बाइक ने उसे टक्कर मार दी। इलाज के दौरान महिला की मौत हादसे में हरजीत कौर गंभीर रूप से घायल हो गई। बलजिंद्र सिंह का कहना है कि उसने अपनी पत्नी व बाइक चालक को संभाला। बाइक चालक ने अपना नाम नवनीत कुमार निवासी बप्पा बताया। इसके बाद वह अपनी पत्नी को इलाज के लिए सिविल हॉस्पिटल ले गया। यहां डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर होते देख उसे अग्रोहा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। जहां उसकी मौत हो गई। गर्भ मे पल रहे सात माह के शिशु की मौत बलजिंदर सिंह ने कहा कि उसकी अपनी हरजीत कौर सात माह से गर्भवती थी। उसकी मौत होने से गर्भ में पल रहे शिशु भी मर गया। पुलिस का कहना है कि आरोपी बाइक चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल में सुपरवाइजर की हत्या:हाथ-पैर व भारी पत्थर बांधकर केमिकल वाले टैंक में फेंका गया शव
करनाल में सुपरवाइजर की हत्या:हाथ-पैर व भारी पत्थर बांधकर केमिकल वाले टैंक में फेंका गया शव हरियाणा में करनाल जिला के काछवा रोड शाहपुर गांव के नजदीक एक बंद पड़ी राइस मिल के केमिकल टैंक में सुपरवाइजर का शव बरामद हुआ है। सुपरवाइजर के हाथ पैर बंधे हुए मिले है और एक भारी भरकम पत्थर भी उसके शरीर से बांधकर होदी में डाला गया था। मृतक से परिजनों की जन्माष्टमी पर अंतिम बार बात हुई थी, उसके बाद से ही परिजन उसकी तलाश कर रहे थे। पुलिस को शिकायत दी तो पुलिस छानबीन के लिए मिल में पहुंची, जहां उन्हें मृतक का शव मिला। मिल से दो सिक्योरिटी गार्ड भी फरार है। इन दोनों पर ही परिजनों ने हत्या का शक जताया है। घटना की सूचना के बाद FSL की टीम मौके पर पहुंच गई और पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। सोनीपत में सिक्योरिटी गार्ड था मृतक मृतक पवन पुत्र रमेश कुमार सोनीपत के सिकंदरपुर माजरा का रहने वाला था। पवन कुमार सोनीपत में सिक्योरिटी गार्ड का काम करता था और करनाल के शाहपुर में उनको सुपरवाइजर के तौर पर भेजा गया था। परिजनों का आरोप है कि जिस कमरे में पवन रहता था, वहां पर खून के निशान पाए गए है जिसको गद्दे से ढका हुआ था। मौके पर एक बाइक भी टूटी हुई मिली है। मौके पर पवन की टोपी तो मिली, लेकिन पवन नहीं मिला। जन्माष्टमी की रात हुई थी अंतिम बार बात परिजनों का कहना है कि पवन यहां पर सुपरवाइजर के तौर पर आना नहीं चाहते थे, लेकिन फिर भी उसे तीन दिन के लिए यहां पर भेजा गया था। मिल करीब दो-तीन महीने से बंद पड़ी थी। 21 अगस्त को पवन घर से गया था और जिसके बाद 26 अगस्त को जन्माष्टमी की रात को ही पवन से बात हुई थी, जिसके बाद से ही उसका फोन बंद था और कोई बात नहीं हो पाई थी। पवन की तलाश की जा रही थी। हमने मिल मालिक से भी बात की थी, उसने कहा था कि वह पवन की तलाश करवाएगा और पुलिस को भी शिकायत देगा, लेकिन उसने कुछ नहीं किया। जिसके बाद हम ही यहां पर उसे ढूंढने के लिए पहुंचे। 