दादरी में 5 दिन में दो मां की हत्या:खुद की संतानों ने दिया वारदातों को अंजाम,लोग बोल रहे यहीं है कलयुग

दादरी में 5 दिन में दो मां की हत्या:खुद की संतानों ने दिया वारदातों को अंजाम,लोग बोल रहे यहीं है कलयुग

हरियाणा के रखी दादरी जिले में पिछले 5 दिनों में खुद की संतानों ने अपनी ही दो मां को मौत के घाट के उतार दिया है। दिल को झकझोर देने वाली इन दोनों घटनाओं का जिक्र हर किसी की जुबान पर है और लोगों के मुहं से एक ही बात निकल रही है कि घोर कलयुग आ गया है लोग अपनी मां को मारने लग गए हैं। बीते सप्ताह पहले जहां पैंतावास कलां में एक बेटी ने अपनी मां को कुल्हाड़ी से मौत के घाट उतार दिया था तो अब लोहावाड़ा में एक नशेड़ी रिटायर्ड फौजी ने गोली मारकर मां को मौत की नींद सुला दिया। इन दोनों घटनाओं के बाद हालांकि हत्यारी बेटी हत्यारे बेटे को पुलिस ने पकड़ लिया है लेकिन लोग इनको कोसने से नहीं थक रहे हैं। 5 व 9 फरवरी को हुए दो मां की हत्या
बता दे कि बीते सप्ताह 5 फरवरी को गांव पैंतावास कलां में करीब 22 वर्षीय तलाकशुदा बेटी ने अपनी मां को कुल्हाड़ी से मौत के घाट के उतार दिया था। इस घटना के बाद दादरी ही नहीं पूरे प्रदेश में चर्चा रही और बेटी द्वारा अपनी ही मां को इस प्रकार बेरहमी से कुल्हाड़ी से काटकर हत्या करने की बात लोगों को हजम नहीं हो रही थी। लेकिन हत्यारी बेटी के पिता सुनील ने रो-रोकर चरखी दादरी सिविल अस्पताल में यह वाकया बयां किया था और अपनी ही बेटी के खिलाफ पुलिस को शिकायत देकर कानूनी कार्रवाई की मांग की थी। पांच दिने पहले हुई इस घटना को लोग भूले भी नहीं थे कि इसी बीच 9 फरवरी को लोहरवाड़ा में रिटायर्ड फौजी ने अपनी मां को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया।
लोगों के बीच हो रही चर्चा
जिले में पांच दिन के दौरान इस प्रकार की दो घटनाएं सामने आने पर हर जगह इनकी चर्चाएं हो रही हैं। जहां भी चार लोग बैठते है उनके बीच इस प्रकार का जिक्र हो रहा है कि अभी तक सुना था कि कलयुग आ गया है लेकिन अब देखने को मिल रहा है घोर कलयुग आ गया है। लोग अपनी मां के खून से हाथ रंगने वालों को कोसते नहीं थक रहे और कहते हैं कि ऐसे कलयुगी बेटे-बेटी से अच्छा तो भगवान औलाद ना तो वो ही सही है। साथ ही लोगों का कहना है कि ऐसे लोगों को सख्त से सख्त सजा हो। क्या इसी दिन के लिए पाल-पोषते हैं
चाहे बस में सवार यात्री हो या चौक-चौपाल में बैठें लोग सभी मां की हत्या किए जाने की घटनाओं से काफी खफा नजर आ रहे हैं। अधेड़ व बुजुर्ग लोगों में तो काफी गुस्सा देखने को मिल रहा है। इन घटनाओं में चर्चा करते हुए लोग एक दूसरे से सवार कर रहे हैं क्या नौ महीने मां ने पेट में इसी लिए रखा था। अपना पेट काटकर उनका पालन पोषण इसलिए किया था वे बुढ़ापे में उनका सहारा बनेंगे, उनकी सेवा करेंगे। लेकिन उन्होंने सहारा बनना तो दूर सांसें ही छीन ली। ऐसी औलाद भगवान किसी का ना दे। बेटी ने कहासुनी को लेकर की हत्या पैंतावास कलां निवासी करीब 22 वर्षीय तलाकशुदा बेटी ने अपनी मां को मामूली कहासुनी के बाद मौत के घाट उतार दिया था और उसके बाद मौके से फरार हो गई थी। पुलिस ने उसे तोशाम से पकड़ा तो सामने आया था कि निक्कू का तलाकशुदा पति उसकी छोटी बहन को भगाकर ले गया था और बाद मे शादी कर ली थी। निक्कू की मां व उसके परिवार के लोग निक्कू को इसके लिए जिम्मेदार मानते थे और उस पर टोंट मारते थे। 5 फरवरी को वारदात के दिन जब वह अपनी मां के साथ लकड़ी काटने खेत जा रही थी तो रास्ते में कुछ महिलाओं ने उसकी मां को टोक दिया कि छोटी बेटी को भेज दिया और इसको घर बैठा लिया जिसके बाद निक्कू की मां उषा देवी ने उसे कुछ कहा तो कहासुनी हो गई और बाद में निक्कू ने कुल्हाड़ी से अपनी मां को मौत के घाट उतार दिया। मृतका के पति व निक्कू के पिता ने पुलिस को शिकायत दी थी जिसके बाद केस दर्ज कर किया गया और मां की हत्या करने वाली बेटी को गिरफ्तार कर अदालत में पेश के जेल भेजा।
फौजी ने बार-बार नशे के लिए टोकने पर उतारा मां को मौत के घाट
9 फरवरी की शाम को नशे के आदि लोहरवाड़ा निवासी रिटायर्ड फौजी ने अपनी बुजुर्ग मां को गोली मार दी। इतना ही नहीं उसने जिस प्रकार बंदूक रि लोड करके एक के बाद एक चार फायर किए और उसके पास 6 जिंदा कारतूस भी मिले हैं। यदि उस दौरान उसकी पत्नी सूझबूझ दिखाकर दो बच्चों व अपने आप को कमरे में बंद नहीं करती तो वह पूरे परिवार को भी मौत के घाट उतार सकता था। वारदात के बाद पुलिस ने अपनी मां को मौत के घाट उतारने वाले फौजी को गिरफ्तार कर लिया है। प्राथमिक जांच व पुलिस को मिली शिकायत में सामने आया है कि फौजी के आपा खोने के पीछे कोई बड़ी बात नहीं थी बस जब वह परिवार के लोगों के साथ गाली-गलौच कर रहा था तो उस दौरान उसके बेटे ने उसे कमरे में बंद कर दिया था। इसी से वह खपा हो गया और जब करीब 45 मिनट बाद उसकी पत्नी ने देखा तो वह बंदूक लोड लिए बैठा था जिसे देखते ही वह बच्चों सहित भागकर कमरे में छुप गई लेकिन उस दौरान उसने फायरिंग की तो उसकी मां को गोली लगी और उसकी मौत हो गई। हरियाणा के रखी दादरी जिले में पिछले 5 दिनों में खुद की संतानों ने अपनी ही दो मां को मौत के घाट के उतार दिया है। दिल को झकझोर देने वाली इन दोनों घटनाओं का जिक्र हर किसी की जुबान पर है और लोगों के मुहं से एक ही बात निकल रही है कि घोर कलयुग आ गया है लोग अपनी मां को मारने लग गए हैं। बीते सप्ताह पहले जहां पैंतावास कलां में एक बेटी ने अपनी मां को कुल्हाड़ी से मौत के घाट उतार दिया था तो अब लोहावाड़ा में एक नशेड़ी रिटायर्ड फौजी ने गोली मारकर मां को मौत की नींद सुला दिया। इन दोनों घटनाओं के बाद हालांकि हत्यारी बेटी हत्यारे बेटे को पुलिस ने पकड़ लिया है लेकिन लोग इनको कोसने से नहीं थक रहे हैं। 5 व 9 फरवरी को हुए दो मां की हत्या
बता दे कि बीते सप्ताह 5 फरवरी को गांव पैंतावास कलां में करीब 22 वर्षीय तलाकशुदा बेटी ने अपनी मां को कुल्हाड़ी से मौत के घाट के उतार दिया था। इस घटना के बाद दादरी ही नहीं पूरे प्रदेश में चर्चा रही और बेटी द्वारा अपनी ही मां को इस प्रकार बेरहमी से कुल्हाड़ी से काटकर हत्या करने की बात लोगों को हजम नहीं हो रही थी। लेकिन हत्यारी बेटी के पिता सुनील ने रो-रोकर चरखी दादरी सिविल अस्पताल में यह वाकया बयां किया था और अपनी ही बेटी के खिलाफ पुलिस को शिकायत देकर कानूनी कार्रवाई की मांग की थी। पांच दिने पहले हुई इस घटना को लोग भूले भी नहीं थे कि इसी बीच 9 फरवरी को लोहरवाड़ा में रिटायर्ड फौजी ने अपनी मां को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया।