29 अगस्त को पुलिस के पास पवन के लापता होने की शिकायत की थी और पुलिस मिल में पहुंची। बताया जा रहा है कि कुत्ता टैंक की तरफ भोंका तो पुलिस टैंक की तरफ पहुंची और यहीं पर शव मिला। दो साल पहले हुई थी शादी मृतक पवन कुमार 31 साल का था और उसकी करीब दो साल पहले ही शादी हुई थी। एक लड़की जरूर हुई थी, लेकिन वह मृत थी। अभी उनका कोई बच्चा नहीं था। पत्नी व घर वालों का रो रोकर बुरा हाल है। परिवार पर दुखों का पहाड़ टूटा है। पत्थर को चार लोगों ने उठाकर गाड़ी में रखा पवन के शव को पत्थर से बांधकर होदी में डाला गया था। पुलिस ने होदी से पत्थर भी निकाल लिया है। पत्थर कितना भारी था, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है, कि उस पत्थर को पुलिस की गाड़ी में चार लोगों ने उठाकर रखा था। CCTV खंगाल रही पुलिस बंद पड़ी मिल में CCTV कैमरे में भी लगे हुए थे। पुलिस सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाल रही है, लेकिन पुलिस को कैमरों से क्या कुछ मिला है, उसको लेकर अभी तक पुलिस की तरफ से कुछ भी ब्यान नहीं आया है। पुलिस ने मौके से साक्ष्य भी जुटाए है और DVR को अपने कब्जे में लिया है। जांच में जुटी पुलिस DSP नायब सिंह ने बताया कि पवन के लापता होने की शिकायत पुलिस को मिली थी। जो आरए राइस मिल में काम करता था। आज पुलिस मिल में पहुंची थी, जहां पुलिस को खून की बूंदे मिली और मिल में कोई भी व्यक्ति नहीं था। पूरी मिल की तलाशी ली गई, और मिल की होदी में पवन का शव मिला। जिसके बाद एफएसएल टीम मौके पर बुलाई गई। प्राथमिक दृष्टि से तो यही लग रहा है कि हत्या की गई और शव को पत्थर बांधकर होदी में डाला गया है। उसके हाथ पांव भी बांधे गए थे। मौत के कारण पोस्टमार्टम के बाद ही पता चल पाएंगे। दो सिक्योरिटी गार्ड थे, वे भी गायब है। मामले की जांच की रही है।
हरियाणा CMO में खुल्लर फिर बने पावर सेंटर:सीएम सैनी ने 21 अहम विभागों की जिम्मेदारी दी; CM घोषणाओं का काम गुप्ता देखेंगे
हरियाणा CMO में खुल्लर फिर बने पावर सेंटर:सीएम सैनी ने 21 अहम विभागों की जिम्मेदारी दी; CM घोषणाओं का काम गुप्ता देखेंगे हरियाणा के पूर्व सीएम और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के करीबी रिटायर्ड आईएएस राजेश खुल्लर फिर से मुख्यमंत्री नायब सैनी ऑफिस (CMO) के पावर सेंटर बन गए हैं। सीएम सैनी ने उन्हें 21 अहम विभागों की जिम्मेदारी दी है। मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर को सीएमओ का ओवरऑल इंचार्ज भी बनाया गया है। इन विभागों की फाइल खुल्लर के बिना आगे नहीं बढ़ेगी। उनके पास एक्साइज एंड टैक्सेशन, वित्त, रेवेन्यू, स्वास्थ्य, गृह, उद्योग, जनसंपर्क, सिंचाई, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग जैसे अहम विभाग रहेंगे। विधायी कार्य भी राजेश खुल्लर को ही देखने को कहा गया है। विधायी प्रस्ताव और अध्यादेश तक जारी करने के मामले देखने की जिम्मेदारी भी खुल्लर को मिली है। इसके अलावा सीएम के प्रधान सचिव अरुण गुप्ता को 9 विभाग दिए हैं। सीएम की घोषणाओं से संबंधित काम भी गुप्ता देखेंगे । यहां देखिए ऑर्डर की