लोगों के बीच हो रही चर्चा
जिले में पांच दिन के दौरान इस प्रकार की दो घटनाएं सामने आने पर हर जगह इनकी चर्चाएं हो रही हैं। जहां भी चार लोग बैठते है उनके बीच इस प्रकार का जिक्र हो रहा है कि अभी तक सुना था कि कलयुग आ गया है लेकिन अब देखने को मिल रहा है घोर कलयुग आ गया है। लोग अपनी मां के खून से हाथ रंगने वालों को कोसते नहीं थक रहे और कहते हैं कि ऐसे कलयुगी बेटे-बेटी से अच्छा तो भगवान औलाद ना तो वो ही सही है। साथ ही लोगों का कहना है कि ऐसे लोगों को सख्त से सख्त सजा हो। क्या इसी दिन के लिए पाल-पोषते हैं
चाहे बस में सवार यात्री हो या चौक-चौपाल में बैठें लोग सभी मां की हत्या किए जाने की घटनाओं से काफी खफा नजर आ रहे हैं। अधेड़ व बुजुर्ग लोगों में तो काफी गुस्सा देखने को मिल रहा है। इन घटनाओं में चर्चा करते हुए लोग एक दूसरे से सवार कर रहे हैं क्या नौ महीने मां ने पेट में इसी लिए रखा था। अपना पेट काटकर उनका पालन पोषण इसलिए किया था वे बुढ़ापे में उनका सहारा बनेंगे, उनकी सेवा करेंगे। लेकिन उन्होंने सहारा बनना तो दूर सांसें ही छीन ली। ऐसी औलाद भगवान किसी का ना दे। बेटी ने कहासुनी को लेकर की हत्या पैंतावास कलां निवासी करीब 22 वर्षीय तलाकशुदा बेटी ने अपनी मां को मामूली कहासुनी के बाद मौत के घाट उतार दिया था और उसके बाद मौके से फरार हो गई थी। पुलिस ने उसे तोशाम से पकड़ा तो सामने आया था कि निक्कू का तलाकशुदा पति उसकी छोटी बहन को भगाकर ले गया था और बाद मे शादी कर ली थी। निक्कू की मां व उसके परिवार के लोग निक्कू को इसके लिए जिम्मेदार मानते थे और उस पर टोंट मारते थे। 5 फरवरी को वारदात के दिन जब वह अपनी मां के साथ लकड़ी काटने खेत जा रही थी तो रास्ते में कुछ महिलाओं ने उसकी मां को टोक दिया कि छोटी बेटी को भेज दिया और इसको घर बैठा लिया जिसके बाद निक्कू की मां उषा देवी ने उसे कुछ कहा तो कहासुनी हो गई और बाद में निक्कू ने कुल्हाड़ी से अपनी मां को मौत के घाट उतार दिया। मृतका के पति व निक्कू के पिता ने पुलिस को शिकायत दी थी जिसके बाद केस दर्ज कर किया गया और मां की हत्या करने वाली बेटी को गिरफ्तार कर अदालत में पेश के जेल भेजा।
फौजी ने बार-बार नशे के लिए टोकने पर उतारा मां को मौत के घाट
9 फरवरी की शाम को नशे के आदि लोहरवाड़ा निवासी रिटायर्ड फौजी ने अपनी बुजुर्ग मां को गोली मार दी। इतना ही नहीं उसने जिस प्रकार बंदूक रि लोड करके एक के बाद एक चार फायर किए और उसके पास 6 जिंदा कारतूस भी मिले हैं। यदि उस दौरान उसकी पत्नी सूझबूझ दिखाकर दो बच्चों व अपने आप को कमरे में बंद नहीं करती तो वह पूरे परिवार को भी मौत के घाट उतार सकता था। वारदात के बाद पुलिस ने अपनी मां को मौत के घाट उतारने वाले फौजी को गिरफ्तार कर लिया है। प्राथमिक जांच व पुलिस को मिली शिकायत में सामने आया है कि फौजी के आपा खोने के पीछे कोई बड़ी बात नहीं थी बस जब वह परिवार के लोगों के साथ गाली-गलौच कर रहा था तो उस दौरान उसके बेटे ने उसे कमरे में बंद कर दिया था। इसी से वह खपा हो गया और जब करीब 45 मिनट बाद उसकी पत्नी ने देखा तो वह बंदूक लोड लिए बैठा था जिसे देखते ही वह बच्चों सहित भागकर कमरे में छुप गई लेकिन उस दौरान उसने फायरिंग की तो उसकी मां को गोली लगी और उसकी मौत हो गई।   हरियाणा | दैनिक भास्कर