कॉपी… इन अफसरों को मिले ये जिम्मेदारी प्रधान सचिवः अरूण कुमार गुप्ता सिविल एविएशन, वन, पर्यावरण व वन्यप्राणी, फूड सप्लाई, हाउसिंग फार ऑल, खनन, परिवहन, यूएलबी, सहकारिता, यूथ एम्पावरमेंट, सीएम अनाउंसमेंट से संबंधित कार्य। अतिरिक्त प्रधान सचिवः साकेत कुमार कृषि, पशुपालन, विकास एवं पंचायत, चुनाव, मत्स्य, विदेश, सैनिक एवं अर्धसैनिक कल्याण, डब्ल्यूसीडी, केडीबी, सीएम विंडो के तहत विभिन्न विभागों की परफॉरमेंस। उप प्रधान सचिवः यशपाल आर्किटेक्चर, आर्काइव, उच्च शिक्षा, स्कूल शिक्षा, खेल, प्रिंटिंग एवं स्टेशनरी, हेरिटेज एंड टूरिज्म, सरस्वती हेरिटेज बोर्ड। ओएसडी: सुधांशु गौतम अलॉटमेंट ऑफ गवर्नमेंट हाउस, सीएम अनाउंसमेंट, सीएम रिलीफ फंड, एचआरडीएफ, एचआरएमएस एंड ऑन लाइन ट्रांसफर पॉलिसी, वक्फ बोर्ड। ओएसडी: सीएम विंडो -2: राकेश संधु, ग्रिवांस। ओएसडी सीएम विंडो – 1: विवेक कालिया, जन संवाद कौन हैं राजेश खुल्लर राजेश खुल्लर 1988 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। 2014 में राज्य में भाजपा सरकार बनने के बाद से वे तत्कालीन सीएम मनोहर लाल खट्टर की गुडबुक में रहे। खुल्लर 31 अगस्त 2023 को रिटायर हुए और रिटायरमेंट के 24 घंटे के भीतर ही उन्हें तत्कालीन सीएम मनोहर लाल खट्टर का चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी (CPS) नियुक्त कर दिया गया। तब उन्होंने 1982 बैच के सीनियर रिटायर्ड आईएएस अधिकारी डीएस ढेसी की जगह ली थी। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले जब भाजपा ने मनोहर लाल खट्टर की जगह नायब सैनी को हरियाणा का नया सीएम बनाया था, तब भी राजेश खुल्लर उनके चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी (CPS) थे। हरियाणा सीएमओ में यह उनका दूसरा कार्यकाल है। इसलिए खुल्लर बने पावर सेंटर 1. अपने 35 साल के लंबे कार्यकाल के दौरान राजेश खुल्लर कई जिलों के डीसी, विभागाध्यक्ष और प्रशासनिक सचिव रहे। वर्ष 2019 में खट्टर ने उन्हें अपने प्रधान सचिव के साथ-साथ गृह सचिव की जिम्मेदारी सौंपी। खुल्लर ने जनसंपर्क एवं भाषा, जेल, आपराधिक जांच और न्याय विभाग की जिम्मेदारी भी संभाली। 2. हरियाणा में करप्शन की जड़ समझे जाने वाले तीन प्रमुख क्षेत्रों- सरकारी भर्ती, ट्रांसफर और लैंड यूज चेंज (CLU) से जुड़ी प्रक्रिया को कंप्यूटराइज्ड कराने का श्रेय राजेश खुल्लर को ही जाता है। हरियाणा इन तीनों कामों में चलने वाले पर्ची सिस्टम के कारण देशभर में सुर्खियों में रहता था। 3. सीएम ऑफिस (CMO) में रहते हुए खुल्लर ने ही पर्ची सिस्टम की जगह पारदर्शी व्यवस्था बनाई। इसके बाद अब आम लोगों या कर्मचारियों को अपने ट्रांसफर से लेकर बीपीएल राशन कार्ड बनवाने तक, किसी अधिकारी या कर्मचारी पर निर्भर नहीं रहना पड़ता।
हरियाणा में नवजात बच्ची नर्स के हाथ देकर महिला फरार:5-6 दिन पहले जन्म हुआ; आधार कार्ड लाने भेजा तो लौटकर नहीं आई
हरियाणा में नवजात बच्ची नर्स के हाथ देकर महिला फरार:5-6 दिन पहले जन्म हुआ; आधार कार्ड लाने भेजा तो लौटकर नहीं आई हरियाणा के नूंह में एक महिला अपनी नवजात बच्ची को सिविल अस्पताल में छोड़ कर भाग गई। अस्पताल के डॉक्टरों ने उनका काफी देर तक इंतजार किया, लेकिन वह नहीं लौटी। इसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई। अस्पताल में लगे CCTV कैमरे खंगाले गए तो यहां महिला बच्ची को गोद में लिए होने का ड्रामा करते दिखाई दी। इसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुटी गई है। फिलहाल, बच्ची का अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस के अनुसार बच्ची का जन्म 5 से 6 दिन पहले ही हुआ है। डॉक्टरों ने मांगा था आधार कार्ड
पुलिस के अनुसार, गुरुवार की अल सुबह करीब ढाई बजे एक महिला और एक व्यक्ति एक नवजात बच्ची को मांडीखेड़ा स्थित अल आफिया सिविल अस्पताल में लेकर आए थे। उन्होंने बच्ची को गोद में लेकर कुछ देर इंतजार किया। इसके बाद महिला बच्ची को लेकर SMC वार्ड में गई। वहां, नर्स ने महिला को आधार कार्ड जमा कराने के लिए बाहर भेज दिया। जबकि, बच्ची को अपने पास ही रख लिया। इसी का फायदा उठाकर महिला अस्पताल से भाग गई। डॉक्टरों ने महिला के लौटने का काफी देर इंतजार किया। बाद में पुलिस को सूचना दे दी गई। CCTV फुटेज में क्या दिख रहा
घटना को लेकर सामने आई CCTV फुटेज में दिख रहा है कि कुछ महिलाएं अपने बच्चों को लेकर अस्पताल पहुंची हैं। इन्हीं में एक महिला काली शॉल ओढ़कर खड़ी है। सभी महिलाओं ने अपने हाथ में बच्चे पकड़े हुए हैं, लेकिन काली शॉल ओढ़े खड़ी महिला के हाथ में बच्चा नहीं है। उसने हाथ में केवल तौलिया पकड़ा हुआ है। उसके पास मौजूद महिलाएं उसे बार-बार देख रही हैं और उससे कुछ कह भी रही हैं। पास ही बेंच पर एक व्यक्ति बैठा है, जो इस काली शॉल ओढ़े महिला के साथ ही था। कुछ देर महिलाएं उस काली शॉल ओढ़े महिला के अंदर जाने का इंतजार करती हैं, लेकिन वह नहीं जाती। इसके बाद पास मौजूद महिलाएं दरवाजा खोलकर अंदर डॉक्टर के पास चली जाती हैं। इसी दौरान आरोपी महिला और उसका साथी व्यक्ति वहां से भाग जाते हैं। बताया जा रहा है कि यह फुटेज महिला के डॉक्टर के पास से लौट आने के बाद का है। उसे आधार कार्ड जमा करने भेजा था। पुलिस ने केस दर्ज किया
इधर, अस्पताल से शिकायत मिलने के बाद नगीना थाने में मामला दर्ज किया गया है। थाना प्रभारी प्रवीण कुमार का कहना है कि गुरुवार सुबह करीब ढाई बजे अज्ञात माता-पिता बच्ची को इलाज के लिए अस्पताल लेकर आए थे। इसी दौरान बच्ची को वे वार्ड में छोड़कर फरार हो गए। डॉक्टरों ने बताया है कि बच्ची का अभी 5 से 6 दिन पहले ही जन्म हुआ है। हालांकि, बच्ची का जन्म इस अस्पताल में नहीं हुआ। महिला को आधार कार्ड लाने के लिए भेजा था, ताकि उसकी पहचान हो सके, लेकिन महिला और उसका साथी आधार कार्ड दिखाने से पहले ही फरार हो गए। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है। अस्पताल में बच्ची फिलहाल स्वस्थ्य है। उसे ICU में रखा गया है। महिला और उस व्यक्ति का पता लगाया जा रहा है।